औद्योगिक क्रांति क्या है? | औद्योगिक क्रांति की शुरुआत, कारण और परिणाम

|| औद्योगिक क्रांति क्या है | औद्योगिक क्रांति की शुरुआत | What is Industrial Revolution | औद्योगिक क्रांति के कारण | Cause of industrial revolution | औद्योगिक क्रांति के परिणाम | औद्योगिक क्रांति का आरंभ कहां से हुआ? | औद्योगिक क्रांति का आरंभ कब हुआ? | औद्योगिक क्रांति का सबसे मुख्य कारण क्या था? | Industrial Revolution kya hai ||

किसी भी अर्थव्यवस्था का परिवर्तन औद्योगिक क्रांति कहलाता है। क्रांति कई प्रकार की हो सकती है जैसे कि धार्मिक क्रांति, आर्थिक क्रांति, सामाजिक क्रांति, राजनीतिक क्रांति और औद्योगिक क्रांति। आज के इस लेख में हम जानेंगे कि औद्योगिक क्रांति क्या है एवं औद्योगिक क्रांति के कारण और परिणाम क्या हो सकते हैं।

तो आप इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें जिससे आप औद्योगिक क्रांति के बारे में सभी डाउट क्लियर कर पाए। यहां पर हमने आपको औद्योगिक क्रांति में डिटेल में बताने की कोशिश की है तो सबसे पहले हम जानेंगे कि What is Industrial Revolution है।

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औधोगिक क्रांति क्या है? (What is Industrial Revolution)

किसी भी व्यवस्था के परिवर्तन को औद्योगिक क्रांति बोला जाता है। वैसे तो क्रांति बहुत प्रकार की होती हैं लेकिन आज हम औद्योगिक क्रांति के बारे में बात कर रहे हैं। प्राचीन समय से काफी सारी चीजें हाथ से बनाई जाती थी लेकिन जबसे मशीनों का निर्माण हुआ है तब से किसी भी चीज को बनाना काफी आसान हो गया है और हाथ की तुलना में मशीनों से किसी भी चीज का निर्माण करने में समय भी कम लगता है।

औद्योगिक क्रांति क्या है औद्योगिक क्रांति की शुरुआत, कारण और परिणाम

इसी के साथ मशीन से एकदम स्पष्ट चीज बनाई जा सकती है जिससे लोगों का समय भी बच जाता है और खर्च भी कम आता है। अब इस प्रकार मशीनों द्वारा बनाई गई वस्तु को अवधि क्रांति का नाम दिया गया है।

बहुत से लोगों के मन में इस प्रकार की कन्फ्यूजन होगी कि औद्योगिक क्रांति की शुरुआत कहां से हुई। तो दोस्तों मैं आपको बताना चाहूंगा औद्योगिक क्रांति सर्वप्रथम इंग्लैंड में प्रारंभ हुई थी। इंग्लैंड की परिस्थितियां औद्योगिक क्रांति के लिए काफी अनुकूल थी इसीलिए इंग्लैंड में खाने और कोयले की असीमित भंडार थे और वैज्ञानिकों ने अविष्कारों के माध्यम से औद्योगिक क्रांति को सरल बना दिया।

जैसा कि आपको पता है इंग्लैंड में धन की कोई कमी नहीं थी जिससे उन्होंने और लाभ कमाने के लिए कई उद्योग धंधे स्थापित किए। जिससे वह अधिक से अधिक पैसा कमा सकें। इसी के साथ इंग्लैंड से औद्योगिक क्रांति की शुरुआत हुई और उन्होंने कई नई नई मशीनों और तकनीकों का विकास किया। 

औद्योगिक क्रांति की शुरुआत (Beginning of the industrial revolution)

सबसे पहले औद्योगिक क्रांति की शुरुआत इंग्लैंड से हुई इंग्लैंड के व्यक्तियों के पास धन की कोई कमी नहीं थी। जिससे उन्होंने अपना व्यवसाय स्थापित करने के लिए कई उद्योग शुरू  किए और उन्हें लोगों तक पहुंचाया जो कि हर किसी को काफी पसंद आए। जिससे इन लोगों ने नई नई मशीनों के माध्यम से कई और जरूरत की चीजें बनानी शुरू कर दी।

