यह बात तो भारत के हर नागरिक को पता है। कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। देश की 70% से 80% जनसंख्या पूर्ण रूप से गांव में निवास करती है। भारतीय अर्थव्यवस्था के अंदर सबसे ज्यादा किसानों द्वारा योगदान दिया जाता है। भारतीय संविधान में अनुच्छेद 243 के अंदर पंचायती राज का प्रावधान किया हुआ है। इसी के तहत प्रत्येक गांव में ग्राम सभा और ग्राम पंचायत का गठन किया गया है। जिसके कारण प्रत्येक गांव में किसी एक व्यक्ति को गांव का मुखिया बनाया जाता है। जिसे ग्राम प्रधान के नाम से जानते हैं।
ग्राम प्रधान को हम सरपंच भी कहते हैं। गांव में सारी व्यवस्था को देखने का कार्य ग्राम प्रधान का होता है। यदि ग्राम प्रधान के खिलाफ आप कोई भी शिकायत दर्ज करना चाहते हैं और आपको इससे संबंधित कोई भी जानकारी नहीं है। तो आज हम अपने एक लेख में आपको ग्राम प्रधान के खिलाफ शिकायत करने का पूरा प्रोसेस बताएंगे और यह भी बताएंगे कि आप घर बैठे ग्राम प्रधान के खिलाफ कैसे कंप्लेंट कर सकते हैं? परंतु कंप्लेंट करने का एक वैध कारण आपके पास होना आवश्यक है। अधिक जानकारी के लिए हमारे इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें।
ग्राम प्रधान की शिकायत कैसे करें? How to Complain Gram Pradhan?
गांव में किसी भी विकास कार्य को कराने की संपूर्ण जिम्मेदारी ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत में उपस्थित पंचों की होती है। तथा गांव के विकास हेतु सरकार द्वारा लाखों रुपए गांव प्रधान को यानी सरपंच को भेजे जाते हैं। गांव में यह अधिकतर देखा जाता हैं। कि सरपंच इन पैसों को गांव के विकास कार्यों में ना लगाकर उसका गवन करना शुरू कर देता है। उदाहरण के लिए यदि किसी गांव में 200 मीटर की सीसी रोड का निर्माण कराया जाना हो और गांव प्रधान के द्वारा इसका प्रस्ताव अपनी कार्य योजना में धन का सरकार के सामने आहरण करने के लिए रख गया हो।
सरकार द्वारा गांव में सड़क बनाने के लिए का प्रधान को लाखों रुपए भिजवाए हो। परंतु गांव प्रधान ने गांव में सीसी रोड बनवाने के के लिए घटिया सामग्री का उपयोग कराया हो। परंतु सरकारी दस्तावेजों पर उत्तम सामग्री को दर्शाया हो। तो ऐसे में बचा हुआ पैसा गांव प्रधान के द्वारा गबन कर लिया जाता है। हालांकि ऐसे कार्य के लिए सरकार द्वारा कई पोर्टल और हेल्पलाइन नंबर दिए गए हैं। जिसके द्वारा आप अपने ग्राम प्रधान की शिकायत दर्ज कर सकते हैं। परंतु इसके अलावा भी कई अन्य तरीके हैं।
शिकायत करने से पहले साक्ष्य एकत्र करें? Collect Evidence Before Making a Complaint?
