नवजात बच्चों में अनचाहे बालों को हटाने के तरीके | Baby Body Hair Removal Tips

जब शिशु का जन्म होता है तब उसकी त्वचा बहुत ही कोमल होती है। माता के गर्भ के अंदर होने वाले सभी विकास के साथ बच्चा पृथ्वी पर जन्म लेता है। बहुत सारे बच्चों के शरीर पर बहुत सारे बाल पाए जाते हैं परंतु ऐसा सभी बच्चों के साथ नहीं होता शरीर पर पाए जाने वाले बालों को लानुगो को कहा जाता है। लानुगो का क्या मतलब है (Lanugo ka meaning in babies) इसके विषय में अक्सर हमें जानकारी नहीं होती।

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको नवजात बच्चों के अनचाहे बाल हटाने के टिप्स (Baal remove karne ke tips in babies) के विषय में जानकारी देंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।

Contents show

लानुगो क्या हैं? | What is lanugo?

भ्रूण और शिशु के शरीर पर (Lanugo kya hai?)पाए जाने वाले छोटे-छोटे कोमल बाल जो बच्चे के शरीर पर साफ साफ दिखाई देते हैं उन्हें लानुगो कहा जाता है। लानुगो बच्चे के विकास में मदद करते हैं यह बच्चे के हाथ, पैर, पेट, छाती सिर सभी इस समय पाए जाते हैं।

नवजात बच्चों में अनचाहे बालों को हटाने के तरीके Baby Body Hair Removal Tips

 यह बाल मानव शरीर पर पाए जाने वाले बालों का पहला प्रकार है। इन बालों को आसानी से शरीर से हटाया भी जा सकता है। कुछ घरेलू उपायों के माध्यम से ही इन वालों को शरीर से हटा दिया जाता है और शरीर को साफ कर दिया जाता है।

क्या बच्चों के शरीर पर बाल होना आम बात है?

हां बच्चों के शरीर पर बाल होना आम बात है। (Lanugo ki presence in babies) बहुत सारे बच्चों के शरीर के ऊपर बाल पाए जाते हैं। यह बाल उन बच्चों में सामान्यता पाए जाते हैं जिनका जन्म समय से पहले हो जाता है।

नवजात शिशु के शरीर पर बालों की क्या भूमिका होती है?

  • शिशु की त्वचा पर बाल शिशु (Lanugo ka role on babies body) को वर्निक्स केसोसा (Vernix Caseosa) नामक परत से जुड़े रखते हैं। भ्रूण के अंदर एक सफेद रंग की परत पाई जाती है।

जिसे वर्निक्स केसोसा कहा जाता है यह शरीर को जरूरी पोषण प्रदान करने में मदद करती है। बच्चे के अंदर पाए जाने बाले बाल उसे किसी भी प्रकार की हानि से बचाते हैं।

  •  बच्चे के शरीर पर नमी बनाए रखने में मदद करते बच्चे के शरीर पर पाए जाने वाले बाल शरीर के आंतरिक तापमान को बनाए रखने में मदद करते हैं और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं।
  •  यदि शिशु के शरीर पर बाल नहीं पाए जाएंगे तो वह वर्निक्स केसोसा (Vernix Caseosa) परत से नहीं जुड़ पाएगा और वातावरण में मौजूद हानिकारक तत्व बच्चे के शरीर के भीतर पहुंच जाते हैं।
  • बच्चे के शरीर पर पाए जाने बाले बाल बच्चे के विकास में मदद करते हैं। प्रसव के समय बच्चे को करीब लाने में उसके शरीर को बचाए रखते हैं।
  •  बच्चे के शरीर पर पाए जाने वाले बाल बच्चे को एमनियोटिक द्रव (एक पीला तरल पदार्थ, जो भ्रूण के आसपास रहता है) से बचाता है जो भ्रूण के आसपास मौजूद होता है।

नवजात बच्चे के शरीर पर बाल कब तक रहते हैं?

