कंसिस्टेंट पर्सन कैसे बने? कुछ असरदार उपाय

इस दुनिया में हर कोई ऐसा है, जो सफलता प्राप्त करना चाहता है। हर कोई अपने गोल को हासिल करने में सक्षम होना चाहता है, परंतु सिर्फ 10% लोग अपने लक्ष्य को हासिल करने में सक्षम हो पाते है। बाकी 90% लोगों का सपना सिर्फ सपना ही बनकर रह जाता है। वह अपने गोल को हासिल करने में सक्षम नहीं हो पाते हैं, तो क्या आप भी अपने लाइफ में कुछ अच्छा करना चाहते हैं, तो आपको उन 10% लोगों की गिनती के अंतर्गत आना चाहते हैं। इसीलिए हम आपको इस लेख के अंतर्गत Consistent person kaise bane? इसके बारे में जानकारी दे रहे हैं। 

यदि आप सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो उसके अंतर्गत प्रमुख चार साधन होते हैं। जिससे आप आसानी से सफलता प्राप्त कर सकते हैं। पहला – क्लियर विजन, दूसरा – अभ्यास, तीसरा – टाइम और चौथा – कंसिस्टेंसी। यानी की निरंतर इन चारों चीजों को ध्यान में रखकर आप सफलता प्राप्त कर सकते हैं। इसीलिए आज हम आपको इस लेख के अंतर्गत Consistent Person kaise bane? इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी दे रहे है। जो आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है। इससे संबंधित अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें। 

Contents show

निरंतरता क्या होती है? (What is Consistency?)

अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हर दिन लगातार की गई कोशिश को निरंतरता (Consistency) कहते हैं। आप अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत करते हैं, परंतु आपके एक्शन में निरंतर की कमी रह जाती है जिस कारण आप अपने लक्ष्य को हासिल करने में सक्षम नहीं हो पाते हैं। उदाहरण के तौर पर मान लीजिए कि आप हर रोज सुबह घूमने के लिए जाते हैं और घूमने के लिए एक निश्चित दूरी को सुनिश्चित करते हैं और आप रोजाना उस दूरी को तय करते हैं।

कंसिस्टेंट पर्सन कैसे बने? कुछ असरदार उपाय

लेकिन किसी दिन आपके साथ ऐसा होता है कि किसी कारण से आपको समय नहीं मिल पाता है या बहुत कम समय मिलता है। लेकिन फिर भी आप घूमने के लिए तत्पर रहते हैं और घूमने के लिए जाते हैं। उसके उपरांत चाहे आप उस तय की गई दूरी को तय करें या फिर ना करें। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। फर्क केवल इस,से पड़ता है कि आप घूमने के लिए रोजाना की तरह गए हैं कि नहीं गए हैं इसे ही रियल कंसिस्टेंसी (Real Consistency) के नाम से जाना जाता है।

कंसिस्टेंट पर्सन कैसे बने? (How to become Consistent Person?)

यदि आप किसी भी फील्ड के अंतर्गत एक मास्टर बनने के इच्छुक है या आप किसी फील्ड के अंतर्गत एक पक्का खिलाड़ी बनना चाहते हैं, तो आपके अंदर कंसिस्टेंसी आवश्यक तौर पर होनी जरूरी है। यदि आपके पास कंसिस्टेंसी नहीं होगी। तो आप कभी भी अपनी फील्ड के अंतर्गत पक्के खिलाड़ी बनने में सक्षम नहीं हो पाएंगे। कंसिस्टेंसी एक ऐसी प्रक्रिया होती है, जिसके अंतर्गत आपको काफी ज्यादा मेहनत करने की आवश्यकता होती है।

