दोस्तों, यह बात तो सभी जानते हैं कि आए दिन महंगाई बढ़ती जा रही है। जो की बहुत ही ध्यान देने योग्य बात है, परंतु आजकल सभी लोग इसके प्रभाव से प्रभावित है। लेकिन कोई भी यह जानने की कोशिश नहीं करता है कि महंगाई बढ़ने की समस्या क्या है? इसीलिए आज हमारे द्वारा आप सभी को इस लेख में Badhti mehangai ki samasya par nibandh? लिखकर आपको इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी बता रहे हैं। यह जानकारी आप सभी के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगी क्योंकि इस लेख से आपको पता चलेगा कि महंगाई बढ़ने के कौन-कौन से कारण है।
परंतु कभी-कभी कालाबाजारी के चक्कर में भी लोगों को सामान महंगा मिलता है। इसके लिए आवश्यक है कि प्रत्येक ग्राहक को प्रत्येक वस्तु के मूल्य से जागरूक होना होगा। साथ ही साथ सरकार को भी समय-समय पर इसकी जांच करनी होगी। तभी वह इस देश में लगातार बढ़ती महंगाई को काबू करने में सक्षम हो सकेंगे। यदि आप सभी लोगों को महंगाई से संबंधित कोई जानकारी नहीं है, तो आज हमारे द्वारा इस लेख में आपको Causes of inflation? Measures to solve inflation? आदि के बारे में विस्तार पूर्वक जा रहा है। यदि आप सभी लोग महंगाई से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको यह लेख अंत तक पढ़ना होगा।
प्रस्तावना (Introduction) :-
दोस्तों, आज के समय में महंगाई हमारे देश की एक सबसे बड़ी समस्या बन गई है। जिस कारण लोग अपना भरण पोषण करने में भी सक्षम नहीं हो पा रहे हैं। लोगों के द्वारा दैनिक जीवन में विभिन्न प्रकार के कार्य किए जाते हैं और विभिन्न वस्तुओं का इस्तेमाल किया जाता है। इन सभी वस्तुओं की कीमत दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। जिस कारण लोगों को गुजारा करना भी मुश्किल हो रहा है। हमारा देश आज के समय में विभिन्न प्रकार की समस्याओं से जूझ रहा है।
हमारे देश में दैनिक जीवन में उपयोग करने वाली वस्तुओं में 150 से लेकर 250 गुना तक कीमतों में वृद्धि हुई है। आए दिन आपको बढ़ती जनसंख्या के साथ-साथ बढ़ती महंगाई की भी जानकारी मिलती है। दोस्तों, आजादी के बाद से आज तक हमारे देश की जनसंख्या कम से कम तीन गुनी हो चुकी है। देश में जनसंख्या की बढ़ोतरी के कारण ही महंगाई बढ़ रही है क्योंकि जबवस्तुओं की मांग की अधिकता होगी वैसे ही वस्तुओं की कीमत में भी बढ़ोतरी होती जाएगी।
हमारे देश में बढ़ती महंगाई हर बार सरकार को एक नई चुनौती देती है, ऐसी महंगाई से मध्यम वर्ग के लोगों को बहुत ही समस्या का सामना करना पड़ता है क्योंकि गरीबी रेखा से नीचे वाले लोगों के लिए बहुत सी सुविधा सरकार द्वारा दी गई है। महंगाई ने हमारे देश में इस प्रकार का रूप ले लिया है, जिससे सामाजिक और आर्थिक ढांचा पूर्ण रूप से डगमगा गया है।
महंगाई के कारण? (Causes of inflation?)
