इंटर्नशिप क्या है? इंटर्नशिप कहां और कैसे करें?

दोस्तों, सभी अभ्यर्थियों ने इंटर्नशिप का नाम अवश्य सुना होगा। कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले विद्यार्थी इंटर्नशिप से अच्छी तरह अवगत होंगे। जब आप किसी कॉलेज से कोई प्रोफेशनल कोर्स करते हैं, तो उसके प्रैक्टिकल ज्ञान के लिए आपको इंटर्नशिप करनी होती है। जिससे आपको काफी अच्छा ज्ञान प्राप्त होता है और आप अपनी पढ़ाई का उपयोग अपने जीवन में भी कर सकते हैं । परंतु अधिकतर विद्यार्थियों के मन में यह सवाल होता है कि वह इंटर्नशिप कहां और कैसे करें? इसलिए हमारे द्वारा आप सभी को इस लेख में Internship kya hota hai? Internship kaha aur kaise kare? इसके बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है।

बहुत से ऐसे विद्यार्थी हैं, जो इंटर्नशिप के बारे में बहुत कम जानकारी रखते हैं क्योंकि उनके कॉलेज में इंटर्नशिप से संबंधित कोई भी स्टेप नहीं लिया जाता है, परंतु जब वह किसी प्रोफेशनल कोर्स को करके कॉलेज से बाहर निकलते हैं। तो उन्हें जॉब के लिए व्यवहारिक ज्ञान की आवश्यकता पड़ती है। इसीलिए आपको इंटर्नशिप के बारे में संपूर्ण जानकारी पता होनी चाहिए। यही कारण है कि हमारे द्वारा आपको इस लेख में What is an internship? How to do an internship? Benefits of internship? आदि के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है। इससे संबंधित अधिक जानकारी के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

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इंटर्नशिप क्या होता है? (What is an Internship?)

अब हमारे द्वारा आप सभी को यहां सबसे पहले What is an internship? इसके बारे में बताया जा रहा है इंटर्नशिप का सीधा अर्थ कम अवधि में कार्य का अनुभव प्राप्त करने से होता है। इसे आप आसान भाषा में ऐसे समझ सकते हैं, कि जब आप किसी कंपनी में 3 महीने 6 महीने या 9 महीने के लिए कार्य करते हैं। ताकि आप प्रेक्टिकल ज्ञान को प्राप्त कर सकें, तो इस पूरी प्रक्रिया को ही इंटर्नशिप के नाम से जाना जाता है। इंटर्नशिप को हम हिंदी में प्रशिक्षुता कहते हैं।

इंटर्नशिप क्या है? इंटर्नशिप कहां और कैसे करें?

इंटर्नशिप के बाद आप अपने कार्य के बारे में अधिकतर जानकारी प्राप्त कर लेते हैं और आपमें अपने कार्य को करने की स्किल्स विकसित हो जाती हैं। यदि आप लोग बीबीए, एमबीए, एमबीबीएस या फिर इंजीनियरिंग का कोर्स करते हैं, तो इसके लिए आपको खासकर इंटर्नशिप करने की जरूरत पड़ती है। जब आप इंटर्नशिप को पूरा कर लेते हैं, तब उस कंपनी के द्वारा आपको एक सर्टिफिकेट दिया जाता है। जिसके अंतर्गत एक निश्चित अवधि तक आपके द्वारा किए गए कार्य का उल्लेख देखने को मिलता है।

आपका सर्टिफिकेट इस बात का गवाह होता है कि आपने कंपनी के द्वारा क्या सीखा है और वहां किस प्रकार का कार्य किया है? इसके सिवा आपको अपनी खुद की एक रिपोर्ट भी बनानी होती है। जिसे आपको अपने कॉलेज या विश्वविद्यालय के अंतर्गत सबमिट करना होता है। जिसके आधार पर कॉलेज या विश्वविद्यालय के द्वारा आपको इंटर्नशिप के मार्क्स दिए जाते हैं। इससे आपकी परसेंटेज भी काफी अच्छी हो जाती है।

इंटर्नशिप कितने प्रकार की होती है? (How many types of internship?)

