छोटे बच्चों के बाल बढ़ाने के 15 असरदार टिप्स | Baby Hair Growth Tips

बच्चों की हंसी उनका सुंदर चेहरा देखकर बच्चों को खिलाने का मन करता है। बच्चों के बाल विभिन्न प्रकार के होना उनके जीन पर निर्भर करता है। कुछ बच्चों के बाल घने चमकदार होते हैं एवं कुछ बच्चों के बाल सिर पर कम होते हैं। यह माता-पिता के जिनका प्रभाव होता है परंतु फिर भी कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों के बालों के विषय में चिंतित रहते हैं। कि बच्चे के बाल कैसे बढ़ाए (Baby hair growth kaise karen) जाएं।

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको छोटे बच्चों के बाल बढ़ाने के 15 असरदार टिप्स (Baby Hair growth tips)के विषय में जानकारी देंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़ें।

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छोटे बच्चों के तेजी से बाल बढ़ाने के उपाय | Baby Hair Growth

इन पॉइंट्स के माध्यम से आपको छोटे बच्चों के तेजी से बाल बढ़ाने के उपायों के (Baby hair growth ke upay) विषय में जानकारी प्रदान की गई है। यह सारे उपाय 6 माह से ऊपर के बच्चों पर ही कारगर हैं।

छोटे बच्चों के बाल बढ़ाने के 15 असरदार टिप्स Baby Hair Growth Tips

 6 माह से छोटे बच्चों के ऊपर इन उपायों का प्रयोग करने से यह उन्हें नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। इसलिए इन उपायों का प्रयोग हमेशा 6 माह से ऊपर के बच्चों पर  ही करें।

1.आहार में बायोटिन (विटामिन बी7) शामिल करें

शरीर में बायोटिन की कमी के कारण बाल पतले होने की समस्या होती है जिसकी कमी से बाल झड़ने शुरू हो जाते हैं। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि आहार में बायोटिन शामिल करने से शरीर में बालों की ग्रोथ तेज होती है।

 इसलिए आहार में बायोडीन को शामिल अवश्य करना चाहिए। यदि आप अपने शिशु के बालों को बढ़ाना चाहते हैं। आहार में कितनी मात्रा में बायोटिन को शामिल किया जा सकता है। इसके विषय में नीचे पॉइंट के माध्यम से जानकारी दी गई है।

  • 12 माह तक के बच्चों के लिए – 7 माइक्रोग्राम
  • 1 से 3 साल की उम्र के बच्चों के लिए – 8 माइक्रोग्राम
  • 4 से 8 साल की उम्र के बच्चों के लिए – 12 माइक्रोग्राम
  • 9 से 13 साल की उम्र के बच्चों के लिए – 20 माइक्रोग्राम
  • 14 से 18 साल की उम्र के बच्चों के लिए – 25

आहार में बायोटिन को शामिल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लेना चाहिए बायोटिन किन किन पदार्थों में पाया जाता है वह पदार्थ कुछ इस प्रकार है।

  • अनाज, चॉकलेट, अंडे की जर्दी, फलियां, दूध, सूखे मेवे।

2.पोषक तत्वों की कमी दूर करें

एक अध्ययन के माध्यम से इस बात की पुष्टि हुई है कि शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण भी बालों के झड़ने या कम होने की समस्या बनती है। बालों को जरूरी पोषण किन-किन चीजों का देना चाहिए इसके विषय में नीचे जानकारी दी गई है।

जिंक व सेलेनियम युक्त खाद्य पदार्थ दें

जिंक की कमी होने के कारण बालों की समस्या बनना एक आम बात है। फॉर्मूला मिल्क पीने से शरीर में जिंक की पूर्ति नहीं होती और बच्चा गंजेपन का शिकार होने लगता है। बालों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए जिंक ब सेलेनियम बहुत अधिक आवश्यक है।

सेलेनियम भी बालों के लिए बहुत स्वास्थ्यवर्धक होता है सेलेनियम एलोपेसिया और बाल सफेद होने की समस्या को कम करता है। शरीर में शैलीनियम की पूर्ति होने पर बाल स्वस्थ रहते हैं। सेलेनियम तथा जिंक की पूर्ति के लिए नट्स मांस मछली सब्जियों का सेवन करना चाहिए।

विटामिन ए

विटामिन ए त्वचा के साथ-साथ बालों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। विटामिन ए अंडा मांस मछली पीले और हरे रंग की सब्जियां आदि में पाया जाता है। इसके अलावा फलों में पालक, शकरकंद, खुबानी, खरबूजा, पीच शामिल किया जा सकता है।

