दोस्तों, आज के समय में आपको प्रत्येक क्षेत्र में एक ऐसा भविष्य बनाने के अवसर प्राप्त होते हैं, जो बहुत ही सम्मानजनक होता है। हमारे देश में एक बहुत बड़ी संख्या में युवा है, इन युवाओं में से सभी युवा अलग-अलग क्षेत्र में अपने भविष्य बनाने के इच्छुक होते हैं। आप में से बहुत से युवा ऐसे होंगे। जो मेडिकल क्षेत्र की ओर आकर्षित होंगे। मेडिकल क्षेत्र में आपको बहुत से ऐसे पद देखने को मिलते हैं, जो की बहुत अधिक सम्मानजनक होते हैं। इसीलिए हमारे द्वारा आप सभी को आज इस लेख में CHO kon hota hai? CHO kaise bane? इसके बारे में विस्तार पूर्वक बता रहे हैं।
सीएचओ अपने आप में एक बहुत अच्छा और बेहतरीन पद है। इस पोस्ट पर जो भी युवा कार्य करता है। वह मेडिकल के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाता है, परंतु किसी भी पद पर कार्यरत होने से पहले आपको उस पद को प्राप्त करने के लिए मेहनत करनी होती है। यही कारण है कि हम आप सभी को अपने इस लेख में What is a CHO? How to become a CHO? Full form of CHO? Salary of CHO? आदि के बारे में विस्तार पूर्वक बताया जा रहा है। यदि आप इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप सभी को हमारे यह लेख अंत तक पढ़ना होगा।
सीएचओ कौन होता है? (Who is a CHO?)
आइए, जिन लोगों को सीएचओ के बारे में कोई भी जानकारी नहीं है। उन्हें हम यहां Who is a CHO? के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हैं। सीएचओ की मेडिकल क्षेत्र में बेहद सम्मानित ऑफिसर रैंक होती है। यह पोस्ट राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत आती है। यदि स्वास्थ्य की बात की जाए, तो इस क्षेत्र में सीएचओ के योगदान को नकारा नहीं जा सकता है। यह देश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य की विशेष सेवा प्रदान करने में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
सीएचओ के द्वारा आशा वर्कर और ग्राम प्रधानों के साथ मिलकर स्वास्थ्य से संबंधित कार्य किए जाते हैं। इस प्रकार कार्य करके सीएचओ लोगों के स्नेह और सम्मान के पात्र बनते हैं। सीएचओ, यह पोस्ट आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत शुरू की गई है। जिसे भारत सरकार द्वारा लागू किया गया है। यह स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं को ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचाने का कार्य करते हैं।
दरअसल हमारे देश के अंतर्गत स्वास्थ्य संबंधी जितने भी उपकेंद्र उपस्थित थे। उन सभी को आयुष्मान भारत योजना के तहत हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में बदल दिया गया है। इन्ही सेंटर्स की देखभाल हेतु सीएचओ को आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत शामिल किया गया है। हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर की देखरेख करना सीएचओ अधिकारियों की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है।
सीएचओ की फुल फॉर्म? (Full form of CHO?)
दोस्तों, आप सभी जानते हैं कि अधिकारियों के पद का नाम बहुत बड़ा होता है। इसलिए उन्हें शॉर्ट फॉर्म से पुकारा जाता है। यदि आप लोग भी सीएचओ की फुल फॉर्म के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो हमारे द्वारा आप सभी को यहां इसके बारे ने बताया गया है। CHO का विस्तृत नाम Community health officer होता है। हिंदी में इन्हें ही सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के नाम से जाना जाता है।
सीएचओ कैसे बने? (How to become a CHO?)