इंटर्नशिप किसी भी विद्यार्थी के जीवन का एक अहम हिस्सा होता है, परंतु इंटर्नशिप भी कई प्रकार की होती है। इसके बारे में भी आपको जानकारी हासिल करनी होगी। ताकि आप निश्चित कर सकें कि आपको किस प्रकार की इंटर्नशिप करनी है। इसलिए हमारे द्वारा आप सभी को यहां How many types of internship? के बारे में बताया गया है। यह संपूर्ण जानकारी निम्न प्रकार है-

1. पेड इंटर्नशिप (Paid internship) :-

पेड इंटर्नशिप एक प्रकार की इंटर्नशिप होती है। जब आप किसी कंपनी या इंस्टिट्यूट में इंटर्नशिप करते हैं, तब कंपनी या इंस्टिट्यूट के द्वारा आपको पैसे भी दिए जाते हैं। इस प्रकार की पेड इंटर्नशिप बड़ी-बड़ी कंपनी और संस्थान के द्वारा दी जाती है। ताकि आप अपने संपूर्ण खर्चों को स्वयं उठाने में सक्षम हो सके। 

यदि उदाहरण के तौर पर बताया जाए, तो एमबीबीएस करने के बाद जब आप किसी कॉलेज में इंटर्नशिप करते हैं, तो उस कॉलेज के द्वारा आपको इंटर्नशिप के पैसे दिए जाते हैं। इस प्रकार पेड इंटर्नशिप करने वाले छात्रों को पैसों से संबंधित बहुत कम परेशानी होती है।

2. अनपेड इंटर्नशिप (Unpaid internship) :-

अनपेड इंटर्नशिप के बारे में यदि बताया जाए, तो इसके नाम से ही आप समझ सकते हैं कि इस इंटर्नशिप के अंतर्गत आपको पैसे नहीं दिए जाते हैं। इस इंटर्नशिप को करके आपको केवल सर्टिफिकेट प्राप्त होता है। इसलिए इसे अनपेड इंटर्नशिप कहते हैं। इस प्रकार की इंटर्नशिप को विशेष कर एनजीओ और सामाजिक संस्थान के द्वारा कराया जाता है। इसके अलावा अस्पताल, यूनिवर्सिटी इत्यादि के माध्यम से भी अनपेड इंटर्नशिप को कराया जाता है।

3. समर इंटर्नशिप (Summer internship) :-

समर इंटर्नशिप को गर्मियों के मौसम में आयोजित किया जाता है। इस प्रकार की इंटरशिप के अंतर्गत छोटे बच्चे भी भाग ले सकते हैं। जिसके अंतर्गत उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। इस प्रकार की इंटर्नशिप को आप फुल टाइम और पार्ट टाइम दोनों प्रकार से करने में सक्षम हो पाते हैं। समर इंटर्नशिप की अवधि 1 महीने से लेकर 1 साल तक की होती है।

4. वर्क रिसर्च इंटर्नशिप (Work research internship) :-

वर्क रिसर्च इंटर्नशिप मुख्य तौर पर किसी कोर्स को कर रहे फाइनल ईयर के स्टूडेंट के द्वारा किया जाता है। इसके अंतर्गत छात्रों को इंटर्न कंपनी और संस्थान के ऊपर रिसर्च करनी पड़ती है। इसके बाद इस रिसर्च रिपोर्ट को अपने कॉलेज, संस्थान के अंतर्गत सबमिट करना होता है। उसके आधार पर कॉलेज के द्वारा छात्रों को नंबर दिए जाते हैं।

5. वर्चुअल इंटर्नशिप (Virtual internship) :-

वर्चुअल इंटर्नशिप वह इंटर्नशिप होती है, जिसे आप ऑनलाइन माध्यम से करने में सक्षम होते हैं। इस इंटर्नशिप को करने के बाद भी आपको प्रैक्टिकल ज्ञान मिलता है। साथ ही साथ आपको एक सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जाता है।

इंटर्नशिप कैसे करें? (How to do an Internship?)

बहुत से कॉलेज और संस्थान के द्वारा यह फैसला पूर्ण रूप से आप पर छोड़ा जाता है कि आप कहां इंटर्नशिप करना चाहते हैं। इसके बाद छात्रों में इंटर्नशिप कैसे करें? इस बात का बहुत डर बैठ जाता है, परंतु आपको डरने की आवश्यकता नहीं है। 

क्योंकि हमारे द्वारा आप सभी को यहां How to do an internship? के बारे में विस्तार पूर्वक बताया जा रहा है। हमारे द्वारा आपको दी गई जानकारी को यदि आप अपनाते हैं, तो एक अच्छी जगह से इंटर्नशिप करने में सक्षम हो सकेंगे। यह संपूर्ण जानकारी आप सभी को निम्न प्रकार दी गई है।

1. कॉलेज या यूनिवर्सिटी की मदद से (With the help of College and university) 