एक शोध के अनुसार यह पाया गया है (Lanugo rehne ka time on babies body) कि नवजात बच्चे के शरीर पर बाल 3 महीने से लेकर आठ नौ महीने तक रहते हैं। लगभग 30% बच्चों में यह बाल जन्म के बाद भी रहते हैं और कुछ हफ्तों में यह झड़ जाते हैं।

 जैसे-जैसे शिशु बड़ा होता है उसके शरीर पर अन्य प्रकार के बाल उगने लगते हैं। वह बाल वेल्लस (छोटे और पतले बाल) और टर्मिनल बाल (खोपड़ी, सीने और गुप्तांग पर पाए जाने वाले घने बाल) होते हैं।

नवजात शिशु के शरीर पर बालों से जुड़ी समस्याएं

जैसा कि हमने ऊपर आर्टिकल (Lanugo se judi problems in babies) के माध्यम से स्पष्ट किया है कि बच्चे के शरीर पर जन्म के समय पाए जाने वाले बाल कुछ ही समय में झड़ जाते हैं। ऐसे वालों का वापस आना ना के बराबर होता है।

 परंतु बच्चों या वयस्कों में यदि यह बाल वापस आते हैं तो उनसे क्या क्या समस्या हो सकती है। इसके विषय में नीचे पॉइंट के माध्यम से आपको जानकारी प्रदान की गई है।

कैंसर :

एक शोध के अनुसार यह पाया गया है कि जिन व्यक्तियों में प्रोस्टेट कैंसर पाया जाता है उनमें लानुगो बाल आना शुरू हो जाते हैं। ऐसा सबके साथ नहीं होता परंतु जिन की परिस्थिति विषम होती है उनके शरीर पर यह वाला न शुरू हो जाते हैं।

एनोरेक्सिया नर्वोसा :

एनोरेक्सिया नर्वोसा एक प्रकार का बेकार है जिसमें अधिक डाइटिंग करने या अधिक एक्सरसाइज करने की वजह से शरीर का वजन बिल्कुल कम हो जाता है। शरीर पर लानुगो का वापस आना एनरिक सिया नर्वोसा का एक लक्षण होता है।

सीलिएक रोग:

ग्लूटेन का अधिक सेवन करने से शरीर में सीलिएक रोग होता है। इस रोग में पेट में सूजन, मरोड़ और छोटी आत में समस्या डायरिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। सीलिएक रोग में मरीज के चेहरे पर लानुगो बाल आने लगते हैं। यह समस्या पुरुषों से अधिक महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है।

बच्चे के बालों को हटाने के 7 घरेलू उपचार

नीचे दिए गए उपायों (Lanugo remove karne ke gharelu tips in babies) के माध्यम से बच्चों के शरीर से बाल हटाए जा सकते हैं जिसे नीचे पॉइंट में स्पष्ट किया गया है।

1. बेसन को दूध में गोंद लेना चाहिए और उसमें थोड़ी सी हल्दी मिला लेनी चाहिए। इस लोई को बच्चे के पूरे शरीर पर अच्छे से मसाज करनी चाहिए।यह मसाज यदि रोजाना की जाती है तो बच्चे के शरीर से बालों को हटाया जा सकता है।

2. दो से तीन ब्रेड को कच्चे दूध में मिलाकर उसका पेस्ट बना लेना चाहिए। इस पेस्ट को बच्चे के पूरे शरीर पर लगाना चाहिए और जब यह पेस्ट सूख जाए तो बच्चे के शरीर को हल्के हाथों से मिलकर उसका स्क्रब करना चाहिए।

 स्क्रब करने से बच्चे के शरीर पर पाए जाने वाले मुलायम बाल आसानी से हट जाते हैं और फिर बच्चे को गुनगुने पानी से नहला देना चाहिए।

3. मसूर की दाल बच्चे के शरीर पर स्क्रब करने से बच्चे के शरीर के बालों को हटाया जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले नारियल पानी में मसूर की दाल को 15 से 20 मिनट के लिए भेज देना चाहिए।

