इंग्लिश लिखना कैसे सीखे? | इंग्लिश लिखने के अच्छे तरीके

कोई भी इस बात को नकार नहीं सकता कि इंग्लिश आज के दौर के लिए बहुत जरूरी हो गई है। इंग्लिश भाषा को आज की date में बहुत इंपॉर्टेंट (importance) दी जाती है। क्योंकि आजकल दूसरे देशों में इंग्लिश का बहुत चलन है। यदि हम इस भाषा का ज्ञान कर लें। तो हमारे लिए जिंदगी थोड़ी आसान हो जाएगी। आजकल बहुत सारे कोचिंग सेंटर्स है। जो आपको 30 से 40 दिन के अंदर इंग्लिश सिखाने की गारंटी देते हैं।

परंतु जब तक आप खुद अपने मन में यह इच्छा नहीं रखेंगे। तब तक कोई भी कोचिंग सेंटर या फिर इंस्टीट्यूट आपको इंग्लिश सिखाने में सक्षम नहीं हो सकता है। एक दौरे के दौरान पता चलता है। कि इंग्लिश सीखने के लिए हमें अपने आसपास का माहौल बनाना पड़ता है।

जो कि बनाना बहुत मुश्किल होता है। क्योंकि इंडिया में हर जगह इंग्लिश बोलना संभव नहीं है। और काफी घरों में ऐसा माहौल भी नहीं मिलता जहां चारों तरफ आपको इंग्लिश बोलने वाले लोग ही मिलें। इसलिए यह माहौल बनाने के लिए आपको कोचिंग सेंटर्स और इंस्टिट्यूट join करने पड़ते हैं। परंतु ऐसा नहीं है कि आप इंग्लिश को घर पर नहीं सीख सकते। कोई भी भाषा सीखना बड़ी बात नहीं है।

हम किसी भी भाषा को easily सीख सकते हैं। परंतु इंग्लिश को लोग बहुत tough समझते हैं। यदि आपके मन में इंग्लिश सीखने की जिज्ञासा है। तो आप इंग्लिश अवश्य सीख सकते हैं। काफी लोग इंग्लिश बोल लेते हैं परंतु उन्हें लिखने में बहुत दिक्कत होती है। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से इंग्लिश लिखने की बहुत सारी बातें बताएंगे। जिससे आप English को लिख पाने में सक्षम होंगे। इंग्लिश world wide language है। जो कि दुनिया भर के हर देश में बोली जाती है। इसलिए इंग्लिश को लिखना और बोलना आपको आना चाहिए।

इंग्लिश लिखना कैसे सीखे? (How to write English?)

इंग्लिश लैंग्वेज (English language) लिखनी सबको आनी चाहिए। कुछ लोग होते हैं जिन्हें इंग्लिश लैंग्वेज पढ़ने में कोई दिक्कत नहीं होती परंतु उसे उन्हें इंग्लिश लैंग्वेज लिखने में बहुत दिक्कत होती है। यदि आपको इंग्लिश लैंग्वेज लिखना , पढ़ना और बोलना तीनों अच्छे से आते हैं। तो आप किसी को भी अपनी तरफ अट्रैक्ट (attract) कर सकते हैं। यदि आप इंग्लिश लिखना चाहते हैं।

इंग्लिश लिखना कैसे सीखे? | इंग्लिश लिखने के अच्छे तरीके

तो हमारे द्वारा बताई गई कुछ बातों को ध्यान में रखकर सीख सकते हैं। हमने नीचे इंग्लिश लिखने से संबंधित कुछ tips दी है। इन टिप्स में हम आपको आपके द्वारा की गई गलतियों के बारे में बताएंगे। हम इंग्लिश लिखने की आपकी इच्छा को पूर्ण करने में आपकी मदद करेंगे। इंग्लिश लैंग्वेज सीखना बिल्कुल कठिन नहीं है। आप इसे आसानी से लिख पाएंगे।

इंग्लिश लिखने के लिए तरीका (how to write english)

यदि आपको इंग्लिश लिखना नहीं आता है। तथा आप इंग्लिश सीखने के लिए बहुत ज्यादा उत्सुक हैं। और आपके बहुत से काम इंग्लिश लिखे बिना रुक जाते हैं। तो आज हम आपको इस चिंता भरे माहौल से निकालने के लिए ही आए हैं। हमारे द्वारा नीचे कुछ टिप्स दिए गए हैं। जो आपकी इंग्लिश सीखने में बेहद मदद करेंगे और आपके सभी कामों को आसान बनाएंगे।

