हमारे देश में यह बात तो हर व्यक्ति को पता है कि हमारे देश में बाल दिवस मनाया जाता है। परंतु बहुत से लोगों को बाल दिवस कब मनाया जाता है? तथा बाल दिवस मनाने के पीछे कौन सा सटीक कारण इसके बारे में जानकारी नहीं होती है? हमारे देश एक लोकतांत्रिक देश है। यहाँ छोटे-छोटे बच्चों के लिए भी एक दिन निर्धारित किया गया है। जब आप बच्चों के लिए कुछ कर सकते हैं। यदि आपको बाल दिवस के बारे में कोई भी जानकारी नहीं है। तो आज आप हमारे इस लेख के माध्यम से बाल दिवस से संबंधित संपूर्ण जानकारी को प्राप्त कर सकते हैं। हमने अपने इस लेख में बाल दिवस के बारे में सभी जानकारी प्रदान की है।
हमारे इस लेख को बहुत से बच्चों के द्वारा भी पढ़ा जा रहा होगा। इसीलिए हमने इस लेख में बहुत ही बेहतरीन ढंग से बाल दिवस से संबंधित जानकारी को बताया है। यदि बच्चों को उनके अधिकारों के बारे में नहीं पता होगा। तो वह अपने जीवन को सम्मान के साथ जीने में सक्षम हो सकते हैं। इसलिए आज हम इसलिए अपने बाल दिवस कब मनाया जाता है?, कैसे बनाया जाता है? तथा बाल दिवस का क्या महत्व होता है? इसके बारे में संपूर्ण जानकारी आपके साथ साझा कर रहे हैं। यदि आपको भी बाल दिवस से संबंधित जानकारी नहीं है। तो हम अपने इस लेख के माध्यम से आज सारी जानकारी आपको प्रदान करेंगे। अधिक जानकारी के लिए हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पड़े।
बाल दिवस क्या है? (What is Children’s day)
यह तो हमारे देश का हर व्यक्ति जानता है। कि बच्चे ही हमारे देश का भविष्य होते हैं। यदि हमारे देश के बच्चे विकासशील होंगे। तभी हमारा देश भी विकासशील होता है। देश का बच्चा जितना शक्तिशाली होता है। देश का युवा भी उतना ही प्रभावशाली बनकर सामने आता है। इसीलिए कहा जाता है, कि बच्चों का हमारे जीवन पर बहुत महत्व होता है। बाल दिवस इन्हीं प्यारे बच्चों के लिए मनाया जाता है। बाल दिवस को स्कूल, कॉलेजों में बच्चों के प्रोत्साहन को बढ़ावा देने हेतु बहुत ही जोर और शोर के साथ मनाया जाता है। इस दौरान बहुत से सांस्कृतिक कार्यक्रम का विद्यालयों में आयोजन किया जाता है। साथ ही साथ बच्चों के लिए प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है।
बाल दिवस कब मनाया जाता है? When is Children’s Day Celebrated?
हमारे देश में बाल दिवस कब मनाया जाता है। यह जानकारी तो बहुत से लोगों को होगी। परंतु विश्व भर में बाल दिवस अलग-अलग तिथियों पर बनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस 20 नवंबर को बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन को हर व्यक्ति बच्चों के नाम समर्पित कर देता है। 1959 से पहले बाल दिवस को अक्टूबर माह में मनाया जाता था। बाल दिवस को सर्वप्रथम 1954 में संयुक्त महासभा के निर्णय के उपरांत बहुत जोर जोर से मनाया गया।
1959 में संयुक्त महासभा द्वारा जब सर्वप्रथम बच्चों के अधिकारों के घोषणा पत्र को मान्यता प्राप्त की गई। उसी दिन के उपलक्ष में बच्चों के नाम 20 नवंबर के दिन को समर्पित करने को चुना गया। भारत में 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है। परंतु उसके पीछे भी एक बहुत सटीक कारण है, बाल दिवस बनाना आवश्यक इसलिए है क्योंकि इस दिन हमें बच्चों के अधिकारों की स्वतंत्रता प्रदान की गई। यदि हमारे देश में बच्चे स्वतंत्र होंगे। तभी हमारे देश का भविष्य उज्जवल होगा।
बाल दिवस का इतिहास? (History of Children’s day?)
