मां अपने बच्चे को हर स्वास्थ्यवर्धक चीज खिलाने का प्रयास करती है जिससे उसका बच्चा स्वस्थ रहें। और उसका पेट भी भरा रहे छोटे बच्चों को हर ऐसी चीज दी जाती है। जो पोषक तत्वों से भरपूर हो। उनमें से सबसे अच्छा पोषक तत्व सेरेलक होता है। सेरेलैक पोषक तत्वों से भरपूर एक ऐसा व्यंजन है जो बच्चों को बहुत पसंद आता है। मार्केट में कई तरह के सेरेलैक उपलब्ध रहते हैं परंतु बच्चों के लिए कौन सा सेरेलैक (Cerelac ka chunav for babies) अच्छा है इसके विषय में हमें जानकारी नहीं होती।
इस आर्टिकल के माध्यम से हम आप को बच्चों के लिए घर के बने सेरेलैक (Homemade cerelac for babies) के विषय में जानकारी देंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।
घर का बना सेरेलक क्या है? | What is Homemade Cerelac?
सेरेलैक बच्चों को पोषक तत्वों से (Homemade cerelac kya hai?)भरपूर एक व्यंजन है।जो घर पर भी बनाया जा सकता है। सेरेलैक को दलिया फल के बुद्ध विभिन्न प्रकार की मेवा और दालों से मिलकर बनाया जाता है। यह खाने में बहुत पौष्टिक होता है और स्वादिष्ट होता है जिससे बच्चे से आराम से खाते हैं। सेरेलैक बच्चे के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
सूखी मेवा बच्चे के मानसिक विकास में उसकी मदद करते हैं बच्चे का दिमाग तेज करती हैं। इसलिए मार्केट से सेरेलैक ना खरीद कर घर पर बना हुआ सेरेलक बच्चे को खिलाना चाहिए। इसमें किसी भी तरह की मिलावट नहीं होती और यह बच्चों को बहुत फायदा पहुंचाता है।
बच्चे को सेरेलक कब देना चाहिए? | Baby Ko Cerelac Kab Dena Chahiye
6 महीने तक बच्चे का (Babies ko cerelac dene ka time) पाचन तंत्र कमजोर होता है। बच्चा सिर्फ तरल पदार्थ दूध को ही पचाने में सक्षम होता है। इसलिए 6 महीने तक बच्चे को ठोस पदार्थ नहीं खिलाए जाते मैं सिर्फ मां का दूध ही पीता है। 6 महीने के पश्चात मां के दूध के अलावा उसे अन्य ठोस पदार्थों की आवश्यकता होती है।
जिससे उसे पोषक तत्वों की प्राप्ति हो सके यह बच्चा 6 महीने का हो जाए तो आप उसे दूध दलिया या दाल का बना हुआ पतला सेरेलक बनाकर खिला सकते हैं। 6 महीने के बच्चे को मां के दूध के साथ चार से 8 चम्मच सेरेलैक खिलाना चाहिए। जब बच्चा 1 साल का हो जाता है तब उसे अन्य सारे ठोस पदार्थ भी खिला सकते हैं। जिसमें आप बच्चे को एक स्वस्थ पोषक तत्वों से भरपूर घर में बना हुआ सेरेलैक बनाकर खिलाएं। यह बच्चे को बहुत फायदा देगा और उसके स्वास्थ्य को और बेहतर बनाने में मदद करेगा।
घर में बने सेरेलक के फायदे
वैसे तो घर में बने सेरेलैक (Cerelac ke fayde in babies) के बहुत सारे फायदे होते हैं। परंतु कुछ फायदे हमने निम्न पॉइंट से माध्यम से आपको बताए हैं।
- घर में बनाया हुआ सेरेलैक मां अपने हाथों से बहुत प्यार से अपने बच्चे के लिए बनाती है। यह शिशु के स्वास्थ्य पर जरूर असर करता है और शिशु को पौष्टिक तत्वों से भरपूर करता है।
- छोटे बच्चे बहुत सारी चीजों को खाने में आनाकानी करते हैं। इसलिए शिशु के स्वाद अनुसार आपस में स्वादिष्ट चीजें मिक्स कर सकते हैं।
- जिससे वह इसे पूरे आनंद और चाव के साथ खाएं।
- घर में बने सेरेलैक में पढ़ने वाली सभी सामग्रियां बिल्कुल साफ होती हैं। इसमें किसी भी प्रकार की मिलावट नहीं होती इसलिए शिशु को एलर्जी होने का डर नहीं रहता।
