ग्राम सभा और ग्राम पंचायत किसे कहते हैं? | गठन, कार्य और अधिकार

ग्राम सभा और ग्राम पंचायत में कई बार भारतीय लोग बहुत ही भ्रम की स्थिति में रहते हैं। हम आपको बता दें कि ग्राम सभा और ग्राम पंचायत दोनों अलग-अलग होते हैं। साथ ही ग्राम सभा और ग्राम पंचायत एक-दूसरे के बिल्कुल पूरक होते हैं। पंचायती राज की मूलभूत इकाई के रूप में ग्रामसभा को जाना जाता है। तथा ग्राम पंचायत की बात की जाए तो यह ग्राम स्तर पर कार्यपालिका के रूप में कार्य करती है। यदि आपको ग्राम सभा और ग्राम पंचायत के बारे में कोई जानकारी नहीं है। तो हम इस लेख में आपको इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी देंगे।

ग्राम पंचायत में सदस्यों की संख्या निश्चित होती है। जिन्हें प्रत्येक 5 वर्ष बाद ग्राम प्रधान चुनाव के माध्यम से चुना जाता है। यदि आप गांव में रहते हैं। तो आपको ग्राम सभा और ग्राम पंचायत संबंधित संपूर्ण जानकारी होनी चाहिए। परंतु यदि आपको अभी यह जानकारी नहीं है। तो आपको फिक्र करने की आवश्यकता नहीं है। आज हम आपको अपने इस लेख ने Gram Sabha Kya Hai? ग्Gram Panchayat Kya Hai? ग्राम सभा के कार्य, ग्राम पंचायत के कार्य आदि के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे। यदि आप यह सारी जानकारी विस्तार पूर्वक जानना चाहते हैं। तो हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।

ग्राम सभा क्या है? (What is Gram Sabha?)

ग्रामसभा किसी भी गांव की आम सभा कहलाती है। गांव में उपस्थित मतदान करने वाला नागरिक ग्राम सभा का सदस्य कहलाता है। इनको ग्राम पंचायत के प्रतिनिधि चुनने का पूरा अधिकार दिया जाता है। अगर सरल भाषा में कहा जाए तो गांव के लोगों को ही “ग्रामसभा” कहा जाता है। जिनके द्वारा अपने गांव के सरपंच से लेकर ग्राम पंचायत के प्रत्येक प्रतिनिधियों को चुना जाता है।

ग्राम सभा और ग्राम पंचायत किसे कहते हैं? | गठन, कार्य और अधिकार

संविधान में पंचायती राज व्यवस्था के अंतर्गत गांव के लोगों को अपने गांव की सरकार चुनने का अधिकार प्रदान किया गया है। गांव में कम से कम 100 से 200 लोग मतदान करने की सूची में शामिल होने चाहिए। तभी उस गांव को हम ग्राम सभा का नाम दे सकते हैं। ग्राम सभा गांव और पंचायती राज व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण अंग होता है।

ग्राम सभा के सदस्य और बैठक?(Gram Sabha members and meeting?)

ग्राम सभा की बैठक की बात की जाए तो ग्राम सभा की बैठक 3 महीने में केवल एक ही बार बुलाई जाती है। इस बैठक को शुरू करने से 15 दिन पहले ही गांव के प्रत्येक नागरिक को बैठक होने की सूचना पहुंचा दी जाती है। बैठक शुरू होने के लिए कम से कम 5% ग्रामसभा का होना बेहद आवश्यक होता है। नहीं तो उस सभा को स्थगित कर दिया जाता है। तथा अगली बैठक का आयोजन किया जाता है। जिसके लिए पुनः इस प्रक्रिया को अपनाया जाता है। इसलिए ग्राम सभा में उपस्थित लोगों को अपनी जिम्मेदारियों का एहसास होना चाहिए। साथ ही उन्हें बैठक में अपना सहयोग करना चाहिए।

प्रत्येक ग्राम सभा की बात की जाए तो यह एक संस्था है। जिसमे एक अध्यक्ष और अन्य सदस्य होते है। जिसे गांव सरपंच, प्रधान और मुखिया आदि नामों से भी बुलाया जाता है। नियम के अनुसार यदि ग्राम सभा के सदस्य की बात की जाए तो यदि गांव में 1000 की आबादी होती है। तो उस पर 1 ग्राम पंचायत सदस्य (वार्ड सदस्य) होने अनिवार्य है। इसी प्रकार 2000 की आबादी पर 11 ग्राम पंचायत सदस्य होने चाहिए तथा यदि किसी गांव की आबादी 3000 है तो उस गांव की ग्राम पंचायत में न्यूनतम 15 ग्राम सभा सदस्य होने चाहिए। ग्राम सभा एक स्थाई संस्था होती है। और इस में उपस्थित सदस्यों का चुनाव नहीं होता है।

ग्राम सभा के कार्य व अधिकार? (Functions and Power of Gram Sabha?)