दोस्तों, अब आपके मन में यह सवाल आया होगा कि महंगाई बढ़ने के क्या-क्या कारण है। जिससे जनता इतनी प्रभावित है, तो हम आपको बता दे, इसका मुख्य कारण वस्तुओं की मांग और आपूर्ति होती है। दोस्तों, हमारे देश में इतनी जनसंख्या वृद्धि हो गई है कि संसाधनों की कमी होती जा रही है।
दोस्तों, महंगाई का एक साधारण अर्थ है- वस्तुओं का क्रय मूल्य बढ़ाना और मुद्रा की क्रय शक्ति का हास होना। यदि आप लोग जानना चाहते हैं कि हमारे देश में बढ़ती महंगाई के क्या-क्या कारण है? तो हम आपको नीचे महंगाई के कारण की विस्तार पूर्वक जानकारी दे रहे हैं। यह संपूर्ण जानकारी बिंदुओं के माध्यम से निम्न प्रकार दी गई है-
1. घाटे की अर्थव्यवस्था (Deficit economy)
दोस्तों, आप सभी जानते हैं कि हमारा भारत देश एक विकासशील देश की श्रेणी में आता है। दोस्तों, हमारे देश के विकास हेतु पंचवर्षीय योजनाएं शुरू की गई है। योजनाओं के संपूर्ण वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सरकार को पर्याप्त धन की आवश्यकता होती है। इन संपूर्ण योजनाओं के बियर की पूर्ति के लिए सरकार घाटे की अर्थव्यवस्था का इस्तेमाल करती है। इसके लिए सरकार के द्वारा मुद्रास्फीति का सहारा लेते हैं, इस प्रकार की मुद्रा का प्रसार बढ़ता गया। जिसके चलते राज्यों के द्वारा ओवरड्राफ्ट लिया गया है। अतः इस प्रकार मूल्य में निरंतर कमी आती जा रही है।
2. जनसंख्या की वृद्धि (increases of population)
दोस्तों, स्वतंत्रता के बाद हमारे देश में खाने योग्य अन्न और दैनिक जीवन में उपयोगी अन्य वस्तुओं का उत्पादन बहुत ही तेजी से बड़ा था, परंतु आज के समय में हमारे देश की जनसंख्या बहुत ही तेजी से बढ़ रही है। जिस अनुपात में हमारी जनसंख्या बढ़ रही है, उस ग्राफ में हमारा उत्पादन नहीं बढ़ रहा है
राष्ट्रीय उत्पादन और आय को बढ़ाने पर भी प्रति व्यक्ति के अनुसार उत्पादन और आय कम है। इसका स्पष्ट कारण यह है कि आय दिन उत्पादित वस्तुओं की मांग बढ़ती जा रही है क्योंकि अधिक लोगों को अधिक दैनिक जीवन की वस्तुओं की आवश्यकता होती है। यही कारण है कि दिन पर दिन हमारी महंगाई आसमान छू रही है।
3. जमाखोरी तथा मुनाफाखोरी (Hoarding and profiteering)
दोस्तों, जैसा कि आप जानते हैं कि हमारे देश में जमाखोरी और मुनाफाखोरी एक बहुत ही आम कार्य बन गया है। जिसके कारण बहुत अधिक पक्षपात होता है, पक्षपात वितरण के कारण भी महंगाई दिन पर दिन बढ़ रही है। आजकल लोगों के द्वारा बहुत ही गलत काम करके महंगाई को बढ़ाया जा रहा है।
बड़े-बड़े व्यापारियों के द्वारा जमाखोरी का कार्य किया जाता है, जिसके कारण बाजार में वस्तुओं की कमी होती है। इसके बाद वह व्यापारी मनमानी कीमत पर उन वस्तुओं को बेचते हैं। इसलिए हम महंगाई का एक कारण जमाखोरी, मुनाफाखोरी और कालाबाजारी को भी दे सकते हैं।
4. भ्रष्टाचार (Corruption)
