बच्चों की हाइट कैसे बढ़ाए? बेस्ट टिप्स | Bacchon ki height kaise badaye

यह अच्छे व्यक्तित्व के लिए निर्धारित पैमाने में से एक है। हाइट कुछ हद तक अनुवांशिक भी होती है। लेकिन अगर बचपन से ध्यान दिया जाए तो किसी बच्चे की हाइट अच्छी हो सकती है। लेकिन अच्छी हाइट की चाहत हर किसी की होती है उसके लिए बच्चों के खान-पान ध्यान देना अति आवश्यक है। कुछ माता-पिता अपने बच्चों को खानपान पर ध्यान नहीं देते हैं। इसलिए बच्चों की हाइट कम रह जाती है। (Children ki Height )

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपके बच्चों की हाइट कैसे बढ़ाए(Children ki Height kaise badaye) इस विषय में जानकारी देंगे। अगर आपको इस विषय में जानकारी चाहिए तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।

Contents show

क्या वास्तव में लंबाई बढ़ाने के लिए कुछ किया जा सकता है? 

वैसे तो बच्चों की हाइट माता-पिता की (Children ki Height badane ke upay) जींस पर निर्भर करती है। अगर माता-पिता का कद ऊंचा होने के बाद भी बच्चे की लंबाई सामान्य से कम है तो उसकी दिनचर्या में किए गए कुछ बदलाव उसकी हाइट बढ़ाने में मदद कर सकते हैं । पोषक तत्व शारीरिक गतिविधियों की कमी बच्चों के कद को प्रभावित करती है इसके बारे में विस्तार से हम नीचे बता रहे हैं।

बच्चों की हाइट कैसे बढ़ाए? बेस्ट टिप्स | Bacchon ki height kaise badaye

1. दैनिक आहार ( पोषक तत्व) 

कई प्रकार के पोषक तत्व हाइट बढ़ाने और शारीरिक विकास के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं । पोषक तत्व की कमी यानी मालनूट्रिशन भी  शरीर के विकास में बाधा बनती है। ऐसे में संतुलित आहार का सेवन किया जाना जरूरी होता है ।

ऐसे में बच्चों के आहार में पनीर व फलिया आदि को शामिल किया जा सकता है। इसके अलावा लंबाई में मदद करने वाले अन्य पोषक तत्वों के बारे अपने डॉक्टर से सलाह लेनी एक बार आवश्यक है।

2. शारीरिक गतिविधियां 

दैनिक गतिविधियों में व्यायाम को शामिल करने में हाइट बढ़ाने में मदद मिलती है। रोजाना बॉडी को स्ट्रेट करने वाले वर्कआउट जैसे शरीर को ऊपर की ओर खींचना करने से ग्रोथ हार्मोन बढ़ाते हैं ।

जो शारीरिक विकास के साथ ही कद बढ़ाने में भी मदद करते हैं । शारीरिक गतिविधियों और व्यायाम के बारे में हमें जानकारी होना बहुत ही आवश्यक है। हमें सुबह उठकर व्यायाम करना चाहिए इसे हमारे शरीर की गतिविधियों पर काफी प्रभाव पड़ता है।

लंबाई को निर्धारित करने वाले कारक

इस बात का एक सटीक निर्धारण करना मुश्किल है। कि बच्चे की लंबाई कितनी होगी फिर भी कुछ शोध में पाया गया कि बच्चे की लंबाई को निर्धारित करने वाले कारक मुख्य रूप से दो प्रकार के हैं।

1.अनुवांशिक (Genetic) 

अलग-अलग प्रकार के कई जींस होते हैं । जो हाइट निर्धारित करते हैं। इन्हें पालीजनिक इनहेरिटेंस कहा जाता है ।बच्चों की लंबाई कितनी होगी इसका अनुमान लगाना मुश्किल होता है। माता-पिता के जींस  से यह स्पष्ट हो जाता है कि बच्चा अपने माता-पिता जितने लंबा होगा । 

