शिशु के साथ सफर करने में किन चीजों को नजर अंदाज करें?

जब बच्चे बड़े हो जाते हैं तब हमें उनके साथ सफर करने में कोई भी समस्या नहीं होती परंतु जब बच्चे छोटे होते हैं। हमें अपने बच्चों को अपने साथ ले जाने में काफी ज्यादा समस्या भी होती है परंतु कई बार किसी विवस्ता के कारण हमें अपने बच्चों को साथ ले जाना जरूरी होता हैं। शिशु के साथ सफर करने में हम किन चीजों को नजर अंदाज (Babies ke sath najarandaj karne wali baten) कर सकते हैं उसके विषय में हमें अक्सर जानकारी नहीं होती।

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको शिशु के साथ सफर करने में किन चीजों को हम (Babies ke sath najarandaj karne wali baten)अवॉयड कर सकते हैं उसके विषय में जानकारी देंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े। 

बच्चे की सफर करने के लिए कितनी उम्र होनी चाहिए

हम अपने बच्चों को कितनी (Babies ke sath travel kitne time me karen)उम्र के बाद सफर पर ले जा सकते हैं। उसके विषय में हमें यह बताया जाता है कि जब तक बच्चा बड़ा ना हो जाए और उसे स्वास्थ्य संबंधित किसी भी प्रकार की कोई समस्या ना हो तभी हमें अपने बच्चों को सफल पर ले जाना चाहिए।

शिशु के साथ सफर करने में किन चीजों को नजर अंदाज करें

 बच्चों के जन्म के तुरंत बाद 40 दिन तक माता को बाहर जाना और उसके बच्चे को बाहर ले जाना पूरी तरीके से वर्जित होता है परंतु यदि उसके बाद आप अपने बच्चों को ले जाना चाहते हैं तो आप बस कर ट्रेन आदि चीजों से बच्चे को सफल पर ले जा सकते हैं।

 बहुत सारे समय हमारे आगे व्यवस्था आ जाती है जिसके कारण हमें अपने बच्चों को मजबूरी में अपने साथ ले जाना पड़ता हैं। इसके लिए आप किसी भी खुली सवारी का चयन न करके बंद सवारी का चयन करें। जिससे आपके बच्चे को बाहर किसी भी प्रकार की हवा ना लगे। 

ज्यादा छोटे बच्चों को हमें कभी भी एरोप्लेन से सफल नहीं करवाना चाहिए। एरोप्लेन में सफर करने की निश्चित सीमा होती हैं। जब बच्चा 3 महीने का हो जाए उसके बाद आप अपने बच्चों को सफल पर ले जा सकते हैं। 3 महीने का होने तक बच्चे का इम्यून सिस्टम थोड़ा सा मजबूत हो जाता है और उसमें रोगों से लड़ने की क्षमता कुछ हद तक विकसित हो जाती हैं।

 जब आपका बच्चा 6 महीने का हो जाए तो आप उसके साथ खाने या पीने की प्लानिंग करने के बाद उसे अच्छी तरीके से एक अच्छी ट्रिप के लिए प्लान कर सकते हैं। 6 महीने के बच्चे में इम्यून सिस्टम काफी हद तक मजबूत हो जाता है। 

सफर के दौरान बच्चे को सुरक्षित कैसे रखें? 

सफर करने के दौरान हम (Babies ko safar me suraksha) अपने बच्चों को सुरक्षित रखने को प्राथमिकता देनी चाहिए। हमें अपना डेली रूटीन ऐसा बनाना चाहिए जिससे बच्चों को ज्यादा थकावट ना हो बच्चों के सोने खाने पीने आदि के हिसाब से हमें अपने रूटीन को फ्लैक्सिबल बनाना चाहिए।

जिससे बच्चों को पूरी तरीके से सहूलियत हो हमें दिन में ज्यादा एक्टिविटीज नहीं करनी चाहिए जिससे ज्यादा थकान महसूस हो। यदि आप अपने बच्चों को सफर में सुरक्षित रखना चाहते हैं तो आप निम्न बताइए गाइडलाइंस को फॉलो कर सकते हैं। 

