सोने की पहचान कैसे करें? | सोने की पहचान करने के तरीके

आज के समय में सोना खरीदना एक डिग्निटी का विषय माना जाता है। अधिकतर लोग सोना पहनने और खरीदने के बहुत ज्यादा शौकीन होते हैं। महिलाएं सोने के आभूषण बनवाकर उसे पहनने में विश्वास रखती है जिससे उनका स्टेटस पता लगता है। सुनार के पास सोना खरीदते समय सोने की पहचान कैसे की जा सकती है (Gold ki pehchan) जिससे हमें अच्छी क्वालिटी का या नकली सोना ना मिले उसके विषय में हमें जानकारी नहीं होती। 

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको सोने की पहचान करने के तरीके (Gold ki pehchan ke tareeke) बताएंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े। 

सोना क्या है? (What is gold?)

सोना एक प्रकार का धातु होता (Gold kya hai?)है जो काफी मशक्कत के बाद खदानों में पाया जाता हैं। इसको खोदकर बड़ी-बड़ी चट्टानों से निकाला जाता है। भारत में वर्तमान में सोने के भाव प्रति तोला के हिसाब से बहुत महंगे हैं। यह एक बहुत महंगा धातु होता है सोने से आभूषण तैयार किए जाते हैं। जिनको महिलाएं एवं पुरुष पहनते हैं। सोने को पहनना भारतीय समाज में एक स्टेटस का विषय माना जाता है इसलिए मार्केट में इस धातु की डिमांड बहुत ज्यादा है। 

सोने की पहचान कैसे करें

सोने की पहचान करने के तरीके

जब भी हम सुनार के यहां (Gold ki pehchan ka tarika)सोना खरीदने जाते हैं तो हमें इसकी पहचान कैसे करें उसके विषय में जानकारी नहीं होती। यदि हमें सोने की सही जानकारी नहीं होती है तो सुंनार हमें तक सकता है या हमें नकली सोना भी दे सकता हैं। सोना कैरेट के हिसाब से बिकता है।

 यदि हमें सोने की सही पहचान नहीं है तो हम उसका मोल भाव सही नहीं कर पाएंगे और ज्यादा पैसे में उसे खरीद लेंगे। इसलिए सोने की पहचान करना और उसे समझदारी से खरीदना बहुत ज्यादा जरूरी है। नीचे बिंदु के माध्यम से हमने आपको सोने की पहचान करने के तरीकों के विषय में जानकारी दी है। 

1. चुंबक से पहचान कर सकते हैं :

हम सभी को पता है कि चुंबक का क्या कार्य होता हैं। चुंबक लोहे की चीज को अपने तरफ खींचने का काम करती हैं। जब भी हम सोना खरीदने मार्केट जाएंगे तो हमें अपने साथ एक चुंबक को अवश्य रखना चाहिए। जो भी सोने के आभूषण हम देखते हैं।उन सभी आभूषणों के पास चुंबक ले जाकर देखना चाहिए यदि वह आभूषण चुंबक से अट्रैक्ट हो रहे हैं। यानी उसके पास खींचे चले आ रहे हैं तो हमें यह पहचान जाना चाहिए कि यह सोना नकली हैं। यदि चुंबक के पास लाने के बाद भी आभूषणों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। तो हमें यह समझ जाना चाहिए कि सोना बिल्कुल असली है। 

2. एसिड से पहचान करें :

आप एसिड से भी सोने की असली होने या नकली होने की पहचान कर सकते हैं। इसके लिए आपको आभूषण का एक तार लेना होगा उसे तार को आपको अपने हाथों से खरोचना है। जिस सोने के भाग को अपने आप ने अपने हाथों से खरोचा है। उसे भाग के ऊपर हमें एक या दो बूंद एसिड की डालनी होगी हमें बहुत सावधानी से इस स्थान पर ऐसे डालना हैं। जहां पर अपने सोने को खरोचा हैं। यदि ऐसे डालने के बाद उसका रंग हरा हो जाता है तो आपको यह समझ जाना चाहिए कि इस सोने में मिलावट हैं। यदि ऐसे डालने के बाद भी सोने में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं आता। तो जाहिर सी बात है कि सोना बिल्कुल पूरे है और आप उसे खरीदने के लिए तैयार है। 

3. सेरेमिक से सोने की पहचान करें :

आप सेरेमिक से भी सोना असली है या नकली। इसके विषय में अच्छी तरीके से पहचान कर सकते हैं इसके लिए आपको कुछ नहीं करना है जो सोना आप मार्केट से खरीद के लाई हैं। उसके साथ-साथ आपको मार्केट से एक सेरेमिक की थाली भी खरीदनी है। इस सेरेमिक की थाली पर आपको आपके लाए हुए आभूषण थाली के ऊपर रख देने हैं। कुछ समय के पश्चात आपको उसे देखना है।