जिससे इंग्लैंड से औद्योगिक क्रांति शुरू हुई और इंग्लैंड के लोग और अधिक अमीर होते चले गए। इंग्लैंड में और लोहे एवं कोयले के असीमित भंडार होने के कारण वैज्ञानिकों को औद्योगिक क्रांति करने में सरलता महसूस हुई। इसी के साथ में वह आसानी से औद्योगिक क्रांति करने में सक्षम हो सके। इन्होंने लाभ कमाने के लिए कई नए व्यवसाय भी स्थापित किए।

औद्योगिक क्रांति के कारण (Cause of industrial revolution)

अभी तक हमने समझा कि औद्योगिक क्रांति क्या है और इसकी शुरुआत कब हुई थी। लेकिन दोस्तों अब हम समझेंगे कि औद्योगिक क्रांति के कारण क्या हैं। औद्योगिक क्रांति के कई कारण हो सकते हैं जिनके बारे में हम अभी डिटेल में समझेंगे तो आप इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें। जिससे आप अच्छे से समझ सके कि औद्योगीकरण क्रांति के क्या कारण हैं और औद्योगिक क्रांति के परिणाम क्या हुए इसका सामाजिक प्रभाव क्या है इन्हीं सब बातों के बारे में हम इस लेख में चर्चा करेंगे। तो आप इसे अंत तक जरूर पढ़ें। आपने हमारे लेख को यहां तक पड़ा उसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

1. उपनिवेशओं की स्थापना

 कई भौगोलिक खोजों के फल स्वरुप कुछ ही समय में इंग्लैंड फ्रांस और स्पेन आदि यूरोपीय देशों ने संसार के कोने कोने में अपना उपनिवेश स्थापित कर लिया। सभी साम्राज्यवादी शक्तियों को इन उपनिवेश से कच्चा माल सस्ते में प्राप्त होना शुरू हो गया। इसी के साथ इन्हें काम करने के लिए कई श्रमिक भी प्राप्त हुए। जिससे लाभ कमाने की इस प्रवृत्ति के फलस्वरूप औद्योगिक क्रांति को बढ़ावा मिला और औद्योगिक क्रांति शुरू होती चली गई। लोगों को कच्चा माल कम कीमत पर मिल सका इसी के साथ उन्हें काम करने के लिए श्रमिक भी मिल पाए। जिससे सभी को काफी आसानी हो गई।

2. लाभ कमाने की इच्छा

औद्योगिक क्रांति की शुरुआत लाभ कमाने के उद्देश्य से की गई थी जिससे सभी औद्योगिक देश अधिक से अधिक उत्पादन करके अधिक से अधिक माल बेचकर ज्यादा से ज्यादा लाभ कमाने का प्रयास करने लगे। उन्होंने बड़ी-बड़ी मशीनों की स्थापना करके अधिक से अधिक माल तैयार करने का पूरा प्रयास किया। जिससे वह ज्यादा से ज्यादा लाभ कमा पाए और इसके परिणाम स्वरूप औद्योगिक क्रांति को काफी ज्यादा बल मेला। इसी के साथ यूरोप के देशों में औद्योगिकीकरण के फल स्वरुप प्रतिस्पर्धा उत्पन्न हो गई और लोगों ने अधिक से अधिक माल बेचकर ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाना शुरू कर दिया।

3.  सस्ती दर पर कच्चे माल की प्राप्ति

यूरोप के देशों में बड़े बड़े कारखानों द्वारा बड़े पैमाने के उत्पादन के लिए कच्चा माल उपलब्ध नहीं हो पाता था। जिससे उपनिवेश ओं की स्थापना के इन देशों को अपने उपनिवेशन से सस्ती दर पर कच्चा माल प्राप्त होने लगा। अब कच्चे माल का उपयोग करके कई चीजें तैयार  की जाने लगी लेकिन कच्चे माल का उपयोग करने के लिए बड़ी-बड़ी मशीनों की आवश्यकता महसूस होने लगी। जिससे औद्योगिक क्रांति को बढ़ावा मिला और इसे एक नई दिशा मिली कच्चे माल से अधिक से अधिक माल तैयार करने के लिए बड़ी-बड़ी मशीनों की जरूरत थी। और फिर अधिक लाभ कमाने के लिए लोगों ने बड़ी-बड़ी मशीनों को लगाया। जिससे औद्योगिक क्रांति को बढ़ावा मिलता गया।

