बच्‍चों को आम खिलाने के फायदे, नुकसान और सही उम्र (Mango Benefits For Baby)

आम का नाम सुनकर सामान्यता जाए बच्चे हों या बड़े सभी के मुंह में पानी आ जाता है। आम इतना स्वादिष्ट होता है कि सभी लोग इतना उसे खाना जानते हैं और यह सभी का पसंदीदा फल होता है। आम के सीजन में आम की भरमार बहुत होती है और बच्चे बहुत मन से से खाना पसंद करते हैं। परंतु आम को कितना खाना चाहिए इसके फायदे क्या है(Babies me mango benefits) उसके विषय में अक्सर हमें जानकारी नहीं होती।

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आप को बच्चों को आम खिलाने के फायदे, नुकसान व उसके रेसिपीज(Babies me mango ke Fayde, Nuksaan, recipes) के बारे में जानकारी देंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।

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 क्या छोटे बच्चों को आम खिलाना सुरक्षित है?

छोटे बच्चों के लिए आम खाना बिल्कुल सुरक्षित होता है। (Babies me mango ki suraksha) डब्ल्यूएचओ ने भी इस बात की पुष्टि की है। एनसीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार आम में विटामिन डी, विटामिन सी और फोलिक एसिड पाए जाते हैं।

बच्‍चों को आम खिलाने के फायदे, नुकसान और सही उम्र (Mango Benefits For Baby)

 जो बच्चे को स्वाद के साथ-साथ पोषक तत्व प्रदान करने में भी मदद करते हैं। आम में एंटीडायबिटिक (डायबिटीज से बचाने वाला), एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-वायरल, कार्डियोटॉनिक (हृदय को स्वस्थ रखने के लिए), हाइपोटेंसिव (उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने वाला) के साथ ही एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं।

 यह बच्चे के स्वास्थ्य लाभ में बहुत फायदेमंद होते हैं। परंतु इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे को हमेशा प्राकृतिक रूप से पके आम का ही सेवन कराना चाहिए।

बच्चों को आम खिलाना कब शुरू करना चाहिए? (Bachon Ko Aam Khilana Kab Shuru Kare)

बच्चों को जन्म से 6 महीने तक सिर्फ माता का स्तनपान ही कराना चाहिए। (Babies me mango ki shuruat) 6 महीने के बाद बच्चे को जब उस पदार्थ के लाना शुरू करते हैं तब आप बच्चे को आम का सेवन करा सकते हैं।

 अगर आप बच्चे को पहली बार आम खिला रहे हैं तो बच्चे के अंदर इसकी एलर्जी रिएक्शन का इंतजार करना चाहिए। यदि आपको किसी भी तरीके की एलर्जी रिएक्शन बच्चे में दिखाई देती है तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है।

आम के पोषक तत्व

आम पोषक तत्व से समृद्ध होता है(Mango me nutrients) और बच्चे के लिए आम का सेवन बहुत लाभकारी होता है।

 नीचे पोषक तत्वों की मात्रा 100 ग्राम आम में बताई गई है।

  • 100 ग्राम आम में 71 किलो कैलोरी ऊर्जा पाई जाती है।
  • वहीं, इसकी 100 ग्राम मात्रा में 2.1 ग्राम फाइबर, 15 ग्राम शुगर, 14 मिलीग्राम कैल्शियम और 1.93 मिलीग्राम आयरन मौजूद होता है।
  • विटामिन-सी बात करें, तो 100 ग्राम आम में यह करीब 30 मिलीग्राम तक मौजूद रहता है।
  • इसके अलावा, 100 ग्राम आम में 714 IU विटामिन-ए उपस्थित रहता है।

बच्चों के लिए आम के फायदे (Bachon Ke Liye Aam Khane Ke Fayde)

आम में जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। बच्चों के लिए आम के और क्या-क्या फायदे(Babies me mango ke Fayde)हो सकते हैं। इसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की है।

1.तेज याददाश्त :

एक शोध के माध्यम से यह पता चलता है कि आम में एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो बच्चे की दिमागी याददाश्त बढ़ाने में मदद करते हैं। बच्चे को दिमाग से तेज बनाते हैं और बच्चे के शारीरिक एवं मानसिक दोनों विकास मैं बच्चे की मदद करते हैं। इसलिए बच्चों के आहार में आम को अवश्य शामिल करना चाहिए।

2. स्कर्वी से बचाव :

स्कर्वी बह रोग है जो विटामिन डी की कमी से होता है। स्कर्वी रोग में शरीर में मसूड़ों में खून आने लगता है और दांत कमजोर होने लगते हैं।

शरीर में विटामिन डी की पूर्ति न होने के कारण स्कर्वी रोग होता है स्कर्वी में आम खाने की सलाह इसलिए दी जाती है। क्योंकि आम में विटामिन डी पाया जाता है जो शरीर में विटामिन डी की पूर्ति करता है।

