गर्भावस्था का समय किसी भी महिला के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसमें महिला को बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है परंतु गर्भवती महिलाओं के अंदर एक उत्सुकता होती है। जिसके कारण वह सभी प्रकार के तकलीफों को आराम से सह जाती हैं। उन्हें बहुत सारे शारीरिक विकारों से गुजरना पड़ता है। इसके अलावा प्रेग्नेंट महिलाओं को बुरे सपने भी आते हैं परंतु हमें यह नहीं पता होता कि प्रेग्नेंट महिलाओं को बुरे सपने क्यों आते हैं।(Pregnancy me sapne aane ka reason)
इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको प्रेगनेंसी में बुरे सपने आने का कारण और उसे रोकने के टिप्स (Pregnancy me bure sapno ka reason and rokne ke tips) के विषय में बताएंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।
क्या गर्भावस्था में बुरे सपने आना सामान्य बात है?
गर्भावस्था के दौरान अधिकतर (Pregnancy me bure sapno ki samanyata) गर्भवती महिलाओं को बुरे सपने आने की समस्या बनी रहती है। गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं को बुरे एवं डरावने सपने आना एक आम बात है। गर्भावस्था के दौरान महिलाएं अपने शरीर को लेकर एवं अपने होने वाले शिशु को लेकर तनाव में रहती है। जिसके कारण उन्हें बुरे सपने आने की समस्या रहती है। एनसीबीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार गर्भवती महिलाओं को प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही में बरस अपने आने की समस्या अधिक बढ़ जाती है।
कुछ गर्भवती महिलाओं को महीने में सिर्फ एक दो बार ही बुरे सपने आने की समस्या होती है। परंतु कुछ महिलाओं को सप्ताह में दो-तीन बार बुरे सपने आने लगते हैं। अधिकतर बुरे सपने गर्भवती महिलाओं को अपने बच्चों को नुकसान पहुंचाने वाले ही आते है। गर्भवती महिलाओं पर ऐसे बहुत सारे घरेलू नुक्से भी इस्तेमाल किए जाते हैं। जिससे गर्भवती महिलाओं को बुरे सपने आने की समस्या ना हो। इसके अलावा नीचे हम आपको बुरे सपने आने के कारण और इसके टिप्स के विषय में जानकारी दे रहे हैं।
गर्भावस्था के दौरान सपने में बदलाव क्यों होता है?
गर्भावस्था के दौरान गर्भवती (Pregnancy me sapno me change) महिला को सबसे ज्यादा अपने होने वाले शिशु की चिंता रहती है। वह अपना अधिकतर समय मातृत्व अथवा प्रेगनेंसी के विषय में सोने में बता देती हैं। इसके अलावा गर्भवती महिला के शरीर में विभिन्न प्रकार के हार्मोनल और शारीरिक बदलाव होते हैं। जिसके कारण में गर्भवती महिलाओं को बुरे सपने आने की समस्या बढ़ जाती है।
गर्भवती महिला अपने बच्चों के भविष्य के विषय में उसकी परवरिश के विषय में सोचती रहती है। जिसका सीधा प्रभाव गर्भवती महिला के सपनों पर पड़ता है। 35 से 40% महिलाओं में नींद की गुणवत्ता पर भी असर देखा जाता है। जिसके कारण भी महिलाओं को बुरे सपने आते हैं।
प्रेगनेंसी में बुरे सपने आने के क्या कारण हैं?
