बच्चों का आधार कार्ड कैसे बनवाएं? | दस्तावेज व आवेदन प्रक्रिया | Baccho ka aadhar card kaise banaye

|| बच्चों का आधार कार्ड | बच्चों का आधार कार्ड कैसे बनवाएं? | Baccho ka aadhar card in Hindi | 0 से 5 वर्ष के बच्चों का आधार कार्ड कैसे बनेगा | Baccho ka aadhar card kaise banaye | Chote baccho ka aadhar card kaise banaye ||

Baccho ka aadhar card kaise banaye :- बहुत लोगों के मन में यह शंका रहती है कि वे अपने बच्चों का आधार कार्ड कैसे बनवाए या फिर बच्चों का आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया (Bacchon ka aadhar card kaise banayen) कैसी है। यहाँ हम यह कहना चाह रहे हैं कि अब बड़े लोग तो अपना आधार कार्ड आसानी से बनवा लेते हैं लेकिन जब बात बच्चों का आधार कार्ड बनवाने की आती है तो बहुत से लोग चिंता में डूब जाते हैं। अब जब से भारत सरकार ने देश में आधार कार्ड बनवाने के लिए दिशा निर्देश जारी किये हैं तब से ही इसे धीरे धीरे हर चीज के लिए आवश्यक बना दिया गया है।

अब चाहे आपको राशन लेना हो, बच्चों का स्कूल में प्रवेश करवाना हो या कोई अन्य काम हो, आपको हर जगह बच्चों के आधार कार्ड की जरुरत पड़ेगी ही। जिस प्रकार आपको अपना काम करवाने के लिए अपने आधार कार्ड की जरुरत पड़ती है ठीक उसी तरह बच्चों का काम करवाने के लिए भी उनके आधार कार्ड की जरुरत (Chote baccho ka aadhar card kaise banaye) पड़ती है। ऐसी स्थिति में बच्चों का आधार कार्ड बनवाना भी उतना ही जरुरी हो जाता है जितना की आपका और हमारा।

तो आज के इस लेख में हम आपके साथ बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के ऊपर ही चर्चा करने (Baccho ka aadhar card in Hindi) वाले हैं। आज के इस लेख को पढ़कर आप जान पाएंगे कि किस तरह से आप अपने बच्चों का आधार कार्ड बनवा सकते हैं और उसके लिए आपको किस तरह की प्रक्रिया का पालन करना होगा।

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बच्चों का आधार कार्ड कैसे बनवाएं? (Baccho ka aadhar card kaise banaye)

आज के इस लेख में आपको हर उम्र के बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के बारे में पता चलेगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए उम्र के अनुसार तीन तरह की प्रक्रिया (Bacchon ka aadhar card kaise banega) होती है। इसमें पहली प्रक्रिया के अनुसार 0 से 5 वर्ष के बच्चों का आधार कार्ड बनता है तो दुसरे चरण में 5 से 15 वर्ष के बच्चों का आधार कार्ड बनवाना होता है और तीसरे चरण के रूप में 15 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों का आधार कार्ड बनवाना होता है।

बच्चों का आधार कार्ड कैसे बनवाएं? | दस्तावेज व आवेदन प्रक्रिया | Baccho ka aadhar card kaise banaye

तो आज के इस लेख में आपको एक एक करके तीनो तरह के बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के ऊपर जानकारी मिलने वाली हैं। साथ ही उसके लिए आपको किस तरह की प्रक्रिया का पालन करना होगा और क्या कुछ चाहिए होगा, इसके बारे में भी जानकारी मिलेगी।

#1. 0 से 5 वर्ष के बच्चों का आधार कार्ड बनवाना

आपको जानकर आश्चर्य होगा लेकिन यह बिल्कुल सच है कि आप अपने बच्चे के पैदा होते ही उसका आधार कार्ड बनवा सकते हैं। भारत सरकार की ओर से हर उम्र के बच्चों का आधार कार्ड बनवाने की सुविधा दी गयी है। ऐसे में आप चाहे तो बच्चो के जन्म के समय ही या उसके कुछ समय बाद ही उनका आधार कार्ड बनवा (Aadhar card below 5years in Hindi) सकते हैं। हालाँकि उसके लिए पहले बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र बनवाना आवश्यक होता है।