3. दृष्टि में सुधार :

अक्सर बहुत सारे बच्चों में बचपन में ही आंखों के कमजोर होने की समस्या देखी गई है। शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने के कारण आंखें कमजोर पड़ने लगते हैं। आंखें कमजोर होने पर बच्चों को आम खाने की सलाह इसलिए दी जाती है।

 क्योंकि आम में विटामिन ए के साथ बी-कैरोटीन, ए-कैरोटीन और बीटा-क्रिप्टोक्सैथिन जैसे जरूरी फ्लेवोनॉयड्स मौजूद होते हैं। जो आंखों के दृष्टि दोष सुधारने में मदद करता है और आंखों की रोशनी ठीक करता है।

4. हृदय गति और रक्तचाप :

आम शरीर में हृदय गति और रक्तचाप ठीक करने में मदद करता है। आम में पोटेशियम पाया जाता है जो हृदय के लिए लाभकारी होता है। 100 ग्राम आम में 156 मिलीग्राम पोटैशियम की मात्रा मौजूद होती है।

5. हृदय रोग से बचाव :

आम हृदय को स्वस्थ रखने में बहुत अहम भूमिका निभाता है आम केवल हृदय रोगियों को लगातार करना चाहिए। इसमें विटामिन बी-6 होता है, जिसे पायरिडोक्सिन के नाम से भी जाना जाता है। पायरिडोक्सिन शरीर में होमोसिस्टीन नामक अमीनो एसिड के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है।

हृदय रोग से बचाव करने के लिए आम में जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में हृदय रोग होने से बचाते हैं। इसलिए आहार में आम अवश्य शामिल करना चाहिए।

6.एनीमिया से बचाव :

आम में आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है इसलिए आम को आहार में अवश्य शामिल करना चाहिए। एनीमिया बह रोग है जिसमें शरीर में खून की कमी हो जाती है।

 यह खून की कमी शरीर में आयरन की कमी के कारण होती हैं आम के सेवन से शरीर में आयरन की पूर्ति होती रहती है। जिससे शरीर में कभी भी खून की कमी नहीं होती और एनीमिया जैसी समस्याएं शरीर में नहीं होती।

बच्चों को आम से होनी वाली एलर्जी

बच्चों में आम के बहुत सारे फायदे हैं (Babies me mango se allergy) परंतु कुछ बच्चों को आम से एलर्जी होने की समस्या होती है। बहुत सारे बच्चे ऐसे होते हैं जिसमें मैंगो एलर्जी पाई जाती है।

 मैंगो एलर्जी दो प्रकार की होती है।

पहला जल्द होने वाली सेंसिटिविटी (इमीडिएट हाइपरसेंसिटिविटी), जिसमें लक्षण तुरंत नजर आते हैं और दूसरी देर से होने वाली हाइपरसेंसिटिविटी, इसमें लक्षण गंभीर होते हैं और देर से सामने आते हैं।

इसलिए पहली बार बच्चे को आम खिलाने के बाद उसके अंदर हो रही रिएक्शन का इंतजार करना चाहिए। यदि आपको बच्चे के अंदर एलर्जी क्रिएशंस दिखाई दे रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

सेंसिटिविटी (इमीडिएट हाइपरसेंसिटिविटी) होने वाली एलर्जी में निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैं।

  • आंखों और मुंह में खुजली होना
  • बच्चों की पलकों में सूजन
  • अत्यधिक पसीना आना
  • छाती में जकड़न महसूस होना

हाइपरसेंसिटिविटी देर से होने वाली एलर्जी में निम्न लक्षण दिखाई दे सकते हैं।

  •   बच्चों में पेरिऑरबिटल एडिमा (आंखों के आस-पास सूजन),
  • डर्मेटाइटिस (सूजन से जुड़ा एक तरह का त्वचा रोग),
  • चकत्ते और होठों के आसपास छाले हो सकते

बच्चों के लिए आम कैसे पसंद करें और कैसे स्टोर करें?

बच्चों के लिए आम बहुत प्रकार के हो सकता है परंतु किस प्रकार के आम बच्चे के लिए बिल्कुल स्वस्थ होते हैं। इसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई है।

