एलएलएम क्या होता है? एलएलएम कैसे करें? LLM kya hota hai

हमारे देश में वकील बनने के लिए एलएलएम कोर्स सबसे ज्यादा पॉपुलर है। इस कोर्स को करने के बाद एडवोकेट बनने की रहा आसान हो जाती है। यह इंटरनेशनल करियर के साथ कई सैलरी की नौकरी दिलाने में सहायक है। एलएलएम का फुल फॉर्म मास्टर ऑफ लेजिस्लेटिव ला होता है। यह  स्नातकोत्तर डिग्री कोर्स है। मास्टर आफ लॉ 2 वर्षीय पाठ्यक्रम है। मास्टर की यह डिग्री आपको कई सारे क्षेत्र में विशेषज्ञता देने का काम करती है।

( LLM Course) इसके साथ विशेष फील्ड में इंसेंटिव रिसर्च के जरिए विस्तृत जानकारी देने में मदद भी करता है। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको एलएलएम क्या होता है ( LLM kya hota hai ) के विषय में जानकारी देंगे अगर आपको इस विषय में जानकारी चाहिए तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पड़े ।

एलएलएम की फुल फॉर्म क्या होता है? (Full form of LLM )

एलएलएम की फुल फॉर्म क्या होती है। इस विषय में आपको नीचे बता रहे हैं। हिंदी में या आम बोलचाल में हम लॉ ही कहते हैं। लॉ शब्द लैटिन भाषा से आया है। जहां इसे लेगुम मजिस्टर कहा जाता है। दरअसल इसका मतलब भी कानून के मास्टर यानी पोस्ट ग्रैजुएट डिग्री भी होता है। वैसे आप लोग लॉ को मास्टर ऑफ लॉ भी कहते हैं।

LLM kya hota hai

एलएलएम की क्वालिफिकेशन क्या है? ( Qualification of LLM Course )

आपने यह तो जान लिया है कि एलएलएम क्या होता है। और एलएलएम का फुल फॉर्म क्या होता है। आप जानते हैं, लॉ करने के लिए क्वालिफिकेशन क्या होनी चाहिए।

  •  आपको कम से कम लॉ पास होनी चाहिए। यानी आपके पास वकालत ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
  • आपने 12वीं करके इंटीग्रेटेड लॉ किया हो या फिर ग्रेजुएशन करके लॉ किया हो आप एलएलएम के लिए एलिजिबल होते हैं।
  • एलएलबी में आपके नंबर कम  से कम 50% नंबर होने चाहिए।
  • एलएलएम करने के लिए कोई अधिकतम उम्र सीमा नहीं होती।
  • यदि न्यूनतम उम्र की बात करें तो ऐसे 17 वर्ष भी 
  • लिया जा सकता है। क्योंकि जो बच्चे 12वीं के बाद सीधे इंटीग्रेटेड लब करते हैं। वह लगभग इसी उम्र से शुरुआत करते हैं। फिर आगे चलकर वह एलएलएम भी कर सकते हैं।

एलएलएम करने के फायदे ( Benefit of  LLM )

एलएलएम  करने के फायदे हम आपको नीचे बता रहे हैं।

  • एलएलएम करने के बाद विधि नियमों की समाज बढ़ती है और लॉ से जुड़े विविध विषय में एक्सपर्ट हो जाते हैं।
  • एलएलएम करने के बाद आप पोस्ट ग्रेजुएट कहलाते हैं।
  • एलएलएम की डिग्री कानून के एक विशेष क्षेत्र के अनुसंधान के माध्यम से विशेष ज्ञान लेने में सक्षम बनाती है।
  • एलएलएम की डिग्री लेने के बाद आपकी प्रैक्टिस नॉलेज बहुत ज्यादा हो जाती है।
  • आईआईएम करने के बाद आप प्रेक्टिस करने के अलावा विशेष कानूनी सलाहकार के तौर पर अपनी सेवाएं दे सकते हैं।

एलएलएम की डिग्री क्यों है जरूरी?

