अपने नवजात बच्चे के लिए चिकित्सा कैसे ढूंढे? | Babies ke liye doctor ka chunav

नए माता-पिता को हमेशा अपने फोन की सूची में सबसे ऊपर नंबर डॉक्टर का रखना चाहिए। जिससे अगर बच्चा ज्यादा रोता है तो तुरंत हम डॉक्टर से संपर्क कर सके। और बच्चे की परेशानी के विषय में डॉक्टर से तुरंत सलाह ले सके नवजात के लिए कैसे हम चिकित्सक (Doctors ka chunav kaise kare) को ढूंढ सकते हैं। उसके विषय में अक्सर हमें जानकारी नहीं होती है।

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको अपने नवजात बच्चे के लिए चिकित्सक को कैसे ढूंढे (Doctors ka chunav karne ke upay) उसके विषय में जानकारी देंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पड़े।

शिशु के लिए अच्छे डॉक्टर चुनने के लिए अपने दिमाग में रखने योग्य बातें

शिशु के लिए अच्छे डॉक्टर चुनते (Doctors ka chunav karne ke upay) ) वक्त हमें किन बातों का सख्त ध्यान रखना चाहिए उसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई है ।

अपने नवजात बच्चे के लिए चिकित्सा कैसे ढूंढे Babies ke liye doctor ka chunav

1. चिकित्सा के घर से दूरी के मायने :

 यह बात हमेशा ध्यान रखनी चाहिए शिशु के लिए कि उसकी चिकित्सा की दूरी कितनी दूरी पर है। जैसे हमें कोई परेशानी हो तो हमसे जो को तुरंत उसके चिकित्सक के पास ले जा सके हमें उसका स्कूल देखना चाहिए। कितनी दूरी पर है उसके सीखने की सभी जगाएं।

 यह सब हमें ध्यान में रखना चाहिए जो चीज शिशु के लिए जरूरी है बहुत सारे टाइम ऐसा होता है। जब आपके शिशु की तबीयत बहुत ज्यादा खराब होती है। और आपको तुरंत डॉक्टर की आवश्यकता होती है। परंतु आपके घर से डॉक्टर के चिकित्सालय की दूरी ज्यादा होने के कारण आप तुरंत डॉक्टर के पास नहीं पहुंच पाए।

 और आपके बच्चे को बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ता है। उन चीजों का हमें विशेष कर ध्यान रखना चाहिए। इन सब चीजों के लिए हमें जहां पर हमारा घर हैं। उसे चीज से हमें कितनी दूरी पर है यह चीज विशेष कर ध्यान में देना चाहिए।

2. डॉक्टर की डिग्रियों की वजह उसकी भावना को देखें :

एक डॉक्टर के लिए यह सबसे ज्यादा आवश्यक हैं। कि वह आपके बच्चे के साथ आपकी भावनाओं को समझे अपने आपकी भावनाओं को पूरी तरीके से सुनने का प्रयास करें। आपके बच्चे की स्थिति को पूरी तरीके से देखें चाहे।

 डॉक्टर कितना भी एक्सपीरियंस हो या उसे बच्चों के विषय में कितनी भी जानकारी हो या बीमारियों को ठीक करने में वह कितना ही परगना क्यों ना हो। परंतु यदि डॉक्टर आपकी बात को ठीक से नहीं सुन रहा है। और वह आपसे कनेक्ट नहीं हो पा रहा है।

 तो आपको अपने डायरेक्ट डॉक्टर को बदलने की आवश्यकता है यह जरूरी होता है। कि आप अपने बच्चे के लिए डॉक्टर का चुनाव करते समय उसकी इंसानियत को भी देखें कि वह किस प्रकार का इंसान है। इससे आपका बच्चा जल्दी ठीक होगा।

3. डॉक्टर की मौजूदगी बहुत जरूरी है :