प्रेगनेंसी के दौरान बुरे सपने आने के ( Pregnancy me sapno ka reason)क्या-क्या कारण हो सकते हैं उसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई है।
1. हार्मोनल परिवर्तन :
गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला के शरीर में विभिन्न प्रकार के हार्मोनल परिवर्तन होते हैं। इन हार्मोनल परिवर्तन के कारण भी गर्भवती महिला को बुरे सपने आने का कारण रहता है।
एक अध्ययन के माध्यम से यह पता चला है कि गर्भवती महिला के शरीर में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का लेवल बहुत बढ़ जाता है। प्रोजेस्टेरोन हार्मोन पिछली बातों को याद करने के लिए उत्तरदाई होता है। इसलिए प्रोजेस्टेरोन हार्मोन की वजह से भी बुरे सपने आने की समस्या हो सकती है। हार्मोनल इंबैलेंस गर्भवती महिलाओं को अच्छी या बुरी स्थिति में पहुंचा सकता है इसलिए गर्भवती महिलाओं को बुरे सपने आने का कारण हो सकता है।
2.सोने में समस्या होना :
गर्भवती महिला को अक्सर सोने की समस्या के कारण भी बने सपने आने की समस्या हो सकती है। ऐसी बहुत सारी आदतों की वजह से गर्भवती महिला को गर्भावस्था के दौरान सोने की समस्या आ सकती है।
उदाहरण के लिए यदि किसी महिला को पेट केवल सोने की आदत है। परंतु पेट बड़ा होने के कारण वह पेट के बाल नहीं सो पा रही है तो उसे सोने में समस्या हो सकती है। इसके अलावा शिशु के बढ़ते आकार के वजह से भी सोने में समस्या आती है।
सोने में समस्या का एक दूसरा कारण रैपिड आई मूवमेंट है। रैपिड आई मूवमेंट में जब गर्भवती महिला को बुरे सपने आते हैं तो वह नींद में ही अपनी आंखों को इधर-उधर मूव करने लगती है। जिसके कारण रैपिड आई मूवमेंट में बुरे सपने आना या पूरे पुराने सपनों को याद रह जाने के कारण सोने में समस्या होने लगती है।
3.एंग्जायटी :
लगभग 15% महिलाओं में एक रिपोर्ट के माध्यम से यह पता चला है कि एंजायटी की समस्या होती है। एंजायटी गर्भवती महिला में दिनभर अपने प्रेगनेंसी के विषय में सोने और चिंता करने के कारण होती है। गर्भवती महिलाओं को दिन भर अपनी गर्भावस्था की चिंता लगी रहती है उनके मन में बुरे बुरे ख्याल आते रहते हैं। जिस कारण गर्भवती महिलाओं को एंजायटी या अवसाद में देखा गया है। एंजायटी या अवसाद बुरे सपने आने का एक महत्वपूर्ण कारण होता है जिन महिलाओं को अधिक पूरे सपने आते हैं वह अधिक सोच विचार करती है।
गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाएं अक्सर तनाव में रहती हैं। कभी वह अपने शारीरिक समस्या के कारण तनाव लेने लगती है और कभी शिशु की स्थिति के कारण तनाव के में आ जाती हैं। इसलिए भी गर्भवती महिला को बुरे सपने आने की समस्या हो सकती है। गर्भवती महिला को हमेशा शांत रहना चाहिए। किसी भी स्थिति में ज्यादा विचार विमर्श नहीं करना चाहिए। तब वह बिल्कुल सही स्थिति में रह सकती हैं।
5.दवाएं :
गर्भावस्था के दौरान डॉक्टर बच्चों के विकास के लिए एवं गर्भावस्था को सही तरीके से चलने के लिए विभिन्न दवाइयां का सेवन करने के लिए कहते हैं। यह दवाइयां शरीर में इंबैलेंस क्रिएट करती हैं। कुछ दवाइयां ऐसी होती हैं जो हमारे दिमाग पर भी असर डालते हैं ऐसी दवाइयां के सेवन के कारण भी गर्भवती महिला को बुरे सपने आने की समस्या हो सकती है।एक रिपोर्ट के माध्यम से भी यह पता चला है कि महिलाओं के द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली विभिन्न प्रकार की दवाइयां गर्भवती महिलाओं को बुरा सपना आने का एक कारण बन सकता है।