बाल दिवस कब और क्यों मनाया जाता है? यह जानने से पहले आपको यह पता होना बहुत आवश्यक है। कि आखिर बाल दिवस की शुरुआत क्यों की गई थी? बाल दिवस की शुरुआत सर्वप्रथम 1925 में की गई थी। यह घोषणा सर्वप्रथम विश्व कांग्रेस के द्वारा बच्चों के कल्याण हेतु की गई थी। 1954 तक दुनिया भर के देशों ने बाल दिवस को मान्यता प्रदान की गयी। तब से पूरे विश्व के स्तर पर बाल दिवस को मनाया जाने लगा। परंतु विश्व स्तर पर बाल दिवस मनाए जाने का प्रस्ताव श्री वी कृष्ण मेनन द्वारा दिया गया था। सभी देशों में बाल दिवस मनाने के लिए संयुक्त महासभा द्वारा इसे 20 नवंबर की स्वीकृति दी गई। यही कारण है। कि 20 नवंबर को हम बाल अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाते हैं।
प्रत्येक देश में देखा जाए तो बाल दिवस हर देश मे अलग-अलग दिन पर मनाया जाता है। परंतु हम भारत में रहने वाले लोग हैं। इसलिए हमें भारत में बाल दिवस कब मनाया जाता है? इसकी जानकारी हमें होनी बहुत आवश्यक है। भारत में बाल दिवस 14 नवंबर को मनाया जाता है। बाल दिवस को बच्चों के नाम पर समर्पित किया जाता है। तथा बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए कई कार्यक्रम करवाए जाते हैं। 1925 से लेकर आज तक हम हर वर्ष बाल दिवस को 14 नवंबर के दिन बहुत ही धूमधाम से मनाते आए हैं। इस दिन के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाता है, कि बच्चों को किसी भी हक से वंचित ना रखा जाए। क्योंकि यदि हमारे देश के बच्चे विकासशील होंगे। तभी हमारा देश हर कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेगा।
बाल दिवस क्यों मनाया जाता है? (Why is Children’s Day Celebrated?)
भारत देश में बाल दिवस को 14 नवंबर के दिन बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। परंतु आपके मन में यह सवाल अवशय आया होगा। कि भारत देश में 14 नवंबर को ही बाल दिवस क्यों मनाया जाता है? तो हम आपको बता दें। 14 नवंबर को भारत के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू जी का जन्मदिन आता है। उन्हीं के जन्मदिन के उपलक्ष में भारत में बाल दिवस को मनाया जाता है। क्योंकि जवाहर लाल नेहरू का बच्चों के साथ बेहद लगाव था। जिसके चलते उनके जन्मदिवस को ही बाल दिवस के रूप में स्थानांतरित कर दिया गया। इस दिन भारत के राष्ट्रपति द्वारा बच्चों का मनोबल बढ़ाया जाता है। साथ ही साथ बाल दिवस के रूप में जवाहरलाल नेहरू जी को भी याद किया जाता है।
पंडित जवाहरलाल नेहरू का 27 मई 1964 में निधन हो गया था। जिसके बाद उनका प्यार बच्चों के प्रति देखते हुए यह फैसला लिया गया कि 14 नवंबर उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाएगा। पंडित जवाहरलाल नेहरू को प्यार से बच्चों के द्वारा चाचा नेहरू के नाम से बुलाया जाता था। 14 नवंबर को इन दोनो अवसर पर बच्चों के प्रति दिन समर्पित करने के लिए बाल दिवस कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। विश्व स्तर पर 20 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है। इसे पूरे देश के बच्चों के जीवन को प्रोत्साहित करने के लिए बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। साथ ही बच्चों के हित में कल्याणकारी कार्यक्रम चालू किए जाते हैं।
बाल दिवस कैसे मनाया जाता है?
सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त करने के बाद आपके मन में यह सवाल अवश्य होगा कि बाल दिवस कैसे बनाया जाता है? यदि आपको नहीं पता कि How is Children’s Day Celebrated? तो हमारे द्वारा नीचे इस लेख में बाल दिवस कैसे मनाया जाता है? इससे संबंधित जानकारी को पॉइंट के माध्यम से बताने का प्रयास किया गया है। यह जानकारी निम्न प्रकार है-
- भारत मे बाल दिवस 14 नवंबर को बहुत ही धूम धाम के साथ मनाया जाता है।
- इस दिन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को श्रद्धांजलि दी जाती है।
- साथ ही साथ सभी विद्यालय और कॉलेजों में बच्चों के प्यारे चाचा नेहरू के बारे में संपूर्ण जानकारी से अवगत कराया जाता है। और बताया जाता है, कि किस प्रकार जवाहरलाल नेहरु के द्वारा हमारे देश की आजादी में योगदान दिया तथा क्यों हमारे द्वारा जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन पर ही बाल दिवस मनाया जाता है?
- बाल दिवस के दिन कई स्थानों पर बच्चों को पुरस्कार दिया जाता है।
- बाल दिवस वाले दिन विद्यालय में कई सांस्कृतिक कार्य किए जाते हैं। और बहुत ही प्रतियोगिताओं में बच्चों को भाग लेने के लिए उत्साहित किया जाता है।
- बाल दिवस के दिन विद्यालय में बाल दिवस को मनाने के लिए पढ़ाई नहीं कराई जाती है। अर्थात उसके स्थान पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है।
- बहुत से विद्यालय में बाल दिवस को मनाने के लिए बच्चों को एक निर्धारित स्थान पर ले जाया जाता है।
- बच्चों को मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु हमारे चारों तरफ का समाज बाल दिवस मनाने में लग जाता है। यही कारण है कि रेडियो में कई ऐसे कार्यक्रम चलाया जाते हैं। कि बच्चे सुनकर अपना मार्गदर्शन कर सकते हैं।
- अनाथ आश्रम में बाल दिवस वाले दिन बहुत से सामग्री जैसे:- किताबें, स्टेशनरी, कपड़े और खिलौने आदि सामान का वितरण किया जाता है।
अन्य देशों में बाल दिवस
भारत में यह दिन 14 नवंबर को मनाया जाता है। यह तो आपको पता चल गया होगा। कि पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन पर हमारे देश में 14 नवंबर को बाल दिवस का आयोजन किया जाता है। इसका कारण यह है, कि पंडित जवाहरलाल नेहरू बच्चों से बेहद प्रेम करते थे। साथ ही साथ यह हमारे के प्रथम प्रधानमंत्री भी थे। इसीलिए बच्चों के द्वारा पंडित जवाहरलाल नेहरू को चाचा नेहरू के नाम से बुलाया जाता था। परंतु हर देश में 14 नवंबर को बाल दिवस नहीं मनाया जाता है। विश्व अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता है। परंतु अपने अपने देश में हर कोई बाल दिवस अलग-अलग दिन आयोजित करता है।
इस दिन को हर देश में इसलिए बनाया जाता है। ताकि हर देश का बच्चा इस दिन अपने मन की सारी परेशानियों को दूर कर सके। कुछ देशों में 1 जून, 8 अक्टूबर, 10 मई और 17 मार्च आदि को भी बाल दिवस मनाया जाता है। परंतु प्रत्येक देश का उद्देश्य यही होता है, कि बाल दिवस वाले दिन वह अपने देश के प्रत्येक बच्चे को जागरूक कर सकें। साथ ही उनका अच्छे से मार्गदर्शन कर सकें। प्रत्येक देश को पता है, कि जिस देश का बच्चा विकासशील होगा। उसी देश का भविष्य उज्जवल होता है। इसलिए बाल दिवस का सभी देशों में बहुत ही धूमधाम के साथ आयोजन किया जाता है। यह दिन बच्चों को उचित जीवन दिए जाने की भी याद दिलाता है।
बाल दिवस का महत्व (Importance of Children’s Day?)