दोस्तों, जैसा कि आप जानते हैं हमारे देश में काफी टाइम से भ्रष्टाचार चल रहा है। जिस कारण कुछ लोग घूस लेकर व्यापारियों को कालाबाजारी करने का मौका देते हैं। सरकार के द्वारा देश की जनता राज्य की जनता के लिए पुल, बांध और सड़क आदि को बनवाने हेतु पैसे दिया जाता है। जो इंजीनियर और ठेकेदार मिलकर खा जाते हैं और वह कच्ची सड़के पुल और बांध बना देते हैं।
जिसका परिणाम यह होता है कि कुछ समय बाद यह टूट जाते हैं, इसे पुनः बनाने में सरकार के द्वारा दोबारा पैसा दिया जाता है। जिस कारण महंगाई बढ़ती है। सरकार के द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जाती है। जिसके द्वारा वह जनता तक आर्थिक सहायता पहुंचाते है। इस आर्थिक सहायताओं को बड़े-बड़े धनी लोगों के द्वारा गवन कर लिया जाता है।
आज के समय में अमीर व्यक्ति अमीर होता जा रहा है। बल्कि गरीब व्यक्ति गरीब होता जा रहा है। इसका मुख्य कारण यह है कि अमीर व्यक्ति महंगी चीजों को भी आसानी से खरीद लेता है और गरीब व्यक्ति के द्वारा चीजों का इस्तेमाल करने में परेशानी होती है। यही कारण है कि दिन पर दिन महंगाई बढ़ती जा रही है।
5. बाढ़ और सूखा (Flood and drought)
दोस्तों, कभी-कभी प्राकृतिक आपदा के कारण भी हमारे देश में महंगाई बढ़ने लगती है क्योंकि उस समय हम पर्याप्त उत्पादन नहीं कर पाते हैं। कई जगह पर अपने बाढ़ और सूखा के बारे में सुना होगा। यह ऐसी परेशानियां है, जिस समय हम आवश्यक वस्तुओं का उत्पादन करने में सक्षम नहीं होते हैं।
इन प्राकृतिक आपदाओं के आने पर भी मनुष्य का बहुत हस्तक्षेप होता है। हम लोगों ने प्राकृतिक में इतनी समस्याएं उत्पन्न कर दी हैं, कि आज के समय में आय दिन नई-नई आपदाएं आती रहती हैं। जिसके कारण मानव जाति बहुत ही प्रभावित हो रही है। इस प्रकार बाढ़ और सूखे के कारण भी महंगाई बढ़ने की संभावना होती है।
6. वितरण हेतु समुचित प्रबंध का ना होना (lack of proper arrangement for distribution)
दोस्तों, हम आपको बता दें कि हमारे देश की वितरण प्रणाली दोषपूर्ण है, ऐसे बहुत सी आवश्यक वस्तुएं होती हैं। जिनका उत्पादन पर्याप्त मात्रा में हो जाता है, परंतु वह उपभोक्ताओं तक नहीं पहुंच पाती हैं। बहुत सी वस्तुएं ऐसी होती है, जो गोदाम में ही पड़ी पड़ी सब जाती हैं। जिसके कारण वस्तुओं की कमियों में बढ़ोतरी होती है। साथ ही साथ बचे हुए सामान को उपभोक्ताओं द्वारा बहुत ही अधिक दामों पर बेचा जाता है। जिसके कारण महंगाई खुद ब खुद बढ़ जाती है।
7. वित्तीय प्रभाव (financial impact)
दोस्तों, डॉलर और पौंड के विमुक्त होने के कारण भारत के साथ-साथ अन्य विकासशील देश ऑन पर भी बहुत अधिक वित्तीय प्रभाव पड़ा है। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हमारे देश से आयात निर्यात होता रहता है। इस प्रकार जब हम डॉलर वाले देशों से आयात करते हैं। तब हमें अधिक दान देना होता है।
