छोटे बच्चों को अनाराम कैसे सिखाएं? अनाराम लिखना और पढ़ना सिखाने के 5 के सबसे आसान तरीका

एक अच्छा पेरेंट्स होने के नाते आपको अपने बच्चों को स्कूल भेजने से पहले ही कुछ चीजों को सिखा देना चाहिए जिससे उन्हें स्कूल में अधिक मेहनत करने की जरूरत नहीं पड़ती है। जब भी हम अपने छोटे बच्चे का स्कूल में एडमिशन कराते हैं तो उस समय आप लोग इस बात को ध्यान रखना है कि कुछ चीजों को आपको अपने बच्चों को एडमिशन करने से पहले ही सिखा देना चाहिए।

जिससे बच्चे स्कूल में बाकी बच्चों से कदम से कदम मिलाकर चल सकेंगे। आज के इस लेख में हम सीखेंगे कि Chhote Bacchon Ko Anaram Kaise Sikhayen. आप इस बारे में जानकारी लेने के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

अनाराम क्या है? | What is Anaram?

सबसे पहले तो आपको इस बात को जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि अनाराम है क्या? तो दोस्तों अनाराम एक पाठ्यक्रम है जिसमें बच्चों को अ से अनार से लेकर के सभी अक्षर सिखाए जाते हैं। जिसको शॉर्टकट में अनाराम कहा जाता है। जैसे कि आपने पढ़ा होगा छोटे बच्चों को हम लोग सिखाते हैं अ से अनार बड़ा से आम इसी तरह इसे शॉर्टकट में अनाराम कहा जाता है। आइए जानते हैं कि अपने छोटे बच्चों को अनाराम कैसे सिखाएं। हम आपको इसका सबसे आसान तरीका बताएंगे तो आप हमारे लेख में अंत तक जरूर बने रहे।

छोटे बच्चों को अनाराम कैसे सिखाएं

1. अ से अ: तक सिखाएं

बच्चों को अनाराम आसानी से सिखाने के लिए आपको अ से अ: तक सारी कड़ियां सिखाना है। आपको पूरा अनाराम 1 दिन में नहीं सिखाना है क्योंकि इससे बच्चा काफी कंफ्यूज हो जाएगा। इसीलिए आपको 1 दिन में सिर्फ इतना ही सिखाना है इसी के साथ आप उसे इसका रोजाना पाठ कराएं जिससे बच्चा इसे आसानी से याद कर सके। आपको अनाराम को थोड़ा-थोड़ा करके उसे सिखाना है।

जैसे जैसे बच्चे को पीछे का अनाराम याद होता जाए आप उसे आगे तक का सिखा सकते हैं। और आप देखेंगे कि कुछ दिनों में आपका बच्चा मानाराम के 52 अक्षर सीख जाएगा। इससे उसे स्कूल में काफी मदद मिलेगी और वह बाकी बच्चों से आगे रहेगा। अगर आप अपने बच्चे को बाकी बच्चों से आगे रखना चाहते हैं तो आपको इतनी मेहनत तो करनी पड़ेगी।

2. किताब की मदद लें

इस काम को करने के लिए आप किताब की भी मदद ले सकते हैं। किताब की मदद से बच्चे अनाराम आसानी से सीख जाते हैं। क्योंकि वहां पर सभी चीजों के फोटो भी बने होते हैं जिसकी मदद से बच्चों को अनाराम सिखाने में आसानी हो जाती है। इसी के साथ-साथ उन्हें इस बात की पहचान भी होने लगती है कि अनार क्या है या फिर आम क्या है। आपने देखा होगा काफी सारे स्कूलों में बच्चों को अनाराम सिखाने के लिए वह लोग रियल चीजों का इस्तेमाल करते हैं।

जैसे कि अगर वह बच्चों को बताते हैं कि अ से अनार तो वह उन्हें अनार दिखाएंगे जिससे बच्चा समझने लगता है कि अनार क्या होता है। इससे बच्चा अनाराम जल्दी सीख जाता है और उसे पढ़ने में भी मजा आता है। इसीलिए आप किताब की मदद लेकर बच्चों को अनाराम सिखा सकते हैं जिससे उन्हें चीजें पहचानने में आसानी हो जाएगी।

3. स्कूल में बच्चों के साथ सिखाएं

बच्चों को अनाराम जल्दी सिखाने का यह भी एक इफेक्ट तरीका हो सकता है क्योंकि इसमें बच्चों का ग्रुप साथ में मिलकर के अनाराम बोलता है तो अगर एक बच्चा कहीं पर कंफ्यूज भी हो जाता है तो बाकी बच्चे उसकी मदद कर देते हैं। इससे बच्चों को अनाराम जल्दी याद हो जाता है इसी के साथ ग्रुप स्टडी करने में मजा भी आता है और बच्चे आसानी से मजे के साथ अनाराम सीख जाते हैं। काफी सारे स्कूल वाले इस ट्रक को अपनाते हैं।

अगर आप पैरंट हैं तो आप शिक्षकों से मिलकर के बच्चों को एक समूह में रखकर के अनार आम बोलने के लिए कह सकते हैं। वहीं अगर आप एक शिक्षक हैं तो आप इस प्रकार से अनाराम सिखा सकते हैं। इस प्रकार से बच्चों को अनाराम सिखा ना काफी आसान हो जाता है इसी के साथ बच्चे भी जल्दी सीख जाते हैं।