यदि थाली पर काले निशान पड़े हुए हैं तो इसका मतलब है जो सोना आपने खरीदा है वह बिल्कुल नकली है। परंतु अगर सेरेमिक की थाली के ऊपर आभूषण रखने के पश्चात भी थाली पर किसी प्रकार के कोई निशान दिखाई नहीं देते हैं तो हमें यह सुन समझ जाना चाहिए। कि सोने में किसी भी प्रकार की कोई मिलावट नहीं हुई है सोना बिल्कुल पूरी तरीके से पिउर है। 

4. दांतों से काटकर पहचान करें :

सोना नकली है या असली इसको आप अपने दांतों से कटकर भी पहचान सकते हैं। सोना जब पूरे होता है तो वह बहुत ही मुलायम धातु होता है। उसको आसानी से दबाया या तोड़ा जा सकता है वह इतना नाजुक होता है कि उसको बहुत ही सतर्कता के साथ इस्तेमाल करने की आवश्यकता होती हैं।

 जब भी आपको सोने की पहचान करने की आवश्यकता हो तो आपको उसे अपने दांतों से दबा कर देखना चाहिए। कुछ देर दांतों से दबाने के पश्चात यदि आपके सोने पर निशान बन जा रहे हैं तो आपको यह समझ जाना चाहिए कि जो सोना आप खरीद कर लाए हैं।

 वह बिल्कुल पूरे है यदि थोड़ी देर दबाने के पश्चात भी सोने के ऊपर कोई भी निशान नहीं हैं। इसका मतलब उसमें किसी तरीके के अन्य धातु के मिलावट है। या किसी ऐसी चीज को उसमें मिलाया गया है जो उसे कठोर बना देती हैं। इस प्रकार दांतों से कटकर आप सोने की पहचान कर सकते हैं। 

5. हॉलमार्क जरूर देखें :

जब भी आप किसी स्थान पर सोना खरीदने जा रहे हैं तो उसका हॉलमार्क हमें जरुर देखना चाहिए। हॉलमार्क सोने के आभूषणों के ऊपर चढ़ा हुआ एक छोटा सा हिस्सा होता है जिस पर आपको उसे सोने के विषय में बहुत सारी जानकारियां प्राप्त हो जाती हैं। यह हॉलमार्क पहले से ही जुड़ा हुआ होता है जिसके कारण इसको बाद में नहीं बनाया जा सकता। इसलिए यह पूरी तरीके से सत्य होता है। इसलिए जब भी आप आभूषण खरीदने तो हमेशा इस हॉलमार्क को देखकर खरीदे गए सोने की पहचान कर ले। 

नोट : कई बार ऐसा होता है की काफी दिनों तक सोना पहनने के बाद उसमें गंदगी हो जाती है या वह गंदगी के कारण काला पड़ने लगता है या उसकी चमक चली जाती है। महिलाओं को ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें अपने सोने को साफ करने की जरूरत होती हैं।

 इसलिए वह सुंदर की दुकान पर उसे साफ करते हैं हम आपको बता दें कि चाहे हमारा सोना कितना भी पुराना क्यों ना हो जाए परंतु हमें उसे सुनार की दुकान पर साफ नहीं करना चाहिए। हमें इसका ट्रीटमेंट अपने घर पर ही कर लेना चाहिए। यदि आप सुंदर की दुकान पर उसे साफ करते हैं तो वह जिस एक्वा रेजिया के सोल्यूशन में सोने को साफ करते हैं। वह सोने की सबसे ऊपर वाली परत को निकाल देता है। जिसके कारण आपके सोने का वजन कम हो जाता है इसलिए ऐसी गलती कभी ना करें। 

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ) 

Q. सोना कठोर धातु होता है या मुलायम धातु होता है? 

सोना एक मुलायम धातु होता है जिसको यदि आप दांत से दबाएंगे तो वह आसानी से दब जाएगा। 

Q. सोनी को मापने का मेजरमेंट क्या होता है? 

सोनी को मापने के लिए कैरेट मेजरमेंट का इस्तेमाल किया जाता है. इसलिए सोना कभी 22 काह या 24 कैरेट का मिलता है। 

Q. सोने की शुद्धता की पहचान कैसे की जा सकती है? 

सोने की शुद्धता की पहचान एसिड से सेरेमिक्स से हॉलमार्क से की जा सकती है। 

Q. चुंबक से सोने की पहचान कैसे की जा सकती है? 

यदि चुंबक से आपके सोने के आभूषण अट्रैक्ट हो रहे हैं तो आपको समझ जाना चाहिए कि सोना नकली है। 

निष्कर्ष :

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको सोने की पहचान करने के तरीके (Gold ki pehchan ke tareeke)के विषय में पूरी जानकारी देने का प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप कमेंट करके कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की हुई जानकारी बिल्कुल ठोस और सटीक है ।अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें । हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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