यदि आप किसी प्रोफेशनल कोर्स को किसी बड़े कॉलेज यूनिवर्सिटी की मदद से कर रहे हैं, तो आपको इंटर्नशिप के लिए परेशान होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि बड़े-बड़े कॉलेज और यूनिवर्सिटी के अंतर्गत बड़ी-बड़ी कंपनियां आकर छात्रों को खुद अपनी कंपनी में इंटर्नशिप के लिए हायर करती हैं। बस कंपनी के द्वारा किसी भी छात्र को हायर करने के लिए एक छोटा सा इंटरव्यू लिया जाता है।

परंतु जब आप कंपनी के द्वारा लिए गए इंटरव्यू में पास हो जाते हैं। तब आपको कंपनी इंटर्नशिप के लिए हायर करती है, परंतु यदि आपके कॉलेज में कोई भी कंपनी इंटर्नशिप के लिए नहीं आती है। तब ऐसी स्थिति में आप अपने कॉलेज या विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल से संपर्क करने में सक्षम हो सकते हैं। वहां से आपको इंटर्नशिप ढूंढने में पूरी मदद हासिल होगी।

2. कंपनी में आवेदन करें (Apply in company) 

यदि छात्रों को अपने कॉलेज या इंस्टीट्यूट की सहायता से इंटर्नशिप करने का मौका प्राप्त नहीं होता है, तो वह खुद किसी भी कंपनी में जाकर इंटर्नशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए छात्रों को सबसे पहले अपनी स्ट्रीम से संबंधित कंपनी का चुनाव करना होगा।

ताकि आप अपने स्ट्रीम से संबंधित कंपनी में इंटर्नशिप के लिए आवेदन करने में सक्षम हो सके। उदाहरण के लिए मान लीजिए आपने रिटेल से संबंधित कोर्स किया है, तो आपको रिटेल संबंधी कंपनी में ही इंटर्नशिप के लिए आवेदन करना चाहिए। ताकि आप इससे संबंधित कार्य को सीख सकें।

3. ऑनलाइन माध्यम से इंटर्नशिप खोजें (Search internship through online) 

यह बात तो आप सब जानते हैं कि आज का दौर टेक्नोलॉजी का है, तो आप इधर-उधर भटक कर अपना समय बर्बाद करने से अच्छा है कि ऑनलाइन माध्यम से इंटर्नशिप को तलाश करें। आज के समय में आप ऑनलाइन माध्यम से अपने कार्य को बहुत आसान बना सकते हैं। यदि आप ऑनलाइन माध्यम से इंटर्नशिप को तलाश करना चाहते हैं, तो नीचे दी गई वेबसाइट की सहायता से कर सकते हैं। जहां पर आपको आसानी से इंटर्नशिप करने का मौका प्राप्त हो सकता है। यह वेबसाइट निम्न प्रकार है-

  • (Internshala.com)
  • Linkedin (in.linkedin.com)
  • stuMagz (stumagz.com)
  • Glass Door (glassdoor.com)
  • Letsintern (www.letsintern.com)

इंटर्नशिप करने के फायदे? (Benefits of Internship?) 

यदि आप लोग इंटर्नशिप के फायदे के बारे में जानकारी हासिल करना चाहते हैं, तो हमारे द्वारा आप सभी को नीचे Benefits of internship? के बारे में बिंदुओं के माध्यम से बताया है। यह संपूर्ण जानकारी निम्न प्रकार दी गई है-