परंतु आपके मन में एक सवाल अवश्य आया होगा। कि आखिर ग्राम सभा क्यों बनाई जाती है? और ग्राम सभा के क्या कार्य होते हैं? साथ ही उन्हें क्या-क्या करने का अधिकार प्राप्त होता है? तो इसकी जानकारी हमने नीचे पॉइंट के माध्यम से आपको दी है। जो कि निम्न प्रकार है-

  • ग्राम पंचायत के द्वारा पारित बजट पर नियंत्रण रखने का कार्य ग्राम सभा का ही होता है।
  • ग्राम सभा की बैठक में चर्चा होने पर पारदर्शिता और जवाबदेही तय करती है।
  • ग्राम सभा का सबसे बड़ा महत्वपूर्ण कार्य गांव के सभी वर्गों में विषमता को समाप्त कर समता का भाव स्थापित करना होता है।
  • ग्राम सभा के पास यह अधिकार है। कि वह कोई भी नहीं लागू की गई लोकहित योजना, आय तथा व्यय से संबंधित कोई भी सवाल ग्राम पंचायत से कर सकती है।
  • ग्राम पंचायत के समक्ष किसी अन्य मुद्दे को संज्ञान में लाने का कार्य ग्राम सभा का ही होता है।
  • योजना हेतु किसी उचित लाभार्थी की तलाश करने का कार्य की ग्राम सभा द्वारा किया जाता है।
  • निगरानी समिति के द्वारा पेश की गई रिपोर्ट मैं कारवाही और अनुशंसा करने का अधिकार ग्राम सभा के पास होता है।
  • उपरोक्त बताए गए कार्य अधिकार ग्राम सभा के पास यानी गांव के लोगों के पास सरकार द्वारा संविधान के पंचायती राज व्यवस्था में दिए गए हैं।

ग्राम पंचायत क्या है? (What is Gram Panchayat?)

ग्रामीण क्षेत्र में जिस संस्था को विकास के कार्य और मूलभूत योजनाएं हेतु ग्राम सभा के द्वारा गठित किया जाता है। उसे ग्राम पंचायत के नाम से जानते हैं। इस सभा के लिए उम्मीदवार के रूप में ग्राम सभा की सदस्य सूची से ही एक व्यक्ति होता है। यह गांव की एक कार्येकारी संस्था होती है। उचित चुनाव के माध्यम से ही ग्राम पंचायत के सदस्यों का चुनाव होता है। जैसे एक कार्यपालिका केंद्र के स्तर पर होती है। उसी प्रकार ग्राम के स्तर पर ग्राम पंचायत को कार्यपालिका की संज्ञा दी गई है। ग्राम पंचायत में निर्वाचित पंचायत सदस्य शामिल होते हैं।

 ग्राम पंचायत एक तिहाई सदस्य के साथ किसी भी समय ग्राम सभा की बैठक बुलाने में सक्षम होते हैं। तथा ग्राम पंचायत अध्यक्ष को 15 दिनों के भीतर भीतर बैठक बुलानी होती है। ग्राम प्रधान के बाद उपप्रधान का चुनाव किया जाता है। परंतु इसका चुनाव केवल ग्राम पंचायत के सदस्यों द्वारा ही होता है। तथा जैसे ही चुनाव संपन्न होते हैं। तब नियत अधिकार भी उपप्रधान के नाम कर दिया जाता जाता है। सरल शब्दों में कहा जाए तो ग्राम पंचायत गांव स्तर की सरकार होती है। इसका कार्य गांव का पूर्ण रूप और सही ढंग से विकास करना होता है। ग्राम पंचायत और ग्राम सभा के मुखिया को सरपंच कहते हैं।

ग्राम पंचायत के कार्य तथा अधिकार? (Functions and Power of Gram Panchayat?)

जिस प्रकार आपको ऊपर ग्राम सभा के कार्य अधिकारों की जानकारी दी गई है। उसी प्रकार ग्राम पंचायत के क्या कार्य होते हैं? और उन्हें किन किन कार्यों को करने का अधिकार होता है? इसकी जानकारी भी हमने नीचे पॉइंट के माध्यम से आपको बताई है। जो कि निम्न प्रकार है-

