Inspirational stories about life–
परेशानीयों का डट कर मुकाबला किजिये।
“सीढ़िया वो चढ़ते है जिन्हे छत पर चढ़ना होता है
वो तो उड़ान भरते है जिन्हे आसमान छूना होता है।”
शीर्षक :परेशानीयों का डट कर मुकाबला
करो।
एक बार एक इंसान बहुत परेशानी मे था।उसकी love life खराब हो चुकी थी, फ़ैमिली वाले साथ नहीं दे रहे थे, बिज़नस जो है वो डूब चुका था। कुल मिलाकर उसकी जिन्दगी मे कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा था।
एक परेशानी खत्म नहीं होती कि दूसरी आ जाती है।
अपनी जिन्दगी से वह इतना परेशान हो चुका था कि उसने अपनी जिन्दगी को ख़त्म करने की सोच ली थी।
उसने सोचा कि मै अपनी जान कैसे दूँ, अंत मे उसने सोचा कि मै पहाड़ से कूदकर अपनी जान दूँगा।
इसीलिए वह एक पहाड़ की चोटी पर पहुंच गया।
उठो जागो और भागो और तब तक ना रुको जब तक सफलता ना मिल जाए।
उसने वहा देखा कि वहा पर पहले से एक बाबाजी तपस्या कर रहे हैं।
बाबाजी ने सुनसान मे एक व्यक्ति को देखा तो पूछा कि तुम यहाँ क्या कर रहे हो और यहां तक कैसे पहुँचे?
इंसान ने अपने बारे मे बताते हुए कहा कि मै बहुत परेशान हूँ मेरी जिन्दगी मे एक परेशानी ख़त्म नहीं होती कि दूसरी आ जाती है।
बाबाजी ने कहा कि इन परेशानियों का एक उपाय है और मै तुम्हें कुछ बताना चाहता हूँ लेकिन इसके लिए तुम्हें मेरे साथ चलना होगा।
बाबाजी ने उस इंसान को साथ मे लिया और दोनों साथ साथ पहाड़ से उतरे।
ये कहानी आपके जीवन को बदल देगी।
वो रात मे सफर करने लगे सफ़र करते करते बीच मे रेगिस्तान आ गया रेगिस्तान मे एक जगह ऊँट का व्यापारी अपने ऊँट के साथ आराम कर रहा था।
तो बाबाजी ने बोला कि आज रात हम यही रुकेंगे यही आराम करेंगे और कल सुबह यहा से जाएँगे।
जैसे ही रात हुई सोने का समय हुआ तो बाबाजी ने उस व्यक्ति को अपने पास बुलाया और कहा कि ये व्यापारी जो है बहुत बीमार है इसे परेशानी ना हो इसीलिए जब तक ये सारे ऊँट सो नहीं जाते तब तक तुम मत सोना।
मेरा इतना सा काम तुम्हें करना होगा।
ऊपर वाले पर भरोसा रखो वो कुछ बुरा नहीं होने देगा।
तो उस व्यक्ति ने कहा कि ठीक है कर दूँगा आपने कहा है टालूंगा नहीं हो सकता है इसमे कुछ बात छीपी हो।
अगले सुबह बाबाजी उस इंसान के पास पहुँचे और पूछा कि क्या हुआ निंद तो तुम्हें आई ना अच्छे से तुम सो तो पाए ना?
व्यक्ति ने कहा महाराज मै ठीक से सो भी नहीं पाया, यहा एक ऊँट सोता तो दूसरा उठ जाता रात भर मै सो नहीं पाया इस वजह से।पूरी रात इन्होने मुझे परेशान किया है।
बाबाजी ने बोला यही बात तो मै तुम्हें समझाना चाह रहा था कि हमारे जीवन में भी कुछ ऐसा ही होता है एक परेशानी ख़त्म नहीं होती कि दूसरी परेशानी आ जाती है।
दो तोतों की कहानी।
एक से दो, दो से तीन।परेशानियाँ कभी ख़त्म ही नहीं होती। परेशानीयों का डट कर मुकाबला किजिये यदि आप मुकाबला नहीं कर सकते हैं तो आप हमेशा परेशान रहेंगे।
निष्कर्ष :-
हम सब के साथ भी यही होता है एक परेशानी ख़त्म नहीं होती कि दूसरी आ जाती है। जबकि ये सब कोई बड़ी परेशानी नहीं होती लेकिन हम इसे बड़ी परेशानी मान लेते हैं और दिन भर परेशान रहते हैं। अब ये आप पर निर्भर करता है कि आप परेशानीयों का मुकाबला करेंगे या परेशानीयों से दूर भागेंगे ताकि आपके जीवन मे कभी परेशानी आए ही नहीं। आपको ये स्टोरी कैसी लगी हमें कमेंट करके बताए ताकि भविष्य मे हम इस तरह की कहानियाँ लाते रहे। धन्यवाद।