विटामिन डी

विटामिन डी की कमी के कारण रिकेट्स बीमारी होती है क्    रिक्टिस के कारण बालों के झड़ने की समस्या बढ़ जाती है। विटामिन डी की कमी होने से बालों से संबंधित क्रोध रुक जाती है और बाल कमजोर होने लगते हैं।

 बच्चों के बालों को स्वस्थ रखने के लिए उनकी डाइट में विटामिन डी युक्त आहार को शामिल किया जा सकता है। जिससे उनके शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की पूर्ति हो और उनके बाल स्वस्थ और घने बने रहे बच्चों की आहार में मछली मांस अंडा जैसी चीजों को शामिल किया जा सकता है।

3.नरम तौलिए का इस्तेमाल

शिशु के बालों को सुखाने के लिए हमेशा नरम तौलिएपानी का इस्तेमाल करना चाहिए। खुरखुरे तौलिए का इस्तेमाल करने से बालों में जमने वाले छोटे-छोटे रोंगटे खराब हो जाते हैं।

 जिससे बालों की ग्रोथ रुक जाती है और बाल हमेशा छोटे जमने लगते हैं। इसलिए बालों को छुपाते समय आराम से धीरे-धीरे तौलिए से बालों को पहुंचना चाहिए।

4.बालों को ट्रिम करें

बालों को रेगुलर तरीके से ट्रिम करते रहना जरूरी है। बालों को चाटने से दो मुंहे बालों की समस्या कम हो जाती है और बालों की ग्रोथ तेजी से बढ़ती है।

 यदि बालों के झड़ने की समस्या भी है तब बालों को बिल्कुल छोटा-छोटा कटवा लेना चाहिए जिससे बालों को जरूरी पोषण प्राप्त हो सके। बाल कटवाने से बालों की नई ग्रोथ होती है और यह बालों के विकास में बहुत कारगर तरीका माना जाता है।

5. नारियल तेल से बालों की मसाज करें

छोटे बच्चों के बालों में रेगुलर तरीके से नारियल तेल की मसाज करनी चाहिए। नारियल तेल बालों के लिए बहुत स्वास्थ्यवर्धक होता है। नारियल तेल बालों को जरूरी पोषक तत्वों की पूर्ति करता है और दिमाग की एक्सरसाइज करने में मदद करता है। नारियल तेल में मौजूद लोरिक एसिड प्रोटीन डैमेज और हेयर डैमेज को कम करता है। यदि छोटे बच्चों के बाल रूखे या बेजान है तो रेगुलर तरीके से बालों की मसाज करनी चाहिए यह बालों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

6.सोने की अवस्था बदलें

शिशु के सोने की अवस्था के कारण यह बाल प्रभावित होते हैं सामान्यता ऐसा देखा जाता है। कि शिशु जिस अवस्था में ज्यादातर लेटा रहता है.उस जगह के बाल अक्सर झड़ने लगते हैं। 2 या 3 महीनों के बाद उस स्थान के बाल कम हो जाते हैं इसलिए शिशु के सोने की अवस्था बदलना बहुत आवश्यक है।

7. बालों की नियमित सफाई करें

शैंपू बालों मैं स्कैल्प की समस्या को सुधारने में मदद करता है। शैंपू बालों को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है एवं यह क्लींजिंग एजेंट के साथ-साथ बालों को कंडीशनिंग करने में मदद करता है।

 नियमित रूप से गुणवत्ता वाले माइल्ड शैंपू का उपयोग बच्चों के बालों पर करना चाहिए। बच्चों के बालों पर शैंपू का उपयोग करने से पहले इस बात की जांच कर लेनी चाहिए कि खनिज तेल और बेबी ऑयल जैसी चीजें बच्चे को आराम प्रदान करती हूं।

8.नियमित कंघी करें

बच्चों के बालों पर नियमित रूप से कंघी करनी चाहिए बच्चे के सर पर बाल हो या ना हो लेकिन नियमित रूप से कंघी करने से बच्चे के सर की एक्साइज होती है। और स्कैल्प पर पाए जाने वाला शिवम पूरे बालों में ठीक प्रकार से डिसटीब्यूट हो जाता है स्केल पर कंगी करने पर हमेशा नरम ब्रश वाली कंगी का इस्तेमाल करना चाहिए। सूखे अगिले वालों पर कंघी करने से बचना चाहिए यह बालों की समस्या और बढ़ा सकता है।

9.बालों में कंडीशनर लगाएं

बच्चों के बालों को चमकदार एवं स्वस्थ बनाने के लिए कंडीशनर का उपयोग करना चाहिए। बड़े लोगों में कंडीशनर का उपयोग आम एवं प्रचलित है। यह बालों को उलझने नहीं देता एवं बालों में एक चमक प्रदान करता है। आजकल मार्केट में बच्चों से संबंधित कंडीशनर भी हैं जिनका उपयोग करके बालों को चमकदार बनाया जाता है।

