ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी क्या है? | ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी कैसे काम करती है? | Blockchain technology kya hai in Hindi

|| ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी क्या है? | Blockchain technology in Hindi | Blockchain technology kya hai in Hindi | Explain blockchain technology in Hindi | ब्लॉकचैन नाम का क्या मतलब है? | Blockchain meaning in Hindi | ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी कैसे काम करती है? | ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के फायदे (Benefits of blockchain technology in Hindi ||

Blockchain technology in Hindi :- आज के समय में एक शब्द जो बहुत सुनने को मिल रहा है वह शब्द है ब्लॉकचैन। यहाँ तक कि हम जो डिजिटल करेंसी का नाम सुनते हैं या उसमे निवेश करते हैं जिसमे से बिटकॉइन सबसे प्रमुख करेंसी है, वह भी इसी ब्लॉकचैन तकनीक पर आधारित होती है। कुछ समय पहले भारत देश की वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी ने भी भारत देश की पहली डिजिटल करेंसी लॉन्च करने की घोषणा की है जो इसी ब्लॉकचैन तकनीक पर ही आधारित (Blockchain technology kya hai in Hindi) होगी।

अब यह सब कुछ सुन कर आपको अवश्य ही यह जानने की जिज्ञासा हो रही होगी कि आख़िरकार यह ब्लॉकचैन तकनीक होती क्या है और इसका किस तरह से सही समय पर या किन अर्थों में इस्तेमाल किया जाता है। यह एक तकनीकी शब्द है और यदि आप इसे किसी से समझना चाहेंगे या कोई सॉफ्टवेयर इंजीनियर या तकनीकी विशेषज्ञ आपको समझाने का प्रयास करेगा तो अवश्य ही आप उसके शब्दों में फंस कर रह (Blockchain technology kya hoti hai) जाएंगे।

ऐसे में हम आपके लिए ब्लॉकचैन तकनीक या ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी को सरल शब्दों में और वो भी उदाहरण सहित समझाने का प्रयास करेंगे ताकि आपको इसकी परिभाषा अच्छे से समझ में आ जाए और किसी तरह की कोई झंझट वाली स्थिति ना रहे। इसके लिए आपको यह लेख पूरा और अंत तक पढ़ना होगा ताकि आपको ब्लॉकचैन तकनीक के बारे में हरेक जानकारी हो (Blockchain technology kya hai) जाए।

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी क्या है? (Blockchain technology in Hindi)

आपने अभी तक बहुत बार मीडिया में या इंटरनेट पर या लोगों के मुहं से इस ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के बारे में सुन लिया होगा। आपने अवश्य ही इसके बारे में पढ़ा होगा या इसकी सहायता से क्या कुछ कार्य हो सकता है, उसके बारे में जानकारी ली होगी। फिर भी आपको ब्लॉकचैन की परिभाषा का अच्छे से ज्ञान नहीं हो पाया होगा क्योंकि किसी ने आपको यह बताने की चेष्ठा ही नहीं की होगी और ना ही आपने अभी तक इसके बारे में गहनता से जानने का प्रयास किया हुआ (Blockchain technology definition in Hindi) होगा।

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी क्या है ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी कैसे काम करती है Blockchain technology kya hai in Hindi

ऐसे में हम इस लेख के माध्यम से आपको इसी ब्लॉकचैन तकनीक के बारे में हरेक जानकारी देने वाले हैं। तो पहले तो इस ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी को तकनीकी भाषा में ही समझ लिया जाए ताकि कोई त्रुटी ना रहने पाए। उसके बाद हम इसे सरल शब्दों या यूँ कहें कि सरल भाषा में समझने का प्रयास करेंगे। तो ब्लॉकचैन एक इस तरह की तकनीक होती है जिसमे तरह तरह के इंटरनेट पर मौजूद ब्लॉक आपस में किसी तरह से जुड़े हुए होते हैं और एक चैन का निर्माण कर रहे होते (Blockchain technology kya h) हैं।