  • बच्चों को हमेशा उन आम को खिलाना चाहिए जो प्राकृतिक रूप से पके हैं। कैल्शियम कार्बाइड से पके आमों को बच्चों को नहीं खिलाना चाहिए। यह बच्चे के स्वास्थ्य के लिए नुकसान पहुंचा सकता है।
  • हमेशा बिल्कुल ताजे आम की खरीदना चाहिए।  धब्बेदार आम नहीं खरीदना चाहिए। यह बच्चे के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
  • आम प्राकृतिक रूप से पका हुआ नहीं है यह आप तब पता लगा सकते हैं। जब आम काटने पर आपको आम  अधकचआ दिखे और वह कहीं पर पीला और कहीं पर लाल दिखे तो इसका मतलब है कि इसे रासायनिक रूप से पकाया गया है।
  • हमेशा थोड़े मुलायम आम का चयन करना चाहिए। आम को छूकर देखने से यह पता चल जाता है कि आम पका हुआ है या कच्चा है।
  • आम फ्रेश है या नहीं इसका चुनाव आप उसकी सुगंध से पता कर सकते हैं। इसलिए हमेशा ताजे आम का चुनाव करना चाहिए।
  • यदि आप पूरी तरह से पका हुआ है तो उसे 4 से 5 दिन के लिए फ्रिज में स्टोर करके रखा जा सकता है
  • आधी पके आम को कभी भी फ्रिज में नहीं रखना चाहिए। यदि आम कच्चा है तो उसे भूरे रंग के पेपर में लपेट कर कमरे में रख देना चाहिए। और जब वह पक जाए तब आपको उसे फ्रिज में रखना चाहिए।

बच्चों को आम देने से पहले 5 ध्यान रखने योग्य बातें

बच्चों को आम देने के बहुत सारे फायदे हैं। परंतु आम देते समय बच्चे के विषय में कुछ सावधानियां अवश्य बरतनी चाहिए।

 जिनको निम्न पॉइंट के माध्यम से स्पष्ट किया गया है।

  • बच्चों को पहली बार आम खिलाने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य ले लेनी चाहिए।
  • आम का सेवन कर आते समय बच्चे की उम्र का ध्यान रखना चाहिए।
  • हमेशा अपने बच्चे को ताजे और  ऑर्गेनिक आम का ही सेवन कराना चाहिए।
  • शिशुओं को आम काटकर सीधे उनके मुह में नहीं खिलाना चाहिए बल्कि आप आम की पूरी बनाकर बच्चे को आम खिला सकते हैं।
  • इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि शिशु को आम पहले फूड की तौर पर कभी नहीं देनी चाहिए।
  • बच्चे को हमेशा थोड़ी मात्रा में ही आम का सेवन कराना चाहिए।
  • 6 महीने के पश्चात जब बच्चा उस पदार्थ का सेवन करना शुरू कर दें तभी उसे आम खिलाने चाहिए।

बच्चों के लिए आम की रेसिपी

बच्चों के आहार में आम को हेल्दी रूप से शामिल करने के लिए कोई जरूरी रेसिपीज के विषय(Recipes of mango) में बताया गया है।

1. आम की प्यूरी

सामग्री :

एक छोटा मुलायम और पका हुआ आम

बनाने की विधि :

  • सबसे पहले आम को अच्छी तरीके से छीलकर एक कटोरी में पल्प निकाल लेना चाहिए।
  • अब आम को ब्लेंडर की मदद से  अच्छे से ब्लेंड कर लेना चाहिए।
  • इस प्रकार मैंगो प्यूरी बनकर तैयार है।
  • इसे थोड़ी मात्रा में  ही बच्चे को खिला सकते हैं।

2. मैंगो मिल्क शेक

सामग्री :

1/4 कप मैंगो पल्प

1/4 कप पानी

1/4 कप दूध

बनाने की विधि :

  • बताई गई सभी सामग्री को ब्लेंडर में डालकर अच्छे से ब्लेंड कर लेना चाहिए।
  • बच्चों के लिए मैंगो मिल्क शेक बनकर तैयार है।
  • बच्चों को आधा कप मैंगो मिल्क शेक दिया जा सकता है।

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ)

Q. कितनी उम्र तक के बच्चे को आम खिलाया जा सकता है?

6 महीने से बड़े उम्र के बच्चे जिन्होंने ठोस पदार्थ खाना शुरू कर दिया है। उन्हें आम खिलाया जा सकता है।

Q. आम से किन रोगों से बचाव करने में मदद मिलती है?

आम से हृदय रोगों से रक्तचाप से और सकर्वी से बचाव होने में मदद मिलती है।

Q. मैंगो एलर्जी कितने प्रकार की होती हैं एवं उनके क्या-क्या नाम है?

मैंगो एलर्जी दो प्रकार की होती है। सेंसिटिविटी (इमीडिएट हाइपरसेंसिटिविटी),हाइपरसेंसिटिविटी

Q. आम को कितने माध्यम से बनाकर खाया जा सकता है?

आपको मैंगो फ्यूरी बनाकर और मैंगो से बनाकर खाया जा सकता है।

निष्कर्ष :

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको बच्‍चों को आम खिलाने के फायदे, नुकसान व टेस्टी रेसिपी (Mango Benefits For Baby) के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप नीचे दिए हो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।

हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की जाने वाली जानकारी बिल्कुल ठोस तथा सटीक होती है। यदि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें। हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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