  • गांव के विकास कार्यों में सहायता करना।
  • किसी भी योजना का लाभ पहुंचाने के लिए सही लाभान्वित की पहचान करना। (यदि ग्रामसभा नहीं कर पाती है।)
  • गांव के भीतर विभिन्न विशेष मुद्दे जैसे:-  शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य आदि पर विकास कार्य करना।
  • गांव के अंतर्गत ऊर्जा सड़क व ग्राम विकास के मुद्दों सही ढंग से कार्य करना और सरकार के सामने उचित स्तर पर रखना।
  • पशुधन से संबंधित विकास कार्य।
  • गांव में उपस्थित योग के बालक और बालिकाओं के बीच छात्रवृत्ति का आवंटन करना।
  • गांव में उपस्थित गरीब परिवारों और वृद्ध माताओं के लिए पेंशन आदि सुविधाओं का लाभ देना।
  • राशन या सार्वजनिक वितरण प्रणाली द्वारा बहुत ही कम मूल्य खाघ का गांव में वितरण करना।
  • संविधान में पंचायती राज व्यवस्था के प्रावधान अनुसार ग्राम प्रधान की नियमित बैठक बुलाना।

निगरानी समिति क्या है?| Monitoring Committee?)

ग्राम पंचायत के द्वारा ग्राम में विकास कार्य करने पर निगरानी रखने का कार्य ग्राम सभा की समितियां का होता है। इसके लिए ग्राम सभा के कुछ ऐसे सदस्य जो समिति के अंतर्गत होते हैं। तथा ग्राम पंचायत के सदस्य नहीं होते हैं। वह ग्राम पंचायत के कार्यों पर नजर रखने का कार्य करते हैं। तथा किसी भी प्रकार की होने वाली अनियमितता को रोकने का कार्य करना इनका कर्तव्य होता है। इसी समिति के द्वारा ग्राम सभा में अपनी रिपोर्ट उपस्थित की जाती है। जिस पर कार्यवाही करने का अधिकार ग्राम सभा को प्राप्त है। वह समिति जो ग्राम पंचायत पर नजर रखती है। उसे ही “निगरानी समिति” कहते हैं।

ग्राम सभा और ग्राम पंचायत क्या है? इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर (FAQs):-

ग्राम सभा क्या होती है?

ग्राम सभा गांव में उपस्थित सभी मतदाता नागरिको से मिलकर बनी होती है। यह किसी भी गांव की आम सभा के लाती है।

Q:- ग्राम सभा की बैठक कब बुलाई जाती है?

ग्राम सभा की बैठक 3 महीने में एक बार अवश्य तौर पर बुलाई जाती है।

Q:- ग्राम पंचायत क्या होती है?

Ans:- ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्य और मूलभूत योजना हेतु ग्राम सभा के द्वारा ग्राम पंचायत का चुनाव किया जाता है।

Q:- ग्राम पंचायत ग्राम सभा की बैठक का बुलाने में सक्षम होता है?

Ans:- ग्राम पंचायत एक तिहाई मत के साथ ग्राम सभा की बैठक किसी भी समय बनाने में सक्षम होती है।

Q:- ग्राम पंचायत के क्या कार्य होते है?

Ans:- गांव में होने वाले विभिन्न विकास कार्यों जैसे:-  शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य आदि का जिम्मा ग्राम पंचायत के ऊपर होता है। सरल भाषा में कहा जाए तो यह गांव की सरकार होती है।

Q:- ग्राम सभा के सदस्य के कार्य व अधिकार क्या होते है?

Ans:- ग्राम सभा ग्राम पंचायत के द्वारा पारित बजट पर नियंत्रण रखने का कार्य करती है। तथा इसे निगरानी समिति की रिपोर्ट पर कार्यवाही करने का भी अधिकार प्राप्त है।

Q:- निगरानी कमेटी का गठन क्यों होता है?

Ans:- निगरानी कमेटी का गठन ग्राम पंचायत के द्वारा किए जा रहे विकास कार्य पर निगरानी रखने के लिए ग्राम सभा की समितियों द्वारा किया गया है।

Q:- संविधान में ग्राम पंचायत को कैसे रखा गया है?

Ans:- संविधान में ग्राम पंचायत को पंचायती राज व्यवस्था के अंतर्गत रखा गया है।

निष्कर्ष (Conclusion):- आज हमने अपने इस लेख में Gram Sabha Kya Hai? तथा Gram Panchayat Kya Hai? इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी आपको दी है। यदि आप भी गांव में रहते हैं। तो आपको ग्राम सभा क्या है? उसके क्या-क्या कार्य और अधिकार हैं? तथा ग्राम पंचायत क्या है? और उसके क्या-क्या कार्य और अधिकार है? इसके बारे में संपूर्ण जानकारी पता होनी चाहिए।

यदि आपने हमारा यह लेख अंत तक पढ़ा है। तो हमें उम्मीद है यह लेख आपको अवश्य पसंद आया होगा। यदि आपको हमारे यह लेख पसंद आया है। तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताइए। साथ ही हमारे द्वारा दिए गए इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ साझा करना ना भूलें।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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