- सेरेलैक में पढ़ने वाली सामग्रियां फाइबर युक्त होती हैं। फाइबर पाचन तंत्र को बनाए रखने में मदद करता है।
- इसलिए शिशु को कब्ज एसिडिटी की समस्या नहीं होती और जो वह खाता है उसके शरीर में पूर्णता उसका असर देखने को मिलता है।
- घर में बनने वाला सेरेलैक रसायनों से मुक्त होता है। और बिल्कुल ताजा होता है इसमें मिलावट नहीं पाई जाती।
- शिशु के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए आप इसमें रागी मिला सकते हैं। जिसमें कैल्शियम बहुत मात्रा में पाया जाता है।
- जो शिशु की हड्डियों को स्वस्थ बनाने में मदद करता है और उसके दांत खराब होने से बचाता है।
- घर में बनाया हुआ सेरेलैक दाल मिक्स करके भी बनाया जा सकता है। दाल प्रोटीन का सबसे अच्छा स्त्रोत होता है।
- यदि बच्चे को दाल वाला सीरियल खिलाया जाता है तो बच्चे के शरीर में प्रोटीन की पूर्ति होती है और उसका विकास तेजी से होता है।
घर में सेरेलैक क्यों बनाएं?
मार्केट में डिब्बाबंद सेरेलैक की (Ghar me cerelac kyun banaye) उपस्थिति के बजाए घर में सेरेलैक क्यों बनाए। इसके विषय में कुछ जरूरी जानकारी आपको प्रदान की गई है। जिससे आप मार्केट और घर के सेरेलैक के बीच में अंतर अच्छे से स्पष्ट कर पाएंगे और घर के सेरेलैक के फायदे भी जान पाएंगे।
केमिकल युक्त :
बाजार में मिलने वाला सेरेलैक केमिकल से युक्त होता है। सेरेलैक मिक्स प्रिजर्वेटिव होता है। इसमें बहुत सारे रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है। जो बच्चे के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता सेरेलैक में सॉडियम लॉरियल सल्फेट (एसएलएस) मिक्स किया जाता है। जिससे त्वचा पर रैशेज पड़ जाते हैं। इसमें बहुत सारे खनिज तेल भी मिलाए जाते हैं। जिसके कारण शिशु के शरीर के रोम छिद्र बंद हो जाते हैं और उसके शरीर का पसीना बाहर आने में रुकावट पैदा होती है। जिससे शरीर के अंदर बहुत सारी बीमारियां बनती रहती हैं। यह सारे दुष्प्रभाव सेरेलैक के डिब्बाबंद डिब्बे पर नहीं लिखे होते।
स्टोरेज :
किसी को भी डिब्बाबंद सेरेलैक की मैन्युफैक्चरिंग के विषय में जानकारी नहीं होती। वह किस प्रकार से बनाया जाता है कैसे डिब्बों में उसे स्टोर किया जाता है। कितने दिनों के बाद वह रिटेलर शॉप पर आता है और उसके बाद आपके घर में आता है। वह कितने हाथों से गुजरता है और कितना साफ होता है। इसकी कोई गारंटी नहीं होती इसलिए हमारी आपसे सलाह है कि आप घर पर बना हुआ सेरेलक ही बच्चे को खिलाएं स्टोरेज वाला सेरेलैक बच्चे को कभी ना खिलाए।
एलर्जी :
डिब्बा वन सेरेलैक में बहुत सारे ऐसे केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। जिसके विषय में ऊपर डिब्बे पर जानकारी नहीं होती। यदि इन केमिकल्स के से आपके बच्चे को एलर्जी हो गई तो यह आपके बच्चे के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकता है। सेरेलैक को और स्वादिष्ट बनाने के लिए अनहाइजीनिक केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए अपने बच्चे को स्वस्थ और पौष्टिक आहार देने के लिए घर से अच्छा सेरेलैक और कोई भी नहीं होता।