यह जान लीजिए कि यदि आप हार्ड वर्क करेंगे। तभी आप अपने अंदर कंसिस्टेंसी को लाने में सक्षम हो पाएंगे। इसीलिए एक बॉक्सर ने अपने शब्दों में यह कहा है कि “मुझे प्रतिदिन अपने कार्य की ट्रेनिंग करना बहुत ज्यादा बोरिंग लगता है। लेकिन जब भी मुझे बोरियत फील होता है, तो मैं अपने आप से एक बात कहता हूं कि यदि आज तू इस दर्द को उठा लेता है, तो कल तू एक चैंपियन के नाम से जाना जाएगा”। कंसिस्टेंसी से संबंधित हमने आपको नीचे स्टेप बाय स्टेप कुछ जानकारी दी है। जिसे आपको पढ़ना चाहिए:-

1. छोटे -छोटे लक्ष्य निर्धारित करें (Set small Goals)

आपने अक्सर अपने पास ऐसा अवश्य ही देखा होगा कि एक इंसान ऐसा होता है, जो अपने लाइफ में बहुत ही ज्यादा सफल हो जाता है, परंतु एक दूसरे इंसान ऐसा होता है, जो अपने लाइफ में कभी भी सफल नहीं हो पता है। इसके पीछे का कारण यह होता है कि एक सफल इंसान अपने लिए छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करता रहता है। वहीं यदि दूसरे इंसान की बात की जाए, तो वह कभी भी अपना लक्ष्य निर्धारित नहीं करता है। जिससे कि वह कभी सफल नहीं हो पता है। इसलिए आपको हमेशा छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करते रहने चाहिए।

आप एक साथ बड़े लक्ष्य निर्धारित ना करके छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करते हैं, तो यह आपके लिए बहुत ही ज्यादा बेहतरीन रहेगा। उदाहरण के तौर पर यदि आप नए साल पर यह लक्ष्य बनाते हैं कि मैं पूरे साल रोजाना व्यायाम करूंगा और आप पूरे साल तक व्यायाम करते हैं, तो यह आपकी जिंदगी को बदल देगा। यदि आप शुरुआत से ही बड़े-बड़े लक्ष्य को निर्धारित करेंगे। तो आपका कार्य बोरिंग हो जाएगा और आपका काम करने में मन भी नहीं लगेगा। इसी जगह यदि आप अपने लिए छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करते हैं, तो आपको बोरिंग नहीं लगेगा।

2. बिना किसी प्रेरण के भी काम करें (Take Action With Motivation)

ऐसे बहुत से लोग हैं, जो यह सोचते हैं कि यदि कोई काम तभी हो सकता है, जब मोटिवेशन होगा। तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। बिना मोटिवेशन के भी बहुत सारे कार्य करने में सक्षम हो सकते हैं। जैसे कि आप कभी भी कोई मोटिवेशनल वीडियो को देखते हैं और आप मोटिवेशन से भर जाते है, उस वक्त के लिए आपको किसी भी कार्य करने का एक नया जज्बा होता है। जिससे कि आप हर काम को करने में सक्षम हो जाते हैं, परंतु आप दोबारा से नॉर्मल हो जाते हैं और आपका मोटिवेशन खत्म हो जाता है।

जैसे ही आपको मोटिवेशन उतर जाता है फिर आप न काम करने के बहाने ढूंढने लगते हैं और काम से बचने लगते हैं। यह बिल्कुल भी सही नहीं है। यदि आप ऐसा करेंगे तो आपको सफलता कभी भी नहीं मिल पाएगी इसलिए आपको बिना किसी प्रेरणा के भी काम करने की आवश्यकता होती है। यदि आपको सुबह उठकर जल्दी से व्यायाम करना है, तो आपको सुबह उठकर जल्दी से एक्शन लेना होगा। यदि आप सही समय पर सही कार्य करने का एक्शन लेते हैं, तो वह आपकी सफलता होती है।

3. टालमटोल करना बंद करें (Avoid Procrastination)

यदि कंसिस्टेंसी के दुश्मन की बात की जाए, तो कंसिस्टेंसी का सबसे बड़ा दुश्मन टालमटोल करना होता है। यदि आप किसी भी कार्य को करने से दूर भागते हैं। उसे टालते हैं, तो यह आपका कंसिस्टेंसी से दूर भागना होता है। जैसा कि मान लीजिए यदि 10 दिन बाद आपके एग्जाम आ गए हैं और आपको बहुत अच्छी तरीके से पता है कि हमें पढ़ाई करनी है, लेकिन यह जानते हुए भी आप अपनी पढ़ाई करने को टालते रहते हैं।

