भारत अपने आप में एक समृद्ध देश है। जिसके कारण वह प्राचीन समय से ही बहुत प्रसिद्ध रहा है। प्राचीन समय में बहुत राजा महाराजाओं के द्वारा इस भूखंड पर अपना वर्चस्व स्थापित किया गया था। जिसके कारण भारतवर्ष का नाम अलग-अलग बढ़ता गया। इसी प्रकार भारत के अन्य नाम भी है। वेदों में महाऋषियों के द्वारा भारत का उल्लेख किसी और नाम से व्यक्त किया गया है। तथा आगे चलते यह नाम बदलते गए। यदि आपको इससे संबंधित कोई भी जानकारी नहीं है तो आज हम आपको इस लेख में Bharat ka naam india kaise pada? इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी के बारे में बताने जा रहे हैं।
अगर भारत की बात की जाए तो इस देश का इतिहास बहुत ही रोमांचक और आश्चर्यजनक रहा है। हमारे देश के विभिन्न नाम ऐसे ही किसी के द्वारा नहीं रख दिए गए हैं। इसके पीछे भी अपना एक इतिहास है। जिसके कारण भारत के विभिन्न नाम पड़ गए। आज के दौर में हमारे द्वारा केवल किताबों में पढ़ा जाता है कि भारत के विभिन्न नाम है। परंतु यह नाम किस कारण पड़े इसकी जानकारी बहुत कम लोगों को है। आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे। How did Bharat get its name India? यदि आप जानना चाहते हैं हमारे भारत का इतिहास तो आपको हमारे इस लेख में दी गई संपूर्ण जानकारी ध्यान पूर्वक पढ़नी होगी। अधिक जानकारी के लिए हमारा यह लेख अंत तक अवश्य पढ़ें।
भारत के सात नाम? (Seven names of India?)
प्राचीन काल से ही इस भूखंड पर राजा महाराजा मुगलों द्वारा राज किया है। जिस कारण भारत के विभिन्न नाम पड़ गए। प्राचीन समय से ही भारत को विभिन्न नामों से संबोधित किया जाता था। परंतु भारत के 7 नाम बहुत अधिक प्रसिद्ध है। जिनकी जानकारी प्रत्येक व्यक्ति के पास होना आवश्यक है। यदि आपको नहीं पता कि भारत के 7 नाम कौन से हैं? तो हमारे द्वारा इस लेख में seven name of india? के बारे में बताया गया है। नीचे आपको 7 नामों की जानकारी दी गई है जो कि निम्न प्रकार है-
- भारत या भारत वर्ष
- जंबूद्वीप
- हिंदुस्तान
- आर्यव्रत
- भारत खंड
- हिंद
- इंडिया
भारत के 7 नामों का इतिहास? History of 7 names of india?)