1. इंग्लिश ग्रामर  पर ध्यान दें-

यदि आप इंग्लिश को अच्छे से सीखना चाहते हैं। तो इंग्लिश ग्रामर (English grammar) पर आपको बहुत ध्यान देना होगा। भारत में बोली जाने वाली सर्वाधिक भाषा हिंदी है। जो कि हर घर और हर शहर में बोली जाती है। परंतु भारत के अलावा अन्य देशों की भाषाएं हम समझ पाने में सक्षम नहीं होते हैं। परंतु इंग्लिश एक कॉमन भाषा (common language) की तरह work करती है। यह दुनिया भर के सभी देशों में एक तरह से  इस्तेमाल की जाती है। इसलिए इंग्लिश को सीखना बहुत ही जरूरी है। इंग्लिश लिखने के लिए आपको उसकी ग्रामर मिस्टेक पर ध्यान देना होगा। उसके रूल्स (rules)  को अच्छे से फॉलो (follow) करना होगा।

जब आपको इंग्लिश भाषा की ग्रामर के बारे में जानकारी होगी। आप तभी इंग्लिश भाषा को सरल पूर्वक लिख पाएंगे। ग्रामर सीखने के लिए मार्केट में बहुत से बुक्स (books)  available होती हैं। जिन्हें आप खरीद कर अपने पाठ्यक्रम में शामिल कर सकते हैं। यदि आप से किताब से नहीं पढ़ना चाहते हैं। या फिर आप ऐसी जगह रजते है। जहां किताबें मिलना possible नहीं होती है। तो आप घर बैठे ऑनलाइन माध्यम से कोर्स purchase कर सकते हैं। जो आपको इंग्लिश ग्रामर का ज्ञान घर बैठे ऑनलाइन माध्यम से देंगे। परंतु ग्रामर का ज्ञान कोई भी दे। आपको अपने दिमाग में इंग्लिश ग्रामर को सेट (set) करना होगा। ताकि आप अपनी इंग्लिश को अच्छा कर सके। और उसे अच्छी तरह से लिख पाए।

2. अपनी डिक्शनरी बढ़ाएं –

यदि आपको इंग्लिश लिखने में दिक्कत होती है। तो इसका सबसे बड़ा कारण है आपके पास इंग्लिश शब्दों की कमी होना। इंग्लिश शब्दों की कमी होने से आप इंग्लिश को लिख पाने में और बोल पाने दोनों में सक्षम नहीं होते है।आपको अपनी वोकैबलरी (vocabulary) को बढ़ाना चाहिए। आपको तरह-तरह की डिक्शनरी (Dictionary) से पढ़ना चाहिए। तथा नए नए शब्द के अर्थो को जानना चाहिए।

आप इंग्लिश भाषा को लिखने से पहले उसके डिक्शनरी के शब्दों को पढ़े। आप के पास कम से कम 1000 से 25000 शब्द लिखने के लिए होने चाहिए। साथ साथ आपके पास डिक्शनरी (Dictionary) इंग्लिश वर्ड के साथ हिंदी अर्थ वाली होनी चाहिए। जिससे आप उसके अर्थों को समझ पाएं। आप अपनी डिक्शनरी की सहायता से बहुत सारे शब्द को प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप अपनी Dictionary को केवल एक बार पड़ेंगे। तो इससे काम नहीं चलेगा। आपको डिक्शनरी में लिखे शब्दों का बार-बार रिवीजन (revision) करना होगा। जिससे आपको शब्द याद रहेंगे।

खास बात यह है कि आपको उन शब्दों को बार बार लिख कर देखना चाहिए।   जिससे आपकी इंग्लिश लिखने की प्रैक्टिस (practice) और ज्यादा अच्छी होगी। आप इंग्लिश वर्ड (word) को जितना अधिक लिखेंगे। उतना ही आपको इंग्लिश लिखने की आदत होगी। यदि आप daily के 10 word भी अपनी कॉपी पर लिख कर याद करते हैं। तथा उनका रिवीजन (revision) प्रॉपर तरह से करते हैं। तब भी आपके पास आपकी बहुत सारी डिक्शनरी कलेक्ट (collect) हो जाएगी। आपके दिमाग में इंग्लिश word का शब्दकोश होगा। आप ज्यादा से ज्यादा इंग्लिश शब्दों का अर्थ समझ पाएंगे और उन्हें बोल पाने में सक्षम होंगे।