 इस पूरे मिश्रण को मिक्सी में पीस लेना चाहिए जब एक  पेस्ट बनकर रेडी हो जाए तो बच्चे के शरीर पर स्क्रब की तरह हल्के हाथों से मिलना चाहिए। इससे बच्चे के बाल आसानी से साफ हो जाते हैं।

4. बच्चे के शरीर की रोज जैतून या सरसों के तेल से मालिश करनी चाहिए। इससे बच्चे की मांसपेशियों का विकास होता है। और बच्चे के शरीर पर पाए जाने वाले बालों से भी छुटकारा मिलता है।

5. बच्चे के शरीर पर मसाज करने के लिए दाल और बादाम को दूध में मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर सकते हैं। इस पेस्ट से बच्चे के शरीर की अच्छी मालिश कर सकते हैं। और फिर उसे गुनगुने पानी से नहला देना चाहिए।

6. गेहूं के आटे और बेसन को मिलाकर उसकी लोई बना लेनी चाहिए और इस लोई से बच्चे के शरीर की बढ़िया मसाज करनी चाहिए। इससे बच्चे के शरीर पर पाए जाने वाले बालों से छुटकारा मिल सकता है।

7. किशमिश को दूध में भिगोकर भी इस तरह तैयार किया जा सकता है। इस स्क्रब को बच्चे के शरीर पर करने से बालों से छुटकारा मिल सकता है।

नोट :आप जब भी शिशु के शरीर पर लोई करें तो यह ध्यान रखना चाहिए कि उसे ज्यादा तेजी से या रगड़ कर नहीं करना चाहिए। शिशु की त्वचा कोमल होती है। यदि बच्चे के शरीर ।को ज्यादा रगड़ दिया जाए तो उसके शरीर पर रेसिस पढ़ सकते हैं।

 इसलिए इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि यदि लोई करने के पश्चात आपको बच्चे के शरीर पर लाल रेसर्स देख रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

नोट :

ऊपर दिए गए सारे पॉइंट्स का कोई वैज्ञानिक  द्वारा प्रमाणित नहीं है इसलिए यह जरूरी नहीं कि ऊपर दिए गए घरेलू उपाय से आपको फायदा ही हो।

अगर नवजात शिशु के शरीर से बाल न जाएं, तो क्या करें?

जैसा कि हमने इस आर्टिकल के माध्यम से स्पष्ट किया है की जन्म के कुछ समय के पश्चात बच्चे के शरीर से बाल अपने आप ही झड़ जाते हैं या लोइ करने के बाद बच्चे के शरीर के बाल कम हो जाते हैं।

 परंतु यदि ऐसा नहीं हो रहा है तो आपको तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए और बच्चे का इलाज कराना चाहिए।

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ)

Q. क्या गर्भ में शिशु लानुगो खाते हैं?

हां गर्भ में शिशु लानुगो खाते हैं जो जन्म के पश्चात उनके पहले मल के माध्यम से बाहर निकल जाता है।

Q. क्या बच्चे के शरीर से बाल हटाने के लिए हेयर रिमूवर का इस्तेमाल करना सुरक्षित है?

बच्चे के शरीर से बाल हटाने करीब के लिए हेयर रिमूवर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। बच्चे की त्वचा कोमल होती है और यह उसे नुकसान पहुंचा सकते हैं।

Q. कितने प्रतिशत बच्चों में जन्म के बाद भी लानुगो रहते हैं?

30% बच्चों में जन्म के बाद भी लानुगो रहते हैं।

Q. लानुगो को हटाने के घरेलू उपचार कौन-कौन से हैं?

लानुगो को हटाने के लिए आप शिशु के शरीर पर मालिश, लोई, स्क्रब कर सकते हैं।

निष्कर्ष :

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको नवजात बच्चों में अनचाहे बालों को हटाने के तरीके (Baby Body Hair Removal Tips) जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है।यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप नीचे दिए हो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।

हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की जाने वाली जानकारी बिल्कुल ठोस तथा सटीक होती है। यदि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें। हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

Leave a Comment