ग्राम प्रधान का जो पद होता है। वह बहुत ही जिम्मेदारी से भरा होता है। और यह बात बहुत ही साधारण है। कि आप यदि ग्राम प्रधान पर कोई आरोप लगा रहे हैं। तो उसके खिलाफ आपके पास कोई पक्का और टिकाऊ सबूत होना चाहिए। क्योंकि आजकल कोई भी व्यक्ति अपने गांव में हो रहे विकास कार्य पर खर्च किए गए पैसे के विवरण का ब्योरा ऑनलाइन पोर्टल (WWW.Planplus.gov. in) पर आसानी से देख सकता है। और यदि विवरण में कोई भी धांधलेबाजी दी है। तो इसे भी एक प्रमाण के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे आप प्रमाण एकत्र करने के पहले तरीका के रूप में भी देख सकते हैं।
प्रमाण एकत्र करने का एक दूसरा तरीका भी है। आप RTI (आरटीआई) के माध्यम ग्राम प्रधान से इस बात की जानकारी डायरेक्ट ले सकते हैं। कि पूरे गत वर्ष में सरकार द्वारा आपको गांव विकास कार्य के लिए आपको कितनी धनराशि प्रदान की गई है। तथा आपके द्वारा इस धन को गांव के किस किस कार्य में लगाया गया है। इस पर प्रधान को लिखित रूप से गांव के विकास कार्यों में कहां-कहां लगाए गए पैसे का लिखित विवरण आपको देना होगा। इसे भी आप एक प्रमाण के रूप में शिकायत दर्ज करते वक्त जिलाधिकारी के सामने पेश कर सकते हैं।
ग्राम प्रधान के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया? Process to Complain
यदि आप जिलाधिकारी के पास ग्राम प्रधान की शिकायत दर्ज कराना चाहते हैं। तो आपको इसके लिए सर्वप्रथम एक एप्लीकेशन लिखनी होती है। जिसमें आपको सारे सबूत और शिकायत दर्ज कराने के संबंध में तर्क लिखने होते है। आप शिकायत दर्ज करने के लिए इस एप्लीकेशन के साथ आरटीआई द्वारा प्राप्त साक्ष्य को अकेले या फिर गांव के कुछ सदस्यों के साथ लेकर जा सकते हैं। साथ ही आपको अपना आधार कार्ड भी लेकर जाना है। ताकि यह प्रमाणित हो सके कि आप उसी गाँव के व्यक्ति है। साथ ही अपने साथ चलने वाले लोगो से भी आधार कार्ड के लिए बोल दे।
ग्राम प्रधान की शिकायत दर्ज करते समय जिलाधिकारी को अपनी सारी बातें विस्तार पूर्वक बताएं अपने सारे साक्ष्य भी दिखाएं यदि जिलाधिकारी को आपकी बात में सच्चाई नजर आती है तो वह एक टीम का गठन करते हैं ताकि आपकी बातों की जांच पड़ताल की जा सके और ग्राम प्रधान पर भी नजर रखी जा सके जिलाधिकारी द्वारा गठित की गई टीम में मुख्यता इन लोगों को शामिल किया जाता है। जिसका विवरण निम्न प्रकार है-
- जिला पंचायत राज अधिकारी (DPRO)
- जिला पंचायत अधिकारी (DPO)
- ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर (BDO)
- सहायक विकास अधिकारी (ADO)
जिला अधिकारी के द्वारा गठित की गई यह टीम गांव में जाकर गांव में किए गए सभी विकास कार्यों का निरीक्षण करती है। यह टीम इस दौरान गांव के लोगों से बात करके एक रिपोर्ट तैयार करती है। वही रिपोर्ट यह टीम जिला अधिकारी के सामने प्रस्तुत करती है। यदि उस रिपोर्ट में शिकायतकर्ता की बात सही पाई जाती है। तथा वास्तव मे ग्राम प्रधान के विकास कार्यों में कोई धांधलेबाजी पाई जाती है। तो ग्राम प्रधान के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाती है। और जिलाधिकारी के द्वारा जुर्माना भी लगाया जाता है। साथ ही होने वाले जुर्म के आधार पर ही कार्रवाई सुनिश्चित की जाती है।
शिकायत हेतु हेल्पलाइन नंबर (Helpline Number)
यदि आप ग्राम प्रधान की शिकायत दर्ज करना चाहते हैं। तो उसके लिए आपको प्लान प्लस की वेबसाइट WWW.Planningonline.gov.in पर जाना होगा। तथा शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा आपको सरपंच की शिकायत करने हेतु टोल फ्री नंबर 1076 दिया जाता है। जिस पर आप कॉल करके डायरेक्ट शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
कार्य लिस्ट कैसे देखें? How to View Work List?
कार्य लिस्ट देखने का पूरा प्रोसेस नीचे पॉइंट के माध्यम से बताया गया है।
- ग्राम पंचायत के विकास कार्यों को देखने और जांच करने हेतु सबसे पहले आपको वेबसाइट http://planningonline.gov.in/Re portData.do?
