गर्भावस्था हर महिला के लिए एक बहुत खुशी का छड़ होता है। हर महिला गर्भावस्था से गुजर ना चाहती है। गर्भावस्था में बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। काफी सारी चीजों को लेकर महिलाओं के मन में संशय बना रहता है की किन चीजों से दूरी बनानी चाहिए। गर्भावस्था के दौरान सीढ़ियां चढ़ना सुरक्षित है या नहीं (Pregnancy me sidiya chadne ki suraksha) इसके विषय में जानकारी नहीं होती।
इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको गर्भावस्था के दौरान सीढ़ियां चढ़ने की सुरक्षा इसके फायदे, नुकसान (Pregnancy me sidiya chadne ke Fayde, Nuksaan) के विषय में जानकारी प्रदान करेंगे। यदि आप इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।
क्या प्रेगनेंसी के दौरान सीढ़ियां चढ़ना सुरक्षित है? Pregnancy Mein Sidi Chadna Utarna
गर्भावस्था के दौरान रेगुलर एक्सरसाइज करने की आवश्यकता होती है। इसलिए प्रेग्नेंट महिलाओं को रेगुलर एक्सरसाइज करनी चाहिए प्रेगनेंसी के दौरान सीढ़ियां चढ़ना बिल्कुल सुरक्षित होता है। (pregnancy me sidi chadne se suraksha) यह एक्सरसाइज का एक भाग होता है।इसलिए महिलाएं एक्सरसाइज के रूप में आराम से सीढ़ियां चढ़कर सकती हैं इसमें किसी प्रकार का जोखिम नहीं है।
गर्भावस्था के दौरान सीढ़ियां चढ़ना क्यों फायदेमंद है?
गर्भावस्था के दौरान सीढ़ियां चढ़ना सुरक्षित है उसके विषय में हमने ऊपर आर्टिकल में आपको जानकारी दी है। नीचे पॉइंट के माध्यम से गर्भावस्था में सीढ़ियां चढ़ने के फायदों (Pregnancy me sidiya chadna ke Fayde)के विषय में बताया गया है।
प्रीक्लेम्पसिया से बचाव:
रेगुलर सीढ़ियां चढ़ने वाली महिलाओं को प्रीक्लेम्पसिया का खतरा 29% तक कम हो जाता है। गर्भवती महिलाओं को रोजाना 1 से 4 सीढ़ियां चढ़ने चाहिए। यह महिलाओं के जोड़ों को भी सुरक्षित रखती हैं और उन्हें इस बीमारी से बचाने में मदद करती हैं।
प्रीक्लेम्पसिया एक प्रकार की हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी है जो गर्भवती महिलाओं को 20 बे हफ्ते में होती है। कुछ महिलाओं में यह समस्या डिलीवरी के बाद भी होती है। डिलीवरी के बाद 48 घंटे तक यह समस्या होने का जोखिम हो सकता।
मधुमेह की समस्या से बचाव :
गर्भावस्था के दौरान गर्व कालीन मधुमेह की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। रेगुलर सीढ़ियां चढ़ने से एक प्रकार की एक्सरसाइज होती है।
एक रिपोर्ट से प्रकाशित हुआ है कि रेगुलर एक्सरसाइज करने से गर्भ कालीन मधुमेह की समस्या से बचाव किया जा सकता है।
स्वस्थ हृदय के लिए :
हृदय को स्वस्थ बनाए रखने के लिए सीढ़ियां चढ़ना बहुत उपयोगी हो सकता है। एक शोध के माध्यम से यह पता चला है की रेगुलर सीढ़ियां चढ़ने वाली महिलाओं को हृदय संबंधी समस्याएं कम होती हैं।
रेगुलर सीढ़ियां चढ़ने से हृदय की कार्यप्रणाली सुरक्षित रहती है। इसलिए गर्भवती महिलाओं एवं हृदय की दिक्कत वाली महिलाओं को रेगुलर सीढ़ियां चढ़ना चाहिए।
फिटनेस के लिए :
रेगुलर सीढ़ियां चढ़ने से शरीर पर रहता है यह एक प्रकार की एक्सरसाइज होती है जो पैर तथा जोड़ों को फिट रखने में मदद करती है। रेगुलर एक्सरसाइज करने से शरीर भी स्वस्थ रहता है।
फिट रहने से शरीर में होने वाले रोगों में इजाफा होता है एवं शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
वजन नियंत्रण के लिए :
रेगुलर सीढ़ियां चढ़ना वजन नियंत्रण में सहायक होता है। एनसीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार अधिकतर महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान मोटापा बढ़ने की समस्या होती है।
मोटापे के कारण भ्रूण तथा मातृत्व जटिलताएं सामने आने लगती हैं।बढ़े हुए वजन के कारण सिजेरियन डिलीवरी, उच्च रक्तचाप, प्रीक्लेम्पसिया, जैसी समस्याओं के जोखिमों को भी बढ़ा सकता है। इसलिए एक्सरसाइज के रूप में हुआ है रोज सीढियां चढ़ना फायदेमंद हो सकता है।
गर्भावस्था के दौरान सीढ़ियां (Stairs) चढ़ने के नुकसान
गर्भावस्था के दौरान सीढ़ियां चढ़ना फायदेमंद होने के साथ-साथ नुकसानदायक भी है। सीढ़ियों को बहुत ही सावधानी पूर्वक से चढ़ा जाए तभी वह फायदा करती हैं।
गर्भावस्था के दौरान सीढ़ियां चढ़ने के नुकसान (Pregnancy me sidiya chadna ke nuksaan)
- बच्चे का समय से पहले जन्म।
- गर्भपात होने का जोखिम।
- जन्म के समय बच्चे का अपर्याप्त वजन।
किन महिलाओं को गर्भावस्था के वक्त सीढ़ियां नहीं चढ़नी चाहिए?