बहुत बार एक बार डॉक्टर के साथ संपर्क करने के बाद भी हमें अपने बच्चों की परेशानी होने पर दोबारा डॉक्टर की सलाह लेने की आवश्यकता होती है। इसके लिए हमें यह बात सुनिश्चित कर लेनी चाहिए। की जरूरत पड़ने पर डॉक्टर हमारे फोन उठा रहा है या नहीं।

 वह अपॉइंटमेंट के बाद हमारी परेशानी को सुन पा रहा है या नहीं या वह हमारी परेशानी को ठीक करने के लिए कितना ज्यादा तत्पर हैं। यदि डॉक्टर हमारे बच्चे के लिए कंसर्न रखता है और हमारी

हमें कभी भी ऐसे डॉक्टर का चुनाव नहीं करना चाहिए। जो हमें अवॉइड करता हो या हमारी परेशानी को सुनने के लिए तैयार ना हो क्योंकि यदि आप ऐसे डॉक्टर का चुनाव करेंगे तो आपका बच्चा बीमार होने पर भी आपको किसी भी तरीके की सलाह प्राप्त नहीं होगी। 

डॉक्टर के खुद मौजूद न होने पर उसके स्थान पर कोई दूसरा ऐसा व्यक्ति हो जो बच्चे की चिकित्सा में मदद कर सके इस बात का भी हमें विशेष ध्यान रखना चाहिए।

4. डॉक्टर के काम करने वाले दूसरी जगह की जानकारी:

डॉक्टर के काम करने वाले दूसरे स्थान के भी जानकारी अवश्य होनी चाहिए। आजकल डॉक्टर अपने क्लीनिक के अलावा दूसरे क्लीनिक पर भी जाकर बैठते हैं या दूसरे अस्पताल में भी विकसित करते हैं।

 आपको अपने बच्चों के लिए किसी भी समय डॉक्टर की आवश्यकता हो सकती हैं। इसलिए आपको डॉक्टर के दूसरे ठिकानों के विषय में भी पूरी जानकारी होनी चाहिए। बच्चे अपनी परेशानी को मुंह से बात नहीं सकते मैं बस रो सकते हैं। तभी आपको यह आवास हो जाना चाहिए कि आपके बच्चे को किसी प्रकार की समस्या हैं। यदि डॉक्टर के सभी ठिकानों के विषय में आपको जानकारी होगी तो आप कहीं पर भी जाकर अपने बच्चों का इलाज करवा सकते हैं।

5. सहायक कर्मचारी :

सहायक कर्मचारी वह व्यक्ति होते हैं जो डॉक्टर की ख्याति को बढ़ाने में उसकी मदद करते हैं। डॉक्टर अपने ऑफिस के अंदर बैठकर मरीजों को देखा हैं। और बाहर मरीज जो इंतजार करते हैं। उनका ध्यान रखना और उन्हें सभी विषय की जानकारी प्रदान करना सहायक कर्मचारी का काम होता हैं।

 यदि ज्यादा देर तक मरीज को इंतजार करना पड़ रहा है तो उन्हें पानी के विषय में पूछना या उन्हें टॉयलेट जाने की आवश्यकता हैं। तो उन्हें उसके विषय में जानकारी देना यह सारे काम सहायक कर्मचारी करते हैंहै। जिस भी बात के विषय में मरीज को जानकारी नहीं होती। उन सारी विषयों में विनम्रता पूर्वक जानकारी देना सहायक कर्मचारी का काम होता है।

 यदि सहायक कर्मचारी प्यार से सारी बातों को मरीजों को समझते हैं तो इससे लोग प्रभावित होते हैं। और दोबारा डॉक्टर के पास दिखाने का प्रयास करते हैं। परंतु यदि सहायक कर्मचारी सही प्रकार से मरीजों को जवाब नहीं देते तो इन्हें ठेस पहुंचती है और वह दोबारा डॉक्टर की क्लीनिंग में जाना पसंद नहीं करते।

6. शिशु और डॉक्टर :