अब यदि आपके बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र नही बना हुआ है तो फिर आप किसी भी स्थिति में बच्चों का आधार कार्ड नही बनवा सकते हैं। इसलिए सबसे पहले अपने बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन (Aadhar card below 1year baby in Hindi) करें। अब यदि आपको अपने बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनवाना है तो उसके लिए आपको अपना विवाह प्रमाण पत्र भी बनवाना होगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप दोनों पति पत्नी के विवाह प्रमाण पत्र के आधार पर ही आपके बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बन पाएगा।

0 से 5 वर्ष के बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के नियम

चूँकि आप अपने नवजात बच्चे का आधार कार्ड बनवाने जा रहे हैं तो उसके लिए आपको ही उसकी जिम्मेदारी उठानी (Bacchon ka aadhar card banane ke liye kya kya chahiye) होगी। इसके लिए आपको सभी नियमो का पालन करना होगा और उसी के तहत ही आपके बच्चे का आधार कार्ड बन पाएगा। तो 0 से 5 वर्ष की आयु के बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के नियम इस प्रकार हैं:

  • आप दोनों पति पत्नी का विवाह प्रमाण पत्र बना हुआ होना चाहिए।
  • आपके बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बना हुआ होना चाहिए।
  • बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए माता पिता में से किसी एक को उसकी जिम्मेदारी लेनी होगी और अपना नाम दर्ज कराना होगा।
  • माता पिता में से जो भी अपने बच्चे का आधार कार्ड बनवाने की जिम्मेदारी ले रहा है उसे अपना आधार कार्ड भी वहां सबमिट करवाना होगा।
  • बच्चे की जगह माता पिता में जो उसकी जिम्मेदारी ले रहा है, उसे अपने बॉयोमीट्रिक्स देने होंगे।

0 से 5 वर्ष के बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए जरुरी डाक्यूमेंट्स

अब यदि आप अपने बच्चों का आधार कार्ड बनवाने जा रहे हैं तो उसके लिए आपको सभी आवश्यक दस्तावेज अपने घर से लेकर (Bacchon ka aadhar card banane ke liye kya document chahiye) जाने होंगे। बिना इनके आपके बच्चे का आधार कार्ड नही बन पाएगा। अब आप कहेंगे कि बच्चे के क्या ही दस्तावेज होंगे तो यहाँ हम आपको बता दे कि बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए बच्चों से संबंधित जो दस्तावेज चाहिए होता है वह जन्म प्रमाण पत्र होता है।

तो यदि आपके बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र नही बना हुआ है तो फिर किसी भी स्थिति में उसका आधार कार्ड नही बन पाएगा। इसके साथ ही आपके भी कुछ डाक्यूमेंट्स लगेंगे। तो आइए जाने 0 से 5 वर्ष के बच्चे का आधार कार्ड बनवाने के लिए आपको किस किस तरह के डाक्यूमेंट्स आधार सेंटर पर जमा करवाने होंगे।

  1. बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र
  2. माता या पिता में से किसी एक का आधार कार्ड
  3. मोबाइल नंबर
  4. ईमेल आईडी

0 से 5 वर्ष के बच्चों का आधार कार्ड कैसे बनवाए?

अब जब आपने बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए आवश्यक सभी दस्तावेजों सहित बाकि सब तैयारी कर (Aadhar card update for child above 5years in Hindi) ली हैं तो आइए अब बात करते हैं कि आप अपने बच्चे का आधार कार्ड बनवाने के लिए क्या करेंगे या फिर आपको किस तरह की प्रक्रिया से गुजरना होगा।