गर्भावस्था के दौरान अगर किसी महिला को निम्न परेशानियां है। तो उन्हें सीढ़ियां नहीं चढ़नी चाहिए।
1. अगर गर्भवती महिला को सीढ़ियां चढ़ते समय किसी भी प्रकार की असावधानी महसूस हो रही है जैसे सांस फूलना, पेट में दर्द होना। ऐसी स्थिति में गर्भवती महिला को सीढ़ियां चढ़ने से बचना चाहिए।
2. गर्भवती महिला को यदि पहले से किसी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्या जैसे हाई या लो ब्लड प्रेशर, ब्लीडिंग, गठिया आदि, है। तो डॉक्टर से परामर्श लेने के पश्चात ही सीढ़ियां चढ़ने की शुरुआत करनी चाहिए।
3. अगर गर्भवती महिला को अनियंत्रित रक्तचाप या चक्कर आने की बीमारी हो ऐसी स्थिति में गर्भवती महिला को सीढ़ियां नहीं चढ़ने चाहिए।
4. यदि गर्भवती महिला को कमजोरी महसूस हो रही हो या खून की कमी की परेशानी हो तब भी सीढ़ियां चढ़ने से परहेज करना चाहिए।
गर्भावस्था के दौरान सीढ़ियां चढ़ने के लिए टिप्स
प्रेगनेंसी के दौरान सीढ़ियां चढ़ने के बाद गर्भवती महिलाओं को खास ख्याल रखना चाहिए। सीढ़ियां चढ़ते समय कुछ सावधानी बरतनी चाहिए जिसके विषय में टिप्स (Sidiya chadne par jaroori tips) नीचे पॉइंट के माध्यम से दिए गए हैं।
- गर्भवती महिलाओं को सीढ़ियां चढ़ते उतरते समय हमेशा रेलिंग का सहारा लेना चाहिए। जिससे उन्हें सीढ़ियां चढ़ने में आसानी हो।
- गर्भवती महिलाओं को हमेशा सीढ़ियों का उपयोग उजाले में ही करना चाहिए। अंधेरे में हमेशा टॉर्चलाइट का उपयोग करके ही सीढ़ियां चढ़ने चाहिए।
- गर्भवती महिलाएं सीढ़ियां चढ़ने से पहले यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए की सीढ़ियां गीली ना हो। या उन पर फिसलने का कोई पदार्थ ना पड़ा हो। यह सुनिश्चित करने के पश्चात ही सीढ़ियां चढ़ने चाहिए।
- सीढ़ियां हमेशा धीरे-धीरे चढ़ने उतरने चाहिए जल्दी करने पर दुर्घटना हो सकती है।
- अगर सीढ़ियों पर कालीन बिछी हुई है तब यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि कालीन सीढ़ियों पर ठीक प्रकार से चिपकी हो ऐसा नहीं होना चाहिए कि कालीन फर्श से खिसक रही हो इसलिए सावधानी बरतनी चाहिए।
- गर्भवती महिलाओं को सीढ़ी चढ़ते उतरते समय गाउन या फैली हुई ड्रेस पहनने से बचना चाहिए। ऐसी ड्रेस में फिसलने का खतरा बढ़ जाता है।
- अगर कोई महिला सीरी से फिसल गई है तो उसे बिना देर किए डॉक्टर से आवश्यक परामर्श लेनी चाहिए।
प्रेगनेंसी के अंतिम तिमाही (Third Trimester) में सीढ़ी चढ़ना क्यों असुरक्षित है?