घर में बच्चों के लिए सेरेलक बनाने का तरीका | Baccho Ke Liye Cerelac Kaise Banaye
यहां पर हमने आपको (Cerelac recipes for babies) घर पर बने सैनेलैक की कुछ रेसिपी बताएं हैं। जिनको बनाकर आप अपने बच्चे को घर पर ही सरल है खिला सकते हैं। आपको सेरेलैक के लिए मार्केट पर निर्भर होने की कोई आवश्यकता नहीं है।
1.चावल का सेरेलैक :
सामग्री :
आधी कटोरी चावल
थोड़ा-सा पानी (आवश्यकतानुसार)
बनाने की विधि :
- चावल को करीब एक घंटे तक पानी में भिगोकर रखें।
- इसके बाद चावल को साफ कर धूप में या पंखे के नीचे रख के अच्छे से सुखा लेना चाहिए।
- फिर इसे मध्यम आंच पर क्रिस्पी होने तक सेक लें।
- इसके बाद चावल को ठंडा करके पीस लेना चाहिए इसके बाद आपका सेरेलैक बनकर तैयार है।
2. दलिया का सेरेलैक :
सामग्री :
आधी कटोरी दलिया
बनाने की विधि :
- सबसे पहले दलिये को पानी से अच्छी तरह साफ कर लें।
- इसके बाद इसे धूप में या पंखे के नीचे रख के सुखा लें।
- फिर इसे मध्यम आंच पर क्रिस्पी होने तक सेक लें।
- जब दलिया ठंडा हो जाए, तो इसे पीसकर पाउडर बना दें। इस प्रकार आपका दलीय से बना सेरेलैक घर पर बनकर तैयार है।
3. ओट्स से बना सेरेलैक :
सामग्री :
आधा कटोरी ओट्स
बनाने की विधि :
- चावल व दलिया की तरह ओट्स को भी मध्यम आंच पर सेक लेना चाहिए।
- फिर जब ओट्स ठंडे हो जाएं, तो उन्हें मिक्सी में पीस लें। इस प्रकार ओट्स से बना सेरेलैक बनकर तैयार हो जाएगा
4. पोहे का सेरेलैक :
सामग्री :
आधा कटोरी पोहा
बनाने की विधि :
- पोहे को किसी कपड़े से साफ कर लेना चाहिए।
- इसके बाद साफ किए गए पोहे को मध्यम आंच पर सेक लें।
- इसके बाद पोहे को ठंडा करके पीसकर पाउडर बना लें। इस तरीके से पोहे का सेरेलक बनकर तैयार हो जाता है।
5. मूंग दाल व चावल दलिया :
सामग्री :
एक कप चावल
एक कप मूंग दाल
बनाने की विधि :
- चावल और मूंग दाल को साफ पानी में अच्छे से धो लें।
- फिर जब ये सूख जाएं, तो इन्हें अलग-अलग मध्यम आंच पर हल्का फ्राई कर लें।
- ठंडा होने पर इन्हें मिक्स करके मिक्सी में डालकर पीस लें और पाउडर बना लें।
- इस प्रकार मूंग दाल व चावल का दलिया बनकर तैयार हो जाता है।
नोट :
ऊपर बताइए सारे रेसिपीज के पाउडर को आप शीशे के जार में 6 सप्ताह तक रख सकते हैं। इसमें किसी प्रकार की कोई खराबी नहीं आती जब आपको सेरेलैक बच्चे को खिलाना होता है। तब इसे एक या दो चम्मच कटोरी में लेकर पानी में मिक्स करके बच्चे को खिलाना चाहिए यदि बच्चा पानी में मिक्स किया हुआ सरल है। खाने में आनाकानी करता है तो आप इसे दूध में मिक्स करके भी बच्चे को खिला सकते हैं।
यदि आप चैनल को और स्वादिष्ट बनाना चाहते हैं तो आप किसी भी फ्रूट को पाउडर में मैच करके बच्चे को खिला सकते हैं। इसको ले जाने लाने में भी कोई समस्या नहीं होती इस को मीठा करने के लिए आपस में शहद मिलाकर बच्चे को खिला सकते हैं।
घर में सेरेलक बनाते समय बरतें सावधानियां
बेशक घर में बना सेरेलैक (Cerelac banane me savdhani for babies) बच्चे के लिए पौष्टिक होता है। यह बच्चे को स्वस्थ रखने में मदद करता है। क्योंकि इसमें केमिकल नहीं पाए जाते। परंतु घर पर सेरेलक बनाते समय भी कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है। जिससे बच्चे को किसी भी प्रकार का नुकसान ना पहुंचे। जिसकी जानकारी नीचे पॉइंट के माध्यम से आपको बताई गई है।