  • इंटर्नशिप का मुख्य कार्य यह होता है कि आपको अपने काम के प्रति अनुभव प्राप्त होता है। साथ ही आपको यह समझ आता है कि आपको अपने कोर्स से संबंधित कौन-कौन से कार्य अपनी जॉब के दौरान करने पड़ सकते हैं।
  • इंटर्नशिप के माध्यम से आपके अंदर हुनर विकसित होता है। साथ ही आपको अपनी कमजोरी का भी पता चलता है।
  • इंटर्नशिप के दौरान आप किसी कंपनी में किसी व्यक्ति के अंतर्गत कार्य करते हैं, जब वह आपको आपके काम का फीडबैक देता है। तब आप अपने बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर पाते हैं।
  • कई बार कंपनी के लोगों के द्वारा आपको आपकी छोटी-छोटी गलतियों को सुधारने के लिए कहा जाता है तथा आप कहां-कहां गलती कर रहे हैं, इस बारे में बताया जाता है। इसमें सुधार करके आप खुद को अपने काम में परफेक्ट बना सकते हैं।
  • पेड इंटर्नशिप की सहायता से इंटर्नशिप करने पर आप पैसे भी कमाने में सक्षम होते हैं।
  • जिस कंपनी में आप इंटर्नशिप करते हैं। यदि आपका कार्य उस कंपनी को अच्छा लगता है, तो आगे चलकर उस कंपनी के द्वारा आपको जॉब भी दी जा सकती है।
  • इंटर्नशिप के माध्यम से आपको वर्क एनवायरनमेंट की जानकारी होती है तथा आपको पता चलता है कि आपको किस प्रकार कार्य करना होता है।
  • इंटर्नशिप के दौरान बहुत सी छोटी- छोटी बातों जैसे:- अपने बॉस से कैसा व्यवहार रखना है, अपने सीनियर से किस प्रकार बात करनी है और कंपनी ने अपने संबंध कैसे बनाना है। आदि के बारे में आप सब जानकारी प्राप्त करते हैं।
  • इंटर्नशिप करने के बाद छात्रों का कॉन्फिडेंस बढ़ जाता है क्योंकि इस दौरान आप जिन चीजों को सिखाते हैं। वह भविष्य में आपका काम आती हैं।
  • हमारे द्वारा ऊपर आपको इंटर्नशिप के फायदे के बारे में बता दिया गया है। ऊपर दिए गए संपूर्ण फायदे आपको तभी मिलते हैं, जब आप इंटर्नशिप करते हैं।

इंटर्नशिप के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें? (Things to keep in mind during internship?)

इंटर्नशिप के दौरान छात्रों को कुछ बातें ध्यान में रखनी होती हैं, परंतु बहुत से लोगों को इनके बारे में जानकारी नहीं होती है। इसलिए हमारे द्वारा आप सभी को नीचे इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी दी गई है। जो कि निम्न प्रकार है-

  • इंटर्नशिप के दौरान आपको हमेशा प्रोफेशनल भाषा का इस्तेमाल करना है। साथ ही अपने व्यवहार को शांत और शालीन रखना होगा तथा अपने सभी साथियों के साथ अच्छा व्यवहार करें। गलत व्यवहार करने पर आपका इंपैक्ट आपकी इंटर्नशिप रिपोर्ट पर गलत पड़ता है।
  • इंटर्नशिप करते समय आपको समय का पाबंद होना आवश्यक होगा साथ ही साथ आपको सभी अनुशासन का पालन करना होगा।
  • शुरुआत में कुछ समय तक कंपनी के वातावरण और नियमों को समझने की कोशिश करें। ताकि कंपनी के वातावरण और नियमों के अनुसार आप खुद को ढालने में सक्षम हो सके।
  • कंपनी के द्वारा जो जिम्मेदारी आपको दी जाती है, उन्हें आपको अच्छी तरह समझने के साथ-साथ अच्छी तरह पूरा भी करना होगा।
  • इंटर्नशिप करने के लिए आप तभी आते हैं, जब आपको अपने काम से संबंधित अनुभव नहीं होता है। इसलिए आपको जब किसी कार्य में कोई परेशानी आए, तो आप अपने से सीनियर व्यक्ति से पूछने में बिल्कुल ना घबराएं। साथ ही अपने नोट्स बनाएं, ताकि अपनी गलतियों को उसमें नोट डाउन करते रहें।
  • यदि आप जिस कंपनी में इंटर्नशिप करते हैं उसी में नौकरी करना चाहते हैं, तो आपको अपने परफॉर्मेंस को अच्छा रखना होगा। साथ ही साथ वहां के लोगों के साथ अपने नेटवर्क अच्छे बनाने होंगे। ताकि आप इस कंपनी में आसानी से जॉब प्राप्त कर सकें।
  • कुछ लोग इंटर्नशिप को पैसे कमाने का जरिया समझते हैं, परंतु यह गलत है आपको इंटर्नशिप कार्य के अनुभव को सीखने के मकसद से करनी चाहिए। जो कि भविष्य में आपको बहुत अधिक फायदा पहुंचाएगा।
  • ऊपर दी गई सभी बातें आपको इंटर्नशिप के दौरान ध्यान रखनी होगी। ताकि आप अपने परफॉर्मेंस को अच्छा कर सके और अच्छे से कार्य सीख सकें।

इंटर्नशिप कहां और कैसे करें? इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर (FAQs):- 

Q:- 1. इंटर्नशिप किसे कहते हैं?