तभी हमारे पास पर्याप्त संसाधन पहुंचते हैं, डॉलर और पॉन्ड हमारे देश के रुपए से बहुत अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। जिस कारण हमारे देश को करोड़ों रुपए में संसाधन प्राप्त होते हैं। इससे बहुत ही सारे पैसों की हानि होती है।यही कारण है कि यह संसाधन भारत की जनता को अधिक दामों पर मिलते हैं, जिस कारण महंगाई बढ़ रही है।
8. ऊर्जा संकट (Energy crisis)
दोस्तों, हमारे देश में ऊर्जा का संकट बढ़ने का मुख्य कारण बिजली के उत्पादन में कमी होना तथा कोयले की वृद्धि में गिरावट आना है। साथ ही साथ अरब राष्ट्रों के द्वारा तेलों के मूल्य में भी वृद्धि कर दी गई थी। जिस कारण दिन पर दिन ऊर्जा का संकट उत्पन्न होता जा रहा है। ऊर्जा के अभाव के कारण कल कारखाने पूरी पूरे समय तक चलने में संभव नहीं होते हैं। यही कारण है कि लोगों की उपयोगी वस्तुओं
जैसे:- कपड़ा, सीमेंट आदि आवश्यक के उत्पादन में कमी आ गई। साथ ही साथ किसानों को पर्याप्त मात्रा में खनिज तेल प्राप्त नहीं हो पाया। इसका मुख्य कारण यह था कि वह नल और ट्रैक्टर आदि का उपयोग नहीं कर पा रहे थे। इसी कारण हमारे देश में अन्न की कमी हुई। जब उनकी कमी हुई, तो वह वस्तुएं महंगी हो गई। इस कारण ऊर्जा संकट भी महंगाई के बढ़ने का एक मुख्य कारण है।
9. हड़ताल और बंद (Strike and shutdown)
दोस्तों, अलग-अलग व्यापारियों कर्मचारियों के द्वारा अलग-अलग प्रकार की नीतियों की शुरुआत की गई जैसे:- मिल मालिकों की शोषण नीति, सरकार की दोषपूर्ण आर्थिक नीति, कर्मचारियों की काम करो, ज्यादा पाओं नीति आदि ने देश में एक जटिल समस्या को उत्पन्न किया है। मिल और कारखाने में उपस्थित सभी मालिक कर्मचारियों से बहुत ही कम वेतन में अधिक से अधिक कार्य प्राप्त करना चाहते हैं।
वहीं दूसरी तरफ मजदूर कम से काम करके अधिक मजदूरी प्राप्त करना चाहते हैं, इसी कारण मिल और कारखाने में आय दिन हड़ताल होती रहती है। जिस कारण कारखाने चलना बंद हो जाते हैं। यही कारण है कि आवश्यक वस्तुओं का उत्पादन रुक जाता है और उत्पादित वस्तुएं बहुत कम होती हैं। इस प्रकार बाजार यह सभी वस्तुएं महंगी बिकती हैं, जिसके कारण आज के समय में हमारा समाज बहुत परेशान है।
बढ़ती महंगाई का आम आदमी पर प्रभाव? (Impact of rising inflation on the common man?)
दोस्तों, आप यह बात तो बहुत अच्छे से जानते हैं कि महंगाई बढ़ने पर अमीर लोगों का कुछ भी नहीं बिगड़ता है। महंगाई बढ़ते ही उनको भी फायदा प्राप्त होता है। जिस कारण वह महंगी से महंगी वस्तुएं खरीदने में सक्षम होते है, परंतु महंगाई बढ़ने पर मध्यम वर्गीय परिवार और निम्न वर्ग के परिवार बहुत अधिक प्रभावित होते हैं।
गैस सिलेंडर के दाम और पेट्रोल के दाम बढ़ जाने पर ही उनके आर्थिक खर्चों का बजट बिगड़ने लगता है। ऐसे में मध्यम वर्गीय परिवार के लोग अपनी आवश्यकताओं को काटकर अपने घर को चलाने पर ध्यान देते हैं। यही कारण है कि मध्यम वर्गीय परिवार अपने बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा देने में भी वंचित रह जाते हैं और यह सभी बढ़ती महंगाई के कारण मध्यमवर्गीय परिवार को झेलना पड़ता है.
