अगर बच्चो को बनाना है कामयाब तो इन चीजों को करें फॉलो

माता-पिता अपने बच्चों के लिए हमेशा बहुत चिंतित रहते हैं। उन्हें हमेशा चिंता रहती है कि वह अपने बच्चों को ऐसी कौन से तरीके सिखाएं जिससे वह अपने जीवन में कामयाबी को हासिल कर पाए और एक सफल इंसान बन पाए जिससे उन्हें अपने जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। परंतु अक्सर पेरेंट्स को इस बारे में जानकारी नहीं होती कि अगर वह अपने बच्चों को कामयाब (Baccho ko kamyabi) बनाना चाहते हैं तो वह क्या कर सकते हैं। 

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको यह जानकारी देंगे की बच्चों को कामयाब (Baccho ko kamyab banane ke tips)बनाने के लिए किन टिप्स को फॉलो किया जा सकता है। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े। 

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1.बच्चों की पढ़ाई में माता-पिता की भूमिका :

बच्चों की पढ़ाई में माता-पिता विशेष भूमिका निभाते हैं। छोटी सी उम्र में जब बच्चे 10 11 साल के होते हैं तब उन्हें इस बात का ज्ञान नहीं होता की पढ़ाई उनके लिए कितनी ज्यादा महत्वपूर्ण है। 

अगर बच्चो को बनाना है कामयाब तो इन चीजों को करें फॉलो

वह उसके पेरेंट्स ही हैं जो बच्चे को पढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं जो अपने बच्चों को समय देते हैं और अपने साथ बैठकर पढ़ते हैं। ऐसे बच्चे जो किताबों से अधिक पढ़ाई करते हैं उनके परिणाम में अंक भी अच्छे आते हैं। 

ऐसा माना गया है एक शोध के माध्यम से भी यह जानकारी मिलती है कि जिन बच्चों को 10 वर्ष की उम्र में ज्यादा किताबों में रुचि होती है। उन बच्चों के एग्जाम में मार्क्स बहुत अच्छे आते हैं और जो बच्चे कम पढ़ाई करते हैं उन बच्चों के मार्क्स कम आते हैं। 

2.सफल बच्चों के माता-पिता साथ में खाना खाते हैं :

अक्सर परिवार में ऐसा देखा गया है कि जो परिवार साथ में बैठकर खाना खाते हैं। वह लोग बहुत खुश रहते हैं और उनके माता-पिता अक्सर सफल होते हैं। सफल लोगों को इस विषय में जानकारी होती है कि उन्हें क्या चीज करनी चाहिए। 

जिससे वह अपने परिवार को खुश रख सकते हैं। एक साथ खाना खाने से हम एक साथ समय अच्छी तरीके से मिलने पाते हैं। और अपनी अपनी दैनिक क्रियाओ को एक दूसरे के साथ खाने की टेबल पर शेयर कर सकते हैं।

 इससे हमें दूसरे के विषय में जानने का भी मौका मिलता है और अपने विषय में भी बताने का मौका मिलता है। परिवार में बच्चों और माता-पिता के साथ एक साथ खाना खाने से बॉन्डिंग बढ़ती हैं।और ऐसा एक माता-पिता को अवश्य अपने बच्चों के साथ करना चाहिए। 

3. इलेक्ट्रॉनिक का उपयोग कम करें :

जिन बच्चों के माता-पिता हर क्षेत्र में सफल होते हैं। ऐसे माता-पिता अपने घर में गैजेट से इलेक्ट्रॉनिक्स का उपयोग काम करते हैं। यदि वह दिन भर इलेक्ट्रॉनिक्स का उपयोग अपने बच्चों के सामने करते रहते हैं। तो उनके बच्चों पर भी इसका गलत प्रभाव पड़ता हैं।

 और बच्चे को भी इलेक्ट्रॉनिक्स की लत लग जाती है। अमेरिका यूनिवर्सिटी का पीडियाट्रिक्स अनुसार 18 महीने से कम उम्र के बच्चों को कभी भी गैजेट्स का इस्तेमाल करने से नहीं देना चाहिए। 

यह बच्चे के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है। इसके अलावा बेडरूम कर या डिनर की टेबल पर तो कभी भी हमें इलेक्ट्रॉनिक्स का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इस समय पर हमें अपने बच्चों या पार्टनर के साथ बातचीत करनी चाहिए। 

4. सफल बच्चों के माता-पिता उनकी विशेषताओं के बारे में जानते हैं। 

सफल बच्चों के माता-पिता अपने बच्चों को जीवन में अच्छी चीज करने के लिए प्रेरित करते हैं। वह अपने बच्चों को यह बताते हैं कि वह अपने जीवन में क्या अच्छा कर सकते हैं। और किन चीजों को करके अपने जीवन में सफल हो सकते हैं। 

उन्हें इस विषय में जानकारी होती है कि वह अपने बच्चों को प्रेरणा कैसे दे सकते हैं। और भविष्य की सही राह पर चलने में मदद कैसे कर सकते हैं। 400 बच्चों पर किए गए एक अध्ययन के बाद यह पता चला है की अधिकतर बच्चों ने ऐसा करियर चुना है। 

