आज के समय मे देश के हर शहर और गाँव मे बैंक कई सरकारी और गैर सरकारी बैंक खोले जा चुके है। और दिन प्रति दिन इन बैंकों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। जिसकी बजह है इन बैंकों में बैंक मैनेजर की डिमांड सदैव रहती है। क्योंकि Bank Manager का पद एक बहुत ही करियर विकल्प है, जिस पर कार्य करने वाला व्यक्ति सम्मान के साथ – साथ अच्छा वेतन भी प्राप्त कर सकता है।
यही कारण है कि अधिकतर लोग बैंक मैनेजर की पोस्ट को प्राप्त करने का सपना देखते है। और अपने इस सपने को पूरा करने की लिए पूरी लग्न के साथ मेहनत करते है। क्या आप भी एक बैंक मैनेजर बनना चाहते है? किंतु आपको बैंक मैनेजर कैसे बने? इसके बारे में सटीक जानकारी नही है तो आप सही पोस्ट पढ़ रहे है, क्योंकि इस पोस्ट में आज हम आपको Bank Manager कैसे बने? योग्यता, एग्जाम पैर्टन आदि के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करने जा रहे है।
बैंक मैनेजर क्या होता है? | What is Bank Manager
कई ऐसे सरकारी बैंक और निजी बैंक है जिन्होंने अपनी शाखाएं देश के कई स्थानों पर ओपन कर रखी हैं। इन शाखाओं में कई लोग कार्य करते है प्रत्येक बैंक शाखा में कार्य करने वाली टीम के दैनिक कार्य की देखरेख के लिए बैंक मैनेजर बनाया जाता है। जो बैंक में कार्य करने वाले कर्मियों के कर्यो और बैंक में अन्य देख रेख अथवाप्रबंधन का कार्य करता है।
बैंक कार्य रणनीतियों और वैकल्पिक रसद में सुधार करके विकास करने का कार्य बैंक मैनेजर ही होता है जो अपने ग्रहकों को आकर्षक उत्पाद और सेवाएं प्रदान करके ग्राहक सेवा में सुधार करता है। इससे आप समझ ही सकते है कि बैंक मैनेजर कितना जिम्मेदारी भारी जॉब है।
और उतना ही मुश्किल इस जॉब को प्राप्त करना है लेकिन यदि आप सही मार्गदर्शन के साथ अपने लक्ष्य के लिए मेहनत करते है तो आपको अपने लक्ष्य को प्राप्त करने से कोई नही रोक सकता है। तो चलिए बैंक मैनेजर बनने के लिए अन्य महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं।
बैंक मैनेजर बनने के लिए योग्ताएं – Eligibility to become a Bank Manager
बैंक मैनेजर की जॉब प्राप्त करने के लिए आपको कई योग्यताओं को पूरा करना होगा। जो लगभग सभी बैंकों के लिए एक समान ही है ये योग्यताये निमलिखित है-
- बैंक में मैनेजर बनने के लिए उम्मीदवार का भारतीय नागरिक होना जरूरी है।
- जो भी उम्मीदवार बैंक मैनेजर की पोस्ट को प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें पहले किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त करनी होगी।
- अगर आप बैंक मैनेजर बनने के लिए अपने सपने को पूरा करना चाहते है तो आपको फाइनेन्स और एकाउंटिंग में स्नातक की डिग्री लेनी होगी।
- बैंक मैनेजर की परीक्षा देने के लिए आपको60% अंको के साथ स्नातक की डिग्री प्राप्त करनी होगी।
- इस पोस्ट को प्राप्त करने के लिए आपको मानसिक और शरीरिक रूप से फिट होना जरूरी है।
- बैंक में मैनेजर बनने के लिए कैंडिडेट की आयु नियुनतम 21 वर्ष तथा अधिकतम 30 वर्ष होनी चाहिए।
- बैंक मैनेजर की पोस्ट के लिए SC/ST और OBC के कैंडिडेट को 5 और 3 वर्ष तक की विशेष छूट दी जाती है।
- इतना ही नही आपको बेसिक कंप्यूटर नॉलेज और टैली ओपरेट करना आना चाहिए.