बाल दिवस को मनाने का एक मात्र यही उद्देश्य होता है। कि बच्चों को उनके जीवन के प्रति जागरूक किया जाए। तथा बच्चों को उनके अधिकारों से अवगत कराया जाए। बाल अधिकारों के प्रति जागरूकता लाने को समर्पित बाल दिवस हमारे देश में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। क्योंकि बच्चे ही देश का भविष्य होते हैं। बच्चों से केवल उनके घर या परिवार का भविष्य ही नहीं। अपितु पूरे देश का भविष्य जुड़ा होता है। इसीलिए यह बेहद आवश्यक है कि बच्चों को उनके अधिकारों के बारे में सारी जानकारी हो। यही कारण है, कि हर वर्ष बाल दिवस को प्रत्येक विद्यालय और स्थान पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, स्पीच और प्रतियोगिताओं के साथ मनाया जाता है।
बाल दिवस के जरिए बच्चे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होंगे। जिससे उनका जल्दी कोई शोषण करने में सक्षम नहीं होगा। इस दिन बच्चों को जवाहरलाल नेहरू से संबंधित बातों के बारे में जानकारी मिलती हैं। साथ ही 14 नवंबर के दिन बच्चो को अपने देश के प्रति समर्पित होने की भावना से अवगत करता है। इस दिन से बच्चों को अपने अस्तित्व का पता चलता है। बाल दिवस का हमारे जीवन में बहुत ही महत्व होता है। जिसके कारण लोगों को तथा बच्चों को अपनी जिम्मेदारियों का एहसास रहता है। साथ ही 14 नवंबर का दिन बच्चों के जीवन को नेहरू जी के जीवन से जोड़ने का भी कार्य करता है। बाल दिवस का महत्व केवल बच्चों की जिंदगी में नहीं होता है। बल्कि हमारे पूरे देश और विश्व के स्तर पर होता है।
संविधान में बाल अधिकार?
भारतीय संविधान में बच्चों से संबंधित कई अधिनियम जारी हैं। जिनके तहत बच्चों का शोषण करना बहुत ही गहन अपराध माना जाता है। हमारा संविधान बच्चों के संरक्षण और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए बहुत ही सुरक्षा प्रदान करता है। प्रत्येक देश में बच्चों की सुरक्षा हेतु संविधान में अधिनियम जारी किए गए हैं। जिसके तहत बच्चों के साथ कोई भी गलत कार्य जैसे:- बलात श्रम, तस्करी आदि नहीं होंगे। यदि संविधान में बाल अधिकार से संबंधित आपको कोई भी जानकारी नहीं है। तो नीचे हमारे द्वारा इसकी जानकारी विस्तार पूर्वक दी गई है। जो कि निम्न प्रकार है-
- अनुच्छेद 15 (3):- अनुच्छेद 15 का 3 राज्य को महिला एवं बच्चों केशव शक्ति करण हेतु अधिकार प्रदान करता है।
- अनुच्छेद 21 (A):- अनुच्छेद 21 के A को अभी सरकार द्वारा जारी किया गया है। इसके तहत 6 वर्ष से लेकर 14 वर्ष तक के सभी बच्चों को अनिवार्य एवं निशुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी। इसके लिए सरकार द्वारा राइट टू एजुकेशन अधिनियम को भी लागू किया गया था।
- अनुच्छेद 24:- संविधान के द्वारा अनुच्छेद 24 में बलात श्रम को प्रतिबंधित किया गया है। साथ ही इसे गैर कानूनी दर्जा भी दिया गया है।
- अनुच्छेद 39 (E):- अनुच्छेद 39 (E) के तहत राज्य का कर्तव्य है, कि राज्य को बच्चों के स्वास्थ्य एवं रक्षा के लिए कल्याणकारी कार्यक्रम करने होंगे।
- अनुच्छेद 39 (F):- इसके तहत राज्य की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह राज्य की जनता को विकास के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराएं।
बाल दिवस पर बच्चों के लिए करें कुछ जरूरी चीजें?