बच्चे बहुत ही कोमल मां के होते हैं और उन्हें सारी बातों के विषय में देखकर ही भान होने लगता है देखकर वह जिन लोगों को पसंद करते हैं उनके पास वह जाने का और खेलने का प्रयास करते हैं। परंतु जो लोगों ने देखकर पसंद नहीं आते उन्हें वह देखते ही रोने लगते हैं।

 आप अपने बच्चों के लिए जिस भी डॉक्टर का चुनाव कर रहे हैं उसे अपने शिशु का बंद भी देखने का प्रयास करें। जब अपने बच्चों को डॉक्टर के पास ट्रीटमेंट के लिए लेकर जा रहे हैं। तो यह महसूस करने का प्रयास करें कि बच्चा डॉक्टर से कनेक्ट कर पा रहा है या नहीं।

 यदि बच्चा डॉक्टर को देखकर तुरंत रोने लगता है तो आपको इस बात का ज्ञान होना चाहिए कि बच्चा डॉक्टर को देखकर डर रहा है और उसे ट्रीटमेंट नहीं लेना चाहता। यदि डॉक्टर को देखकर बच्चा हंस रहा हैं। और डॉक्टर के साथ खेल रहा है तो डॉक्टर बच्चे की सारी बीमारियों को समझ पाएगा और उसे ठीक प्रकार से ट्रीटमेंट देने में भी सफल हो पाएगा।

7. डॉक्टर की काबिलियत को ध्यान में रखें :

हमें डॉक्टर की काबिलियत को भी विशेष ध्यान में रखना चाहिए। हमें डॉक्टर काबिल है या नहीं। इस बात की जानकारी तब प्राप्त होगी जब डॉक्टर और सारी सीरियल केसेस को ठीक करने में सफल रहा होगा।

 यदि खराब डॉक्टर से आप अपने बच्चों का इलाज कर रहे हैं तो आपके बच्चे के लिए भी यह नुकसान दे हो सकता हैं। क्योंकि वह आपकी बच्चे की परेशानी को समझ नहीं पाएगा और उसके इलाज को ठीक नहीं कर पाएगा यदि डॉक्टर काबिल है और उसे बच्चों की सभी जानकारी बीमारी के विषय में बहन है।

 तो वह जल्दी ही आपके बच्चे की ट्रीटमेंट करके उसे ठीक करने में मदद कर देगा इसलिए डॉक्टर की काबिलियत को भी विशेष ध्यान देना चाहिए। किसी झोलाछाप डॉक्टर से हमें अपने बच्चों का इलाज नहीं करवाना चाहिए। बल्कि ऑथराइज्ड डिग्री धारक डॉक्टर से ही हमें अपने बच्चों का इलाज करवाना चाहिए।

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ) 

Q. बच्चों के लिए हमें किस प्रकार के डॉक्टर का चुनाव करना चाहिए? 

जिस डॉक्टर में काबिलियत हो और वह बच्चों के साथ कनेक्ट हो पाए हमें उसे डॉक्टर का चुनाव करना चाहिए।

Q. डॉक्टर का चुनाव करते समय हमें किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए? 

डॉक्टर का चुनाव करते समय हमें क्लीनिक की दूरी डॉक्टर का व्यवहार और उसकी उपलब्धता के विषय में ध्यान रखना चाहिए।

Q. हमारे घर से डॉक्टर की क्लीनिक की दूरी कितनी होनी चाहिए? 

डॉक्टर के क्लीनिक की दूरी हमारे घर से ज्यादा दूर नहीं होनी चाहिए जिससे हम तुरंत ही अपने बच्चों को वहां दिखा सके।

Q. वह कौन लोग हैं जो डॉक्टर की ख्याति को बढ़ाते हैं? 

सहायक कर्मचारी वह लोग होते हैं जो डॉक्टर की ख्याति को बढ़ाने में मदद करते हैं।

निष्कर्ष :

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको अपने नवजात के लिए कैसे ढूंढे चिकित्सा (Doctors ka chunav kaise kare) के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है।यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप नीचे दिए हो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।

हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की जाने वाली जानकारी बिल्कुल ठोस तथा सटीक होती है। यदि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें। हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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