4. घर पर आनाराम सिखाएं

आपका बच्चा चाहे कितनी देर भी स्कूल में पढ़ता हूं जब तक आप उसे घर पर रिवीजन नहीं कराएंगे तब तक उसे किसी भी चीज को याद करना काफी मुश्किल हो जाएगा। तो आपको जब भी समय मिले आप अपने बच्चों को घर पर अनाराम का रिवीजन जरूर कराएं। क्योंकि इससे बच्चों को अनाराम याद करने में आसानी हो जाती है। आप उन्हें घर पर दो से तीन बार अनाराम जरूर बुलवाएं जिससे वह जल्दी से सीख जाएंगे और उन्हें इसे याद करने में भी आसानी हो जाएगी। इसी के साथ आप लगातार उनसे अनाराम सुनने का प्रयास करते रहें।

शुरू में आपको बच्चों के साथ अनाराम बोलना है उसके बाद आप उनसे बोलने के लिए कह सकते हैं। अगर आपका बच्चा अनार आम बोलने में अक्षम है तो आप उसे एक बार फिर से सिखा सकते हैं और उसके बाद दोबारा उसे अनार आम बोलने के लिए कह सकते हैं। इस तरह से बच्चे जल्दी अनाराम को सीख जाते हैं और उन्हें आसानी से अनाराम याद हो जाता है। यह छोटी-छोटी बातें हैं लेकिन इन्हीं को ध्यान में रखकर के आप अपने बच्चे का भविष्य उज्जवल बना सकते हैं।

5. अनाराम लिखना सिखाएं

 बच्चों को अनाराम बोलना सिखाने से चाहते उन्हें लिखना भी सिखाना महत्वपूर्ण हो जाता है। अगर आप अपने बच्चों को अनाराम लिखना सिखाना चाहते हैं तो आपको किसी रफ कॉपी या फिर सिलेट पर अनाराम लिखने के लिए बोलना है। शुरुआती दौर में आपको खुद भी उनके साथ अनाराम लिखना है जिससे वह आपको देख देख कर अनाराम लिखना सीख जाएंगे। फिर धीरे-धीरे वह खुद से भी लिखना शुरू कर देंगे। शुरुआती दौर में बच्चों को अनाराम लिखना सिखाने के लिए आपको पहले खुद उन्हें लिख करके दिखाना पड़ेगा।

उसके बाद में आप उन्हें भी लिखने के लिए बोल सकते हैं। आपको पूरा अनाराम एक दिन में ही नहीं लिखाना है। आप बच्चों को धीरे धीरे अनाराम सिखाएं जिससे वह आसानी से अनाराम सीख सकें। क्योंकि अगर आप 1 दिन में उन्हें अधिक अनाराम सिखा देंगे तो वह कन्फ्यूजन में पड़ जाएंगे और उन्हें कुछ भी याद नहीं होगा। तो इसीलिए आप थोड़ा-थोड़ा करके उन्हें सिखाने की कोशिश करें।

संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

अनाराम क्या है?

अनाराम एक पाठ्यक्रम है जिसमें बच्चों को अ से अनार और आ से आम सिखाए जाते हैं जिसे संक्षेप में हम लोग अनाराम भी बोलते हैं। यहां पर मैंने आपको अनाराम सिखाने के 5 सबसे अच्छी तरीके बताएं हैं। जिनको आप इस वेबसाइट पर आकर पढ़ सकते हैं।

अनाराम कैसे लिखते हैं?

सबसे पहले तो आपको अपने बच्चों को अनाराम  बोलना सिखाना है जब वह अनाराम को अच्छे से बोलना सीख जाए तब आप उन्हें अनाराम लिखना सिखा सकते हैं। इसके लिए पहले आपको खुद उन्हें लिख कर दिखाना पड़ेगा।

क्या बच्चों को घर पर अनाराम सिखाया जा सकता है?

जी हां, बच्चों को घर पर भी अनाराम से सिखाया जा सकता है।

क्या बच्चों को अनाराम सिखाने के लिए किताब का इस्तेमाल किया जाना चाहिए?

जी हां, किताब के माध्यम से आप बच्चों को आसानी से अनाराम सिखा सकते हैं। क्योंकि वहां पर सभी चीजों के फोटो बने होते हैं जिससे बच्चे आसानी से उस चीज को पहचान पाते हैं।

क्या बच्चों को अनाराम लिखना सिखाने के लिए रंगों का सहारा लिया जा सकता है?

जी हां, रंगों के माध्यम से बच्चे जल्दी अनाराम लिखना सीख जाते हैं। क्योंकि आप जानते हैं बच्चों को रंगों से काफी ज्यादा प्यार होता है।

तो आज हम अपने इस आर्टिकल में छोटे बच्चों को अनाराम कैसे सिखाएं? अनाराम लिखना और पढ़ना सिखाने के 5 के सबसे आसान तरीका आदि के बारे में सबको जानकारी दे रहे यदि आपको हमारे द्वारा दी गई सुव्यवस्थित जानकारी पसंद आई हो तो हमारे आर्टिकल को जरूरतमंद लोगों के साथ शेयर जरूर कर दें. धन्यवाद!

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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