बाल दिवस पर प्रत्येक नागरिक को बच्चों के प्रति कुछ ना कुछ करना चाहिए। बाल दिवस का महत्व हमारे जीवन पर बहुत गहरा पड़ता है। इसीलिए यदि आपको नहीं पता कि बाल दिवस पर बच्चों के लिए क्या-क्या करें? तो हमारे द्वारा नीचे पॉइंट के माध्यम से आपको कुछ टिप्स दी गई है। हमारे द्वारा दी गई इन टिप्स को अपनाकर आप बाल दिवस पर बच्चों के लिए कुछ जरूरी चीजें कर सकते हैं। जिससे बच्चों को बेहद खुशी होगी। यह जानकारी निम्न प्रकार है-
- बाल दिवस वाले दिन इस बात का खास ध्यान रखें, कि आप किसी भी बच्चे का दिल ना दुखाये।
- जहां तक हो सके बच्चों को आप उनके अधिकारों के बारे में अवगत कराएं। और उन्हें बताएं कि वह क्या-क्या करने के लिए स्वतंत्र है।
- यदि आप बाल दिवस पर कुछ अच्छा करना चाहते हैं। तो किसी अनाथ आश्रम में जाकर गरीब बच्चों को तोहफे दे दे। साथ ही उनको उनके जीवन को बेहतरीन ढंग से जीने का मार्गदर्शन भी दे।
- अपने आसपास के बच्चों को बाल दिवस का महत्व, इतिहास और पंडित जवाहरलाल नेहरू के जीवन परिचय की संपूर्ण जानकारी दें।
- यदि आप किसी विद्यालय में पढ़ाते हैं, तो वहां के बच्चों को बाल दिवस के अवसर पर आयोजन होने वाली सभी प्रतियोगिता और सांस्कृतिक कार्य में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें।
- यदि आपके आसपास किसी बच्चे से कोई दुर्व्यवहार, बलात श्रम या तस्करी जैसे गलत कार्य हो रहे हो तो आप पुलिस स्टेशन में इस बात की जानकारी दें।
- यदि आप ऊपर बताए गए किसी भी कार्य को करने में सक्षम नहीं है। तो आप इस बात का प्रण लें। कि भविष्य में कभी भी आप किसी छोटे बच्चे का जीवन अपने स्वार्थ हेतु खराब नहीं होने देंगे।
बाल दिवस क्या है कैसे बनाएं इससे संबंधित प्रश्न का उत्तर(FAQs):-
Q:-1. बाल दिवस कब मनाया जाता है?
Ans:-1. बाल दिवस 14 नवंबर को मनाया जाता है बाल दिवस प्रत्येक देश में अलग-अलग दिन पर आयोजित किया जाता है।
Q:-2. बाल दिवस क्यों मनाया जाता है?
Ans:-2. बाल दिवस बच्चों को उनके अधिकार के प्रति जागरूक करने हेतु तथा उन्हें अपने जीवन के मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है।
Q:-3. बाल दिवस पर विद्यालयों में क्या होता है?
Ans:-3. बाल दिवस पर प्रत्येक विद्यालय तथा स्कूलों में बहुत सी सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं कराई जाती हैं।
Q:-4. भारत में बाल दिवस किसके उपलक्ष में मनाया जाता है?
Ans:-4. भारत में बाल दिवस भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के उपलक्ष में मनाया जाता है। क्योंकि इन्हें बच्चों से बेहद प्रेम था।
Q:-5. विश्व में बाल दिवस कब मनाया जाता है?
Ans:-5. विश्व में बाल दिवस 30 नवंबर को मनाया जाता है। क्योंकि इस दिन संयुक्त महासभा द्वारा बच्चों के अधिकार घोषणा पत्र को स्वीकार किया गया था।
Q:-6. बच्चों के अधिकार को संरक्षित करने हेतु सरकार द्वारा क्या कदम उठाए गए हैं?
Ans:-6. बच्चों के अधिकार को संरक्षित करने हेतु सरकार द्वारा संविधान में बहुत से अधिनियम लागू किए गए हैं। जिसकी जानकारी ऊपर विस्तार दी गई है।
निष्कर्ष (Conclusion):- आज हमने अपने इस लेख में बाल दिवस क्या है?, कैसे मनाए ? तथा बाल दिवस का क्या महत्व होता है? इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी के बारे में बताया है। यदि आपको भी बाल दिवस से संबंधित बातों की जानकारी नहीं है। तो आज हमारे इस लेख के माध्यम से आपको अवश्य ही बाल दिवस किसे कहते हैं? तथा बाल दिवस क्यों मनाया जाता है?
इसके बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी। हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आपको अवश्य ही पसंद आई होगी। यदि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई हो, साथ ही इस लेख से संबंधित कोई भी सवाल आपके मन में रहता हो। तो आप हमें बता सकते हैं। तथा हमारे इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले।