बच्चों के दांतों में बहुत जल्दी कैविटीज होने की समस्या रहती हैं। क्योंकि बच्चों को मीठा पर चॉकलेट टॉफी आदि उन्हें बहुत ज्यादा पसंद होते हैं। जिससे उनके दांतों में कैविटीज़ हो सकती हैं। बच्चे मीठा खाने के बाद ब्रश नहीं करना चाहते हैं जिससे उनके दांत जल्दी खराब होने की चांस होते हैं इससे बच्चों के साथ में जल्दी कैविटीज़ लग जाती है बच्चों की दांतों को कैविटी से कैसे बचाई इसके (Babies ko cavity se kaise bachaye) विषय में हमें अक्सर जानकारी नहीं होती।
इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताना चाहते हैं की बच्चों के लिए दांतों में कैविटी से बचने के उपाय (Babies ko cavity se kaise bachne ke upay) के बारे में जानकारी देंगे। अगर आपको इस विषय में जानकारी चाहिए तो हमारे आर्टिकल अंत तक पढ़े
कैविटी से बचने के घरेलू उपाय (Babies ko cavity se kaise bachaye)
बेबीस को कैविटी से बचने के विभिन्न (Babies ko cavity se kaise bachaye)तरीके के उपाय के विषय में नीचे जानकारी दी गई है आप इन सारे पॉइंट्स की जानकारी प्राप्त करके अपने बच्चों को कैविटी से मुक्त कर सकते हैं।
1.खाने के बाद ब्रश करना
हमें अपने बच्चों को शिक्षा देनी चाहिए कि खाने के तुरंत बाद हमें ब्रश करना चाहिए। इससे हमारे दांतों में कैविटीज़ की परेशानी नहीं होती है। अगर हम ब्रश नहीं करेंगे तो हमारे दांतों में खाद पदार्थ रह जाता है जो कि हमारे दांत को कैविटीज़ जैसी बीमारियों से खराब हो जाते हैं। खाने के बाद तुरंत ब्रश ना करने से हमारे मुंह में जो खाना रह जाता है वह हमारे मुंह में पैदा कर देता है।
जिस वजह से कैविटीज़ हो जाती है, हमें बच्चों को सीखना चाहिए खाने दिन में हमें दो बार ब्रश करना चाहिए जिससे हमारे दांत खराब ना हो। वैसे तो माता-पिता को बचपन से ही बच्चों को दो बार ब्रश करने की आदत डलवानी चाहिए।
इससे सुबह को भी और शाम को भी दांतों में फंसी हुई सारी गंदगी साफ होने में मदद मिलती है। और हमारे दांत स्वस्थ बने रहते हैं। परंतु यदि आप बचपन से बच्चे की कैविटीज़ से सुरक्षा प्रदान करने के लिए हमें यह आदत डलवाना जरूरी है।
बच्चे अपने बचपन में मीठी चीजों का सेवन बहुत ज्यादा करते हैं वह कभी चॉकलेट कभी टाफी को खाना प्रेफर करते हैं। यदि आप बचपन से ही उन्हें ऐसी आदत डलवा देती हैं तो आपके बच्चे को स्वस्थ रखने में यह बहुत मदद करेगा।
2.कैविटीज़ का इलाज है फ्लोराइड
अपने बच्चों के लिए फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें इससे बच्चों के दांत मजबूत रहते हैं। एक आवश्यक खनिज है जो की दांतको मजबूत बनाए रखना हैं। दांतों को जितना ज्यादा फायदा फ्लोराइड पहुंचना हैं।
उतना कोई और तत्व नहीं पहुंच पाता फ्लोराइड को बहुत सारे टूथपेस्ट में भी इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। फ्लोराइड दांतों को कैविटीज होने से बचाता हैं। और यह दांतों को स्वस्थ रखता है।
दांतों में यदि दर्द पैदा होता है तो यह फ्लोराइड उसे ठीक करने में भी मदद करता है। फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट इस्तेमाल करने से हमारे दांतों में कैविटीज की दिक्कत नहीं होती है। और हमारे दांतों को मजबूत बनाए रखना है
3.कैविटी से बचने के लिए लेंस चिकित्सक से शलह
वैसे तो इसकी जरूर कम पड़ती है लेकिन फिर भी अपने बच्चों की समस्या अधिक ना बड़े उसके लिए हमें चिकित्सक को दिखा लेना चाहिए। क्योंकि बची हुई गंदगी हमारे दांतों को जकड़ लेती है।
जिससे हमारे दांतों में समस्या बढ़ जाती है। इसलिए हमें टाइम टाइम पर डॉक्टर को दिखा लेना जमी हुई जो गंदगी होती है। लेंस चिकित्सा दांतों की बीमारियों को ठीक प्रकार से पहचान पाते हैं। और उसे ठीक करने में भी मदद करते हैं।
वह हमारे दांतों को ऐसे जकडलेती हैं। ऐसी गंदगी जो ब्रश करने से भी नहीं जाती चिकित्सक को दिखाने से हमारे दांतों की स्थिति का पता चलता रहता है। जिससे समस्या अधिक नहीं बढ़ पाती है
4.दांतों में सड़क का इलाज च्युइं गम है
अपने बच्चों को शक्कर सहित चिंगम चवाने को दे भोजन करने के बाद दांतों पर छोड़े गए एसिड को चिंगम हटाने में सहायता करता हैं। वैसे तो बच्चों के लिए चिंगम खाने की मनाई होती है।
परंतु जब चिंगम दांतों के लिए फायदेमंद होने लगे तो उसे अवश्य खाया जा सकता है। खाने के बाद चिंगम खाने से यह दांतों में फंसे एसिड को निकालने में मदद करता है।
शक्कर सहित चुंगम उपयोग लार में वृद्धि करता है इसकी सहायता से हमारे दांतों में कैविटीज की समस्या कम होने के चांस रहते हैं। इसलिए बच्चों को चिंगम चबाने को दीजिए
5.कैविटीज़ के उपचार के लिए करें क्लासिंग
फ्लैशिंग दांतों में फंसी हुई गंदगी को हटाने में मदद करता है हाथों में फंसी हुई गंदगी के कारण हमारे दांतों में कैविटीज़ जैसे समस्या को पैदा करता हैं। कैविटीज़ के उपचार के लिए सबसे अच्छा तरीका क्लासिंग है।
क्लासिंग में जिस भी दांत में कैविटीज लगी होती हैं। उसके उपचार के बाद उसके ऊपर एक कप चढ़ा दी जाती है। उसे दांत को प्रोटेक्ट करने के लिए जो टोपी उसे पर चढ़ाई जाती है। वह बिल्कुल ही दांतों को प्रोटेक्ट कर लेता है।
और किसी भी तरीके की दोबारा कैविटीज होने से बचाता है यह दांतों को बिल्कुल स्वस्थ रखता है। इसलिए अपने बच्चों को क्लासिंग के बारे में जानकारी दें जिससे उनके दांतों में कैविटी जैसी समस्या ना बन सके
6.कैविटीज़ की दवा है किसमिस
कम मात्रा में किशमिश का सेवन कैविटी जैसे बीमारी के लिए आराम दे सकता है। आवश्यक से ज्यादा अधिक मात्रा में किशमिश का सेवन करने से यह उपाय उल्टा पड़ सकता है।
वैसे तो हमें इस बात पर विश्वास नहीं होता कि कैविटीज किसमिस में किस प्रकार लाभदायक हो सकती हैं। परंतु किसमिस से कैविटीज को ठीक किया जा सकता है। यह वैज्ञानिकों के द्वारा प्रमाणित किया गया हैं।
यदि आपके दांतों में कैविटीज है तो आप किसमिस का इस्तेमाल करके अपनी कैविटीज को ठीक कर सकते हैं। किशमिश में पाली फिनोल और प्ले जो नाइट पाए जाते हैं जो कैविटीज को रोकने में मदद करता है।
7.दांतों में सडन होने से रोके सिलट
सिलेंट एक प्रकार के प्लास्टिक की कटिंग होती है दांतों के चबाने वाली सतह पर की जाती है। दांतों पर एक अतिरिक्त परत प्रदान करता है और कैविटी दांत को सुरक्षित रखता है।
सडन होने की वजह से हमारे दांत जल्दी गिर जाते हैं। और हमारे दांतों में सडन होने की वजह से दर्द ऐसी समस्या बढ़ जाती है। अपने दांतों को कैविटी से बचने के लिए और दर्द से मुक्त करने के लिए बहुत ज्यादा जरूरी है कि हम दातों को साइलेंट के द्वारा ठीक कर सकें।
8.दांतों में कैविटी रोकता है चीज
चीज कैल्शियम और केसिन में समृद्ध होता है यह दोनों दांतों को मजबूत करने में सहायता करता है। और डायबिटीज होने से रोकता है। डेरी प्रोडक्ट चाहे कोई भी हो यदि उनका इस्तेमाल हम लगातार करते हैं।
तो यह हमारे शरीर को बहुत फायदा पहुंचाते हैं दांतों में कैविटी को रोकने के लिए हम चीज का इस्तेमाल करके कैविटी से बचाव कर सकते हैं। और अपने दांतों को स्वस्थ रख सकते हैं। हमने हमें अपने बच्चों को बहुत ही ध्यान से दांतों के बारे में बताना चाहिए।
इससे हमारे बच्चे का बीमार पड़े और उनके दांत खराब होने से बच्चे अंत हमारे बच्चों के दांत सड़न पैदा होने की वजह से खराब हो जाते हैं और उम्र से पहले गिरने लगते हैं।
9.कैविटी से बचने के लिए ना पिए शक्कर युक्त पेय
अपने बच्चों को कभी भी शक्कर युक्त पर ना पीने दे इसे हमारे दांतों पर काफी नुकसान हो सकता है। अगर हम कभी विश्व पर युक्त पर पी रहे हैं। तो बच्चों को बताएं कि वह एक्स्ट्रा से पिए इसे हमारे दांतों को कैविटी से परेशानी नहीं होगी।
शक्कर हमारे स्वास्थ्य के लिए और हमारे दांतों के लिए दोनों के ही लिए बहुत नुकसानदायक हो सकती है। शक्कर में ऐसे पिगमेंट पाए जाते हैं जो बच्चे के दांतों को डैमेज कर देते हैं।
यदि आप शक्कर युक्त चीजों का सेवन कर रहे हैं तो तुरंत ही अपने दांतों में कला कर देना आवश्यक हो जाता है तभी हम अपने दांतों को सडन से बचा सकते हैं।
10.हमारे दांतों में पायरिया जैसी बीमारी बढ़ जाती है
हमारे बच्चों के दांतों में अगर पाया लग जाती हैं। तो उसे हमारे मुंह में महक आने लगती है जिस वजह से हमें काफी दिक्कत होती है। इसलिए हमें ब्रश करने चली गई पीछे नहीं हटाना चाहिए हमें टाइम से ब्रश करना चाहिए।
यदि हम लगातार ब्रश नहीं करते तो हमारे दांतों में पायरिया जैसी बीमारी बढ़ जाती है। पायरिया हमारे दांतों में लगातार ब्रश न करने के कारण होता है। यदि हम लगातार ब्रश नहीं करेंगे तो धीरे-धीरे हमारे दांतों में प्रिया इकट्ठी हो जाएगी और वह हमारे दांतों को खराब करने लगेगी।
टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उत्तर (FAQ)
Q. हमारे दांतों में कैविटीज की समस्या कैसे होती है
हमारे दांतों में सडन पैदा होने से क्या चीज की समस्या बन जाती है
Q. कैविटी से बचने के लिए क्या करना चाहिए
डायबिटीज से बचने के लिए हमें दोनों टाइम ब्रश करना चाहिए
Q. कैविटीज़ से बचने के लिए किस सलाह लेनी चाहिए
कैविटीज़ से बचने के लिए हमें टाइम टाइम पर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए
Q. पायरिया से हमें क्या परेशानी होती है
परिया से हमारे मुंह में महक आने लगती है दांत में दर्द होने लगता है
निष्कर्ष :
इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको बच्चों के लिए दांतों में कैविटी से बचने के उपाय (Babies ko cavity se kaise bachaye) के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो नीचे दिए हुए कमेंट बॉक्स में कमेंट करके आप पूछ सकते हैं
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