आप सभी जानते हैं की बचपन से ही युवा अपने भविष्य की ओर सचेत होता है और अपने उद्देश्य को आवश्यक तौर पर निर्धारित करते हैं। बहुत से युवा ऐसे हैं, जो डॉक्टर बनना चाहते हैं और लोगों का इलाज करना चाहते हैं। परंतु एलोपैथ के क्षेत्र में बहुत से दुष्प्रभाव दिखाई दे रहे हैं। जिस कारण अधिकतर लोग एलोपैथ के स्थान पर आयुर्वेद के डॉक्टर बनना पसंद कर रहे है। इसीलिए हमारे द्वारा आप सभी को इस लेख में Ayurved kya hota hai? Ayurvedic doctor kon hota hai? Ayurvedic doctor kaise bane? आदि के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी जा रही है।
युवाओं के द्वारा दिन पर दिन आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने की मांग बढ़ती जा रही है। यदि आप भी आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने की सोच रहे हैं, तो आपको आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने से संबंधित संपूर्ण जानकारी के बारे में पता होना चाहिए। आयुर्वेद के क्षेत्र में आपको नौकरी के बेहतरीन ऑप्शन देखने को मिल सकते हैं। यही कारण है कि आज के समय में लोग आयुर्वेद के क्षेत्र में बहुत दिलचस्पी ले रहे हैं। हम आपको अपने इस लेख में What is an Ayurved? Who is an Ayurvedic doctor? How to become an Ayurvedic doctor? के बारे में बता रहे हैं। संपूर्ण जानकारी के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
आयुर्वेद क्या होता है? (What is Ayurved?)
कुछ ऐसे छात्र भी होंगे, जो आगे चलकर डॉक्टर बनना चाहते हैं। परंतु उन्हें आयुर्वेद से संबंधित कोई जानकारी नहीं है। इसीलिए हमारे द्वारा यहां आपको सबसे पहले What is Ayurved? के बारे में बताया जा रहा है। दोस्तों, आयुर्वेद एक प्रकार की प्राचीन चिकित्सा पद्धति है। जिसका इस्तेमाल पौराणिक कालों से किया जा रहा है। इस पद्धति के अंतर्गत पेड़ पौधों, जड़ी बूटियां के माध्यम से दवाइयां बनाई जाती हैं।
आयुर्वेद में उपस्थित जड़ी बूटियां के माध्यम से बड़े से बड़े रोग का इलाज किया जा सकता है। इन जड़ी बूटियां के द्वारा किसी भी मरीज को साइड इफेक्ट नहीं होता है। आयुर्वेद शब्द की बात करें, तो यह संस्कृत भाषा के आयु + वेद से मिलकर बना होता है। जिसका शाब्दिक अर्थ आयु का वेद होता है। यानी कि आयुर्वेद जीवन की आयु को बढ़ाने से संबंधित होता है। आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के माध्यम से बीमारी जड़ से खत्म हो जाती है।
भारत के अंतर्गत आयुर्वेद को बहुत ही बढ़ावा दिया जा रहा है। जिसके चलते भारत के सभी हॉस्पिटल में आयुर्वेद के डॉक्टर को अनिवार्य कर दिया गया है। आयुर्वेद एक बहुत ही पुरानी चिकित्सा पद्धति है। जिसके माध्यम से बड़ी से बड़ी और पुरानी से पुरानी बीमारियों को खत्म किया जा सकता है। इस पद्धति के माध्यम से भले ही मरीजों को देर में आराम मिलता है, परंतु मरीज की बीमारी जड़ से खत्म हो जाती है।
आयुर्वेदिक डॉक्टर कौन होता है? (Who is the Ayurvedic doctor?)