- Report method=get Annual Plan Report को ओपन करना होगा।
- वेबसाइट के ओपन होते ही आपको प्लान ईयर पर क्लिक करना होगा। तथा उस वर्ष को लिखना होगा। जिस वर्ष का विवरण आप देखना चाहते है।
- अब आप जिस राज्य की भी जानकारी देखना चाहते हैं। उस राज्य का नाम डालकर उस राज्य को सेलेक्ट कर ले।
- अब आपको जिला पंचायत अर्थात अपने जिले का चयन करना होगा।
- इसके पश्चात ब्लॉक सेलेक्ट करने का ऑप्शन होता है। जिसके बाद आपको अपना ब्लॉक सेलेक्ट करना होगा।
- सबसे अंत में आपको गेट रिपोर्ट का ऑप्शन दिखाई देता है। जिस पर आपको क्लिक करना होगा। जैसे ही आप इस ऑप्शन पर क्लिक करेंगे। आपके सामने पूरा विवरण प्रदर्शित होने लगेगा।
- आप इस रिपोर्ट में देख सकेंगे। कि ग्राम पंचायत में किस कार्य करने हेतु सरकार द्वारा कितना बजट पास किया गया है। साथ ही कहां-कहां कौन सा कार्य करवाया गया है।
ग्राम प्रधान की शिकायत कैसे करें इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर (FAQs)
Q:- ग्राम प्रधान की शिकायत करने हेतु कौन सी वेबसाइट पर जाना होगा?
Ans:- ग्राम प्रधान की शिकायत करने हेतु वेबसाइट www. planningonline.gov.in पर जाना होगा
ग्राम प्रधान की शिकायत करने के लिए हेल्पलाइन नंबर कौन सा है?
ग्राम प्रधान की डायरेक्ट शिकायत करने हेतु 1076 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करना होता है।
Q:- जिलाधिकारी को शिकायत करने के बाद जिलाधिकारी क्या करता है?
Ans:- जिलाधिकारी को शिकायत करने के बाद जिलाधिकारी द्वारा एक टीम बनाई जाती है। जिसमें कुछ मुख्य लोग शामिल होते हैं।
Q:- जिला अधिकारी के पास शिकायत करने के लिए आपको कौन से दस्तावेज से जाने होते हैं?
Ans:- जिला अधिकारी के पास शिकायत करने के लिए आपको आधार कार्ड तथा आपके साथ जाने वाले गांव के लोगों को भी आधार लेकर जाना होता हैं।
Q:- जिलाधिकारी द्वारा बनाई गई टीम का कार्य क्या होता है?
Ans:- जिलाधिकारी द्वारा बनाई गई टीम ग्राम प्रधान द्वारा किए गए विकास कार्यों का निरीक्षण करती है। साथ ही गांव वालों से जानकारी लेकर एक रिपोर्ट तैयार करती है।
Q:- यदि ग्राम प्रधान धांधलेबाजी में पकड़ा जाता है तो क्या होता है?
Ans:- यदि ग्राम प्रधान धांधलेबाजी में पकड़ा जाता है। तो उसे जुर्माना और सजा दोनों भगतनी होती है।
निष्कर्ष
Conclusion
आज हमने अपने इस आर्टिकल में आपको ग्राम प्रधान की शिकायत कैसे दर्ज करें? इससे संबंधित सभी जानकारी प्रदान की है। यदि आप किसी गांव में रहते हैं और गांव के प्रधान की धांधलेबाजी को जानते है। तथा इसकी शिकायत जिलाधिकारी से करना चाहते हैं।
तो हमारे द्वारा ऊपर बताई गई सारे प्रोसेस को अपनाकर आप ग्राम प्रधान की शिकायत दर्ज कर सकते हैं। हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी पसंद आई हो तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर बताइए तथा हमारे द्वारा दी गई जानकारी को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले।
So nice mast hai aap ke dra di jankari bahut acchi lagi sir or bhi aasi jankariya diya kro gavo me bahut bhartachar chal rha hai
विनोद जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद आप हमारी इस वेबसाइट से जुड़े रहें आपको सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त होती रहेंगी धन्यवाद
Jis team ko DM bejta h vhi to sb krvate h
Unke supervision m hi to sb kaam hote h,
Or rahi baat Ghatiya material ki or logo se puchne ki to jin logo se o puchte h o b Pardhaan k hi saath mile hote h..or material bante time check hona chahiye
केवल पूछना ही नहीं, मामला गंभीर हो जाए तो इंजीनियर नई टेक्नोलॉजी से चेक भी करते हैं जिससे सभी बातें सही सही पता चल जाती है ।