दोस्तों, बहुत से ऐसे युवा होंगे। जो सीएचओ की पोस्ट पर अपना भविष्य बनाना चाहते हैं, परंतु उन्हें नहीं पता कि वह सीएचओ कैसे बने? इसीलिए हमारे द्वारा आप सभी को यहां How to become a CHO? के बारे में बताया जा रहा है। हमारे द्वारा आप सभी को नीचे सीएचओ बनने हेतु स्टेप बाय स्टेप जानकारी दी जा रही है। यदि आप संपूर्ण दिए गए स्टेप्स को अपनाते हैं, तो आप आवश्यक तौर पर इस पोस्ट पर कार्यरत होते हैं। यह संपूर्ण जानकारी निम्न प्रकार है-
1. 12th अच्छे नंबरों के साथ पास करें (Pass the 12th class with good marks)
सर्वप्रथम आपको दसवीं कक्षा अच्छे नंबरों से पास करनी होगी। इसके तत्पश्चात आपको 11वीं कक्षा में साइंस स्ट्रीम से पीसीबी यानी फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषय का चुनाव करना होगा। इन विषयों से आपको 12वीं कक्षा बहुत मेहनत से पास करनी होगी। आप लोगों को 12वीं कक्षा में अच्छे नंबर आवश्यक तौर पर लाने होंगे। ताकि आगे आपको किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े और आप बिना किसी परेशानी के अपने उद्देश्य की ओर अग्रसर हो सके।
2. नर्सिंग कोर्स में एडमिशन लेने हेतु प्रवेश परीक्षा दे (Give entrance exam to take admission in Nursing course)
यदि आप भविष्य में सीएचओ बनना चाहते हैं, तो आपको 12वीं कक्षा पास करने के तत्पश्चात जीएनएम या फिर बीएससी नर्सिंग का कोर्स करना होता है। हमारे भारत में ऐसे बहुत से बेहतरीन इंस्टीट्यूट है, जो इस कोर्स को कराते हैं। परंतु भारत के अच्छे कॉलेज से जीएनएम या फिर बीएससी नर्सिंग कोर्स करने के लिए आपको प्रवेश परीक्षा से होकर गुज़रना पड़ेगा क्योंकि इन कॉलेजों में आपको डायरेक्ट एडमिशन नहीं दिया जाता है।
इसीलिए आपको प्रवेश परीक्षा की तैयारी अच्छे से करनी होगी। ताकि आप प्रवेश परीक्षा को पास करके भारत के प्रसिद्ध कॉलेज से नर्सिंग कोर्स कर सकें। जैसे ही आप नर्सिंग कोर्स में एडमिशन प्राप्त करते हैं। आपको उसके संपूर्ण पाठ्यक्रम की पढ़ाई करनी होती है। इस कोर्स की जितनी अवधि निर्धारित की जाती है। आपको उतनी अवधि तक यह पाठ्यक्रम पूरा करना होता है। अवधि समाप्त होने के तत्पश्चात आपको कोर्स का सर्टिफिकेट या डिग्री दे दी जाती है।
3. सीएचओ हेतु एग्जाम को पास करें (pass the exam for CHO)
जैसे ही आप नर्सिंग कोर्स की डिग्री प्राप्त कर लें। उसके तत्पश्चात आपको सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी की पोस्ट प्राप्त करने हेतु निकलने वाली परीक्षा के लिए आवेदन करना होगा। यदि आप इस परीक्षा को पास करेंगे, तभी आपको सीएचओ के पद पर कार्यरत होने का मौका प्राप्त होता है। एग्जाम को पास करने के लिए आपको बहुत मेहनत करके तैयारी करनी होती है।
सीएचओ एग्जाम के अंतर्गत आप सभी को जनरल नॉलेज, रीजनिंग, एप्टीट्यूड, विषय विशेष पाठ्यक्रम आदि बिंदुओं को बहुत ही विस्तार पूर्वक अच्छे से पढ़ना होगा। सीएचओ एग्जाम के प्रश्न पत्र में आपसे कुल 100 प्रश्न पूछे जाते हैं। प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का होता है। इसलिए संपूर्ण प्रश्नपत्र 100 अंकों का होता है। इस पूरे प्रश्न पत्र को हल करने के लिए अभ्यार्थियों को 2 घंटे का समय दिया जाता है।
4. ट्रेनिंग प्राप्त करें और नौकरी ज्वाइन करें? (Take training and join the job)