10.एलोवेरा जेल लगाएं

एलोवेरा शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है एलोवेरा से बहुत सारी औषधियों का निर्माण होता है। एलोवेरा में इन्फ्लेमेशन कम करने का प्रभाव होता है। यह बालों के रोग से जुड़ी समस्याओं को कम करने में मदद करता है।  यह बालों के झड़ने रूसी या ड्राई स्कैल्प की समस्याओं को कम करने में मदद करता है । यह पर्यावरण धूप और मौसम के होने वाले बदलाव से बालों को बचाने में मदद करता है।

11.जोजोबा तेल लगाएं

जोजोबा तेल बालों को पोषण प्रदान करता है एवं बालों से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। जोजोबा तेल बालों के विकास और ड्राई स्कैल्प की समस्या को दूर करता है। जोजोबा तेल बालों की परत और जड़ों में आसानी से मिल जाता है। और बालों को पोषण प्रदान करने और ड्राइनेस को हटाने में मदद करता है।

12.बच्चे को बादाम खिलाएं

बच्चों के बालों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए बच्चों को बादाम खिलाना चाहिए। बादाम में प्रोटीन विटामिन और टोकॉफरोल पाया जाता है जो बालों को जरूरी पोषण प्रदान करने में मदद करता है  6 माह से उम्र के बड़े बच्चों के आहार में सूखे मेवे जैसे मूंगफली नेट काजू आदि शामिल कर देना चाहिए जिससे बच्चे के शरीर में पोषक तत्वों की कमी ना हो। बादाम में बायोटिन भी पाया जाता है जो बालों के पतले होने या झड़ने की समस्या को कम करना पड़ता है.

13.प्याज का रस

बच्चों के सर में प्याज का रस लगाकर बच्चों के बालों को बढ़ाया जा सकता है। दिन में दो बार पानी में मिलाकर प्याज का रस लगाने से बच्चे के बाल बढ़ने में मदद मिलती है। प्याज का रस बालों को दोबारा उगाने के साथ-साथ एली   पेटियां अरेटा को के परेशानी के उपचार में मदद करता है। प्याज का रस लगाते समय सावधानी बरतनी चाहिए कि कहीं वह आंख में ना चला जाए।

14. बालों को कसकर बांधने से बचें

बालों को कसकर मानने से फैशन एलोपेसिया नाम की बीमारी होती है इस बीमारी में बालों के रूम धीरे-धीरे ज्यादा खिंचाव के कारण  खत्म होने लगते हैं और बालों की ग्रोथ धीरे-धीरे खत्म होने लगती। इसलिए बालों को ज्यादा कसकर बांधने से बचना चाहिए मुलायम रबर बैंड या ढीली चोटी का इस्तेमाल करके ही बालों को बांधना चाहिए इससे बालों के हेयर डैमेज होने की समस्या कम होती है।

15.सही उत्पाद का चुनाव करें

बच्चों के बाल बढ़ाने की कोशिश में घरेलू उपचार ही नहीं अपितु बाहरी प्रोडक्ट का इस्तेमाल भी किया जाता है। बाहरी प्रोडक्ट खरीदते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जो भी केमिकल प्रोडक्ट में पड़े हैं। वह बच्चे की सेहत के लिए बिल्कुल नुकसान देना इस बात की जांच करने के बाद ही शैंपू कंडीशनर जैसी चीजों को खरीदना चाहिए।

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ)

Q. 12 माह तक के बच्चे के लिए कितना बायोटिन आवश्यक होता है?

12 माह तक के बच्चे के लिए 7 माइक्रोग्राम बोईटीन आवश्यक होता है।

Q. विटामिन डी की कमी से कौन सा रोग होता है?

विटामिन डी की कमी से रिकेट्स रोग होता है।

Q. एलोवेरा जेल के क्या लाभ हैं?

एलोवेरा जेल औषधियां बनाने में काम आता है इसके अलावा यह बालों को पर्यावरण में होने वाले बदलावों से बचाता है बालों को जरूरी पोषण एवं ड्राई होने से बचाता है।

Q. बालों में रेगुलर कंघी करने के क्या लाभ है?

बालों में रेगुलर कंघी करने से बालों की हेड मसाज होती है एवं सिवम पूरे स्कैल्प अच्छी तरह से फैल जाता है।

निष्कर्ष :

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको छोटे बच्चों के बाल बढ़ाने के 15 असरदार टिप्स ( Baby Hair Growth Tips)

के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप नीचे दिए हो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।

हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की जाने वाली जानकारी बिल्कुल ठोस तथा सटीक होती है। यदि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें। हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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