जैसा कि हमारे द्वारा आपको उपर बताया गया है कि भारत को प्राचीन काल से ही विभिन्न प्रकार के नामों से संबोधित किया जाता है। परंतु यह नाम ऐसे ही नहीं पड़ गए हैं। विभिन्न प्रकार की ऐतिहासिक घटना के बाद भारत के यह 7 नाम पड़े हैं। परंतु इसकी जानकारी किसी भी व्यक्ति को नहीं होती है। यदि आप भारत के 7 नामों का इतिहास विस्तार पूर्वक जानकारी के साथ जानना चाहते हैं। तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। हमारे द्वारा नीचे आपको History of 7 names of india? की जानकारी दी गई है जो कि निम्न प्रकार है-
जंबूद्वीप (Jambudweep)
भारत का सबसे प्राचीन नाम जंबूद्वीप है। जंबूद्वीप नाम का इस्तेमाल प्राचीन समय से भारत के लिए किया जाता था। जंबूद्वीप शब्द के अंदर आपको दो शब्द देखने को मिलते हैं। पहला – जम्मू और दूसरा – द्वीप जिसका अर्थ होता है “जामुन के वृक्षों का द्वीप” प्राचीन भारत में महाऋषियों के द्वारा वेदों में भारत को जंबूद्वीप के नाम से ही वर्णित किया गया है क्योंकि बहुत करोड़ों वर्षों पहले के समय में भारतीय लोगों के द्वारा भारत को जंबूद्वीप के नाम से संबोधित किया जाता था। ऐसा माना जाता है कि प्राचीन समय में जामुन के वृक्षों की अधिकता हुआ करती थी। जिस कारण भारत का नाम जंबूद्वीप पड़ गया था। दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों में आज भी भारत को जंबूद्वीप के नाम से जाना जाता है। जिसका उपयोग संपूर्ण भारतीय उपमहाद्वीप को उपचारित करने के लिए किया जाता है।
आर्याव्रत (Aryavrata)
वैदिक काल के समय पर सांस्कृतिक एवं ऋग्वैदिक ग्रंथों में महा ऋषियों के द्वारा भारत को आर्याव्रत के रूप में उच्चारित किया गया है। कहा जाता है कि प्राचीन काल में भारत वर्ष में जम्मू कश्मीर से लेकर राजस्थान तक और अफगानिस्तान से लेकर आलमगीरपुर तक आर्यों का निवास हुआ करता था। जिसके कारण भारतवर्ष का नाम आर्यव्रत पड़ गया। वैदिक काल में ऋग्वैदिक संस्कृति को आर्यों के द्वारा ही संचालित किया गया था। जिसे सबसे पहले ग्रामीण सभ्यता के रूप में जाना जाता है। आर्य किसी भी जाति विशेष के वाचक नहीं हुआ करते थे। बल्कि यह भाषा समूह की ओर इंगित करते थे। वैदिक काल में बहुत सारे ग्रंथों को लिखा गया था। जिनमें भारत को आर्यावृत के नाम से ही प्रचलित किया गया था।
भारत खंड (Bharat khand)
यह तो हम लोगों ने जान लिया कि प्राचीन समय में भारत को जंबूद्वीप और आर्यावृत के नाम से जाना जाता था। प्राचीन समय में भारत में बहुत सारे संस्कृत ग्रंथ और पुराणों को लिखा गया था। जिनके अनुसार हमें यह जानकारी मिलती है। जंबूद्वीप में कुल नौ खंड हुआ करते थे अर्थात हम कह सकते हैं कि भारत में कुल 9 भूभाग थे। जिनमें से केवल एक खंड का नाम भारत खंड हुआ करता था। एक ही आधार पर कहा जाता है कि भारत को भारत खंड के नाम से भी जाना जाता है। भारतखंड अपने आप में एक पूरे भूभाग का नाम है। यही कारण हो सकता है कि हमारे भारत का नाम इसके आधार पर भारत खंड पड़ गया हो।
भारत या भारत वर्ष ( Bharata or Bharatvarsa)