कहने का अर्थ यह हुआ कि यह इंटरनेट पर उपलब्ध इस तरह की तकनीक होती है जिसमे तरह तरह की कंपनियों, संस्थानों, लोगों इत्यादि के डाटा ब्लॉक्स आपस में जुड़े होते हैं या जानकारी साँझा करने का काम करते हैं जिस कारण उनके बीच में एक चैन बन जाती है। अब इसी तकनीक के माध्यम से ही सब कार्य संभव हो पाते हैं और इसी कारण ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी को इतना आगे बढ़ाया जा रहा है।

अब आपको ब्लॉकचैन तकनीक के बारे में थोडा बहुत आईडिया तो हो गया होगा लेकिन यह होती क्या है या यह किस तरह से कार्य कर रही होती है, इसके बारे में जानना अभी भी बाकी रह गया है। इसलिए अब हम आपको एक उदाहरण के साथ ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी को सरल शब्दों में समझाने का प्रयास करेंगे। आइये जानते हैं कि आख़िरकार यह ब्लॉकचैन तकनीक होती क्या है।

ब्लॉकचैन तकनीक क्या होती है – सरल शब्दों में (Blockchain technology meaning in Hindi)

तो अभी तक तो आपने ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी को तकनीकी शब्दों में समझ लिया है लेकिन आपमें से ज्यादातर लोगों को इसका सही अर्थ अभी भी समझ में नहीं आया होगा। इसी कारण अब हम आपको ब्लॉकचैन तकनीक को सरल शब्दों में उदाहरण सहित समझाने का प्रयास करते हैं। मान लीजिये कि आप किसी रेस्टोरेंट में खाना खाने जाते हैं और वहां खाना खाने के बाद अपने बैंक के कार्ड से वहां भुगतान करते हैं। किन्तु उसी समय आपके बैंक का सर्वर डाउन चल रहा होता है और इस वजह से आप किसी भी स्थिति में बैंक से वहां ऑनलाइन भुगतान कर पाने में असमर्थ हो जाते हैं।

अब यदि आपके बैंक के द्वारा उस रेस्टोरेंट के सर्वर के साथ ब्लॉकचैन तकनीक पर काम चल रहा हो तो आप बिना किसी झंझट के ऑनलाइन भुगतान कर पाएंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि बैंक का डाटा और उस रेस्टोरेंट का डाटा आपस में ब्लॉकचैन के माध्यम से जुड़ा हुआ होगा। उस स्थिति में जब आपके बैंक का सर्वर डाउन चल रहा होगा, तब भी आप ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के माध्यम से उस रेस्टोरेंट को भुगतान कर देंगे। अब वह रेस्टोरेंट अपने सिस्टम में आपके द्वारा किया गया भुगतान सेव कर लेगा और आपको वहां से जाने (What is Blockchain technology in simple terms in Hindi) देगा।

इसके बाद जब आपके बैंक का सर्वर ठीक हो जायेगा तब उस रेस्टोरेंट में जो डाटा एकत्रित हुआ था या जो भी गतिविधि हुई थी वह ब्लॉकचैन के माध्यम से आपके बैंक के सर्वर तक पहुँच जाएगी। उसके पश्चात आपके बैंक से अपने आप ही उन पैसों को उस रेस्टोरेंट को दे दिया जायेगा। तो इस तरह से ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के माध्यम से आपका काम भी बन जायेगा और आपके बैंक व उस रेस्टोरेंट दोनों को ही कोई दिक्कत नहीं (Explain blockchain technology in Hindi) होगी।

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी कैसे काम करती है? (Blockchain technology kaise kaam karti hai)