लेकिन अलग-अलग जींस के कारण भाई बहन की हाइट अलग-अलग हो सकती है। इसके अलावा हार्मोन की वजह से हाइट प्रभावित होती है। जिसे आनुवांशिक कारण भी निर्धारित कर सकते हैं।

2.पर्यावरणीय कारक

बच्चों की लंबाई पर्यावरणीय कारकों से भी प्रभावित हो सकती है। इन पर्यावरणीय कारकों में गर्भावस्था के दौरान मां को मिलने वाला पोशाक उसके द्वारा किए जाने वाला धूम्रपान और हानिकारक पदार्थों से संपर्क शामिल है ।

इसके अलावा सामाजिक आर्थिक कारण जैसे आप शिक्षा और व्यायाम से भी बच्चों की लंबाई को प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे मामलों में जब परिवार अच्छे अफसर को पाने के लिए दूसरी जगह जाते  है। बेहतर रोजगार से परिवार के खान-पान और रहन-सहन में बदलाव होता है । जिससे अगली पीढ़ी के कद पर सकारात्मक असर पड़ सकता है।

किस उम्र में लंबाई सबसे ज्यादा बढ़ती है।

बच्चों की सबसे ज्यादा लंबाई (Children ki Height kis age me badti hai)उसके पैदा होने के 1 साल के अंदर बढ़ती है । बच्चे जीवन में सबसे पहले साल में करीब 10 इंच तक बढ़ाते हैं इसके बाद उनका जींस और उनके खान-पान के अनुसार ही बढ़ता है । 

वही जन्म के एक वर्ष के बाद की बात करें तो लड़कों की सबसे ज्यादा हाइट 13 से 14 वर्ष की आयु के बीच बढ़ सकती है। इसके अलावा लड़कियों की सबसे ज्यादा हाइट 11 से 12 वर्ष की आयु के बीच बढ़ती है। 

बच्चों की हाइट को और बेहतर तरीके बढ़ाने के लिए उसके खान-पान पर ध्यान देना आवश्यक है लड़कों की 13 से 14 वर्ष के बीच में हाइट 9.5 सेंटीमीटर तक बढ़ती है और लड़की की हाइट 11 से 12 वर्ष में 8.3 सेंटीमीटर तक बढ़ती है।

बच्चों की लंबाई बढ़ाने के उपाय

बच्चों की लंबाई को निर्धारित करने (Children ki Height badane ke tips)वाला सबसे प्रमुख कारण जींस होता है। लंबाई उनके अनुसार ही बढ़ती है लेकिन फिर भी कुछ बातों का ख्याल कर के  लंबाई को बढ़ाया जा सकता है। यह उपाय कुछ इस प्रकार है।

1.संतुलित आहार

हाइट बढ़ाने के लिए संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए।अपने बच्चों की हाइट में कई प्रकार के पोषक तत्वों से युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल कर हाइट बढ़ाने में उनकी मदद की जा सकती है।

2.विटामिन डी

माना जाता है कि विटामिन डी की कमी लंबाई में नकारात्मक प्रभाव डालती है ऐसे में विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थ जैसे पनीर ,फली व टोफूस को आहार में शामिल करने से हाइट बढ़ाने में मदद मिल सकती है। 

यह विटामिन हड्डियों के विकास के लिए महत्वपूर्ण होती है ।विटामिन डी की कमी से बच्चों की हड्डियां भी कमजोर रह जाती है। इस वजह से उनकी हाइट नहीं बढ़ पाती है। बच्चों की हाइट बढ़ाने के लिए विटामिन डी की कमी नहीं होनी चाहिए।

3.जिंक

जिस पोषक तत्व से भरपूर शतावरी चॉकलेट और मूंगफली भी शारीरिक विकास में मदद करती हैं । जिंक सही मात्रा में भी बहुत महत्वपूर्ण है । क्योंकि इसकी कमी से बच्चों के विकास में रुकावट हो सकती है। इसलिए माता-पिता को इस बात का खास कर ध्यान रखना चाहिए कि हमारे बच्चे के शरीर में किसी भी विटामिन की कमी ना हो।