जिसमें उनके फेल होने के कोई भी चांसेस नहीं होते। जैसे कि संगीतकार वीडियो गेम डिजाइनर आदि परंतु जिन बच्चों के माता-पिता आना वेयर हैं या पढ़े-लिखे नहीं है। और अपने बच्चों को उनके भविष्य के लिए मोटिवेट नहीं करते। 

ऐसे पेरेंट्स के बच्चे अपने भविष्य में भ्रमित रहती हैं उन्हें इस विषय में ज्ञान नहीं होता कि उन्हें अपने जीवन में क्या करना है। 

5. सक्सेसफुल बच्चों की अभिभावक बच्चों को कम करना सिखाते हैं :

जिन बच्चों के अभिभावक सक्सेसफुल होते हैं। वह अपने बच्चों को छोटे-छोटे काम करने की शुरुआत करते हैं। यह जरूरी है कि अपने बच्चों को शुरुआत से ही काम करना सीखना चाहिए। जिन बच्चों को बचपन से ही काम करने की आदत डलवाई जाती है। 

वह बच्चे अपने जीवन में किसी भी प्रकार के काम करने से नहीं करते। और आसानी से सारे कार्य को अंजाम देते हैं। ऐसे बच्चों को पता होता है। कि विभिन्न सिचुएशन में उन्हें कैसे रिएक्ट करना है। 

उन्हें इस विषय में जानकारी होती है कि विभिन्न क्षेत्रों में कैसे कम कर सकते हैं। यदि कोई प्रतिकूल परिस्थिति आ जाती है तो यह बच्चे सारी सिचुएशन को संभाल लेते हैं। ऐसे अब आपको के बच्चे अपने जीवन में भी बहुत सारी ऊंचाइयों को हासिल कर पाते हैं। 

6. टॉपर बच्चों के माता-पिता बच्चों को तत्काल संतुष्टि से ना कहना सीखाते हैं :

टॉपर बच्चों के माता-पिता अपने बच्चों को यह सीखते हैं कि उन्हें छोटी-छोटी संतुष्टियों से प्रभावित नहीं होना चाहिए। उन्हें ऐसे ही मेहनत अपने जीवन में करते रहना चाहिए और नई ऊंचाइयों को हासिल करते रहना चाहिए। 1972 में बच्चों पर एक एक्सपेरिमेंट किया गया। 

इस एक्सपेरिमेंट में बच्चों के सामने एक मार्शमैलो रखा गया। और बच्चों को यह बताया गया कि यदि आप 15 मिनट तक इस मार्शमैलो को नहीं खाते हैं तो आपको बाद में एक और मार्शमैलो का गिफ्ट दिया जाएगा। 

जो बच्चे 15 मिनट तक मार्शमैलो को नहीं खाते और उसका इंतजार कर लेते हैं। ऐसे बच्चे अपने जीवन में बहुत सारी उपलब्धियां को हासिल करते हैं। 

ऐसे बच्चे विभिन्न तरीके के सामाजिक कौशलों को सीख कर बहुत सारी उपलब्धि ग्रहण करते हैं परंतु जिन बच्चों ने इंतजार नहीं किया वह अपने जीवन में कुछ भी नहीं कर पाते। 

7. सबसे सफल बच्चों के अभिभावक कामकाजी होते हैं :

जिन बच्चों के पेरेंट्स कामकाजी होते हैं। उन्हें घरेलू कामों के अलावा बाहर की चीजों का भी पूरा ज्ञान होता है। उन्हें पता होता है कि क्या चीज इस जमाने में बेहतर है और किन चीजों को वह अपने बच्चों को सिखा सकते हैं। या फिर किन चीजों से वह अपने बच्चों को दूर रख सकते हैं। 

जिससे बच्चों को भी फायदा हो और माता-पिता भी अपने बच्चों को सर्व बना सके जीवन में किस प्रकार से सफलता हासिल की जाती है। और उसको करने के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ती है। 

एक सफल अभिभावक बच्चों को यही सिखाते हैं जो अभिभावक कामकाजी होते हैं। वह अपने बच्चों को ज्यादा मेहनत करने के लिए प्रेरित करते हैं और उसे अपने जीवन में हमेशा मोटिवेट करते रहते हैं। 

परंतु जो अभिभावक कामकाजी नहीं होते या जिन्हें बाहरी दुनिया के विषय में कोई समझ नहीं होती वह अभिभावक ज्यादा सफल नहीं बना पाते। 

8. कामयाब बच्चों के अभिभावक उन्हें यात्रा पर ले जाते हैं :

जिन बच्चों के अभिभावक कामयाब होते हैं या कामकाजी होते हैं। वह अपने बच्चों को अक्सर यात्रा पर ले जाते हैं यात्रा पर ले जाने के बच्चों के अंदर बहुत सारे फायदे देखने को मिलते हैं। यात्रा पर ले जाने से बच्चा विभिन्न तरीके के कलर संस्कृति जगह और लोगों को देखा है। 