अब आपका अगला प्रश्न यह होगा कि आख़िरकार यह ब्लॉकचैन तकनीक किस तरह से काम करती है या इसका क्या आधार होता है जिससे यह काम कर पाने में सक्षम होती है। तो यहाँ हम आपको बता दें कि जो तकनीक ब्लॉकचैन पर काम नहीं करती है वह सेंट्रलाइज्ड तकनीक पर काम कर रही होती है जिसका नियंत्रण किसी एक व्यक्ति, संस्था या कंपनी के पास होता है। जबकि ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी में ऐसा नहीं होता (Blockchain technology kaise kaam karta hai) है।

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी में decentralized तकनीक का सहारा लिया जाता है। अब इस decentralized का अर्थ होता है जिस पर किसी एक व्यक्ति, संस्था या कंपनी का अधिकार होने की बजाये सभी का अधिकार होता है और वह इसके जरिये काम कर रहा होता है। इसमें डाटा के छोटे छोटे ब्लॉक्स होते हैं जो आपस में जुड़े हुए होते हैं। अब यह ब्लॉक्स आपस में जुड़ कर ही एक चैन का निर्माण करते हैं जिसके कारण इस तकनीक का नाम ब्लॉकचैन पड़ गया है।

अब ऊपर हमने आपको रेस्टोरेंट में अपने खाने के बिल के भुगतान करने का उदाहरण दिया और वो भी तब जब आपके बैंक का सर्वर डाउन चल रहा था। तो उसमे आपके बैंक के डाटा को एक ब्लॉक में रखा गया होता है और उस रेस्टोरेंट के डाटा को एक दूसरे ब्लॉक में रखा गया होता है। अब इस ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के माध्यम से दोनों ब्लॉक्स को आपस में जोड़ दिया जाता है जिस कारण यह एक दूसरे से जानकारी को साँझा कर सकते हैं और तेज गति से काम करते हैं।

अब जो भी जानकारी एक दूसरे के साथ साँझा की जाती है वह इसी चैन के माध्यम से ही साँझा की जाती है। आपके बैंक का ब्लॉक अपने यहाँ घटित हो रही घटनाओं की जानकारी को वहां के रेस्टोरेंट के ब्लॉक के साथ चैन के माध्यम से साँझा करता है और दोनों ही उस कार्य को संपन्न कर देते हैं। तो इसी तरह अलग अलग ब्लॉक्स के बीच में इसी तरह का कार्य हो रहा होता है। इसी आधार पर ही यह ब्लॉकचैन तकनीक काम कर रही होती है।

ब्लॉकचैन नाम का क्या मतलब है? (Blockchain meaning in Hindi)

अब आपको साथ के साथ यह भी जान लेना चाहिए कि आख़िरकार इस ब्लॉकचैन के नाम का क्या अर्थ होता है। हालाँकि ऊपर का लेख पढ़ कर आपको इसके बारे में थोडा बहुत अनुमान तो लग ही गया होगा लेकिन फिर भी हम इसे विस्तार देते हुए आपको इसके बारे में थोडा बहुत ज्ञान और दे देते हैं। तो आपने ऊपर पढ़ कर जाना कि हर तरह की कंपनी के द्वारा ऑनलाइन अपना काम करवाने के लिए डाटा को एकत्रित किया जाता है जिसे एक ब्लॉक में रखा जाता (Blockchain kya hai) है।

अब आप ऑफलाइन रूप से किसी चीज़ को याद करने के लिए या डाटा को इकठ्ठा करने के लिए एक बहीखाता तैयार करते हैं जो पहले के समय में दुकानों पर बहुत लोकप्रिय भी थी। इसमें आप तरह तरह के लेनदेन को या डाटा को लिखा करते थे और उसका आंकलन किया करते थे। अब इसी को ही ऑनलाइन भाषा में ब्लॉक कहा जाता है और तरह तरह की कंपनियों के अलग अलग ब्लॉक होते हैं।

अब यदि किसी कंपनी को अन्य कंपनी के साथ ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर काम करना है तो वह अपने ब्लॉक का डाटा अन्य कंपनी के ब्लॉक के साथ साँझा करती है। इस तरह से तरह तरह की कंपनियों के ब्लॉक आपस में जुड़ कर एक चैन का निर्माण कर लेते हैं और इसी कारण इसे ब्लॉकचैन नाम दिया गया है। साथ ही इस तरह की तकनीक को ब्लॉकचैन तकनीक का नाम दिया गया है जिसे हम ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी भी कह सकते हैं।