4.आयरन

शारीरिक विकास के लिए आयरन का सेवन भी जरूरी है। इसकी कमी का होना एक गंभीर समस्या बन सकता है । जिससे विकास में बाधा आ सकती है । इसकी कमी को दूर करने की हाइट बढ़ाने में मदद मिल सकती है ।ऐसे में आयरन युक्त आहार जैसे मशरूम ,मछली को डाइट में जोड़ा जा सकता है ।

5.विटामिन सी 

शारीरिक विकास और हाइट बढ़ाने यानी ग्रोथ के लिए विटामिन सी भी एक जरूरी पोषक तत्व है। हाइट को बढ़ाने के साथ ही यह इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव प्रतीक्षा प्रणाली को भी बढ़ता है। 

माना जाता है कि लड़कों के लिए विटामिन सी की 75 मिलीग्राम मात्रा और लड़कियों के लिए प्रतिदिन 65 मिलीग्राम विटामिन सी की मात्रा जरूरी है । विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ में संतरा ,अंगूर ,कवि ,आम ,पपीता ,अनानास ,स्ट्रॉबेरी ,रसभरी, ब्लूबेरी और तरबूज जैसे खाद्य पदार्थों को शामिल कर सकते हैं ।

6.प्रोटीन: 

 प्रोटीन युक्त आहार का सेवन में लंबाई को बढ़ाने में मदद कर सकता है। 6 से 24 महीने तक के बच्चों पर किए गए एक शोध के मुताबिक प्रोटीन से उनकी लंबाई बढ़ाने में सागरआत्मक प्रभाव देखने को मिले।

 प्रोटीन की आवश्यकता शरीर में नाइट्रोजन की मात्रा को संतुलित करने शरीर की मांसपेशियां मजबूत करने और ऊतक के निर्माण के लिए जरूरी होती है। इसके अलावा यह हड्डियों के विकास में भी मदद करती है।

क्या नहीं खाना चाहिए

बच्चों के साथ ही गर्भावस्था के दौरान मां को भी जिंक फूड का सेवन न करने की सलाह दी जाती है। इसका सेवन बच्चों की ग्रोथ पर पड़ता है । शारीरिक विकास में ही वादा होगी तो हाइट भी तेजी से नहीं बढ़ेगी ऐसे में जंग का फास्ट फूड से भी दूरी बनाई रखनी चाहिए।  इसके अलावा अधिक चीनी और कैफीन युक्त खाद पदार्थ भी शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं । हालांकि इसका बच्चों के कद पर सीधे तौर से संबंधित शोध तो मौजूद नहीं है। लेकिन स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए इसके सेवन से बचना चाहिए।

हाइट बढ़ाने के अन्य उपाय

1.व्यायाम और खेलकूद

नियमित रूप से व्यायाम करना और खेलकूद से जुड़े रहना सेहत के लिए शारीरिक विकास के लिए फायदेमंद होता है । व्यायाम और खेल कूद से शरीर की मांसपेशियों को मजबूत करने और शरीर को एक्टिव बनाने में मदद मिलती है। एक शोध के अनुसार इस प्रकार की शारीरिक गतिविधियां शरीर और हड्डियों में विकास में सहायक होती हैं। जो हाइट बढ़ाने में सहायता कर सकते हैं ।इस प्रकार की गतिविधियों में दौड़ना स्विमिंग करना और रस्सी कूदना शामिल है।

2.जॉगिंग व रनिंग

सुबह-सुबह जोगिंग ब रनिंग करना कई प्रकार से स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। रनिंग वह जॉगिंग हड्डियों का विकास करने के साथ ही उन्हें मजबूत बनाती है। इससे लंबाई बढ़ाने में मदद मिल सकती है।