प्रेगनेंसी के अंतिम तिमाही में सीढ़ियां चढ़ना सुरक्षित नहीं माना (Third Trimester मे sidiya chadna se asuraksha) जाता प्रेगनेंसी के अंतिम तिमाही में किसी भी प्रकार की एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए।
इसकी पुष्टि एक शोध से हुई है। सीढ़ियां चढ़ना भी एक प्रकार की एक्सरसाइज है इसलिए गर्भवती के आखिरी महीनों में सीढ़ियां नहीं चढ़ने चाहिए। नीचे कुछ कारणों को स्पष्ट किया गया है। जिनकी वजह से प्रेगनेंसी के अंतिम तिमाही में सीढ़ियां चढ़ना असुरक्षित माना जाता है।
संतुलन बिगड़ने का डर
प्रेगनेंसी के अंतिम तिमाही में महिलाओं का पेट काफी आगे निकल आता है और महिलाओं का वजन भी बहुत बढ़ जाता है। प्रेगनेंसी के अंतिम तिमाही में भ्रूण का विकास बहुत हो जाता है और वजन में इजाफा होने के कारण सीढ़ियां चढ़ने पर संतुलन बिगड़ने का डर रहता है।
यदि थोड़ी सी भी असावधानी के कारण गर्भवती महिला का पैर फिसलने से वह सीढ़ियों से गिर जाती हैं। तब यह भ्रूण को नुकसानदेह हो सकता है इसलिए अंतिम तिमाही में सीढ़ी चढ़ना असुरक्षित माना जाता है ।
ठोकर लगने की चिंता
प्रेगनेंसी की अंतिम तिमाही में सीढ़ियां चढ़ने और उतरने के दौरान जरा सा भी ठोकर लगने से गर्भवती महिला का बैलेंस बिगड़ सकता है और वह नीचे गिर सकते हैं। मां तथा बच्चे दोनों के लिए नुकसान हो सकता है इसलिए सीढ़ियां चढ़ने से बचना चाहिए।
कमर पर दबाव पड़ने का खतरा
तीसरी तिमाही में गर्भवती महिलाओं का पेट बहुत बढ़ जाता है । शिशु का भी विकास पूरा हो चुका होता है इसलिए महिला का वजन काफी हद तक बढ़ जाता है। सीढ़ियां चढ़ने के दौरान शरीर का पूरा वजन कमर एवं पैरों पर पड़ता है।
बजन नीचे हिस्से में पड़ने के कारण पैरों में एवं कमर में दर्द होने की समस्या बन सकती है। इसलिए तीसरी तिमाही में गर्भवती महिलाओं को सीढ़ियां चढ़ने से परहेज करना चाहिए।
पैरों में सूजन की समस्या
गर्भवती महिलाओं को अक्सर पैरों में सूजन की समस्या होती है। और तीसरी तिमाही में यह समस्या और भी बढ़ जाती है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को सीढ़ियां नहीं चलनी चाहिए इससे उनके पैरों की सूजन और बढ़ सकती है।
सांस फूलने की समस्या
एनसीबीआई के एक शोध के अनुसार प्रेगनेंसी के दौरान लगभग 70% महिलाओं को सांस लेने में समस्या होती है। वजन बढ़ने एवं शिशु का विकास होने के कारण शरीर के अंदरूनी अंगों में खिंचाव होता है जिसके कारण सांस लेने में समस्या होती है।
सीढ़ियां चढ़ने पर सांस फूलने की समस्या और बढ़ सकती है जिससे माता एवं शिशु दोनों को नुकसान झेलना पड़ सकता है।
क्या सीढ़ियां चढ़ने से नॉर्मल डिलीवरी में मदद मिलती है?
एनसीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार यह माना जाता है की सीढ़ियां चढ़ना नॉर्मल डिलीवरी के लिए सहायक हो सकता है। (Normal delivery me sidiya chadna ka mahatva)
परंतु यह बात बिल्कुल प्रमाणित नहीं है की सीढ़ियां चढ़ने पर ही नार्मल डिलीवरी हो सकती है इसलिए इस बात में असमंजस है की सीढ़ियां चढ़ना नॉर्मल डिलीवरी के लिए मददगार है या नहीं।
टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ)
Q. गर्भवती महिलाओं का सीढ़ियां चढ़ना सुरक्षित होता है ?
गर्भवती महिलाओं को रेगुलर एक से 4 सीढ़ियां चढ़ना सुरक्षित होता है। सीढ़ियां चढ़ना एक प्रकार की एक्सरसाइज होती है।
Q. सांस फूलने की समस्या कितने प्रतिशत महिलाओं में पाई जाती है?
लगभग 70% प्रेग्नेंट महिलाओं में सांस फूलने की समस्या पाई जाती है।
Q. क्या तीसरी तिमाही में सीढ़ियां चढ़ना सुरक्षित माना जाता है?
तीसरी तिमाही में गर्भवती महिलाओं को सीढ़ियां नहीं चलना चाहिए यह उन्हें नुकसान दे हो सकता है।
Q. सीढ़ियां चढ़ने के क्या-क्या फायदे होते हैं?
सीढ़ियां एक्सरसाइज के रूप में काम करती हैं इससे मधुमेह की समस्या कम होती है। उच्च रक्तचाप में कमी आती है एवं फिट रहने में मदद मिलती है इससे हृदय स्वस्थ रहता है।
निष्कर्ष :
इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको क्या गर्भावस्था के दौरान सीढ़ियां चढ़ना सुरक्षित है (Climbing stairs during pregnancy) इसके विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप नीचे दिए हो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।
हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की जाने वाली जानकारी बिल्कुल ठोस तथा सटीक होती है। यदि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें। हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।