4. इंग्लैंड की अनुकूल नीतियां

इंग्लैंड सरकार ने उद्योग व व्यापार को प्रोत्साहित करने के लिए अनुकूल कानून भी बनाए। जिससे इंग्लैंड यूरोपीय संघर्षों का युद्ध में उतना ही सम्मिलित हुआ। जितना उसके व्यापारिक हितों की पूर्ति के लिए आवश्यक हो सकता था 18 वीं शताब्दी में यूरोप  के देश युद्धों में फर्स्ट करके जब अपनी जनधन की हानि कर रहे थे। उस समय इंग्लैंड अपने औद्योगिक विकास व विस्तार में पूरी दृढ़ता से लगा हुआ था। इस प्रकार भी औद्योगिक क्रांति को बढ़ावा मिल पाया। इंग्लैंड ने 18वीं शताब्दी के युद्ध में कोई अधिक भूमिका नहीं निभाई थी। जिससे उसका जनधन बहुत कम हानि हो पाई।

5.  कृषि प्रणाली में परिवर्तन

 कृषि प्रणाली में परिवर्तन करके यूरोप के देशों ने औद्योगिक क्रांति को बढ़ावा दिया। उन्होंने कृषि कार्यों को बड़ी-बड़ी मशीनों से करने के लिए बड़ी-बड़ी मशीनों को लगाया। जिससे कृषि का काम आसानी से और जल्दी हो पाता था। इसी के साथ इसमें समय की भी बचत हो जाती थी और लागत भी काफी कम आती थी और इस कारण भी औद्योगिक क्रांति का विकास हो पाया।

6. धन की प्रचुरता

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं किसी भी कारखाने को स्थापित करने के लिए पर्याप्त धन की आवश्यकता होती है। अब जैसा कि मैंने आपको बताया इंग्लैंड का यूरोप में कृषि क्रांति के फलस्वरूप लोगों के पास में पर्याप्त मात्रा में धन था जिससे उन्हें कारखानों को स्थापित करने के लिए किसी से भी सहयोग लेने की आवश्यकता नहीं थी। और वह आसानी से अपने कारखाने लगा सकते थे। जिससे यूरोप के पूंजीपतियों ने औद्योगिक क्रांति को बढ़ावा दिया और अपने कारखानों को स्थापित किया धन की प्रचुरता के कारण ही यूरोप में औद्योगिक क्रांति हो पाई। और लोग बड़े-बड़े कारखाने लगाने में सक्षम हो सके।

7.  व्यापार में वृद्धि

व्यापार के लगातार बढ़ने के कारण यूरोप के देशों में औद्योगिक क्रांति को काफी बढ़ावा मिला। व्यापारी पड़ोसी देशों के साथ व्यापार करके अच्छा पैसा कमा रहे थे और इससे उन्हें काफी लाभ प्राप्त हो रहा था। इसी के साथ वह लोग सही पैसों में माल को उपलब्ध कराते थे जिससे सभी पड़ोसी देश उनके माल को आसानी से खरीद लेते थे। जिससे यूरोप के देशों में व्यापार की वृद्धि लगातार बढ़ रही थी और इससे औद्योगिक क्रांति को काफी ज्यादा बढ़ावा मिल रहा था।

8. लोहे और कोयले की प्राप्ति

हम सभी लोग जानते हैं मशीनों के निर्माण के लिए लोहे की जरूरत होती है और मशीनों को चलाने के लिए उस समय कोयले की जरूरत पड़ती थी। ऐसे में लोहे और कोयले की भरमार होना काफी जरूरी था और इंग्लैंड के पास यह दोनों चीजें पर्याप्त मात्रा में थे। इंग्लैंड के पास लोहा और कोयला भरपूर मात्रा में था जिससे वहां के औद्योगिक करण में इनका महत्वपूर्ण रोल रहा है। इंग्लैंड ने लोहे की मदद से कई बड़ी-बड़ी मशीनों का निर्माण किया और कोयले की मदद से उन्हें चला करके अच्छा पैसा कमाया।

9.  यातायात की सुविधा

कई तरह के मोटर एवं इंजन के आविष्कार होने के कारण यातायात में भी काफी ज्यादा सुविधा हो गई और कोई भी व्यक्ति लंबे सफर को कुछ ही समय में तय कर सकता था। इसी के साथ कच्चा तथा पक्का माल एक स्थान से दूसरे स्थान में पहुंचाने में भी आसानी हो गई। अब बहुत कम समय में कच्चे-पक्के माल को एक जगह से दूसरी जगह पर पहुंचाया जा सकता था। इससे समय की बचत होने लगी इसी के साथ अधिक से अधिक माल कई स्थानों पर पहुंचाया जाने लगा और इसी के साथ एक नई अर्थव्यवस्था का आरंभ हुआ जो कि सोने पर सुहागा थी।