महंगाई के समाधान हेतु उपाय? (Measures to solve inflation?)
दोस्तों, हमने आपके ऊपर बता दिया है कि महंगाई के क्या-क्या कारण हो सकते हैं? परंतु महंगाई को कम करने के लिए हमें अविलंब उपाय करने होंगे। तभी हम इस परेशानी से मुक्ति पा सकेंगे। इसके लिए हमारे द्वारा आपको नीचे महंगाई के समाधान हेतु उपाय के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी जा रही है, यह संपूर्ण जानकारी बिंदुओं के माध्यम से आप तक पहुंचाई गई है-
- सरकार के द्वारा परिवार नियोजन कार्यक्रम को बहुत ही तेजी से बढ़ावा देना चाहिए। जिससे जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित किया जा सकता है।
- महंगाई की समस्या को कम करने हेतु मुद्रास्फीति जैसी प्रक्रियाओं पर भी अंकुश लगाने की आवश्यकता है।
- भ्रष्टाचार के कारण बहुत ही अधिक महंगाई बढ़ रही है, इसे रोकने के लिए सरकार को कठोर से कठोर कदम उठाने चाहिए।
- यदि भारत सरकार अपने देश की महंगाई को कम करना चाहती है, तो उसे वितरण की समुचित व्यवस्था आवश्यक तौर पर करनी चाहिए।
- दोस्तों, मुनाफाखोरी, जमाखोरी और कालाबाजारी की प्रवृत्ति जैसी समस्याओं पर रोक लगाने के लिए सहकारी उपभोक्ता भंडारों की स्थापना तथा सार्वजनिक वितरण व्यवस्था का सहारा लिया जा सकता है।
- सरकार को दिन पर दिन ऊर्जा के स्रोतों को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। जिससे उत्पादन की उत्पत्ति में किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न ना हो। साथ ही साथ हम सभी आत्मनिर्भर बन सके।
- सरकार के द्वारा मिल तथा कारखाने में कार्य कर रहे। कर्मचारियों के वेतन को सुनिश्चित करना चाहिए।
- इन सभी कार्यों को करने में जनता को सरकार का पूरा सहयोग करना होगा क्योंकि अकेले सरकार इन सभी कार्यों को खत्म करने में सक्षम नहीं हो सकती है।
- ऊपर दिए गए संपूर्ण कार्य पर रोकथाम लगाकर ही हम बढ़ती हुई महंगाई को कम कर सकते हैं।
बढ़ती महंगाई की समस्या पर निबंध? इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर (FAQs):-
Q:- 1. बढ़ती महंगाई के कारण क्या है?
Ans:- 1. दोस्तों, प्रत्येक दिन हमारे देश में महंगाई बढ़ती जा रही है। इसके विभिन्न प्रकार के कारण जैसे:- कालाबाजारी, जमाखोरी, ऊर्जा के स्रोतों का अभाव, बढ़ती जनसंख्या, मुद्रा स्पीति, हड़ताल, वित्तीय प्रभाव, बाढ़ और सुख आदि हो सकते हैं। जिनके कारण दिन पर दिन हमारे देश की महंगाई बढ़ती जा रही है।
Q:- 2. बढ़ती हुई महंगाई के कारण आम आदमी पर कैसा प्रभाव पड़ रहा है?
Ans:- 2. दोस्तों, बढ़ती हुई महंगाई के कारण मध्यम वर्गीय परिवार और निम्न वर्गीय परिवार बहुत अधिक प्रभावित हो रहे हैं। जिस कारण वह अपने घर का खर्च भी ठीक प्रकार से नहीं चला पा रहे हैं। बढ़ते हुए पेट्रोल और सिलेंडर के दाम उनके आर्थिक बजट को बिगाड़ देते हैं। साथ ही साथ वह अपने बच्चों को भी अच्छे विद्यालय में पढ़ने में सक्षम नहीं हो पा रहे हैं।
Q:- 3. महंगाई के समाधान हेतु कौन-कौन से उपाय हैं?