3.स्विमिंग

हाइट बढ़ाने के लिए तैराकी यानी स्विमिंग अच्छी शारीरिक गतिविधि हो सकती है। इसे करते समय शरीर के प्रत्येक अंग की कसरत होती है। इससे मांसपेशियां मजबूत होती है। और हड्डियों के विकास में मदद मिलती है। हड्डियों का विकास होने पर लंबाई भी बढ़ती है।इसलिए माना जाता है कि स्विमिंग बच्चों की हाइट ग्रोथ में अहम भूमिका निभा सकती है ।इसलिए अपने बच्चों के लिए स्विमिंग जरूर करवाये।

4.स्किपिंग

आपने अक्सर लोगों से सुना होगा कि अगर अपनी लंबाई बढ़ानी है। तो रस्सी कूदना चाहिए जी हां हाइट बढ़ाने के लिए फायदेमंद  हो सकती है । यह हड्डियों के घनत्व को बढ़ाने में मदद कर सकता है। 

एक शोध में पाया गया है कि मजबूत हड्डियां लंबाई बढ़ाने का एक कारण हो सकती है। साथ ही यह गतिविधि फिटनेस और हाइट के लिए भी फायदेमंद मानी गई है।

5.योगाभ्यास

माना जाता है कि रोजाना योग अभ्यास करने के कई तरह की बीमारी और शारीरिक समस्याओं को ठीक किया जा सकता है। उन्हें समस्या में से एक छोटे कद की समस्या है ।

योगाभ्यास से समस्या को कुछ हद तक दूर किया जा सकता है। योग लंबाई बढ़ाने वाले हारमोंस को एक्टिव कर देते हैं । क्रिया सूर्य नमस्कार मेडिटेशन ग्रोथ हार्मोन को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। इसके अलावा अन्य आसान भी हाइट बढ़ाने में लाभदायक हो सकते हैं।

6.सही मात्रा में नींद ले

पर्याप्त नींद भी शारीरिक विकास में बाधा डाल सकता है । इसलिए हमें सही मात्रा में नींद लेनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि नींद भी हाइट पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है । लेकिन इस विषय में अभी और शोध की आवश्यकता है । लेकिन यह बात स्पष्ट है कि हारमोंस सामान्य रूप से रात में ही रिलीज होते हैं।

7.सूरज की रोशनी

विटामिन डी की कमी से बच्चों की ग्रोथ के साथ-साथ बच्चे की लंबाई पर भी असर पड़ता है ।सूरज का प्रकाश विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत है । 

विटामिन डी की कमी को पूरा करने में मददगार होता है।  विकास के लिए सूरज की रोशनी बहुत ही ज्यादा आवश्यक होती है। इसलिए हमें सूरज की रोशनी में सुबह जरूर बैठना चाहिए। कुछ बातों को ध्यान में रखकर और दिनचर्या में बदलाव लाकर हम अपने बच्चों की हाइट बढ़ाने में उसकी मदद कर सकते हैं।

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर(FAQ) 

Q. बच्चों की लंबाई किस वर्ष से बढ़ती है ? 

लड़की की उम्र 11 से 12 और लड़की की 13 से 14 वर्ष तक बढ़ती है।

Q. लंबाई बढ़ाने के लिए क्या चीज आवश्यक है? 

लंबाई बढ़ाने के लिए अपने खान-पान पर ध्यान देना अति आवश्यक है।

Q. सूरज की रोशनी से क्या प्रभाव पड़ता है? 

सूरज की रोशनी विटामिन डी की सबसे बड़ा स्रोत है । यह बच्चों की ग्रोथ के साथ-साथ उसकी लंबाई पर भी असर डालती है।

Q व्यायाम से क्या लाभ है? 

व्यायाम से कई बीमारियां ठीक हो सकती है ।उन्हें में से छोटे कद की बीमारी भी एक सामान्य है ।जो कि व्यायाम से ठीक होने की संभावना है।

निष्कर्ष

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताना चाहते हैं। कि बच्चों की हाइट कैसे बढ़ाएं (Bachon ki height kaise badhaye) के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है।फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप कमेंट करके कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की हुई जानकारी बिल्कुल ठोस और सटीक है ।अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें । हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

Leave a Comment