एग्जाम पास करने के बाद आप सभी को ट्रेनिंग पर जाना होता है। सीएचओ की ट्रेनिंग कम से कम 6 महीने की होती है। व्यक्ति को सीएचओ की ट्रेनिंग किसी भी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर से लेनी होती है। जैसे ही व्यक्ति की ट्रेनिंग कंप्लीट हो जाती है और वह अपने संपूर्ण कार्य को समझ लेता है, तो उस व्यक्ति को स्वास्थ सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर कार्यरत कर दिया जाता है।
सीएचओ बनने के लिए योग्यताएं? (Eligibility for becoming a CHO)
सीएचओ बनने के लिए उम्मीदवार को विभिन्न प्रकार की योग्यताओं को पूरा करना होता है। यदि आप सभी लोग इन योग्यताओं को पूरा करेंगे। तभी सीएचओ अधिकारी के पद पर कार्यरत होने में सक्षम हो सकेंगे। हमारे द्वारा आप सभी को नीचे CHO banne ke liye yogyta? के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है। यह संपूर्ण जानकारी निम्न प्रकार है-
- सीएचओ बनने के लिए उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय से अच्छे नंबरों के साथ 12वीं कक्षा पास करनी होगी। साथ ही 12वीं कक्षा में पीसीबी विषय का चुनाव करना होगा।
- 12वीं करने के बाद उम्मीदवार को नर्सिंग कोर्स करना होगा। तथा उसमें कम से कम 60% अंक प्राप्त करने होंगे।
- सीएचओ बनने के लिए महिला और पुरुष दोनों की अधिकतम आयु 35 वर्ष रखी गई है। परंतु यह आयु प्रत्येक राज्य में भिन्न-भिन्न हो सकती है।
- जो उम्मीदवार सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी बनना चाहता है। उसको स्वास्थ्य के क्षेत्र में कम से कम 2 साल का एक्सपीरियंस आवश्यक तौर पर होना चाहिए।
- उम्मीदवार मानसिक और शारीरिक तौर पर पूर्ण रूप से स्वस्थ होना चाहिए।
- इस प्रकार ऊपर दी गई संपूर्ण योग्यताओं को पूरा करके कोई भी व्यक्ति सीएचओ बनने हेतु आवेदन करने में सक्षम होता है।
सीएचओ के कार्य? (Work as a CHO?)
सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा विभिन्न प्रकार की जिम्मेदारी भरे कार्य किए जाते हैं। ताकि लोगों को स्वास्थ्य से संबंधित कोई भी समस्या ना हो। यदि आप सब लोग भी इस पद को प्राप्त करने से पहले इस पद पर रहकर करने वाले कार्य की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो हमारे द्वारा नीचे आपको work as a CHO? के बारे में बताया जा रहा है-
- सीएचओ अधिकारी का मुख्य कार्य आशा वर्कर्स, ग्राम प्रधानों और एएनएम के साथ मिलकर स्वास्थ्य से संबंधित संपूर्ण कार्य करना होता है।
- भारत में उपस्थित संपूर्ण राज्य के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी को नियुक्त किया जाता है।
- सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी को मिड लेवल हेल्थ प्रोवाइडर भी कहा जाता है।
- सीएचओ के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीण जनता को स्वास्थ्य से संबंधित संपूर्ण सुविधाएं उपलब्ध कराने का कार्य मुख्य तौर पर किया जाता है।
- दुर्घटना की स्थिति में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा व्यक्ति को प्राथमिक उपचार भी दिया जाता है।
- सीएचओ के द्वारा किए गए स्वास्थ्य संबंधित कार्य के अंतर्गत मरीजों का इलाज कराना, गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को उचित सलाह देना और ओपीडी का संचालन कराना जैसे कार्य सम्मिलित होते हैं।
- ऊपर दिए गए संपूर्ण कार्य स्वास्थ्य से संबंधित पर है अर्थात हम कह सकते हैं कि सीएचओ के द्वारा मुख्य तौर पर स्वास्थ्य से संबंधित कार्य किए जाते हैं।
सीएचओ की सैलरी? (Salary of CHO?)