  • सबसे पहले तो आप दोनों पति पत्नी या फिर जो भी उस बच्चे की जिम्मेदारी ले रहा है वह व्यक्ति अपने बच्चे को साथ लेकर आधार सेंटर जाए।
  • अब आपके शहर या गाँव में सरकार के द्वारा जगह जगह पर आधार सेंटर खोले गए होंगे, जिनमे से आप किसी भी आधार सेंटर में जा सकते हैं।
  • अब जो भी दंपत्ति अपने बच्चे को आधार सेंटर पर लेकर जा रहा है, उसे अपने से संबंधित ही दस्तावेज लेने होंगे। कहने का मतलब यह हुआ कि यदि आप अपने बच्चे का आधार कार्ड बनवाने के लिए अपने पति के डाक्यूमेंट्स देना चाहती हैं लेकिन वे आपके साथ नही जा रहे हैं तो आपके बच्चे का आधार कार्ड नहीं बन पाएगा।
  • तो या तो दोनों ही अपने बच्चे के साथ जाए और यदि कोई एक जा रहा है तो उसे ही अपने बच्चे का आधार कार्ड बनवाने के लिए जिम्मेदारी लेनी होगी और अपने सभी डाक्यूमेंट्स लेने होंगे जो ऊपर बताये गए हैं।
  • अब आपको आधार सेंटर पर जाकर आधार कार्ड बनवाने का फॉर्म लेना होगा और उसे भरना होगा।
  • इसमें आपसे आपके बच्चे की और आपकी सब जानकारी मांगी जाएगी। तो आप यह सब जानकारी भर दे। इसके लिए पेन को अपने साथ लेकर जाएंगे तो ज्यादा अच्छा रहेगा।
  • साथ ही इस बात का ध्यान रखे कि आपको अपने या अपने बच्चे के किसी भी डॉक्यूमेंट की फोटोकॉपी लेकर जाने की कोई जरुरत नही है क्योंकि वहां आधार सेंटर पर ओरिजनल आईडी ही स्कैन की जाएगी।
  • अब आप आधार फॉर्म को भरकर उस सेंटर में बैठे अधिकारी को सबमिट करवा दे। उस अधिकारी के द्वारा आपका नंबर लगा दिया जाएगा और जब आपका नंबर आएगा तब आपको वहां जाना होगा।
  • उसके बाद वह अधिकारी आपको स्क्रीन में दिखाते हुए सब जानकारी ऑनलाइन अंकित करेगा।
  • वैसे तो आधार सेंटर में ज्यादातर ऐसे अधिकारी होते हैं जिनके द्वारा दो तरह की भाषाओँ को लिखा जाता है जिसमे से एक अंग्रेजी और एक उस राज्य की स्थानीय भाषा होती है।
  • अब यदि आप अपने आधार कार्ड को चेक करेंगे तो उसमे आपकी जानकारी को दो बार अलग अलग भाषाओँ में लिखा हुआ होगा। इसमें एक भाषा अंग्रेजी होगी जो कि अनिवार्य होगी और दूसरी भाषा को चुनने की स्वतंत्रता होती है जो भारत की स्थानीय भाषा होती है जैसे कि हिंदी, गुजराती, कश्मीरी, मराठी इत्यादि।
  • तो यदि आधार सेंटर वाला अधिकारी दोनों ही कॉलम में अंग्रेजी भाषा को भर रहा है तो आप उसे एक कॉलम में अपनी स्थानीय भाषा जो कि हिंदी है, उसे भरने को कहें। यदि वह ऐसा करने से मना करता है तो आप उसकी शिकायत भारत सरकार के समक्ष कर सकते हैं और उसको उसकी नौकरी से निलंबित करवा सकते हैं।
  • जब आपकी पूरी जानकारी उस स्क्रीन पर भर दी जाएगी तब आप उसे बारीकी से चेक कर ले ताकि इसमें कोई कमी ना रहने पाए।
  • अब इसके बाद उस अधिकारी के द्वारा आपके बच्चे की एक फोटो ली जाएगी।
  • चूँकि उस समय तक बच्चों के फिंगर प्रिंट इत्यादि बायोमेट्रिक नही बने होते हैं तो उसके लिए आपको अपने ही बायोमेट्रिक देने होंगे।
  • उसके बाद सब काम करके आपको एक स्लिप दे दी जाएगी। उसके कुछ दिनों के बाद आप अपने बच्चे का आधार कार्ड ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं या फिर वह सीधे सरकार के द्वारा आपके घर पहुंचा दिया जाएगा।
  • तो इस तरह से आप अपने बच्चे का आधार कार्ड बनवा सकते (Bacchon ka aadhar card kaise banega)  हैं। यह आधार कार्ड आपके बच्चे का उसके स्कूल में एडमिशन करवाने के बहुत काम आएगा।

#2. 5 से 15 वर्ष के बच्चों का आधार कार्ड बनवाना

अब बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के दूसरे चरण के रूप में आपको आधार सेंटर तब जाना होगा जब आपका बच्चा न्यूनतम 5 वर्ष का हो जाए और अधिकतम 15 वर्ष का हो। ऐसा इसलिए क्योंकि तब तक आपके बच्चे की बायोमेट्रिक पहचान आ गयी होती है और अब वह अपनी बायोमेट्रिक पहचान के दम पर आधार कार्ड बनवा सकता (Bacchon ka aadhar update kaise karen in Hindi) है। हालाँकि इसके लिए बस आपको अपने बच्चे का आधार कार्ड अपडेट ही करवाना होगा।