10. सस्ते मजदूरों की उपलब्धता

सभी मजदूर कृषि प्रणाली से बेबस होकर के शहरों की तरफ जाने लगे और काम की तलाश में लग गए। मजदूरों को काम चाहिए था और इंग्लैंड को मजदूर सस्ते दामों में मजदूरों की प्राप्ति हो पाई और मजदूरों की उपलब्धता के कारण ही उद्योगों की स्थापना हो सके। किसी भी मशीन को चलाने के लिए मजदूरों की आवश्यकता होती है और ऐसे में अगर मजदूरों की उपलब्धता ही ना हो पाए तो उद्योगों की स्थापना करना काफी मुश्किल हो जाता है। लेकिन समय के चलते इन्हें सही समय पर सही दामों में मजदूरों की उपलब्धता भी हो पाई। जिसके चलते औद्योगिक क्रांति को एक नया मोड़ मिल पाया।

औद्योगिक क्रांति के परिणाम (Consequences of the industrial revolution)

औद्योगिक क्रांति के निम्नलिखित परिणाम साबित हुए। जिनके बारे में अभी हम चर्चा करेंगे। अभी तक हमने औद्योगिक क्रांति के कारणों के बारे में समझा। अब हम इसके परिणाम जानेंगे जिससे आपके औद्योगिक क्रांति से रिलेटेड सभी डाउट दूर हो सके। औद्योगिक क्रांति के मुख्य रूप से कई परिणाम साबित हुए जैसे कि आर्थिक परिणाम, सामाजिक प्रभाव और राजनीतिक परिणाम। हम सभी के बारे में स्टेप बाय स्टेप डिटेल में चर्चा करेंगे।

1.  आर्थिक परिणाम

यूरोपीय लोगों का जीवन यापन करने का मुख्य आधार कृषि कार्य ही था लोग खेती करके अपना जीवन बिता रहे थे। लेकिन जब खेती का संपूर्ण कार्य मशीनों द्वारा होने लगा और नए नए आविष्कारों के फलस्वरूप बड़े-बड़े कारखाने स्थापित हुए तो अब धनी लोग पूंजीपति बनते चले गए और इसी प्रकार से पूंजीवादी अर्थव्यवस्था का जन्म हुआ। आइए जानते हैं औद्योगिक क्रांति के कुछ आर्थिक परिणाम।

  •  बड़े बड़े कारखानों की स्थापना होने से उत्पादन बड़े पैमाने पर होने लगा।
  •  राष्ट्रीय आय में वृद्धि भी हो सकी।
  •  समाज में लोगों के रहने खाने-पीने का दर्जा भी ऊंचा होने लगा।
  •  संचार के साधनों में वृद्धि हो पाई।
  •  जनसंख्या में वृद्धि हुई।
  •  बड़े बड़े नगरों की स्थापना हो सके।
  •  बैंकिंग सुविधाओं का विकास हो पाया।

2. सामाजिक प्रभाव 

औद्योगिक क्रांति के कारण ही समाज में भेदभाव का उदय हो गया इसी के साथ पूंजीपति के रूप में एक नए वर्ग का जन्म हुआ और धीरे-धीरे पूंजीपतियों ने उत्पादन के साधनों पर अपना नियंत्रण स्थापित करना शुरू कर दिया। और धनी वर्ग के लोगों का जीवन काफी अच्छा हो गया वसुंधरा भव्य महलों में रहने वाले धनी लोग भूख से तड़पते गरीबों की ओर देखते तक नहीं थी। परिणाम स्वरूप दोनों में असमानता बहुत ज्यादा बढ़ने लगी। आइए जानते हैं और दो की क्रांति के सामाजिक परिणाम क्या हुआ।

  •  समाज के दो वर्गों में विभाजन हो गया पहला  पूंजीपति और श्रमिक।
  •  छोटे-छोटे किसानों का अंत हो गया।
  •  पूंजी पतियों का जीवन सफल हो गया।
  •  बड़े बड़े उद्योगों की स्थापना से गिरे प्रणाली समाप्त होने लगी।
  •  समाज का पतन प्रारंभ होना शुरू हो गया था।