3. अंग्रेजी स्पेलिंग सीखें –

जिस प्रकार आप अन्य भाषाओं को ध्यान में रखते हुए उनकी मात्रा आदि पर ध्यान देते हैं। उसी प्रकार इंग्लिश भाषा को लिखते हुए आपको उनकी स्पेलिंग पर ध्यान देना होगा। अंग्रेजी लैंग्वेज (language) में कई स्पेलिंग (spelling) ऐसी होती हैं। जिन का उच्चारण एक तरह से किया जाता है। परंतु उनकी स्पेलिंग डिफरेंट (different) होती है। यही अंतर जानने के लिए आपको स्पेलिंग्स को ध्यानपूर्वक देखना होगा। यदि इंग्लिश स्पेलिंग में e का i  हुआ। तो आपकी पूर्ण स्पेलिंग (spelling) गलत हो जाएगी।

आपको इंग्लिश लिखते समय कम से कम बेसिक अंग्रेजी शब्दों की स्पेलिंग अच्छे से आनी चाहिए। यदि आप उसमें गलती करेंगे तो बड़ी से बड़ी स्पेलिंग को कैसे सीख पाएंगे। इसलिए इन शब्दों में गलती की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। आपको स्पेलिंग लिख लिख कर याद करनी चाहिए। ताकि स्पेलिंग लिखने में कोई मिस्टेक (mistake) न हो। यह spelling आपको वाक्य बनाने में आपकी मदद करेंगी। 

ग्रामर (grammar), डिक्शनरी (dictionary) और स्पेलिंग इन तीनों की मदद से आप अपने पूरे एक सेंटेंस (sentences) को बना पाने में सक्षम होंगे। परंतु इसके लिए आपको बहुत ध्यान पूर्वक इन तीनों के नियमों का पालन करना होगा। जिस प्रकार आप हिंदी लिखते वक्त मात्राओं का ध्यान रखते हैं। उसी तरह आपको इंग्लिश लिखते वक्त स्पेलिंग (spelling) का बहुत ध्यान रखना होगा। इस प्रकार आप धीरे-धीरे एक अच्छी इंग्लिश लिखना सीख जाएंगे।  शुरुआत में काफी कठिनाइयां आएंगी।  परंतु इसकी डेली प्रैक्टिस (Daily practice) करने से आपको इंग्लिश लिखने की आदत हो जाएगी।

4. रोजाना लिखने की प्रैक्टिस करें –

 यह तो विशेष tip है। ये बात तो सब जानते हैं। क्योंकि  जब तक हम किसी चीज का रिवीजन (revision) लिख लिख कर नहीं करेंगे। तब तक हम उसे याद रख पाने में सक्षम नहीं होते हैं। हमें किसी चीज को लंबे समय तक याद रखने के लिए लिखकर याद करना चाहिए। यही कारण है कि आप को रोज इंग्लिश शब्दों को लिख-लिख कर देखना चाहिए। साथ साथ सभी word और spelling को भी लिख कर देखना चाहिए।

शब्दो को लिखकर देखने से आपकी इंग्लिश लिखने की प्रैक्टिस (practice) होती है। इसके साथ आपकी स्पीड (speed) तेज होती है। और साथ ही साथ आपको लंबे समय तक लिखे हुए वह शब्द याद रहते है। लिखने के यह सारे फायदे आपको तुरंत पता लग जाएंगे। साथ साथ आपकी इंग्लिश राइटिंग (writing) बहुत अच्छी हो जाएगी। आप इंग्लिश word को नॉर्मल इंग्लिश लेटर की जगह कर्सिव राइटिंग (cursive writing) में भी लिख लिख कर देख सकते हैं। जिससे आपकी कर्सिव राइटिंग भी बेहद खूबसूरत हो जाएगी।