सरकारी बैंक में बैंक मैनेजर कैसे बने?
अगर आप किसी सरकारी बैंक में बैंक मैनेजर की जॉब प्राप्त करना चाहते है तो पहले आपको इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पेरसोंनेल सेलेक्शन (IBPS) के एग्जाम को क्वालीफाइ करना होगा। क्योंकि इस एग्जाम को क्लियर करने के बाद ही आप सरकारी बैंक में जॉब प्राप्त कर सकते है। जिसकी तैयारी करने के लिए आपको बहुत अधिक मेहनत करनी होगी। क्योंकि सरकारी बैंक में जॉब प्राप्त करना बेहद मुश्किल हो चुका हूँ।
प्राइवेट बैंक में बैंक मैनेजर कैसे बने?
अगर आपको सरकारी नौकरी प्राप्त करने में समस्या आ रही है तो आप प्राइवेट बैंकों में बैंक मैनेजर बनने के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं इसके लिए आपको बैंक में आयोजित होने वाले पियो प्रोग्राम से जुड़ना होगा। जिसने सेलेक्ट किए जाने वाले कैंडिडेट बैंक अलग-अलग पदों पर नौकरी प्राप्त कर सकते है।
बैंक मैनेजर एग्जाम पैटर्न – bank manager exam pattern
बैंक मैनेजर बनने के लिए कैंडिडेट को तीन चरणों से होकर गुजरना पड़ता है जिसके पहले दो चरणों में लिखित परीक्षा होती है और अंत में कैंडिडेट को इंटरव्यू से गुजर ना होता है। इंटरव्यू होने के बाद फाइनल मेरिट लिस्ट और इंटरव्यू में मिलने वाले अंक के आधार पर यह सुनिश्चित किया जाता है कि कैंडिडेट बैंक मैनेजर बनने के योग्य है अथवा नहीं।
प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary)
अगर आपका सपना बैंक मैनेजर बनने का है तो सबसे पहले आपको प्रारंभिक परीक्षा देनी होगी जिसमें जनरल नॉलेज करंट अफेयर इंग्लिश मैथ्स लॉजिकल रीजनिंग से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे जाते हैं। इस परीक्षा को कॉल करने वाले कैंडिडेट को ही मुख्य परीक्षा देने के योग्य माना जाता है। इसलिए मुक्त परीक्षा में बैठने के लिए कैंडिडेट को प्रारंभिक परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर देना होगा।
मुख्य परीक्षा (Mains Exam)
प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आप मुख्य परीक्षा देने के योग्य माने जाएंगे। यह परीक्षा 100 अंकों के लिए होती है जिस में नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान भी रखा गया है। इस मुख्य परीक्षा में लॉजिकल रीजनिंग और इंग्लिश से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। जिसे ट्रैक करने के पश्चात कैंडिडेट को इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया जाता है।
इंटरव्यू (Interview)
प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा को क्वालीफाई करने के बाद उम्मीदवार को इंटरव्यू देना होता है इस इंटरव्यू में जनरल नॉलेज, लॉजिकल रीजनिंग आदि से प्रश्न आते हैं। इसके अतिरिक्त इंटरव्यू में सोशल इंडिया अकाउंट, मार्केटिंग, एग्रीकल्चर, फाइनेंस एडवाइजर स्पोर्ट्स, बैंक ऑफ इंडिया और अन्य बैंकों से जुड़े एविडेंस के बारे में क्वेश्चन किए जाते है, ताकि कैंडिडेट की योग्यताओं और उनकी समझ का अंदाजा लगाया जा सके।
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ग्रुप डिस्कशन (GD)
पहले दोनों चरणों और इंटरव्यू देने के बाद आखिर में कैंडिडेट को ग्रुप डिस्कशन से गुजरना पड़ता है इसमें कैंडिडेट को एक विषय दिया जाता है जिसमें कैंडिडेट को अपने विचार रखने होते हैं। ग्रुप डिस्कशन के जरिए कैंडिडेट की योग्यताओं को परखा जाता है और इसी आधार पर उसे बैंक मैनेजर के पद हेतु चुना जाता है।
बैंक मैनेजर बनने के लिए कौन से स्किल्स से होनी चाहिए?
अगर आप किसी सरकारी या प्राइवेट बैंक में मैनेजर की पोस्ट प्राप्त करना चाहते हैं तो आपके अंदर कुछ स्किल्स होनी चाहिए जिन्हें आप आसानी से सीख सकते हैं यह स्किल्स निम्नलिखित हैं-
- जन प्रबंधन
- ग्राहक सेवा
- लीडरशिप स्किल
- प्रॉब्लम सोल्विंग
- एडमिनिस्ट्रेशन
- न्युमेरेसी
- पारस्परिक कौशल
- बैंक मैनेजर के दायित्व
बैंक मैनेजर के कार्य
बैंक मैनेजर का पद जितना सम्मान का है उतने ही अधीक्षक पद पर कार्य करने वाले व्यक्ति को कार्य करने पड़ते हैं। आइए बैंक मैनेजर के कार्य के बारे में जान लेते है-
- बैंक मैनेजर का कार्य बैंक कार्य रणनीतियों और वैकल्पिक रसद में सुधार करके उनका विकास करना होता है।
- बैंक मैनेजर ही आकर्षक उत्पादक और सेवाएं प्रदान करके अपने ग्राहकों को आकर्षित करने तथा बैंक का प्रचार प्रसार करने में योगदान देता है।
- बैंक में होने वाली समस्याएं तथा ग्राहक की शिकायतों का समाधान करना बैंक मैनेजर का ही कार्य होता है।
- यदि बैंक में किसी ने कर्मी की आवश्यकता होती है तो उसे भर्ती करने और प्रशिक्षित कराने का कार्य बैंक मैनेजर द्वारा ही किया जाता है।
- बैंक मैनेजर का सबसे मुख्य कार्य स्थानीय समुदाय और ग्राहकों के साथ अच्छे संबंध स्थापित करके अधिक से अधिक ग्राहक बनाना होता है।
बैंक मैनेजर का वेतन
अगर आप सरकारी या प्राइवेट सेक्टर में एक बैंक मैनेजर के रूप में नियुक्त हो जाते हैं तो आप हर साल ₹700000 तक कमा सकते हैं। जो अनुभव बढ़ने के साथ-साथ ₹900000 से लेकर ₹1000000 तक हो जाता है।
FAQ
बैंक मैनेजर बनने के लिए क्या करना होगा?
बैंक मैनेजर बनने के लिए आपको इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पेरसोंनेल सेलेक्शन (IBPS) के एग्जाम को पास करना होगा।
बैंक मैनेजर बनने के लिए परीक्षा पैटर्न क्या है?
बैंक मैनेजर बनने के लिए उम्मीदवार को दो लिखित परीक्षा और इंटरव्यू तथा अंत में ग्रुप डिस्कशन से गुजरना पड़ता है जिसमें सेलेक्ट कैंडिडेट कोई बैंक मैनेजर बनाया जाता है।
बैंक मैनेजर की सैलरी क्या होती है?
एक बैंक मैनेजर के तौर पर आप सालाना ₹1000000 तक का वेतन प्राप्त कर सकते हैं।
क्या मैं बैंक मैनेजर सकती हूँ?
अगर आप ऊपर बताई गयी पात्रता, एग्जाम को पास कर लेते हैं। तभी आप बैंक मैनेजर बन सकते हैं।
निष्कर्ष
अगर आपका सपना एक बैंक मैनेजर बनने के अधिक सम्मान और पैसे कमाना है तो हमने आपके लिए अपने इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से बैंक मैनेजर बनने से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करा दी है जिन्हें पढ़कर आप जान सकते हैं कि बैंक मैनेजर बनने के लिए आपको क्या करना होगा कौन सा एग्जाम देना होगा आदि अगर आपको लेख पसंद आया हो तो इसे सभी दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।