दोस्तों, कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर का यह पोस्ट एक बेहतरीन पोस्ट है। यदि आप इस पोस्ट को प्राप्त कर लेते हैं, तो आपको एक अच्छा वेतन प्राप्त होता है। यदि आम तौर पर देखा जाए, तो सीएचओ अधिकारी की सैलरी ₹25000 प्रति महीना होती है। हालांकि बहुत से ऐसे राज्य हैं, जहां पर कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर की सैलेरी बहुत अधिक होती है। शुरुआती सैलरी कम हो सकती है, परंतु आगे चलकर उसको प्रोत्साहन राशि के तौर पर ₹15000 भी दिए जाते हैं। इसके साथ ही जैसे व्यक्ति अपनी पोस्ट पर अनुभव प्राप्त करता है। उसकी सैलरी समय के साथ-साथ बढ़ा दी जाती है।
सीएचओ कौन होता है इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर? (FAQs)
Q:- 1. सीएचओ कौन होता है?
Ans:- 1. सीएचओ एक बहुत ही सम्मानजनक अधिकारी रैंक है। यह मेडिकल क्षेत्र का पद होता है। सीएचओ का मुख्य कार्य ग्रामीण क्षेत्रों में सभी को स्वास्थ्य संबंधित सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने का होता है।
Q:- 2. सीएचओ पद की शुरूवात किसने की थी?
Ans:- 2. सीएचओ पद की शुरुआत भारत सरकार के द्वारा की गई थी। यह पद आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत चालू किया गया था। ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य से संबंधित सभी सुविधा उपलब्ध हो सके।
Q:- 3. सीएचओ की फुल फॉर्म क्या होती है?
Ans:- 3. CHO की फुल फॉर्म Community health officer होती है। जिसे हिंदी भाषा में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के नाम से जाना जाता है।
Q:- 4. सीएचओ कैसे बने?
Ans:- 4. सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी बनने के लिए व्यक्ति को 12वीं कक्षा अच्छे नंबरों से पीसीबी विषय से पास करनी होती है। इसके पश्चात नर्सिंग के क्षेत्र में डिग्री प्राप्त करनी होती है तथा सीएचओ अधिकारी बनने हेतु जारी की गई परीक्षा को पास करना होता है। उसके बाद ही कोई भी व्यक्ति सीएचओ बनता है।
Q:- 5. सीएचओ बनने के लिए उम्मीदवार की आयु कितनी होनी चाहिए?
Ans:- 5. सीएचओ बनने के लिए महिला तथा पुरुष दोनों ही उम्मीदवारों की अधिकतम आयु 35 वर्ष होनी चाहिए। यह आयु प्रत्येक राज्य में भिन्न-भिन्न हो सकती है।
Q:- 6. सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी का वेतन कितना होता है?
Ans:- 6. सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी को शुरुआत में ₹25000 प्रति महीना वेतन प्राप्त होता है। जैसे-जैसे व्यक्ति अपने पद पर अनुभव प्राप्त करता है। उसका वेतन बढ़ता जाता है। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी का वेतन प्रत्येक राज्य ने भिन्न-भिन्न होता है।
Q:- 7. प्रोत्साहन राशि के तौर पर सीएचओ को कितनी धनराशि मिलती है?
Ans:- 7. वेतन के साथ-साथ सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी को कुछ समय बाद प्रोत्साहन राशि के तौर पर ₹15000 भी दिए जाते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion):- हमारे द्वारा आप सभी को इस लेख में CHO kya hota hai? CHO kaise bane? CHO ki salary? CHO ki full form? आदि के बारे में संपूर्ण जानकारी दे दी गई है। यदि आप सब लोग भी सीएचओ बनना चाहते हैं, तो आप सभी को हमारे इस लेख से बेहद सहायता प्राप्त होगी। क्योंकि यह लेख आप सभी के लिए बेहद फायदेमंद साबित होने वाला है। हम उम्मीद करते हैं कि आप सभी को हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी पसंद आई होगी। यदि आपको सीएचओ से संबंधित कोई भी समस्या उत्पन्न होती है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बता सकते हैं। साथ ही इस जानकारी को अपने सभी जरूरतमंद लोगों के साथ शेयर करना ना भूले।