यदि वर्तमान की बात की जाए तो वर्तमान में हम सब के द्वारा अपने देश को भारत के नाम से पुकारा जाता है क्योंकि यह सबसे ज्यादा प्रचलित नाम है। प्राचीन काल की बात करें तो ऐसा माना जाता है कि भारत का नाम महान चक्रवर्ती सम्राट भारत के नाम से उद्भव किया गया है। जिनके पिता दुष्यंत और माता शकुंतला थी। हमारे देश का भारत नाम पड़ने के पीछे बहुत से तथ्य है, कहा जाता है की प्राचीन समय में भारत में रहने वाले एक कबीले भरत के नाम पर हमारे देश का नाम भारत पड़ा है। जैन धर्म के अनुसार देखा जाए तो कहा जाता है कि, ऋषभदेव के छोटे पुत्र भरत के नाम पर इस देश का नाम भारत पड़ा है। हम सब भारत को भारतवर्ष के नाम से भी जानते हैं। जिसका अर्थ होता है- “भारत का देश”
हिंदुस्तान (Hindustan)
यह तो हम सब के द्वारा इतिहास में पढ़ा लिखा गया है कि मध्य सल्तनत काल में मुगलों का हमारे देश पर बहुत राज हुआ करता था। मुगल काल में संपूर्ण भारत को हिंदुस्तान के नाम से जाना जाता था। हिंदू शब्द की उत्पत्ति का कारण सिंधु शब्द माना गया है। यह तो आप सब जानते हैं कि हमारे देश को सोने की चिड़िया के नाम से पुकारा जाता था। जिस कारण हमारे देश में बाहरी देशों के व्यापारी उत्तर पश्चिमी भाग से व्यापार करने आते थे। क्योंकि हमारे देश में मसालों का व्यापार बहुत अच्छा हुआ करता था।
भारत में उत्तर पश्चिमी भाग से आने पर एक नदी मिलती थी। जिसे सिंधु नदी के नाम से जाना जाता है। जब ईरानियों द्वारा भारत में उत्तर पश्चिमी भाग से आया गया तो उन्होंने सिंधु नदी को हिंदू के रूप में उच्चारित किया गया तथा उन्हीं के अनुसार सिंधु नदी को हिंदू नदी तथा वहां पर निवास करने वाले सभी लोगों को हिंदू नदी के निवासी कहा गया। इसी प्रकार इस पूरे भूखंड को उन्होंने हिंदुस्तान के नाम से संबोधित किया। इसीलिए कहा जाता है कि मध्य काल से ही भारतवर्ष के लिए हिंदुस्तान नाम प्रचलित हो गया था। जिसका अर्थ है- हिंदुओं का स्थान।
हिन्द (Hind)
यदि हिंदी शब्द की बात की जाए तो अरबी भाषा में भारत के लिए हिंदू शब्द का उपयोग किया जाता है। जिसका उद्भव हिंदू नाम से हुआ है। जैसा कि हमारे द्वारा आपको ऊपर बताया गया है कि प्राचीन काल में ईरान वासियों के द्वारा भारत में निवास करने वाले लोगों को हिंदू कहा जाता था। उसी को अरबी भाषा में हिंद के नाम से जाना जाता है। यही कारण है कि भारत का नाम हिंद भी पड़ गया। यदि देखा जाए तो भारत को हिंदुस्तान और हिंद दोनो नाम ईरानियों के माध्यम से ही मिले हैं। परंतु अरबी भाषा में हमारे भारतवर्ष को हिंद के नाम से जाना जाता है।
इंडिया (india)
भारत में सबसे प्राचीन नगरीय सभ्यता सिंधु घाटी की सभ्यता थी। जिसे इंग्लिश में indus valley civilization के नाम से जाना जाता है। इंडस वैली सिविलाइजेशन के नाम पर लैटिन भाषा में भारत का नाम इंदे पड़ गया। इसी को अंग्रेजी भाषा में “india” के नाम से जाना जाता है। इसके पश्चात भारत में अंग्रेजों द्वारा राज किया गया। तब अंग्रेजो के द्वारा भारत को इंडिया के नाम से संबोधित किया जाने लगा इसीलिए यह नाम बहुत ही प्रचलन में है। जिसका इस्तेमाल हम आज के वर्तमान समय में भी करते हैं। आज भी अंग्रेजी भाषा में हमारे भारत देश को इंडिया के नाम से पुकारा जाता है।
भारत का नाम इंडिया कैसे पड़ा? (How did India get its name india?)