अब आप लोगों को आयुर्वेद से संबंधित जानकारी हो गई होगी। इसीलिए हम अब आपको Ayurvedic doctor kon hota hai? इसके बारे में बताएंगे। आयुर्वैदिक डॉक्टर उसे कहा जाता है। जो आयुर्वेद पद्धति के माध्यम से मरीजों का इलाज करता है अर्थात हम कह सकते हैं कि जो व्यक्ति जड़ी बूटियां के माध्यम से मरीज का इलाज करता है, आयुर्वेदिक डॉक्टर कहलाता है।
जो व्यक्ति आयुर्वेद डॉक्टर बनना चाहता है, उसे बीएमएस की डिग्री प्राप्त करनी होती है। इस डिग्री के बाद ही व्यक्ति को आयुर्वेद डॉक्टर की उपाधि प्राप्त होती है। प्राचीन काल की बात की जाए, तो प्राचीन दौर में आयुर्वेदिक डॉक्टर को वैध के नाम से जाना जाता था। प्राचीन समय में बीएएमएस नाम की कोई डिग्री नहीं हुआ करती थी। जिस व्यक्ति को यह कला आती थी, उसे वैध कहते थे।
वैध के साथ ही रहकर वहां के छात्र आयुर्वेद की शिक्षा लेते थे। ताकि वह आगे चलकर एक वैध का कार्य कर सके। परंतु आज के दौर में यदि आप आयुर्वेदिक डॉक्टर बनना चाहते हैं, तो आपको इसकी पूरी पढ़ाई करनी होती है। बीएएमएस एक ग्रेजुएट कोर्स है। इस कोर्स में लगभग आपको 5 से 6 साल का समय देना होता है। इस कोर्स के अंतर्गत आपको आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति की आधुनिक दवाइयां की जानकारी भी प्राप्त होती है।
आयुर्वेदिक डॉक्टर कैसे बने? (How to become an Ayurvedic doctor?)
दोस्तों, आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के लिए आपको अब शुरुआत से लेकर आखिरी तक पढ़ाई बहुत सोच समझकर करनी होती है। ज्यादातर बच्चे 12वीं के बाद अपने भविष्य को बनाने की सोचते हैं। परंतु बेहतर होगा, यदि आप 10वीं कक्षा के बाद से ही अपने भविष्य के बारे में सोचें। हमारे द्वारा आपको नीचे बताया गया है कि आप आयुर्वेदिक डॉक्टर कैसे बन सकते हैं? यह जानकारी निम्न प्रकार है-
1. 12वीं कक्षा को अच्छे नंबरों के साथ पीसीबी विषय के साथ पास करें
यदि आप आयुर्वेदिक डॉक्टर बनना चाहते हैं, तो आपको दसवीं कक्षा से ही साइंस स्ट्रीम से पढ़ाई करनी होगी। परंतु यदि आपने दसवीं कक्षा में कोई और स्ट्रीम भी ली है। तब भी आप आगे चलकर आयुर्वेदिक डॉक्टर बन सकते हैं। इसके लिए आपको 12वीं कक्षा में आवश्यक तौर पर साइंस स्ट्रीम में पीसीबी विषय का चयन करना होगा और 12वीं कक्षा में कम से कम 50% अंक प्राप्त करने होंगे। ताकि आप आगे चलकर आयुर्वेदिक डॉक्टर के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने में सक्षम हो सके।
2. स्नातक की डिग्री प्राप्त करें
इसके बाद आपको स्नातक की डिग्री प्राप्त करनी होगी। यदि आप आयुर्वेदिक डॉक्टर बनना चाहते हैं, तो आपको भी बीएएमएस कोर्स में दाखिला लेना होगा। तभी आप आयुर्वेदिक डॉक्टर बन सकते हैं। यह एक ग्रेजुएट कोर्स होता है, जो 5 से 6 साल का होता है।
बीएएमएस कोर्स को सेंट्रल काउंसिल ऑफ़ इंडियन मेडिसिन के द्वारा मान्यता प्राप्त की गई है। इसके अंतर्गत आपको बीमारियों और प्राचीन, आधुनिक दवाइयां से संबंधित संपूर्ण जानकारी दी जाएगी। यदि आप आयुर्वेदिक डॉक्टर बनना चाहते हैं, तो आपको ग्रेजुएशन कोर्स करना होगा।
3. अच्छे संस्थान में दाखिला प्राप्त करें