  • सड़क पर यात्रा करते समय आपको इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि कभी भी बच्चे को फ्रंट सीट पर ना बैठा हैं।
  • उसको कंफर्टेबल तरीके से पीछे की सीट पर बैठा है और हमेशा आप अपनी सीट बेल्ट अवश्य लगाएं। 
  • यदि आप कर में सफर कर रहे हैं तो कर में विंडो सीट को कि किसी प्रकार की तोलिया या कपड़े से ढक देना चाहिए। जिससे कर के अंदर सन की रेस ना सके। यदि कर के अंदर लगातार सूर्य की किरणें आती है तो वह कर के अंदर के एनवायरमेंट को गर्म कर सकती हैं।
  • आपको अपने बच्चों के चेहरे पर सनस्क्रीन लगानी चाहिए और उसके लिए एक टोपी का इंतजाम भी करना चाहिए। जिससे सूर्य की किरणों से बच्चे को नुकसान न पहुंच सके। 
  • आप अपने बच्चों को साथ लेकर सफर कर रहे हैं तो आपको अपने साथ फर्स्ट एड किट रखना बहुत ज्यादा आवश्यक हैं। फर्स्ट एड किट में आपके बच्चे की खांसी जुकाम बुखार और मछली जैसी समस्याओं की दवाइयां होनी चाहिए।
  • जिससे आप इस प्रकार की दवाइयां से बच्चे को तुरंत सुरक्षित रख सकें। यदि आपके बच्चे को सफर में मोशन सिकनेस होता है तो आपको उसके विषय में डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए। 
  • यह बेहतर होता है कि आप अपने बच्चों को ऐसे कपड़े पहना है जिससे आप अपने बच्चों की पहचान कर सकें बच्चों को ब्राइट रंग के कपड़े पहनना चाहिए।  जिससे दूर से ही आप अपने बच्चों को पहचान सके या आप उसके कपड़े पर किसी भी तरह का आईडेंटिटी प्रूफ भी लगा सकते हैं। जिससे यदि वह भीड़ में कहीं भी खो जाए तो उसे आसानी से ढूंढा जा सके। 

सफर के दौरान बच्चे को फीड कैसे  कराये? 

जब हम अपने बच्चों के (Babies ko safar me kaise feed karayen)साथ सफर में होते हैं तो हमें अपने बच्चों के खाने पीने का पर्याप्त सामान अपने साथ रखना चाहिए। यदि आपका बच्चा दूध पीता है तो आपके बच्चे का पर्याप्त दूध अपने साथ रखना चाहिए।

 यदि आप रोड पर ट्रेवल कर रहे हैं तो आपको समय-समय पर बच्चों को फीड करने के बाद ब्रेक लेना चाहिए। जिससे बच्चे का खाना आसानी से बच जाए और उसके पेट में किसी भी प्रकार की समस्या ना हो।

यदि आपका बच्चा मां का दूध पीता है तो आपको बहुत ज्यादा आसानी होती है वह आराम से मां के दूध को सफर में पी सकता है ।सफर के दौरान हम अपने बच्चों को किस प्रकार से आसानी से फीड कर सकते हैं उसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई है। 

  • सफर के दौरान हमें अपने साथ पैक्ड फूड को इस्तेमाल करना चाहिए। पैक्ड फूड जल्दी खराब नहीं होता और बिल्कुल सुरक्षित होता है। 
  • एक इंसुलेटेड फ्लैस्क में हमें पानी को भर लेना चाहिए और हमें अपने बच्चों की बोतल को पहले से ही स्टेरलाइज कर लेना चाहिए। 
  • यदि आपका बच्चा सॉलि़ड फूड खाने लगा है तो आप अपने बच्चों को पैक्ड सॉलि़ड फूड या दूध में मिलने वाले सेरेलक आदि चीजों को साथ में रख सकते हैं। जिससे तुरंत उसे दूध में मिलाकर खिलाया जा सके। 
  • बच्चों के साथ सफर करते समय हमें बेबी वाइप्स का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए और उसे हमेशा अपने साथ रखना चाहिए। 
  • अक्सर सफर में जाते समय हम पीने के लिए पैक्ड बोतल का इस्तेमाल करते हैं परंतु हमें हमेशा गुनगुने पानी का इस्तेमाल करना चाहिए।
  • जिससे हमारे पेट खराब होने आदि की किसी भी प्रकार की कोई समस्या ना हो। 
  • यदि आप हवाई जहाज से सफर कर रहे हैं तो आपको ध्यान रखना चाहिए की लैंडिंग या टेक ऑफ के समय किसी भी प्रकार की समस्या ना हो इसलिए उसे कुछ ना कुछ खिलाने पिलाते रहना चाहिए। 