जैसे कि हमारे द्वारा ऊपर बताया गया है, कि ब्रिटिश औपनिवेशिक काल में भारत को हिंदुस्तान के नाम से ही संबोधित किया जाता था। अंग्रेजों द्वारा हिंदुस्तान को उपचारित करने में कठिनाई होती थी। इसीलिए अंग्रेजो के द्वारा भारत को लैटिन भाषा में इंदे से उद्भव अंग्रेजी भाषा इंडिया के नाम का प्रचलन किया जाने लगा। इस प्रकार भारत का नाम इंडिया पड़ा। आज भी हमारे देश में इंडिया नाम का अत्यधिक प्रचलित है। इंडिया नाम लैटिन और अंग्रेजों के माध्यम से उत्पन्न हुआ है। परंतु इसमें सहायता इंडस वैली सिविलाइजेशन द्वारा ली गई है।
संविधान में भारत के लिए प्रयुक्त शब्द? (The term used by the constitution for India?)
हमारे द्वारा ऊपर आपको भारत के 7 नामों का इतिहास की जानकारी दे दी गई है हमें उम्मीद है कि अब आपको इसमें किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी। परंतु संविधान में भारत के लिए कौन सा शब्द उपयोग होता है। इसकी जानकारी भी आपको प्राप्त होनी चाहिए। तो हम आपको बता दें भारत के वर्तमानिक संविधान में भारत को संबोधित करने के लिए भारत और इंडिया दोनों शब्दों का उपयोग किया जाता है। भारतीय संविधान के “आर्टिकल प्रथम” के अंतर्गत भारत को “India, that is bharat” के नाम से वर्णित किया गया है तथा हमारे देश को हिंदी में भारत और अंग्रेजी में इंडिया के नाम से संबोधित किया जाता है।
भारत का नाम इंडिया कैसे पड़ा? इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर (FAQs)
Q:-1. भारत को प्राचीन काल में किन नामों से जाना जाता था?
Ans:-1. भारत को प्राचीन काल में भिन्न प्रकार के नामों से जाना जाता था। जैसे:- भारतखंड, जंबूद्वीप, हिंदुस्तान, हिंद, भारतखंड़ और आर्याव्रत आदि।
Q:-2. भारत का हिंदुस्तान नाम किस प्रकार पड़ा?
Ans:-2. प्राचीन काल में ईरान वासियों द्वारा सिंधु नदी को इंदु के नाम से संबोधित किया गया तथा वहां रहने वाले लोगों को इंदु नदी के निवासी और उस पूरे भूखंड को हिंदुस्तान के नाम से संबोधित किया गया था।
Q:-3. भारत का नामकरण किस प्रकार हुआ?
Ans:-3. भारत का नामकरण चक्रवर्ती सम्राट भारत के नाम पर हुआ। जो राजा दुष्यंत और शकुंतला के पुत्र हुआ करते थे। परंतु जैन धर्म के अनुसार ऋषभदेव के पुत्र के नाम पर इस देश का नाम भारत पड़ा।
Q:-4. संविधान में देश के लिए कौन सा शब्द प्रयोग किया जाता है?
Ans:-4. संविधान में देश के लिए इंडिया और भारत शब्दों का प्रयोग किया जाता है इसीलिए भारतीय संविधान के आर्टिकल प्रथम में india, that is bharat के नाम से वर्णन किया गया है।
Q:-5. भारत के 7 नामों का इतिहास क्या है?
Ans:-5. यदि आप भारत के 7 नामों का इतिहास जानना चाहते हैं। तो हमारे द्वारा इस लेख में History of seven name of india से संबंधित संपूर्ण जानकारी दी गई है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज हमारे द्वारा इस लेख में आपको Bharat ka naam india kaise pada? इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक दी गई है। यदि आपको नहीं पता था कि हमारे भारत के विभिन्न नाम किस कारणवश डाले गए। तो हमारे द्वारा आपको इसकी जानकारी इस लेख में दे दी गई है। हमें उम्मीद है कि अब आपको इससे संबंधित कोई भी समस्या नहीं होगी। साथ ही साथ आपको यह लेख अवश्य पसंद आया होगा। यदि आपको हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी पसंद आई हो तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताइए। साथ ही हमारे इस लेख को अपने दोस्तों व रिश्तेदारों के साथ शेयर करना ना भूले।