दोस्तों, बीएमएस कोर्स करने के लिए आपको एक अच्छे संस्थान में दाखिला प्राप्त करना होगा। ताकि आप एक अच्छी जगह से बीएमएस कोर्स की पढ़ाई कर सकें और अच्छा ज्ञान प्राप्त कर सकें। ताकि आपको आगे किसी भी प्रकार की कोई परेशानी ना हो।
यदि आप बीएएमएस कोर्स को किसी सरकारी संस्थान से करना चाहते हैं, तो आपको इसके लिए प्रवेश परीक्षा देनी पड़ती है, परंतु जो लोग सरकारी संस्थान से बीएमएस कोर्स नहीं करना चाहते हैं। परंतु एक आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के इच्छुक हैं। तो वह किसी भी प्राइवेट इंस्टिट्यूट से इस कोर्स को करने में सक्षम हो सकते हैं।
4. प्रवेश परीक्षा को अच्छे नंबरों से पास करें
बीएमएस कोर्स करने हेतु सरकारी संस्थान में दाखिला लेना आसान नहीं होता है क्योंकि आपको जिस प्रवेश परीक्षा से होकर गुजरना पड़ता है। वह एक मुश्किल प्रवेश परीक्षा होती है। जिसके अंतर्गत आप सभी को बहुत मेहनत से पढ़ाई करनी होती है। प्रवेश परीक्षा के अंतर्गत आपसे फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषय से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
इसकी तैयारी के लिए आपको 12वीं कक्षा से ही बहुत मेहनत करनी होती है। आप चाहे तो इसके लिए किसी कोचिंग सेंटर को ज्वाइन कर सकते हैं, नहीं तो इंटरनेट के माध्यम से आप सेल्फ स्टडी के द्वारा प्रवेश परीक्षा को पास करने में सक्षम हो सकते हैं। यदि आप प्रवेश परीक्षा को अच्छे नंबरों से पास करते हैं, तो किसी भी सरकारी संस्थान में बीएमएस कोर्स करने हेतु सक्षम हो सकते हैं।
5. आयुर्वेद की डिग्री प्राप्त करें
बीएएमएस कोर्स में दाखिला प्राप्त करने के बाद आपको बहुत मन लगाकर 5 साल तक पढ़ाई करनी होती है। इस 5 से 6 साल की पढ़ाई के अंतर्गत 1 साल के इंटर्नशिप होती है। इस कोर्स के अंतर्गत आप सभी को शरीर संरचना विज्ञान, फार्माकोलॉजी, विश्व विज्ञान, फॉरेंसिक चिकित्सा, रोग का निदान एवं बचाव से संबंधित सम्पूर्ण शिक्षा से अवगत कराया जाता है। आयुर्वेदिक चिकित्सा की संपूर्ण पढ़ाई करने के बाद आपको आयुर्वेद की डिग्री प्राप्त कर दी जाती है। जिसके बाद आप एक आयुर्वेदिक डॉक्टर कहलाने लगते हैं।
बीएएमएस कोर्स के लिए सबसे अच्छे प्रवेश परीक्षा? (Top entrance exam for BAMS course?)
बीएएमएस कोर्स करने के लिए भारत में कुछ अच्छी प्रवेश परीक्षा का आयोजन कराया जाता है क्योंकि भारत के सभी सरकारी संस्थान के द्वारा इस कोर्स को करने हेतु प्रवेश परीक्षा आयोजित कराई जाती है। हमारे द्वारा आपको नीचे कुछ Top entrance exam for BAMS course? के बारे में बताया जा रहा है-
- नीट (NEET)
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ आयुर्वेद एंट्रेंस एग्जाम (National institute of ayurved entrance exam)
- कॉमन एंट्रेंस टेस्ट कर्नाटक (Common entrance test karnataka)
- केरला स्टेट एंटरेंस एग्जाम (Kerala state entrance exam)
- उत्तराखंड पीजी मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम ऑफ आयुर्वेद (Uttarakhand pg medical entrance of Ayurved)
आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने की योग्यता? (Eligibility for becoming an Ayurvedic doctor?)
आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के लिए आपके अंतर्गत कोई ना कोई योग्यता अवश्य होनी चाहिए। तभी आप आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने में सक्षम हो सकेंगे। यदि आप जानना चाहते हैं, की आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने की योग्यता क्या होती है? तो हमारे द्वारा आप सभी को नीचे Eligibility for becoming an Ayurvedic doctor? के बारे में बताया गया है। यह जानकारी निम्न प्रकार है-
- यदि आप आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के लिए बीएएमएस कोर्स करना चाहते हैं, तो आपकी उम्र 17 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। तभी आप बीएमएस कोर्स कर सकते हैं।
- इस कोर्स को करने के लिए उम्मीदवार को किसी भी शिक्षण संस्थान से आवश्यकता और पर दसवीं कक्षा अच्छे नंबरों के साथ पास करने होती है।
- दसवीं के बाद आप सभी को 11वीं कक्षा में साइंस स्ट्रीम का चुनाव करना होता है। जिसके अंतर्गत आप सभी को पीसीबी यानी फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषय का चयन करना होता है। साथ ही आपको 12वीं कक्षा में 60% अंक प्राप्त करने होते हैं।
- 12वीं कक्षा के अंकों में आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को छूट का प्रावधान है।
- हमारे द्वारा आपको ऊपर बीएएमएस कोर्स करने के लिए योग्यता के बारे में बताया गया है। यदि आप इन सभी योग्यता को पूरा करते हैं, तो बीएएमएस कोर्स करने में योग्य होते हैं।
आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के लिए आवश्यक स्किल्स? (Important skills for becoming an Ayurvedic doctor?)
आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के लिए आपके अंदर कुछ स्किल भी होनी चाहिए। ताकि आप इस क्षेत्र में एक अच्छा प्रदर्शन कर सके। हमारे द्वारा आपको आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के लिए आवश्यक स्किल के बारे में नीचे बताया गया है-
- यदि आप एक डॉक्टर बनना चाहते हैं, तो आपके अंतर्गत सबसे पहले समाज सेवा करने की भावना होनी चाहिए। साथ ही साथ आयुर्वेदिक डॉक्टर के अंतर्गत संवेदनशीलता और धैर्य होना चाहिए।
- आपको पहले से ही मानव शरीर से संबंधित जानकारी रखनी होगी। साथ ही साथ जीवन चक्र और शरीर की शारीरिक संरचना के बारे में संपूर्ण ज्ञान इकट्ठा करना होगा।
- इसके साथ-साथ आपकी कम्युनिकेशन स्किल्स भी अच्छी होनी चाहिए। साथ ही साथ आपको अपनी पर्सनालिटी को भी बेहतरीन करना होगा। ताकि लोग आपकी पर्सनालिटी से अट्रैक्ट हो सके।
- एक डॉक्टर होने के नाते आपको अपने मिजाज को हसमुख रखना होगा। ताकि कोई भी मरीज आपसे किसी भी समस्या को बिना हिचकिचाये बताने में सक्षम है।
- इसके साथ-साथ आपको दवाइयां को ज्ञान भी होना चाहिए। ताकि आगे चलकर आपको पढ़ाई में आसानी हो सके।
- हमारे द्वारा आपके ऊपर आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने की आवश्यक स्किल के बारे में जानकारी दे दी गई है। यदि आप इन स्किल्स को अपने अंतर्गत विकसित करते हैं, तो आपके लिए डॉक्टर बनने में बहुत ही आसानी होगी।
भारत में उपस्थित शीर्ष आयुर्वेदिक संस्थान? (Top best institute for Ayurvedic in india?)