तो आपको ऐसा ना करके इस समय अपने आपको यह कहना चाहिए कि आज मैं जितने भी पढ़ाई करूंगा, उसका परिणाम मुझे कल ही मिलेगा और इसके बाद आप समय की इंपोर्टेंस को जान पाएंगे। जो की बहुत ज्यादा जरूरी है, समय की इंपोर्टेंस आवश्यक जाननी चाहिए क्योंकि यह बहुत जरूरी होती है। यदि आप अपने समय को खराब करते हैं, तो आप पढ़ाई अच्छे से नहीं कर पाएंगे। जो कि आपको कंसिस्टेंसी से दूर ले जाने में पूरी तरह मददगार है इसलिए टालमटोली को बंद कर दे।

कंसिस्टेंसी के फायदे? (Benefits Of Consistency?)

हम आपको बता दे की कंसिस्टेंसी के बहुत सारे फायदे होते हैं। आप अपने कार्य को अच्छे से करने में सफल हो जाते हैं। यदि आप अपने काम को लगातार करेंगे। तो आपके लिए और भी ज्यादा बेहतरीन होगा। हमने आप सभी को कंसिस्टेंसी के फायदे कुछ निम्न प्रकार से बताए हैं-

  • यदि कंसिस्टेंसी आपके अंदर है, तो आपका टाइम मैनेजमेंट में काफी बेहतरीन तरीके से होगा यानी कि आप अपना टाइम अच्छी तरीके से मैनेज कर पाएंगे।
  • साथ ही साथ आप कंसिस्टेंसी के अंतर्गत यह जान पाते हैं कि आप क्या सही कर रहे हैं और क्या गलत कर रहे हैं।
  • आप अपनी गलतियों को बहुत ही ज्यादा आसानी से पहचान लेते हैं और उसके अंदर का सुधार भी कर लेते हैं।
  • कंसिस्टेंसी की सहायता से आप अपने कार्य की प्रोडक्टिविटी को कई ज्यादा बढ़ाने में सक्षम हो सकते हैं।
  • इसी की सहायता से आपके काम की एफिशिएंसी भी काफी ज्यादा बढ़ जाती है।
  • कंसिस्टेंसी की सहायता से आप अपने काम के अंतर्गत हाई क्वालिटी रिजल्ट क्रिएट करने में सक्षम हो सकते हैं।
  • साथ ही साथ कंसिस्टेंसी की वजह से आपको कॉन्फिडेंट भी महसूस होता है।
  • इस प्रकार यदि आप अपने जीवन में कंसिस्टेंसी को अपनाते हैं, तो उपरोक्त फायदों को प्राप्त कर पाते हैं।

कासिस्टेंट पर्सन कैसे बने? इससे संबंधित प्रश्न का उत्तर (FAQs):-

Q:- 1. निरंतरता किसे कहते हैं?

Ans:- 1. अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हर दिन लगातार की गई कोशिश को निरंतरता (Consistency) कहते हैं। आप अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत करते हैं, परंतु आपके एक्शन में निरंतर की कमी रह जाती है। जिस कारण आप अपने लक्ष्य को हासिल करने में सक्षम नहीं हो पाते हैं।

Q:- 2. बॉक्सर ने अपने शब्दों में क्या कहा है?

Ans:- 2. एक बॉक्सर ने अपने शब्दों में यह कहा है कि “मुझे प्रतिदिन अपने कार्य की ट्रेनिंग करना बहुत ज्यादा बोरिंग लगता है। लेकिन जब भी मुझे बोरियत फील होती थी, तो मैं अपने आप से एक बात कहता था कि यदि आज तू इस दर्द को उठा लेता है, तो कल तू एक चैंपियन के नाम से जाना जाएगा।

Q:- 3. कंसिस्टेंसी के फायदे क्या होते हैं?