बच्चे के लिए क्या चीज पैक करें

बच्चों के लिए आप क्या (Babies ke liye kya cheez pack karen) चीज पैक करेंगे। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितने दिनों के लिए बच्चों के साथ बाहर जा रहे हैं। बच्चों के लिए क्या-क्या चीज पैक कर सकते हैं उसके विषय में नीचे जानकारी दी गई है। 

  1. यदि आप अपने बच्चों के साथ सफर पर जा रहे हैं तो आपको पहले ही सामान की पूरी लिस्ट तैयार कर लेनी चाहिए। इसका फायदा यह होगा कि आपको किसी भी तरीके की चीज को भूलने की समस्या नहीं होगी। 
  2. यदि आप अपने बच्चों के साथ सफर पर हैं तो आपको बेबी करियर अपने साथ लेना चाहिए या आप आप अपने साथ बच्चे फोल्डर या बेबी सलीम भी ले सकते हैं।
  3. यह जितना हल्का होता है उतना ही कम जगह में आ जाता है
  4. यदि आपके बच्चे को कोर्ट में सोने की आदत है तो आपको दिक्कत हो सकती है क्योंकि आप कोर्ट को अपने साथ नहीं ले जा सकते कोर्ट ले जाने में आपको होटल में समस्या होती है क्योंकि यह भारी होता है और कैरी करने में आसान नहीं होता।
  5. इसके स्थान पर आप कोई अच्छा कंफर्टेबल ब्लैंकेट अपने साथ ले जा सकते हैं जो आपके बच्चे को कंफर्टेबल लगता हो और वह आसानी से उसे कंबल में सो जाता हूं।
  6. बच्चों की जरूरत की चीजों को हमें अपने साथ ले जाना नहीं बोलना चाहिए। जैसे कि बच्चों के डायपर बीएस क्रीम रैशेज क्रीम देवी का बोल बा चम्मच साबुन लोशन आदि चीज। 
  7. आप अपने साथ में बच्चों के फेवरेट खिलौने भी रख सकते हैं जो टॉयज बच्चों को पसंद है या पजल बच्चों को पसंद हैं। जिसको खेलने में बच्चे का समय व्यतीत होता है और वह उसे इंटरेस्ट के साथ खेलता हैं।
  8.  ऐसी चीजों को आप अपने साथ रख लें इससे बच्चा आपको ज्यादा परेशान नहीं करता और अपने टॉयज के साथ खेलता रहता है। 

अन्य उपयोगी टिप्स

इसके अलावा बच्चों के साथ सफर करते समय क्या-क्या उपयोगी टिप्स आप फॉलो कर सकते हैं उसके विषय में नीचे जानकारी दी गई है। 