लॉ कॉलेज से ग्रेजुएट होने के बाद आप प्रोग्रेसिव करियर बनाने के बारे में सोच रहे हैं। तो यह डिग्री आपके लिए बहुत शुरुआत बन सकती है। क्योंकि लॉ कई सारे क्षेत्र में स्पेशलाइजेशन प्रदान करती है। जैसे अंतरराष्ट्रीय कानून कॉर्पोरेट, कानून श्रम, कानून मानव अधिकार के साथ और भी बहुत कुछ एलएलएम की पूरी डिग्री करने के बाद आपके पास नौकरी के लिए कई सारे बेहतरीन अवसर होंगे। जो आपको बेहतरीन सैलरी भी देंगे जो की साधारण लो की बैचलर डिग्री से कई ज्यादा होगी।

एलएलएम कोर्स कैसे करें? ( LLM ka course kaise kare )

एलएलएम कोर्स कैसे करें इस विषय में हम आपको नीचे जानकारी देंगे।

  • 12th पास करें : सबसे पहले आपको 12th पास करना है 12th आप किसी विषय को लेकर पास कर सकते हैं।
  •  ग्रेजुएशन पूरा करें : उसके बाद आपको ग्रेजुएशन में एडमिशन लेना है। और ग्रेजुएशन पूरा करना है अगर आप ग्रेजुएट हो जाते हैं। उसके बाद आपको 3 साल का एलएलबी कोर्स पूरा करना होगा।
  • एलएलबी होन्स: अगर आप ग्रेजुएशन और लॉ दोनों कोर्सों  को एक साथ पूरा करना चाहते हो। तो आप ग्रेजुएशन करने की जरूरत नहीं है। 12 के बाद सीधे आपको एलएलबी होन्स में एडमिशन लेना होगा। यह कोर्स 5 साल में पूरा होता है। इस कोर्स में ग्रेजुएशन और लॉ दोनों की डिग्री प्राप्त हो जाती है।
  • एलएलएम में प्रवेश: जैसे आप बैचलर आफ लॉ कोर्स को पूरा कर लेते हैं। यानी आप एलएलबी डिग्री ले लेते हो। तो आपके लिए लॉ करने के रास्ते खुल जाते हैं। एलएलएम में प्रवेश दो तरीके से लिया जा सकता है। पहले आपको एंट्रेंस देकर और दूसरा डायरेक्ट किसी भी कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं।
  • एलएलएम की पढ़ाई पूरी कैसे करें: जैसे आप किसी कॉलेज में प्रवेश पा जाते हैं। उसके बाद आपको 2 साल की एलएलएम की पढ़ाई करनी है। पढ़ाई करते-करते आपको चार सेमेस्टर का एग्जाम देना है। उसके बाद आपको एलएलएम की डिग्री मिल जाएगी।

एलएलएम करने के बाद क्या करें?

लॉ की डिग्री हासिल करने के बाद छात्रा के पास कई रोजगार अवसर रहते है। अपने करियर सेटल करने के लिए एलएलएम की डिग्री पाने के बाद आप चाहे तो आगे की पढ़ाई कर सकते हैं। तैयारी करके न्याय पालिका न्यायालय शिक्षण क्षेत्र या सरकारी विभाग में अपना करियर बना सकते हैं। इसके अलावा चाहे तो एक प्राइवेट वकील के रूप में बड़ी आसानी से अपना करियर बना सकते हैं।

 किसी भी वकील के पास रहकर प्रेक्टिस करने के बाद अपना प्रचार प्रसार करने के बाद आप एक अच्छे वकील बन सकते हैं।  अक्सर लोग लॉ और एलएलएम घर के प्राइवेट वकील बनकर अच्छे पैसे कमाते हैं। नहीं तो राज्य सरकार की नौकरियां भी वकीलों को खुली रहती हैं। इससे आप आसानी से नियुक्त हो सकते हैं।

किसी भी फील्ड में पढ़ाई करने के बाद आपके पास कम से कम तीन रास्ते तो खुल जाते हैं। पहले है हायर स्टडीज का और दूसरा है सेल्फ एंप्लॉयमेंट या कहीं नौकरी करने का और तीसरा है कॉम्पिटेटिव एक्जाम देने का एलएलएम करने के बाद भी आपके पास यह तीनों रास्ते खुले रहते हैं। हम आपके एक के बाद एक तीनों डिटेल में बता रहे हैं।