तरह-तरह के सफल लोगों को देखकर उसके मन में भी प्रेरणा जागृत होती है कि वह भी उन्हीं लोगों की तरह सफल बन सकता है। जिन बच्चों ने ज्यादा यात्राएं की होती हैं या ज्यादा दुनिया अच्छी होती है वह बच्चे अधिक सफल होते हैं। क्योंकि उन्हें जानकारी होती है कि यदि वह सफल बनेंगे तो वह अपने जीवन में क्या-क्या कर सकते हैं और क्या-क्या पा सकते हैं। 

9. सफल बच्चों के मां-बाप उन्हें बताते हैं की बिफलता सबसे महान शिक्षक है :

जिन बच्चों के मां-बाप सफल होते हैं। वह अपने बच्चों को यह समझते हैं की विफलता किस प्रकार से एक महान शिक्षक होती है। बिफलता हमें यह सिखाती है कि हमने कहां पर गलतियां की और कहां पर चूक की जिसकी वजह से हम बिफल हुए। 

जितना अच्छी तरीके से हम एक विफलता सीख कर जाती है कि हम क्यों सफल हुए उतना अच्छी तरीके से हमें कोई भी नहीं सिखा सकता। सफलता और विफलता का अपने बच्चों को यह समझाने का प्रयास करते हैं कि वह अपनी विफलता को किस प्रकार से अपनी सफल जीवन में कन्वर्ट कर सकते हैं। यदि बच्चों को सही तरीके से चीजों के विषय में ज्ञान नहीं दिया जाता तो वह कभी भी अपने जीवन को ठीक करने में सफल नहीं हो पता है। 

बच्चों की सफलता में पेरेंट्स की भूमिका

किसी भी बच्चे की सफलता (Baccho ko kamyabi me parents ka role)में पेरेंट्स एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं पेरेंट्स वह हैं। जिनके साथ बच्चा एक घर में रहता है। यदि पेरेंट्स पढ़े लिखे और समझदार होते हैं तो उन्हें पता होता है कि घर का स्वास्थ इन्वायरमेंट होना बच्चों के पढ़ाई और उसके दिमागी विकास के लिए कितना महत्वपूर्ण है। 

ऐसे पेरेंट्स अपने बच्चों को एक अच्छा एनवायरमेंट देने का प्रयास करते हैं। उसे ऐसे हर पोषक तत्व खिलाने का प्रयास करते हैं। जिससे उसका शारीरिक एवं मानसिक विकास अच्छी तरीके से हो वह हमेशा चाहते हैं कि उनका बच्चा अपने जीवन में सफल बने। 

जिसके कारण वह उन्हें अपने फ्यूचर के लिए हमेशा प्रेरित करते रहते हैं। यदि बच्चों को सही तरीके से प्रेरणा मिलती है तभी वह अपने जीवन में कुछ अच्छा करने के लिए अग्रसर करता है। पेरेंट्स का सफल होना बहुत ज्यादा जरूरी है पेरेंट्स का सफल होना ज्यादा जरूरी है।

तभी वह बता पाते हैं कि उन्हें अपने बच्चों के लिए क्या सही लगता है और क्या गलत है। यदि पेरेंट्स सफल नहीं है तो उन्हें खुद के विषय में ही ज्ञान नहीं होगा और अपने बच्चों के लिए भी मैं कुछ भी नहीं बता पाएंगे। इसलिए पेरेंट्स की सफलता भी बच्चे की सफलता से बहुत ज्यादा जुड़ी होती है। 

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ) 

Q. सफल पेरेंट्स की क्या विशेषताएं होती हैं? 

सफल पेरेंट्स अपने बच्चों के साथ समय व्यतीत करते हैं। उन्हें फ्यूचर के लिए प्रेरित करते हैं और उन्हें अच्छे फ्यूचर की राह दिखाते हैं। 

Q. सफलता बच्चों के जीवन में क्यों मायने रखती है? 

यदि आपका बच्चा अपने जीवन में सफल होता है तो वह पूरे जीवन भर खुश रह सकता है। 

Q. तत्कालीन संतुष्टि को बच्चों को ना क्यों करना चाहिए? 

बच्चों को जो छोटी-छोटी उपलब्धि प्राप्त होती हैं पेरेंट्स को ऐसे बच्चों को सीखना चाहिए कि इन्हें अपने दिमाग पर नहीं चढ़ने देना है और ऐसे ही मेहनत करते रहना है। 

Q. यात्रा का कामयाबी से क्या संबंध है? 

यात्रा से बच्चा प्रेरित होता है वह विभिन्न चीजों के बारे में जानता है और कामयाब बनने का प्रयास करता है। 

निष्कर्ष :

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको अगर बच्चो को बनाना है कामयाब तो इन चीजों को करें फॉलो (Baccho ko kamyabi) के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप कमेंट करके कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की हुई जानकारी बिल्कुल ठोस और सटीक है ।अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें । हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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