  • सफर की शुरुआत से पहले हमें पूरी तरीके से आराम करना चाहिए। जिससे हमें पूरी तरीके से फ्रेश महसूस हो और हमें शांत रहने में मदद मिल सके। 
  • बच्चों को सफल के दौरान पर्याप्त तरीके से हाइड्रेट करने के लिए उसे फ्लड पिलाए जिससे उसे हाइड्रेशन में मदद मिल सके। 
  • यदि आप ट्रेन से सफर कर रहे हैं तो आपको हमेशा नीचे वाला भारती बुक करना चाहिए। नीचे वाला बर्थ बच्चों को साथ लेने में बहुत ज्यादा आसानी होती है। 
  • यदि आप ट्रेन से जा रहे हैं तो आप अपने बच्चों के साथ खिड़की के पास बैठे खिड़की के पास बैठने से बच्चा बाहर देखता रहेगा। तो उसका मन लगा रहेगा और उसे आसानी होगी। 
  • यदि आप बच्चों के साथ सफर कर रहे हैं तो उसके साथ नाइट लाइट या एडेप्टर रखना जरूरी हैं। जिससे आप रात को भी थोड़ी सी लाइट अपने कमरे में रख सके। 
  • आपको अपने साथ कुछ नए और इंटरेस्टिंग खिलौने रखना चाहिए। जिससे यदि रास्ते में आपका बच्चा होने लगे तो उसे खिलाने के लिए कोई समान हो जिससे वह आपको परेशान ना करें। 
  • आपको अपने साथ मत या ब्लैंकेट अवश्य रखना चाहिए जिससे आप ट्रेन में फैला सकते हैं और यदि आपका बच्चा शांति महसूस करता हैं। तो वह आराम से उसमें सो भी सकता है आप भी ठंड लगने पर उसे इस्तेमाल कर सकते हैं। 
  • सफर के दौरान आपको बहुत सारे संक्रमण का खतरा हो सकता है इसलिए आपको अपने साथ डिसइनफेक्टेंट या लिक्विड सैनिटाइजर हमेशा साथ में रखना चाहिए। जिससे आपको संक्रमण से बचने में मदद मिल सके। 
  • यदि आप विदेश में सफर कर रहे हैं तो वहां का टाइम जोन अलग हो सकता हैं। आपको इंडिया के टाइम जोन के हिसाब से बच्चों के रूटीन में कोई भी प्रकार की बदलाव नहीं करना चाहिए।
  • यदि बच्चे के रूटीन में बदलाव आता है तो बच्चे को समस्या का सामना करना पड़ सकता है। 
  • बच्चों के साथ सफर करते समय जो बच्चों का नियमित रूटिंग है उसे रूटिंग को फॉलो करवाना बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाता हैं। इसलिए यह अच्छा रहता है कि आप बच्चों के साथ सफर पर जाते समय एक नया रूटिंग फॉलो करें।
  • इससे बच्चों को नई जगह एडजस्ट होने में भी समस्या नहीं होगी और एक सिंपल रूटिंग बच्चों को मिल जाएगा। 
  • बच्चों के साथ ट्रिप पर जाने में यह कोशिश करनी चाहिए कि आप अपने दिन को जल्दी शुरू करें। यदि आप सुबह-सुबह बच्चों को लेकर कहीं ट्रिप पर निकल जाते हैं तो यह आपके लिए बहुत अच्छा होगा।
  • दिन में बच्चों को ट्रैवल करने में आसानी होती हैं। दोपहर के समय उसकी एक्टिविटीज धीमी पड़ जाती हैं और शाम के समय आप उसको लेकर होटल में रह सकते हैं। 
  • बच्चों के साथ ट्रिप पर जाने से पहले आपको एक ट्रायल ट्रिप भी अवश्य लेनी चाहिए। ट्रायल ट्रिप पर आपको यह पता चल जाता है कि सफर पर जाने पर आपका बच्चा आपको किस प्रकार से हैंडल करना है या वह सफल पर किस प्रकार से बीएफ करता हैं।
  •  आप छोटी पिकनिक या कहीं आउटडोर पर लेकर बच्चों को जा सकते हैं इससे आपको अपने बच्चों की सभी आदतों के विषय में पता चल जाएगा और उसके हिसाब से आप अपने बच्चों के साथ अगले ट्रिप प्लान कर सकते हैं। 

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ) 

Q. बच्चों के साथ ट्रिप पर कब जाना चाहिए? 

जब बच्चा बड़ा हो जाए तब बच्चे के साथ ट्रिप पर जाना चाहिए जिससे वह हमें परेशान ना करें।

Q. बच्चों का कितना बड़ा हो जाने के बाद हमें उसे अपने साथ सफर पर ले जाना चाहिए?

जब बच्चा 6 महीने का हो जाए तब हमें उसे सफल पर ले जाना चाहिए।

Q. बच्चों को साथ ले जाने पर हमें क्या सावधानी बरतनी चाहिए? 

बच्चों के साथ ले जाते समय हमें बच्चों की जरूरत की सभी चीज अपने साथ रखनी चाहिए। जैसे कि डायपर उसके पानी की बोतल और दूध की बोतल

Q. बच्चों के साथ हमें किन वाहनों में ट्रेवल करना उचित रहता है? 

बच्चों के साथ हमें बस ट्रेन कर आदि चीजों में ट्रेवल करना चाहिए

निष्कर्ष :

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको शिशु के साथ सफर करने में किन चीजों को नजर अंदाज करें।(Babies ke sath najarandaj karne wali baten) के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप कमेंट करके कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की हुई जानकारी बिल्कुल ठोस और सटीक है।अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें । हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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