हायर स्टडी :- इसमें आप लॉ करके आगे M Phil पीएचडी की पढ़ाई कर सकते हैं।

जॉब करना: आप लॉ करके या तो अपनी खुद की प्रैक्टिस शुरू कर सकते हैं। या फिर किसी लॉ फॉर्म कॉरपोरेट सेक्टर या गवर्नमेंट सेक्टर की नौकरी कर सकते हैं।

आप मानव अधिकारी आयोग जैसी संस्थाएं ज्वाइन कर सकते हैं। लॉ स्कूल में पड़ा सकते हैं। लॉ की किताबें लिख सकते हैं। लीगल एडवाइजर बन सकते हैं।

आप नोटरी बन सकते हैं। आप किसी ट्रस्ट से ट्रस्टी बन सकते हैं। ऐसे लोग जिनके पास काफी धन दौलत होती है। वह एक वकील को अप्वॉइंट  करके अपनी संपत्ति की देखरेख करते हैं। आप भी यह काम कर सकते हैं।

कॉम्पिटेटिव एक्जाम लॉ करके आप बहुत से कॉम्पिटेटिव एक्जाम की तैयारी कर सकते हैं। जैसे नीत यूपीएससी स्टेट लेवल पीएससी वकालत से जुड़े भी कई तरह के एग्जाम होते हैं। जैसे सिविल जज का एग्जाम जो कि आप कर सकते हैं।

एलएलएम के क्या स्पेशलाइजेशन होते हैं? (LLM ke speceligetion ) 

आपके पास हर तरह के पोस्ट ग्रेजुएशन में कई सब्जेक्ट आप्शन रहते हैं। जैसे आर्ट्स में इतिहास,अर्थशास्त्र,भूगोल, विज्ञान, में बायोलॉजी ,फिजिक्स इसी तरह लॉ में भी किसी तरह की स्पेशलाइजेशन होती है। आप इनमें से किसी भी एक सरिता चुनकर लॉ कर सकते हैं।

  • Taxation Law
  • Constitutional Law
  • Family Law
  • Insurance Law
  • Corporate Law
  • Human Rights
  • Corporate Law
  • Environmental Law
  • International Trade and Business Law
  • Criminal Law
  • Intellectual Property Law

एलएलएम के बाद सैलरी कितनी होती है?

यह सवाल आपके मन में अपना स्वाभाविक है। कि एलएम करने के बाद कितनी सैलरी मिलती है। देखिए इसके जवाब के लिए काफी बातें समझनी होगी। अगर आपने किसी टॉप की यूनिवर्सिटी से अच्छे नंबरों के साथ लम किया है। तो आप कम से कम 8 से 10 लाख सालाना से तो शुरुआत कर ही सकते हैं।

अगर खुद की प्रैक्टिस करते हैं। और वह अच्छी तरह जम गई तो फिर आपको इससे अच्छी भी सैलरी मिल सकती है। आपने यह सुनाई होगा। कि बड़े वकील एक हियरिंग का लाखों रुपए लेते हैं। यानी आप अपने टैलेंट के भी भरपूर कमाई कर सकते हैं। फिर भी एक एवरेज आमदनी की बात की जाए तो आप सालाना 5 से 8 लाख तो कमा ही सकते हैं।

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ)

एलएलएम की फुल फॉर्म क्या है?

यह लैटिन भाषा का शब्द है। इसलिए इसे लेगुम मजिस्टर कहा जाता है।

एलएलएम कितने साल का है?

एलएलएम 2 साल का कोर्स है।

अलार्म करने के लिए इसकी उम्र सीमा क्या है?

एलेन लम करने के लिए कोई न्यूनतम उम्र सीमा नहीं है लेकिन फिर भी बच्चे ट्वेल्थ की उम्र 17 होती है। जिस उम्र में बच्चे एडमिशन लेते हैं।

एलएलएम की सैलरी कितनी होगी?

अच्छी यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करते हैं। तो आपकी सैलरी 8 से 10 लाख सालाना हो सकती है।

 

निष्कर्ष 

आर्टिकल माध्यम से हम आपको बताना चाहते हैं। कि एलएलएम क्या होता है। ( LLM kya hota hai )के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है। तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।

हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की हुई जानकारी बिल्कुल ठोस व सटीक है। हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप शेयर करें हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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