प्रेगनेंसी में आने वाले आम सपने | Pregnancy Me Sapno Ka Matlab
प्रेगनेंसी में कौन-कौन से सपना (Pregnancy me sapno ka meaning) गर्भवती महिला को आते हैं। इसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई है।
प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में आने वाले आम सपने
1.शिशु का विकास दिखाई देना :
जब गर्भवती महिला गर्भ को ग्रहण करती है तब उसके मन में एक अलग सा उत्साह होता है। वह अपने बच्चों की ग्रोथ को दिन प्रतिदिन देखना है का प्रयास करती है। इस कारण गर्भवती महिला को इस समय में अपने बच्चों की ग्रोथ के विषय में सपने आते हैं।
2.ऊंची इमारतें देखना :
गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं में हार्मोनल इंबैलेंस क्रिएट हो जाता है। हार्मोनल इंबैलेंस के कारण गर्भवती महिलाओं को सब कुछ अच्छा लगने लगता है उन्हें यह लगने लगता है। वह किसी भी मुकाम को हासिल कर सकती हैं वह ऊंचे ऊंचे सपने देखने लगते हैं। ऊंची ऊंची इमारत को देखने लगती है वह उनके ऊंचे ऊंचे ख्वाब हो जाते हैं। इसलिए इस समय में गर्भवती महिला को ऊंची ऊंची इमारत के सपने आने लगते हैं।
3.खुद को गाड़ी चलाते हुए देखना :
पहली तिमाही में गर्भवती महिला का गर्भ धारण करना एक एक्साइटमेंट का विषय होता है। इस समय में गर्भवती महिला खुद को गाड़ी चलाते हुए भी देख सकते हैं। अधिकतर महिलाएं इस समय में खुद को गाड़ी चलाते हुए देखते हैं।
4.पानी से जुड़े सपने दिखाई देखना :
गर्भावस्था की पहली तिमाही के समय गर्भवती महिलाएं नदियां तालाब झरने समुद्र आदि सपनों को देखने लगती है जो पानी से संबंधित होते हैं।
प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही में आने वाले आम सपने
प्रेगनेंसी की पहली तिमाही के मुकाबले प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही में गर्भवती महिलाओं को कुछ अलग तरीके के सपने आते हैं। जिनको नीचे स्पष्ट किया गया है।
इस समय में गर्भवती महिलाओं को जानवरों के बच्चे सपने में आ सकते हैं। वह अपने सपने में कुत्ते बिल्ली भैंस हिरण जैसे जानवरों को देख सकते हैं। यह जानवर सपने में खूंखार भी हो सकते हैं और यह जानवर बहुत प्रिय भी हो सकते हैं। इस प्रकार के सपने तब आते हैं जब गर्भवती महिलाएं अपने शिशु को लेकर अधिक चिंतित रहती हैं।
शारीरिक संबंध बनाना –
गर्भावस्था के समय गर्भवती महिलाएं शारीरिक संबंध बनाने के सपने भी देख सकते हैं। इसका एक कारण यह हो सकता है कि गर्भावस्था की दूसरी तिमाही में महिला का टमी बढ़ जाता है। जिसके कारण एक सफल शारीरिक संबंध बनाने में दिक्कत आती है इस कारण भी महिला को शारीरिक संबंध बनाने के सपने आ सकते हैं।
पति से बेवफाई देखना –
इस तरीके का सपना देखना बहुत ही अजीब होता है परंतु व्यवस्था की दूसरी तिमाही में गर्भवती महिला इस तरीके का सपना देखते हैं। यह सपना शारीरिक संबंधों के सफल न हो पाने के कारण भी हो सकते हैं। गर्भवती महिलाओं को यह चिंता होने लगती है कि उनके बदलते शारीरिक दशा एवं प्रेगनेंसी पूरी होने के बाद उनके बदले हुए शरीर के कारण कहीं उनके पति से दूरियां ना बन जाए इसके कारण उन्हें पति से बेवफाई के सपने आते हैं।
प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही में आने वाले आम सपने