आपको लिखने की आदत डालनी होगी। क्योंकि आप को  कम से कम रोज बहुत सारे डिक्शनरी वर्ड्स और राइटिंग पैराग्राफ लिखने होंगे। जिससे आपको इंग्लिश वर्ड भी मिलेंगे।  साथ ही साथ आपको यह वर्ड, स्पेलिंग याद भी रहेंगी।  यदि आप daily वर्ड लिख पाने में सक्षम नहीं है। तो आप इसे हफ्ते और महीनों में रिवीजन (revision) करते वक्त लिख सकते हैं। तब भी यह आपके लिए हेल्पफुल (helpful) रहेंगा। परंतु रोजाना लिखने की प्रैक्टिस (practice) वाली आदत आपको 1 दिन इंग्लिश का मास्टर बना देंगी।

5. अंग्रेजी किताबों को पढ़ें

आपको अपनी इंग्लिश को अच्छा करने के लिए अंग्रेजी किताब को पढ़ना चाहिए। जिससे आपको बहुत सारे शब्द मिलते हैं। इंग्लिश किताब (English book), इंग्लिश न्यूज़ पेपर (English news paper)  और इंग्लिश न्यूज़ (English news) देखने से आपकी इंग्लिश बहुत अच्छी होती है। इससे आपको new words मिलते हैं। जो आपके लिए बेहद जरूरी होते हैं। जैसे-जैसे आप इन इंग्लिश बुक्स को , इंग्लिश न्यूज़ पेपर और इंग्लिश न्यूज़ को देखना शुरू करेंगे। वैसे ही यह सब  आप की आदत में आ जाएंगे। और आप उनके साथ साथ में अपनी इंग्लिश को flow में रख पाएंगे। ऐसे करने से आपकी इंग्लिश बहुत जल्दी इंप्रूव (improve) हो जाएगी।

अंग्रेजी किताबों को पढ़ने से आपको कुछ ऐसे शब्द मिलते हैं। जो आपकी  डिक्शनरी (dictionary) में नहीं होते हैं। इंग्लिश न्यूज़ पेपर (news paper) और इंग्लिश न्यूज़ (english news)  देखने से आपको रिसेंटली (recently) इस्तेमाल किए जाने वाले शब्द मिलते हैं। आपको अपने चारों की जानकारी का भी पता चलता है। साथ-साथ इस बात की जानकारी होती है। कि शब्दों को कैसे इस्तेमाल किया जाता है। daily में उसे किये जाने वाले शब्द आपको इन न्यूज़ चैनल, न्यूज़ पेपर से प्राप्त होते हैं। इसलिए इन इंग्लिश बुक्स को पढ़ना आपके लिए फायदेमंद होता है।

FAQ

इंग्लिश लिखना आना क्यो जरूरी है?

हर आज इंग्लिश भाषा का उपयोग किया जा रहा है। इसलिए आज के समय मे इंग्लिश बोलने के साथ – साथ इंग्लिश लिखना आना भी बहुत जरूरी है।

इंग्लिश लिखना कितनो दिनों में सीख सकते है?

इंग्लिश लिखना आप कितने दिनों में सीख सकते है। यह पूरी तरह से आपके ऊपर निर्भर करते है। क्योंकि अच्छी आप प्रैक्टिस कर लेंगे उतनी जल्दी आप इंग्लिश लिखना सीख जाएंगे।

इंग्लिश लिखना कैसे सीखें?

इंग्लिश लिखना कैसे सीखें इसके कुछ तरीके ऊपर बताये गए है। अगर आप ऊपर बताये गए तरीके को फ़ॉलो करते है तो निश्चित ही आप इंग्लिश लिखना सीख जाएंगे।

इंग्लिश लिखना नही आती है तो क्या करें?

इसके लिये अच्छा होगा कि आप इंग्लिश किताब पढ़े। और डेली इंग्लिश लिखने की प्रैक्टिस करें।

निष्कर्ष

आज हमने आपको इंग्लिश लिखने की कुछ important बातें बताई है। जिससे आप अपनी इंग्लिश (english) में  बहुत इंप्रूवमेंट (improvement) ला सकते हैं। साथ ही साथ english को अच्छी तरह से लिख सकते हैं। आप किस तरह अपनी vocabulary को बढ़ा सकते हैं? इन सब के बारे में आज हमने आपको अपने इस आर्टिकल में बताया है। यदि आपको हमारे द्वारा दी गई है जानकारी पसंद आई है। तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताइए। और इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर कीजिए।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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