- सीरियल की सामग्री को भूलने के लिए गेले बर्तन का प्रयोग ना करें। जिस बर्तन का प्रयोग कर रहे हैं वह बिल्कुल सूखा और साफ सुथरा होना चाहिए।
- सेरेलैक की हर सामग्री को बहुत ध्यान से धोना चाहिए। ताकि उसमें सारी धूल मिट्टी साफ हो जाए और सारी चीजें बिलकुल साफ-सुथरी हो जाए।
- सेरेलैक की हर सामग्री को अच्छी तरह होना चाहिए और सेरेलैक पकाते समय उसे अच्छी तरह पकाना चाहिए। जिससे बच्चे के पाचन तंत्र या सेरेलैक को पचाने में किसी भी प्रकार की समस्या ना हो।
- सभी सामग्री को अच्छे से भूनने के बाद ठंडा होने दें ठंडा होने के बाद उसे मिक्सी में पीसकर एक जार में भरकर रखने। और जरूरत पड़ने पर समय-समय पर बच्चे को खिलाते रहे।
घर में बने सेरेलक को कैसे स्टोर करें?
घर में बने हुए सरल एक (Cerelac ka storage for babies) को कैसे स्टोर करके रखा जा सकता है। जिससे वह जल्दी खराब ना हो इसके विषय में कुछ जानकारी नीचे प्रदान की गई है।
- घर पर बने सेरेलैक को आप एयरटाइट कंटेनर में बंद करके रख सकते हैं। इससे यह जल्दी खराब नहीं होता जो कि बाहर की हवा ऐसे नहीं लगती।
- सेरेलैक को आप घर के तापमान पर 1 महीने के लिए स्टोर करके रख सकते हैं। यदि आप रेफ्रिजरेटर में सेरेलैक को रखते हैं। तो आप 3 से 4 महीने तक इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
- सेरेलैक को आप शीशे के जार में भी बंद करके रख सकते हैं। शीशे के जार में बंद करने के पश्चात आप इसे रेफ्रिजरेटर में रख दें। तो यह काफी दिनों तक खाने योग्य रहता है।
टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ)
Q. बच्चे को सेरेलैक कब खिलाया जा सकता है?
जब बच्चा 6 महीने का हो जाता है तब उसे पतला सेरेलक बनाकर खिलाया जा सकता है।
Q. सेरेलक में क्या पाया जाता है जिसके कारण यह बच्चे के लिए फायदेमंद है?
सेरेलैक में बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो बच्चे को सभी न्यूट्रिएंट्स प्रोवाइड करते हैं। और बच्चे को मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाते हैं।
Q. डिब्बाबंद सेरेलैक का इस्तेमाल क्यों नहीं करना चाहिए?
मार्केट में उपलब्ध सेरेलैक का इस्तेमाल इसलिए नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसमें बहुत सारे रसायन मिलाए जाते हैं जो बच्चे के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाते हैं।
Q. घर पर सारे लाइक बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
सेरेलक की सामग्री को अच्छी तरह भून ना और पीसना चाहिए जिससे वह जल्दी खराब ना हो और बच्चे को नुकसान ना पहुंचाएं।
निष्कर्ष :
इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको बच्चों के लिए घर का बना सेरेलक | Homemade Cerelac Recipes के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप नीचे दिए हो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।
हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की जाने वाली जानकारी बिल्कुल ठोस तथा सटीक होती है। यदि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें। हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।