शारीरिक पीड़ा देखना :
गर्भावस्था के इस समय गर्भवती महिलाएं शारीरिक पीड़ा का सपना देखते हैं। इस तरीके का सपना महिलाएं इसलिए देखते हैं क्योंकि वह अपनी डिलीवरी को लेकर चिंतित होती हैं। गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी का समय निकट आ जाता है। उनके मन में यह डर बना रहता है कि उनकी डिलीवरी किस प्रकार होगी इस कारण उन्होंने शारीरिक पीड़ा के सपने आने लगते हैं।
बच्चे का नामकरण करते हुए देखना :
जैसे-जैसे बच्चे की डिलीवरी का समय नजदीक आता जाता है। गर्भवती महिला को बच्चों के नामकरण संस्कार उसकी डिलीवरी बच्चों के जन्म लेने के पश्चात होने वाले विभिन्न तरीके के फंक्शन के विषय में सोचने लगते हैं। वह बच्चों के नाम के विषय में अधिक सोचती हैं कि वह अपने बच्चों का क्या नाम रखेंगे। इस कारण गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही में बच्चों के नामकरण के सपने आने लगते हैं।
बच्चे को खो देना – प्रसव का समय सबसे मुश्किल भरा होता है :
प्रसव पीड़ा का दर्द बहुत बड़ा होता है इसमें गर्भवती महिला को बहुत अधिक पीड़ा झेलनी पड़ती है। जिस कारण महिला अपने आप को कमजोर महसूस करने लगती है। वह यह सोचने लगती है कि यदि वह प्रसव पीड़ा को नहीं झेल पाई तो उसका बच्चा सुरक्षित रहेगा या नहीं रहेगा। शायद उसका बच्चा कहीं उसे दूर तो नहीं चला जाएगा इस तरीके के दर गर्भवती महिला के दिमाग में बैठे रहते हैं। जिस कारण गर्भवती महिला को अजीब तरीके के सपने आते हैं।
प्रेगनेंसी में बुरे सपने को आने से रोकने के लिए 10 टिप्स (Tips To Prevent Nightmares During Pregnancy)
गर्भवती महिलाओं को किस (Pregnancy me sapno se Bachne ke tips) प्रकार बुरे सपने से बचाया जा सकता है उसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई है।
पर्याप्त नींद लें –
गर्भवती महिला को डॉक्टर इस बात की सलाह देता है कि गर्भवती महिला को प्रॉपर आराम करना चाहिए। उन्हें किसी भी तरीके के तनाव या टेंशन नहीं लेना चाहिए। गर्भवती महिला को पर्याप्त नींद लेनी चाहिए। यदि गर्भवती महिला अपर्याप्त नींद लेती है यह टाइम पर आराम नहीं करती है तो उसका शरीर हमेशा थका महसूस करता है। थका महसूस होने के कारण गर्भवती महिला को बुरे सपने आने की समस्या होती है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को पर्याप्त नींद देने की आवश्यकता है।
अपने सपनों को शेयर करें –
गर्भावस्था के दौरान आपको जो भी सपने बुरे आते हैं। इन सपनों को आपको अपने मन में न रखकर किसी न किसी के साथ अवश्य शेयर करना चाहिए। शेयर करने के लिए आप अपने किसी दोस्त डॉक्टर पार्टनर या फ्रेंड की मदद ले सकते हैं। अपने भरो सपनों को किसी के साथ शेयर करने से वह आपको इन सपनों का कारण बताता है। आपको समझने का प्रयास करता है और उसके विषय में आपसे समाधान के बात करता है। इसलिए अपने बुरे सपने को कभी भी अपने मन में नहीं रखना चाहिए।
सकारात्मक सोच रखें –
गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को हमेशा सकारात्मक सोच रखनी चाहिए। गर्भवती महिला को कभी भी चिंता तनाव या नकारात्मक सोच नहीं रखनी चाहिए। यदि महिला सकारात्मक सोचती है। तो वह सकारात्मक रूप से कार्य करती है और उसको सारे कार्य बहुत अच्छी तरीके से संपन्न होते हैं। इसलिए गर्भवती महिला को सकारात्मक रूप से सोचना चाहिए।