Ans:- 1. जब आप किसी कॉलेज या यूनिवर्सिटी के अंतर्गत कोई प्रोफेशनल या टेक्निकल कोर्स करते हैं, तो इन कोर्स के लास्ट ईयर स्टूडेंट को कुछ अवधि के लिए किसी कंपनी या संस्थान के अंतर्गत प्रैक्टिकल नॉलेज प्रदान करने हेतु भेजा जाता है। इस प्रक्रिया को ही इंटर्नशिप कहते हैं, इंटर्नशिप को हिंदी में “प्रशिक्षुता” के नाम से जाना जाता है।

Q:- 2. इंटर्नशिप के उद्देश्य क्या है?

Ans:- 2. इंटर्नशिप का उद्देश्य यह होता है कि जिन छात्रों ने अपने भविष्य के लिए जिस कोर्स को किया है। उसकी प्रैक्टिकल नॉलेज का ज्ञान उन्हें पूर्ण रूप से प्राप्त हो सके। ताकि भविष्य में वह किसी भी क्षेत्र में नौकरी हेतु परेशानी का सामना ना उठाएं और उन्हें अपने कोर्स से संबंधित सभी कार्य अच्छे से आ सके। इसके लिए छात्रों को इंटर्नशिप सर्टिफिकेट भी दिया जाता है।

Q:- 3. इंटर्नशिप कितने प्रकार की होती हैं?

Ans:- 3. इंटर्नशिप करने के लिए हम आपको बता दे, आपको पहले इंटर्नशिप के प्रकार को सुनिश्चित करना होगा। इंटर्नशिप मुख्ता पांच प्रकार की है- पेड इंटर्नशिप, अनपेड इंटर्नशिप, समर इंटर्नशिप, वर्क रिसर्च इंटर्नशिप और वर्चुअल इंटर्नशिप। यदि आप चाहे तो इन इंटर्नशिप में से कोई भी इंटर्नशिप करके इंटर्नशिप सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हैं।

Q:- 4. पेड इंटर्नशिप किसे कहते हैं?

Ans:- 4. पेड इंटर्नशिप एक प्रकार की इंटर्नशिप होती है, इस इंटर्नशिप के अंतर्गत जो छात्र जिस कंपनी या संस्थान के अंतर्गत कुछ अवधि के लिए कार्य करने के लिए जाता है। उसे उस कंपनी या संस्थान के द्वारा पैसे दिए जाते हैं। ताकि उसकी जेब खर्च निकल सके। इस प्रकार की इंटर्नशिप को पेड इंटर्नशिप के नाम से जाना जाता है।

Q:- 5. वर्चुअल इंटर्नशिप क्या होती है?

Ans:- 5. वर्चुअल इंटर्नशिप की सहायता से कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन माध्यम से इंटर्नशिप प्राप्त करने में सक्षम होता है। इसमें भी उसे सर्टिफिकेट मिलता है और अपने कार्य को करने का प्रैक्टिकल ज्ञान भी प्राप्त होता है। यह उन लोगों के लिए बेहद अच्छा है, जो पार्ट टाइम जॉब करने के साथ-साथ अपनी इंटर्नशिप पूरी करना चाहते हैं।

Q:- 6. इंटर्नशिप के फायदे क्या होते हैं? 

Ans:- 6. दोस्तों, इंटर्नशिप के विभिन्न फायदे आप लोगों को देखने के लिए मिल सकते हैं, परंतु यदि आप आप इंटर्नशिप के संपूर्ण फायदों की जानकारी विस्तार पूर्वक प्राप्त करना चाहते हैं, तो हमारे द्वारा आप सभी को ऊपर लेख में Benefits of internship? के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई है। आप ऊपर से यह जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion):- दोस्तों, हमारे द्वारा आप सभी को आज इस आर्टिकल के अंतर्गत इंटर्नशिप से संबंधित संपूर्ण जानकारी दी गई है। हमने आपको इस लेख में Internship kya hota hai? Internship kaise kare? Internship karne ke fayde? आदि के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है। जिन लोगों ने आज से पहले इंटर्नशिप के बारे में कोई जानकारी प्राप्त नहीं की होगी और जो लोग यह जानना चाहते हैं की इंटर्नशिप कहां और कैसे करें? उनके लिए हमारा यह लेकर फायदेमंद साबित रहा होगा। साथ ही यदि आप लोगों को इस जानकारी से संबंधित कोई भी समस्या उत्पन्न होती है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताइए। तथा इस लेख को अधिक से अधिक दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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