यहाँ हम यह कहना चाह रहे हैं कि यदि आपने अपने बच्चे का आधार कार्ड पहले से ही बनवा रखा है और अब आप उसके 5 वर्ष के होने पर फिर से बनवाने जा रहे हैं तो उसके लिए आपको सभी तरह के डॉक्यूमेंट और प्रक्रिया को फिर से करने की कोई जरुरत नही होगी। इसके लिए बस आपको अपने बच्चे को उसके पहले के बने आधार कार्ड के साथ ही आधार सेंटर लेकर जाना होगा।

वहां पर आपके बच्चे का आधार कार्ड देखा जाएगा और उसकी उम्र निकाली जाएगी। अब यदि वह 5 वर्ष से ऊपर का हो चुका है तो आधार सेंटर के अधिकारी सिस्टम में उसका आधार नंबर डालकर लॉग इन करेगा और उसमे अपडेट करेगा। अब इसमें अपडेशन के रूप में आपके बजाए आपके बच्चे के फिंगर प्रिंट, आखों के रेटिना इत्यादि बायोमेट्रिक पहचान ली जाएगी। इसके बाद वह आधार कार्ड आपके बच्चे के बायोमेट्रिक पहचान पर अपने आप अपडेट हो जाएगा। हम आपकों बता दे की यदि आपके बच्चे की उमर 5 से 7 साल है तो आपके बच्चे की मैंडेटरी अपडेट होगी जिसमें कोई फीस नहीं लगेगी। लेकिन अगर उमर ज्यादा है तो फीस लगेगी।

किंतु यदि आपने अपने बच्चे का आधार कार्ड पहले से नही बनवा रखा है और उसके 5 वर्ष की आयु के होने के बाद पहली बार उसका आधार कार्ड बनवाने जा रहे हैं तो आपको ऊपर दी गयी सब प्रक्रिया का पालन करना होगा। आपको सभी तरह के डाक्यूमेंट्स भी वही देने होंगे और सारी प्रक्रिया भी वही होगी, बस एक छोटा सा अंतर होगा। अब इसमें आपके बायोमेट्रिक लेने की बजाए सीधे आपके बच्चे के ही बायोमेट्रिक लिए जाएंगे।

साथ ही यदि आपका बच्चा स्कूल जाने लगा है तो उसके सर्टिफिकेट भी वहां देने होंगे। उसके बाद कुछ ही दिनों में आपके बच्चे का आधार कार्ड बनकर आपके घर पर आ जाएगा।

#3. 15 वर्ष से ऊपर के बच्चों का आधार कार्ड बनवाना

अब जब आपका बच्चा 15 वर्ष से अधिक आयु का हो चुका है तो उसके आधार कार्ड में अपडेट करवाना आवश्यक होता है। वह इसलिए क्योंकि बढ़ती उम्र के साथ साथ बच्चों के फिंगर प्रिंट और अन्य बायोमेट्रिक पहचान बदल जाती है। इसलिए यदि इन्हें समय रहते चेंज नही करवाया गया तो वह आधार कार्ड अमान्य करार दे दिया जाता है। तो ऐसे जो भी बच्चे जिन्होंने अपने आधार कार्ड 15 वर्ष से पहले बनवाया था, उनका वह आधार कार्ड 15 वर्ष का होते ही अमान्य हो जाता है और इसके लिए उन्हें फिर से आधार सेंटर पर जाकर फिर से अपडेट करवाना होता है।

तो अब जब आपका बच्चा 15 वर्ष से अधिक आयु का हो चुका है तो ना तो आपको उसके साथ आधार सेंटर जाने की आवश्यकता होगी और ना ही आपको अपने किसी डॉक्यूमेंट को उसे देना होगा। सरकार के द्वारा उसका आधार कार्ड केवल उसी के बलबूते ही बनाया जाएगा। अब उसके आधार कार्ड पर पूरी तरह से उसी का ही नियंत्रण होगा।