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के फायदे (Benefits of blockchain technology in Hindi)

आज के समय में ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का उपयोग बहुत ही तेजी के साथ बढ़ रहा है लेकिन क्यों? अब इसका उत्तर यही हो सकता है कि इससे सभी को बहुत फायदा मिल रहा है और इसके फायदों के कारण ही इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल बहुत तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। तो इसका सबसे बड़ा फायदा तो यही होता है कि इस पर किसी एक कंपनी, सरकारी संस्था, व्यक्ति इत्यादि का एकाधिकार नहीं होता है और यह सभी के लिए खुली होती है। तभी इसे decentralized नाम दिया गया (Blockchain technology benefits in Hindi) है।

इसके तहत कोई भी व्यक्ति इस ब्लॉकचैन पर काम कर सकता है, उसमे भाग ले सकता है और अपना लेनदेन कर सकता है। साथ ही इसके द्वारा किसी भी तरह का फ्रॉड नहीं किया जा सकता है क्योंकि किसी भी व्यक्ति के द्वारा ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी में जो भी कुछ हो रहा है उसे बदला जाना, उसमे परिवर्तन किया जाना, उसे हटाया जाना या उसे हैक किया जाना संभव नहीं होता है। यही चीज़ इसे एक सुरक्षित माध्यम भी बना देती है जो ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का एक फायदा है।

साथ ही इसकी वजह से तरह तरह के असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं और इसका सीधा फायदा आम ग्राहकों या लोगों तक देखने को मिलता है। ठीक उसी तरह जिस तरह से आपने अपने बैंक का सर्वर डाउन होने के बाद भी उस रेस्टोरेंट को अपने बैंक से पेमेंट कर दी और वहां से बिना किसी परेशानी के चले गए। इस तरह से भविष्य में ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के और भी कई तरह के फायदे देखने को मिलेंगे जो मनुष्य जीवन को सरल बनाने का ही कार्य करेंगे।

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी क्या है – Related FAQs

प्रश्न: Blockchain Technology क्या है?

उतर: Blockchain Technology के बारे में संपूर्ण जानकारी आपको इस लेख में मिलेगी जिसे आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: क्या ब्लॉकचेन सुरक्षित हैं?

उतर: हां ब्लॉकचेन एक दम सुरक्षित है।

प्रश्न: ब्लॉकचेन क्या है और कैसे काम करती है?

उतर: इसके बारे में जानने के लिए आप हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख पढ़ सकते हो।

प्रश्न: ब्लॉकचेन की शुरुआत कब हुई?

उतर: ब्लॉकचेन की शुरुआत 30 अगस्त 2011 से मानी जाती है।

तो इस तरह से आपने ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के बारे में इस लेख के माध्यम से जानकारी हासिल कर ली है कि ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी क्या होती है इसका क्या कुछ मतलब होता है और यह कैसे काम करती है। साथ ही आपने इससे होने वाले फायदों के बारे में भी जान लिया है। आशा है कि जो जानकारी लेने आप इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी। यदि कोई शंका आपके मन में शेष रह गई है तो आप नीचे हमसे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं।

Mukesh Chandra

मुकेश चंद्रा ने बीटेक आईटी से 2020 में इंजीनियरिंग की है। वह पिछले 5 साल से सामाजिक.इन पर मुख्य एडिटर के रूप में कार्यरत हैं, उन्हें लेखन के क्षेत्र में 5 वर्षों का अनुभव है। अपने अनुभव के अनुसार वह सामाजिक.इन पर प्रकाशित किये जानें वाले सभी लेखों का निरिक्षण और विषयों का विश्लेषण करने का कार्य करते है।

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