3. राजनीतिक परिणाम

पूंजीपतियों के द्वारा औद्योगिक खेतों की पूर्ति के लिए राजनीति में भी हस्तक्षेप करना शुरू हो गया। वे अपने धन के बल पर संसद में पहुंचने लगे और अपने स्वास्थ्य की पूर्ति के लिए मजदूरों के हितों की उपेक्षा करने लगे और इसके बाद सर्वहारा वर्ग के लोगों ने पूंजी पतियों के अत्याचारों का शोषण के विरुद्ध आवाज बुलंद करनी शुरू की। श्रमिकों के आंदोलन ने सरकार को विवश कर दिया और अंत में सरकार ने विवश होकर फैक्ट्री एक्ट बनाने का निर्णय लिया। जिससे मजदूरों को सुविधाएं प्रदान करनी पड़ी। तो दोस्तों इस प्रकार के औद्योगिक क्रांति के कुछ परिणाम साबित हुए जो कि हमने आपको काफी डिटेल में समझाएं। मैं आशा करता हूं आपको हमारा लेख पसंद आया होगा।

संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Related FAQ)

औद्योगिक क्रांति क्या है?

किसी भी अर्थव्यवस्था का परिवर्तन वहां की औद्योगिक क्रांति कहलाता  है। जैसे कि पहले के समय किसी भी वस्तु को बनाने के लिए मशीनों का इस्तेमाल नहीं किया जाता था। लेकिन औद्योगिक क्रांति के कारण किसी भी चीज को बनाने के लिए मशीनों का इस्तेमाल किया जाने लगा।

औद्योगिक क्रांति का आरंभ कहां से हुआ?

इंग्लैंड द्वारा औद्योगिक क्रांति का आरंभ हुआ।

औद्योगिक क्रांति का आरंभ कब हुआ?

18वीं शताब्दी में इंग्लैंड में औद्योगिक क्रांति का आरंभ हुआ था।

औद्योगिक क्रांति का सबसे मुख्य कारण क्या था?

औद्योगिक क्रांति का मुख्य कारण लाभ कमाने की इच्छा थी औद्योगिक क्रांति के कारण ही अधिक से अधिक लाभ कमाया जा सकता था। क्योंकि इसके कारण अधिक से अधिक चीजों का निर्माण किया जा सकता था और उन्हें सही दामों पर बेचा जा सकता था।

औद्योगिक क्रांति के क्या परिणाम साबित हुए?

औद्योगिक क्रांति के परिणाम साबित हुए आर्थिक परिणाम, सामाजिक प्रभाव, राजनीतिक परिणाम। इन सभी परिणामों के बारे में डिटेल में जाने के लिए इस वेबसाइट पर आकर के इस लेख को पढ़ सकते हैं। यहां पर हमने सभी परिणाम के बारे में डिटेल में चर्चा की है।

निष्कर्ष (Conclusion) :- आज हमारे द्वारा आप सभी को इस ब्लॉग पोस्ट के अंतर्गत औद्योगिक क्रांति क्या है? | औद्योगिक क्रांति की शुरुआत, कारण और परिणाम इसके बारे में बताया गया है। यदि आप सब लोग भी इऔद्योगिक क्रांति के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते थे। तो हमारा यह लेख आपके लिए बहुत ही फायदेमंद साबित रहा होगा क्योंकि इसके अंतर्गत हमारे द्वारा आप सभी को इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी दे दी गई है। हमारे द्वारा दी गई यह संपूर्ण जानकारी आप सभी को अवश्य ही पसंद आई होगी। यदि आपको यह संपूर्ण जानकारी पसंद आती है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताइए। साथ ही इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले।

Mukesh Chandra

मुकेश चंद्रा ने बीटेक आईटी से 2020 में इंजीनियरिंग की है। वह पिछले 5 साल से सामाजिक.इन पर मुख्य एडिटर के रूप में कार्यरत हैं, उन्हें लेखन के क्षेत्र में 5 वर्षों का अनुभव है। अपने अनुभव के अनुसार वह सामाजिक.इन पर प्रकाशित किये जानें वाले सभी लेखों का निरिक्षण और विषयों का विश्लेषण करने का कार्य करते है।

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