Ans:- 3. यदि कंसिस्टेंसी आपके अंदर है, तो आपका टाइम मैनेजमेंट में काफी बेहतरीन तरीके से होगा यानी कि आप अपना टाइम अच्छी तरीके से मैनेज कर पाएंगे साथ ही साथ आप कंसिस्टेंसी के अंतर्गत यह जान पाते हैं कि आप क्या सही कर रहे हैं और क्या गलत कर रहे हैं।

Q:- 4. कंसिस्टेंसी की जरूरत क्यों पड़ती है?

Ans:- 4. हम आपको बता दे कि यदि आप अपनी लाइफ में कुछ अच्छा करना चाहते हैं या अपनी लाइफ में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको कंसिस्टेंसी की जरूर आवश्यकता पड़ती है क्योंकि यदि आप निरंतर प्रयास करेंगे। तभी आप सफलता प्राप्त कर पाएंगे। सफलता प्राप्त करने में कंसिस्टेंसी का बहुत बड़ा हाथ है।

Q:- 5.  क्या किसी भी लक्ष्य प्राप्ति हेतु काम बिना किसी प्रेरणा के कार्य किया जा सकता है?

Ans:- 5. हां, बिना किसी प्रेरणा के कार्य आराम से किया जा सकता है क्योंकि यदि आप कोई भी वीडियो देखकर मोटिवेशन प्राप्त कर लेते हैं और किसी काम को करने का जज्बा ढूंढ लेते हैं, तो उसके कुछ समय बाद फिर से नॉर्मल हो जाते हैं और फिर आपका पढ़ाई में मन नहीं लगता है। यदि आप मोटिवेशन प्राप्त करना चाहते हैं, तो अंदरूनी मोटिवेशन से अपने लक्ष्य की प्राप्ति की ओर बढ़े।

Q:- 6. हमें किस प्रकार के लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए और क्यों?

Ans:- 6. हमें सदा छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए ना कि बड़े-बड़े लक्ष्य क्योंकि यदि आप शुरुआत से ही छोटे-छोटे लक्ष्य को निर्धारित करते हैं, तो वह लक्ष्य आप आसानी से पूरे कर लेते हैं लेकिन अगर आप बड़े-बड़े लक्ष्य निर्धारित करेंगे। तो फिर आप कार्य को टालना शुरू कर देंगे इसलिए आपको हमेशा छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए।

Q:- 7. कंसिस्टेंट पर्सन कैसे बने?

Ans:- 7. यदि आप अपनी लाइफ में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको कंसिस्टेंट पर्सन आवश्यक तौर पर बनना चाहिए और कंसिस्टेंट पर्सन बनने के लिए आपको हमारे द्वारा विस्तार पूर्वक दी गई स्टेप बाय स्टेप जानकारी अवश्य ही पढ़नी चाहिए क्योंकि इसके अंतर्गत सारी जानकारी विस्तार पूर्वक दी गई है। जो कि आपके लिए बेहद फायदेमंद हो सकती है।

निष्कर्ष (Conclusion):- दोस्तों, आज आप सभी को हमारे द्वारा इस लेख के अंतर्गत कंसिस्टेंट पर्सन कैसे बने? इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी दी गई है। बहुत से ऐसे व्यक्ति होते हैं, जो अपनी लाइफ में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, परंतु उन्हें इसके साधनों के बारे में नहीं पता होता है जिस कारण वह अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर पाते हैं। इसलिए हमने इस लेख के अंतर्गत Consistent Person kese bane? इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक बताई गई है।उम्मीद है कि आप सभी को हमारे द्वारा दी गई जानकारी अवश्य पसंद आई होगी। यदि आप सभी को हमारे द्वारा दी जानकारी पसंद आई है, तो कमेंट सेक्शन में लिखकर अवश्य बताएं साथ ही साथ इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को शेयर करना न भूले।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

Leave a Comment