भारत में आयुर्वेदिक कोर्स के लिए बेहतरीन संस्थान उपस्थित है। यदि आप बीएएमएस कोर्स करना चाहते हैं, तो आपको भारत में उपस्थित सबसे अच्छे आयुर्वेदिक कॉलेज के बारे में जानकारी होनी चाहिए। हमारे द्वारा आप सभी को नीचे Top best institute for Ayurvedic in india? के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है। यह संपूर्ण जानकारी निम्न प्रकार है-
- गुजरात आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी, जमुनागर (Gujarat Ayurved university, jamnagar)
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ आयुर्वेद, जयपुर (National institute of Ayurved, Jaipur)
- ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ आयुर्वेद, न्यू दिल्ली (All india institute of Ayurved, New delhi)
- आयुर्वेद पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेनिंग रिसर्च एंड एजुकेशन इंस्टीट्यूट (Ayurved post graduate training research and education institute)
- आयुर्वेद फैकेल्टी (Ayurved faculty)
- पाउडर आयुर्वेद कॉलेज, मुंबई (Podder Ayurved college, Mumbai)
- एसडीम कॉलेज ऑफ़ आयुर्वेद, कर्नाटक (SDM college of Ayurved, Karnataka)
- बीएचयू, बनारसी (BHU, Banarsi)
- नॉर्थ ईस्टर्न इंस्टिट्यूट ऑफ़ आयुर्वेद और होम्योपैथी (North eastern institute of Ayurved and Homeopathy)
- इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज (institute of medical sciences)
- डीएमके आयुर्वेद कॉलेज (DMK Ayurved college)
- के एल ई यूनिवर्सिटी, कर्नाटक (KLE university, Karnataka)
- स्टेट आयुर्वेद कॉलेज, त्तिरुवंतपुरम (State Ayurved college, Trivantpuram)
बीएमएस कोर्स की फीस? (Fees of BAMS course?)
दोस्तों, अब आप सोच रहे होंगे कि बीएमएस कोर्स की फीस कितनी होती है? तो हम आपको बता दें, कि सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में बीएमएस कोर्स की फीस भिन्न-भिन्न होती है। यदि अनुमान लगाकर बताया जाए, तो बीएमएस कोर्स की फीस ₹10 हज़ार प्रति माह से लेकर ₹2 लाख प्रतिवर्ष तक आसानी से हो सकती है।
बीएमएस कोर्स 5 से 6 साल तक होता है। यदि इसके संपूर्ण खर्च की बात की जाए, तो ₹50 हज़ार से लेकर ₹10 लाख रुपए तक बीएएमएस कोर्स में खर्चा आ सकता है। साथ ही साथ यह फीस भिन्न-भिन्न कॉलेज में अलग-अलग हो सकती है, परंतु सरकारी संस्थान में बीएमएस कोर्स की फीस हमेशा कम होती है। जबकि प्राइवेट संस्थानों में यह फीस बहुत अधिक होती है।
आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के फायदे? (Benefits of becoming an Ayurvedic doctor?)