तो इसके लिए आपके बच्चे को पास के किसी आधार सेंटर पर अपना आधार कार्ड लेकर जाना होगा। एक महत्वपूर्ण जानकारी हम आपको दे दे कि यदि आप 15 से 17 उम्र के हैं तो आपकी मैंडेटरी अपडेट होगी जिसमें आपसे कोई फीस नहीं ली जाएगी और अगर आपकी उम्र 17 से ऊपर है तो आपकी 50 या 100 रुपए फीस लग सकती है। उसके बाद वहां के अधिकारी वही प्रक्रिया दोहराएंगे जो दूसरे चरण में दोहराई गयी थी। कहने का मतलब यह हुआ कि इसमें उसके बायोमेट्रिक पहचान वापस ली जाएगी और उसकी फोटो भी नयी क्लिक की जाएगी। इसके कुछ दिनों के बाद आपके घर पर आपके बच्चे का नया आधार कार्ड बनकर आ जाएगा।

तो इस तरह से आप अपने बच्चे का आधार कार्ड बनवा सकते हैं। आज के समय में आधार कार्ड बहुत ही जरुरी हो गया है। इसलिए आप इसमें किसी भी तरह की कोताही ना बरते और जल्द से जल्द अपने बच्चे का आधार कार्ड बनवाए।

बच्चों का आधार कार्ड बनवाना क्यों जरुरी है?

इतना सब पढ़कर एक प्रश्न आपके दिमाग में दौड़ रहा होगा कि आखिरकार बच्चों का आधार कार्ड बनवाना जरुरी ही (Bacchon ka aadhar card banvana hai) क्यों है। उन्हें कोई अन्य दस्तावेज थोड़ी ना चाहिए होते हैं या फिर उनका क्या ही सरकारी काम होता है, जो कही पर उनका आधार कार्ड काम आएगा। तो यहाँ हम आपको बता दे कि बच्चों का आधार कार्ड उनके हर जगह काम आएगा।

उदाहरण के रूप में यदि आप अपने बच्चे को स्कूल में डाल रहे हैं तो उसके लिए आपको निर्धारित तौर पर उसका आधार कार्ड वहां जमा करवाना होगा। अब यदि आपके बच्चे का आधार कार्ड नहीं बना हुआ है तो स्कूल वाले आपके बच्चे को लेने में आनाकानी करेंगे। बहुत से स्कूल में बच्चों को आधार कार्ड के आधार पर ही प्रवेश दिया जाता है और यह नहीं है तो उनको वहां प्रवेश नही मिलेगा।

इसके अलावा भारत सरकार की ओर से बच्चों के कल्याण के लिए कई तरह की सरकारी योजनाएं भी चलायी जा रही है। तो यदि आप अपने बच्चों के लिए इन सरकारी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको निश्चित तौर पर अपने बच्चों का आधार कार्ड बनवाना ही होगा।

बच्चों का आधार कार्ड कैसे बनवाए – Related FAQs

प्रश्न: बच्चों का आधार कार्ड कितने दिन में बन जाता है?

उत्तर: बच्चों का आधार कार्ड 15 से 30 दिन में बन जाता है।

प्रश्न: मोबाइल से नया आधार कार्ड कैसे बनाएं?

उत्तर: आप किसी भी स्थिति में घर बैठे या मोबाइल से आधार कार्ड नहीं बनवा सकते हैं।

प्रश्न: बच्चों का आधार कार्ड कैसे बनवाएं Online?

उत्तर: बच्चों का आधार कार्ड बनवाने का कोई भी ऑनलाइन जरिया नही है और आपको इसके लिए आधार सेंटर जाना ही होगा।

प्रश्न: बच्चों के आधार कार्ड बनवाने के लिए क्या डॉक्यूमेंट चाहिए?

उत्तर: बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए आपको उसका जन्म प्रमाण पत्र, माता पिता का विवाह प्रमाण पत्र, माता पिता में से कसी एक का आधार कार्ड व एक अन्य सरकारी दस्तावेज चाहिए होता है।

प्रश्न: 1 साल के बच्चे का आधार कार्ड बन सकता है क्या?

उत्तर: हां, 1 साल के बच्चे का आधार कार्ड बन सकता है।

Mukesh Chandra

मुकेश चंद्रा ने बीटेक आईटी से 2020 में इंजीनियरिंग की है। वह पिछले 5 साल से सामाजिक.इन पर मुख्य एडिटर के रूप में कार्यरत हैं, उन्हें लेखन के क्षेत्र में 5 वर्षों का अनुभव है। अपने अनुभव के अनुसार वह सामाजिक.इन पर प्रकाशित किये जानें वाले सभी लेखों का निरिक्षण और विषयों का विश्लेषण करने का कार्य करते है।

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