खुद को सकारात्मक रखने के लिए म्यूजिक थेरेपी या मेटरनल योगा का सहारा ले सकती हैं। इस प्रकार के बाहरी साधनों का उपयोग करके भी आप सकारात्मक रह सकते हैं।
एक्सरसाइज करें –
गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को एक्सरसाइज करना बहुत आवश्यक है। गर्भवती महिला को एक्सरसाइज करने से उसका शारीरिक एवं मानसिक तनाव दूर होता है।
इसके अलावा गर्भवती महिला को हमेशा विशेषज्ञों की निगरानी में ही एक्सरसाइज करनी चाहिए। एक्सरसाइज करने से उसके बच्चा भी स्वस्थ रहता है और महिला भी बेहतर महसूस करती है। एक्सरसाइज करने से महिलाओं को बुरे सपने आने की समस्या कम हो जाती है।
खुद पर ध्यान दें –
बुरे सपने आने पर गर्भवती महिलाओं को खुद पर ध्यान देना चाहिए उन्हें अपने खान-पीन अपने डाइट का हमेशा ध्यान देना चाहिए। जिससे उनके शरीर में किसी भी प्रकार की कोई कमी ना हो। गर्भवती महिला को बहुत सारे पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है इसलिए गर्भवती महिला के शरीर में किसी भी प्रकार की कमी नहीं करनी चाहिए। और अपने दिमाग को भी बिल्कुल स्टेबल रखना चाहिए।
कारणों को समझें –
बुरे सपने आने के क्या कारण हो सकते हैं। इसके विषय में खुद विचार विमर्श करके आप इसका कारण ढूंढ सकती हैं। यदि आप किसी बाहरी दोस्त डॉक्टर या रिश्तेदार की मदद लेना चाहते हैं। तो आप ले सकते हैं परंतु आप आसानी से बुरे सपने आने का कारण और उसका हल निकाल सकते हैं।
सोने के तुरंत पहले न खाएं –
गर्भवती महिलाओं को एक सलाह दी जाती है कि वह सोने से तुरंत पहले कभी भी ना खाएं वह सोने से 2 घंटे पहले भोजन कर सकती हैं। इसके पश्चात गर्भवती महिला को थोड़ी देर तहां लेना चाहिए। उसके पश्चात ही उन्हें सोने जाना चाहिए यदि आप तुरंत खाना खाकर सो जाते हैं। तो यह आपको गैस की समस्या उत्पन्न कर सकता है। जिसके कारण भी आपको भरे सपने आने की समस्या हो सकती है।
टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ)
Q. गर्भवती महिलाओं को सबसे भयानक सपने कब आते हैं?
जब गर्भवती महिलाएं अपनी गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में होती हैं तब उन्हें सबसे भयानक सपने आते हैं।
Q. क्या गर्भवती महिलाओं को भयानक सपने आना एक आम बात है?
अधिकतर गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के समय भयानक सपने आने की समस्या होती है।
Q. गर्भवती महिलाओं को भयानक सपने आने का मुख्य कारण क्या है?
गर्भवती महिलाओं को भयानक सपने आने का मुख्य कारण अधिक तनाव लेना है।
Q. गर्भवती महिलाएं किस प्रकार भयानक सपनों से छुटकारा पा सकती हैं?
गर्भवती महिलाएं पर्याप्त व्यायाम करके रेस्ट करके अपने ऊपर ध्यान देकर भयानक सपने आने से छुटकारा पा सकते हैं।
निष्कर्ष :
इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको प्रेगनेंसी में बुरे सपने आना: कारण व रोकने के टिप्स (10 Tips To Prevent Nightmares During Pregnancy) के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप नीचे दिए हो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं। हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की जाने वाली जानकारी बिल्कुल ठोस तथा सटीक होती है। यदि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें। हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।