दोस्तों, आयुर्वेदिक चिकित्सा के इलाज से किसी भी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के विभिन्न फायदे आपको देखने को मिल सकते हैं। हमारे द्वारा आप सभी को नीचे आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के फायदे के बारे में बताया जा रहा है। यह जानकारी निम्न प्रकार है-
- जब आप बीएएमएस कोर्स की डिग्री को प्राप्त करते हैं, तो आपके पास भी बीएएमएस डॉक्टर की उपाधि के साथ-साथ डॉक्टर का लाइसेंस भी निर्गत होता है।
- यदि देखा जाए, तो इसकी डिमांड बहुत अधिक है। परंतु लोगों की दिलचस्पी इस क्षेत्र में बहुत कम है। जिस कारण इसका कंपटीशन कम है और जो लोग इस कोर्स को करते हैं। उन्हें सरकारी नौकरी बहुत आसानी से प्राप्त होती है।
- बीएमएस डॉक्टर के द्वारा रोगियों के लिए अलग-अलग तरह के पेड़ पौधों और जड़ी बूटियां से स्वयं भी दवाई बनाई जा सकती है।
- जैसे-जैसे बीएमएस डॉक्टर को एक्सपीरियंस प्राप्त होता है। वैसे-वैसे वह फार्मास्यूटिकल कंपनी के लिए नहीं दवाइयां की खोज करने में भी सक्षम हो सकते हैं।
- यदि आयुर्वेदिक डॉक्टर का स्कोप देखा जाए, तो भारत के साथ-साथ नेपाल, श्रीलंका और बांग्लादेश में देखा जाता है। बीएमएस कोर्स पूरा करने के बाद आप इन सभी देशों में आयुर्वेदिक डॉक्टर की नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
- आयुर्वैदिक डॉक्टर के द्वारा सरकारी नौकरी के अलावा खुद का क्लीनिक या हॉस्पिटल भी खोला जा सकता है।
- इस कोर्स को करने के बाद आयुर्वेदिक डॉक्टर एक बहुत ही अच्छी सैलरी प्राप्त करने में सक्षम होता है।
- ऊपर दिए गए संपूर्ण फायदे एक आयुर्वेदिक डॉक्टर को ही प्राप्त होते हैं।
आयुर्वेदिक डॉक्टर के कैरियर स्कोप? (Career scope of Ayurvedic doctor?)
यदि आप लोग बीएएमएस डिग्री पूरी करने के बाद आयुर्वेदिक डॉक्टर बनते हैं, तो आपको इस क्षेत्र में करियर के बहुत सारे ऑप्शन देखने को मिलते हैं। आप किसी भी सरकारी अस्पताल तथा प्राइवेट अस्पताल में आयुर्वेदिक डॉक्टर के पद पर कार्य करने में सक्षम होते हैं।
इसके अलावा यदि आप कोई भी नौकरी नहीं करना चाहते हो तो अपना खुद का क्लीनिक और अस्पताल खोलने में सक्षम हो सकते हैं। बीएएमएस कोर्स करने के बाद अपने देश के अलावा आप विदेश में भी आयुर्वेदिक डॉक्टर बन सकते हैं तथा बहुत अच्छे पैसे कमा सकते हैं।
आयुर्वेदिक डॉक्टर की सैलरी? (Salary of an Ayurvedic Doctor?)
यदि आप बीएएमएस डिग्री प्राप्त करते हैं और एक आयुर्वेदिक डॉक्टर बनते हैं, तो आप सरकारी अस्पताल में आयुर्वेदिक डॉक्टर के पद पर कार्यरत हो जाते हैं और आपको ₹70 हज़ार से लेकर ₹2 लाख रुपए प्रति महीना सैलरी प्राप्त होती है। सरकारी क्षेत्र में आपको काफी अच्छी सैलरी मिलती है।
जबकि प्राइवेट संस्थानों में एक आयुर्वेदिक डॉक्टर की सैलरी ₹25000 से लेकर ₹50000 प्रति महीना होती है। जैसे-जैसे आपकी एक्सपीरियंस बढ़ता जाता है। आपकी सैलरी भी बढ़ती जाएगी क्योंकि आयुर्वेदिक डॉक्टर की सैलरी एक्सपीरियंस पर निर्भर करती है। यदि आप एक अच्छा अनुभव प्राप्त कर लेते हैं, तो आपकी सैलरी बहुत अधिक हो सकती है।
आयुर्वेदिक डॉक्टर कौन होता है? इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर (FAQs)
Q:- 1. आयुर्वेद क्या होता है?
Ans:- 1. आयुर्वेद एक प्राचीन कालीन चिकित्सा पद्धति है। जिसके माध्यम से बड़े से बड़े इलाज को समाप्त किया जा सकता है। आयुर्वेद के अंतर्गत जड़ी बूटी, पेड़ पौधों की दवाइयां का इस्तेमाल किया जाता है। यह मरीजों की बीमारियों को जड़ से समाप्त करने में सक्षम होता है।
Q:- 2. आयुर्वेदिक डॉक्टर किसे कहते हैं?