Ans:- 3. दोस्तों, महंगाई के समाधान हेतु विभिन्न उपाय होते हैं, परंतु यदि आप महंगाई के समाधान हेतु उपाय की संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक प्राप्त करना चाहते हैं, तो हमारे द्वारा आप सभी को इसकी संपूर्ण जानकारी ऊपर लेख में बताई गई है। आप हमारे लेख की सहायता से इस जानकारी को प्राप्त करने में सक्षम हो सकते हैं।
Q:- 4. ऊर्जा संकट महंगाई के बढ़ने का किस प्रकार कारण हो सकता है?
Ans:- 4. दोस्तों, ऊर्जा के स्रोतों के अभाव के कारण हमारे देश में कल कारखाने पर्याप्त समय तक नहीं चल पाते हैं। जिस कारण आवश्यक वस्तुओं का उत्पादन बहुत कम हो पता है और यह कम वस्तुएं ही बाजार में जाकर बहुत महंगी बिकती है। जिस कारण दिन पर दिन हमारे देश मे महंगाई बढ़ती जा रही है और लोगों का गुजारा करना मुश्किल हो रहा है।
Q:- 5. बाढ़ और सूखे के कारण महंगाई कैसे बढ़ती है?
Ans:- 5. दोस्तों, किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा जैसे:- बाढ़ और सूखा आदि के होने पर उस क्षेत्र में उत्पादन क्षमता कम हो जाती है क्योंकि इन आपदाओं के कारण कोई भी फसल नहीं हो पाती है। जिस कारण अन्न की भी परेशानी होती है और यह अन्य बाजारों में महंगा बिकने लगता है। जिस कारण से बाढ़ और सूखा भी महंगाई का कारण बनता है।=+
Q:- 6. मुनाफाखुरी, कालाबाजारी और जमाखोरी को कैसे रोका जा सकता है?
Ans:- 6. दोस्तों, बढ़ती महंगाई को कम करने के लिए मुनाफाखोरी, कालाबाजारी और जमाखोरी को रोकना आवश्यक है। इसे रोकने के लिए भारत सरकार के द्वारा सहकारी उपभोक्ता भंडारों की स्थापना तथा सार्वजनिक वितरण व्यवस्था का सहारा लिया जा सकता है और इस प्रवृत्ति पर रोक लगाई जग सकती है।
Q:- 7. सरकार के द्वारा जनसंख्या वृद्धि पर कैसे रोक लगाई जा सकती है?
Ans:- 7. सरकार को जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगानी चाहिय इसलिए आवश्यक है। ताकि बढ़ती हुई महंगाई को नियंत्रित किया जा सके। इसके लिए सरकार को परिवार नियोजन कार्यक्रम बहुत तेजी से चलने चाहिए और सीमित परिवार हेतु सभी नागरिकों को जागरूक करना चाहिए।
निष्कर्ष (Conclusion):- दोस्तों, आज हमारे द्वारा आप सभी को इस ब्लॉक पोस्ट के अंतर्गत Causes of inflation? Impact of rising inflation on the common man? Measures to solve inflation? आदि के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है। दोस्तों, हमारे देश में बढ़ती हुई महंगाई के संपूर्ण कारण के बारे में आप लोगों को पता होना चाहिए।
साथ ही साथ इस महंगाई को कैसे काबू में लाया जा सकता है। इसके तरीक़े की जानकारी भी हासिल करनी चाहिए। यदि आप हमारे द्वारा दी गई जानकारी से सहमत है, तो आप हमें कमेंट सेक्शन में लिखकर जरूर बताइए। साथ ही इस संपूर्ण लेख को अपने सभी जरूरतमंद दोस्तों व रिश्तेदारों के साथ शेयर करना ना भूले।