Ans:- 2. जो व्यक्ति आयुर्वेद का इस्तेमाल करके मरीजों का इलाज करता है, उसे आयुर्वेदिक डॉक्टर कहते हैं। आयुर्वेदिक डॉक्टर मरीज को जड़ी बूटी, पेड़ पौधों से बनी दवाइयों का सेवन करने के लिए कहते हैं। पहले आयुर्वेदिक डॉक्टर को वेद के नाम से जाना जाता था।
Q:- 3. आयुर्वेदिक डॉक्टर कैसे बने?
Ans:- 3. आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने के लिए युवाओं को 12वीं कक्षा में पीसीबी विषय का चयन करना होता है तथा 60% अंक प्राप्त करने होते हैं। इसके बाद उसे ग्रेजुएशन में बीएएमएस डिग्री करनी होती है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद ही कोई भी युवा आयुर्वेदिक डॉक्टर बनने में सक्षम होता है।
Q:- 4. बीएएमएस कोर्स की अवधि कितनी होती है?
Ans:- 4. बीएएमएस कोर्स 5 से 6 साल का कोर्स होता है। इसके अंतर्गत आपको आयुर्वेद से संबंधित संपूर्ण जानकारी तथा पुरानी और आधुनिक दवाइयां के बारे में बताया जाता है। इस संपूर्ण अवधि के अंतर्गत एक साल की इंटर्नशिप भी कराई जाती है। इस प्रकार बीएमएस कोर्स समाप्त होता है।
Q:- 5. बीएएमएस कोर्स की फीस कितनी होती है?
Ans:- 5. यदि आप लोग बीएएमएस कोर्स को सरकारी संस्थान से करते हैं, तो वहां आपकी फीस बहुत ही कम होती है। परंतु प्राइवेट संस्थान में यह फीस लाखों में होती है। इसीलिए यदि आप कम फीस में बीएमएस कोर्स करना चाहते हैं, तो आपको एंट्रेंस एग्जाम पास करके बीएएमएस कोर्स करना चाहिए।
Q:- 6. बीएएमएस कोर्स के फायदे क्या होते है?
Ans:- 6. बीएएमएस कोर्स के विभिन्न फायदे आपको देखने को मिलते हैं। हमारे द्वारा आप सभी को ऊपर लेख में बीएएमएस कोर्स के फायदे के बारे में बताया गया है। यदि आप यह जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो हमारे लेख की सहायता से कर सकते हैं।
Q:- 7. बीएएमएस कोर्स को करने के बाद सैलरी कितनी होती है?
Ans:- 7. बीएएमएस कोर्स करने के बाद एक आयुर्वेदिक डॉक्टर की सैलरी बहुत अच्छी होती है। सरकारी अस्पताल में यह सैलरी ₹70000 रुपए से लेकर ₹200000 प्रति महीना होती है। जबकि प्राइवेट संस्थानों में यह सैलरी ₹25000 से लेकर ₹50000 तक होती है, जोकि एक्सपीरियंस के आधार पर बढ़ती जाती है।
निष्कर्ष (Conclusion):- हमारे द्वारा आज आपको इस ब्लॉग पोस्ट की सहायता से आयुर्वेद से संबंधित संपूर्ण जानकारी दी है। हमने आप सभी को इस लेख के माध्यम से Ayurvedic doctor kon hota hai? Ayurvedic doctor kaise bane? इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी प्रदान की है। जो युवा आयुर्वेदिक डॉक्टर बनना चाहते हैं, उनके लिए हमारा यह लेख बेहद फायदेमंद साबित हुआ होगा। हम उम्मीद करते हैं की आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी बेहद पसंद आई होगी। यदि आपको इससे संबंधित कोई भी समस्या उत्पन्न होती है, तो आप हमें कमेंट सेक्शन में लिखकर जरूर बताइए। साथ ही इस जानकारी को अपने सभी जरूरतमंद दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले।