M.Ed कोर्स क्या होता है? M.Ed कैसे करें?

दोस्तों, आज के समय में बहुत से अभ्यार्थी शिक्षक भी बनना चाहते हैं, परंतु शिक्षक बनने के लिए किसी भी व्यक्ति को शिक्षक संबंधित कोर्स करने होते हैं। शिक्षक बनने की शुरुआत ही कोई भी अभ्यर्थी B.Ed कर कोर्स करने के बाद ही करता है, परंतु B.Ed कोर्स एक बैचलर डिग्री कोर्स है। B.Ed करने के बाद भी लोग शिक्षा के क्षेत्र में मास्टर्स करना चाहते हैं, ताकि वह अपने विषय में महारत हासिल कर सकें और बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा दे सके। इसीलिए हमारे द्वारा आप सभी को इस लेख में M.ed kya hota hai? M.ed kaise kare? M.ed ki fees? आदि के बारे में विस्तार पूर्वक बताया जा रहा है।

एक अच्छे स्तर पर शिक्षक बनने के लिए आप सभी को हाय क्वालिफिकेशन प्राप्त करनी होती है। इसीलिए बैचलर डिग्री के साथ-साथ आप सभी को मास्टर डिग्री भी हासिल करनी होगी, परंतु बहुत से अभ्यार्थी ऐसे होंगे। जिन्हे मास्टर डिग्री के बारे में कोई भी जानकारी हासिल नहीं होगी। इसीलिए हमारे द्वारा आप सभी को इस लेख की सहायता से What is a M.ed course? How to do a M.ed course? Eligibility of M.ed course? Fees of M.ed course? आदि के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है। इससे संबंधित अधिक जानकारी के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

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एमएड क्या होता है? (What is a M.ed?)

आज के समय में बहुत से ऐसे युवा अभ्यार्थी है। जिन्हें एमएड से संबंधित कोई भी जानकारी नहीं है। इसीलिए हमारे द्वारा आप सभी को यहाँ सबसे पहले What is a M.ed? के बारे में बताया जा रहा है। M.Ed कोर्स शिक्षक बनने के क्षेत्र में मास्टर डिग्री का कोर्स होता है। यह कोर्स 2 वर्ष तथा 4 सेमेस्टर के पाठ्यक्रम में समाप्त होता है। इस कोर्स के अंतर्गत आप सभी को शिक्षक के माध्यम से नई तकनीक और डेवलपमेंट की जानकारी दी जाती है।

M.Ed कोर्स क्या होता है M.Ed कैसे करें

यदि आप लोग शिक्षक के क्षेत्र में देखें, तो बीएड और M.Ed एक बहुत ज्यादा प्रसिद्ध कोर्स है। B.ed बैचलर डिग्री कोर्स है, जिसकी तत्पश्चात ही आप M.Ed कोर्स कर सकते हैं। M.Ed कोर्स के अंतर्गत आपको आपके विषय में महारत हासिल हो जाती है। M.Ed कोर्स को वहीं छात्र करते हैं, जो अपना भविष्य शिक्षा के क्षेत्र में बनाना चाहते हैं। M.Ed कोर्स करने के बाद अभ्यार्थी को नौकरी के विभिन्न अवसर प्राप्त होते हैं।

 सरकारी शिक्षक और प्राइवेट शिक्षक दोनों ही क्षेत्र में एक अच्छा शिक्षक बनने के लिए आपको M.Ed कोर्स करना अनिवार्य होता है। इस कोर्स में शिक्षक पद के लिए अभ्यर्थियों को पूर्ण रूप से ट्रेन किया जाता है। इस कोर्स को पास करने के बाद कोई भी अभ्यार्थी शिक्षक के पद पर नौकरी करने में सक्षम हो सकता है। एमएड कोर्स को हम एक उच्च कोटि की पढ़ाई भी कह सकते हैं। एमएड कोर्स करने के बाद आपको अच्छी नौकरी प्राप्त करने के सभी रास्ते खुल जाते हैं।

एमएड की फुल फॉर्म क्या होती है? (What is the full form of M.ed?)

हम आपको यहां What is the full form of M.ed के बारे में बताने जा रहे है। ऐसा इसलिए है क्योंकि बहुत से अभ्यर्थी M.Ed के पूरे नाम को नहीं जानते हैं, यह कोर्स अपने शॉर्ट फॉर्म से बहुत अधिक प्रसिद्ध है। परंतु आप सभी को इसकी फुल फॉर्म की जानकारी भी होनी चाहिए। M.Ed की फुल फॉर्म Master of education होती है। आप सभी लोग इस कोर्स को पूरा करके शिक्षक के क्षेत्र में मास्टर डिग्री प्राप्त कर सकते हैं, परंतु M.Ed कोर्स करने से पहले अभ्यर्थियों को इसका बैचलर डिग्री कोर्स अर्थात बीएड करना होता है।

एमएड कैसे करे? (How to do M.ed?)

अब आप लोगों के मन में आया होगा की M.Ed कोर्स को कैसे किया जाए? तो हमारे द्वारा आप सभी को नीचे How to do M.ed course? के बारे में स्टेप बाय स्टेप जानकारी दी गई है। यदि आप नीचे दिए गए सभी स्टेप को ध्यानपूर्वक पढ़कर फॉलो करते हैं, तो आवश्यक तौर एमएड कोर्स सफलतापूर्वक कर सकेंगे। यह जानकारी निम्न प्रकार है-

1. 12वीं पास करें (Pass 12th class)

सबसे पहले आपको 12वीं कक्षा पास करनी होगी। यह तो आप सभी जानते हैं कि आप कोई भी कोर्स क्यों ना करें, इसके लिए आपको 12वीं कक्षा अच्छे नंबरों से पास करना अनिवार्य होता है। इसी प्रकार यदि आप एमएड कोर्स को करना चाहते हैं, तो इसके लिए भी आपको सबसे पहले इस चरण से होकर गुजरना होगा। आपको 11th में अपने इंटरेस्ट के अनुसार सब्जेक्ट का चुनाव करना है। ताकि आप 12वीं कक्षा में अच्छे नंबर प्राप्त कर सकें। कोशिश करें कि 12वीं कक्षा में आप कम से कम 60% अंक प्राप्त करें। ताकि आगे आपकी पढ़ाई बिना किसी परेशानी के हो सकें।

2. ग्रेजुएशन पूरी करें (Complete the graduation)

जैसे ही आप 12वीं कक्षा को 60% अंक के साथ पास करें। इसके पश्चात आपको ग्रेजुएशन कोर्स के लिए अप्लाई करना होगा। आप ग्रेजुएशन कोर्स के अंतर्गत बीए, बीएससी या बीकॉम आदि में से कुछ भी कर सकते हैं, परंतु यदि आप ग्रेजुएशन कोर्स किसी सरकारी कॉलेज से करते हैं, तो आपके लिए अधिक फायदेमंद साबित होगा। आप लोग जिस फील्ड में भी एक्सपर्ट बनना चाहते हैं, आपको ग्रेजुएशन उस फील्ड में करनी चाहिए। ग्रेजुएशन में भी आपके कम से कम 60% अंक चाहिए। इसलिए आपको ग्रेजुएशन की पढ़ाई भी बहुत मन लगाकर करनी होगी।

3. बीएड कोर्स करें (Do B.ed course)

ग्रेजुएशन कंप्लीट करने के बाद आपको B.Ed कोर्स के अंतर्गत एडमिशन लेना होगा। आपको B.Ed कोर्स में उन विषयों का चुनाव करना होगा। जिनको आपने ग्रेजुएशन में रखा है तथा जिनमे आप आगे चलकर पढ़ाई करना चाहते हैं। तभी आपको M.Ed में फायदा प्राप्त होता है। B.Ed में अच्छे अंक लाना आप सभी के लिए बेहद जरूरी होता है।

क्योंकि इन्हीं अंकों के आधार पर आपको एंट्रेंस एग्जाम में फायदा प्राप्त होता है। इसलिए आपको बीएड करते समय बहुत मेहनत करनी होती है। ध्यान रहे कि आपको बीएड में कम से कम 60 से 65% अंक प्राप्त करने होंगे। तभी आपको एंट्रेंस एग्जाम में लाभ प्राप्त हो सकता है।

4. एंट्रेंस एग्जाम दे और क्लियर करें (Give entrance and clear it)

जैसे ही आप बीएड कोर्स को कंप्लीट कर लेते हैं। इसके बाद आपको M.Ed कोर्स में एडमिशन प्राप्त करने हेतु एंट्रेंस एग्जाम से होकर गुजरना पड़ता है। यदि आप भारत की अच्छी यूनिवर्सिटी में दाखिला प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको एंट्रेंस एग्जाम के लिए आवेदन करना होता है। 

यह एंट्रेंस एग्जाम स्टेट या प्रत्येक यूनिवर्सिटी के द्वारा आयोजित कराया जाता है। यदि आप लोग M.Ed के एंट्रेंस एग्जाम को क्लियर कर लेते हैं, तो आपको भारत की अच्छी यूनिवर्सिटी के अंतर्गत M.Ed कोर्स करने का मौका प्राप्त होता है। अर्थात आपका एमएड कोर्स के अंतर्गत एडमिशन हो जाता है।

एमएड करने के लिए योग्यता? (Eligibility for doing M.ed?) 

एमएड कोर्स एक पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स है। जो 2 वर्ष का होता है। इस कोर्स को करने के लिए आपको कुछ क्वालिफिकेशन पूरी करनी होती है। जिसके तहत इस कोर्स के अंतर्गत आपका दाखिला होता है। 

बहुत से लोग ऐसे होंगे, जो एमएड कोर्स करने के लिए योग्यता की जानकारी नहीं रखते हैं। इसलिए हमारे द्वारा आप सभी को नीचे Eligibility for doing M.ed course? के बारे में बताया जा रहा है। यह जानकारी निम्न प्रकार है-

  • अभ्यार्थी को अपनी मनपसंद स्ट्रीम के साथ सबसे पहले 12वीं कक्षा पास करनी होती है।
  • 12वीं में अभ्यार्थी को आवश्यक तौर पर 60% अंक प्राप्त करने अनिवार्य होते हैं।
  • 12वीं कक्षा करने के बाद उम्मीदवार को ग्रेजुएशन डिग्री हासिल करनी होती है।
  • ग्रेजुएशन पूरी करने के पश्चात आपको 3 वर्ष का बीएड डिग्री कोर्स करना होता है।
  • B.Ed के अंतर्गत अभ्यर्थियों के कम से कम 55% से लेकर 60% अंक आने अनिवार्य होते हैं।
  • अमित करने के लिए आपको M.Ed कोर्स के अंतर्गत दाखिला प्राप्त करने हेतु एंट्रेंस एग्जाम से होकर गुजरना पड़ता है।
  • हमारे द्वारा आप सभी को ऊपर एमएड कोर्स करने की योग्यता के बारे में जानकारी दी गई है। आपको यह संपूर्ण क्वालिफिकेशन पूरी करनी होती है, तभी आप एमएड कोर्स के अंतर्गत एडमिशन प्राप्त कर पाते हैं।

एमएड कोर्स की फीस? (Fees of M.ed course?)

आईए अब हम आप सभी को यहां Fees of Med course के बारे में बताते हैं। बहुत से लोग होंगे जो M.Ed कोर्स की फीस के बारे में जानकारी हासिल करना चाहते हैं, परंतु हम आपको बता दें, किसी भी कोर्स की फीस कॉलेज और यूनिवर्सिटी के ऊपर पूर्ण तरह निर्भर करती है। हर कॉलेज की फीस भिन्न-भिन्न होती है, परंतु सरकारी कॉलेज के अंतर्गत M.Ed कोर्स की फीस कम होती है और प्राइवेट में इस कोर्स की फीस अधिक देनी होती है।

सरकारी कॉलेज की बात करें, तो इसके अंतर्गत एमएड कोर्स की फीस लगभग ₹20 हज़ार रुपए से लेकर ₹30 हज़ार रुपए प्रति वर्ष होती है, परंतु सरकारी कॉलेज में दाखिला प्राप्त करने के लिए आपको एक एंट्रेंस एग्जाम से होकर गुजरना पड़ता है। यदि आप इस एंट्रेंस एग्जाम को पास कर लेते हैं, तभी आप सरकारी कॉलेज में दाखिला प्राप्त करने हेतु सक्षम हो सकेंगे।

परंतु इसके लिए आपको बहुत मेहनत करनी होती है। यदि प्राइवेट कॉलेज की बात की जाए, तो यह अलग-अलग कॉलेज में अलग-अलग होती है। प्राइवेट कॉलेज में अनुमान के तहत यह फीस कम से कम ₹50 हज़ार रुपए से लेकर 1 लाख रुपए प्रतिवर्ष होती है, परंतु प्राइवेट कॉलेज के अंतर्गत एडमिशन प्राप्त करने हेतु आपको किसी एंट्रेंस एग्जाम को नहीं देना होता है और आप किसी भी समय प्राइवेट कॉलेज में दाखिला प्राप्त कर सकते हैं।

एमएड कोर्स क्यों करें? (Why do M.ed courses?)

बहुत से लोग यह जानना चाहते होंगे कि बीएड कोर्स करने के बाद M.Ed कोर्स क्यों किया जाए? तो हमारे द्वारा आप सभी को नीचे Why do Med course? के बारे में जानकारी दी जा रही है। यह संपूर्ण जानकारी निम्न प्रकार है-

  • नौकरी के बाजार में बड़ा हुआ मूल्य :- ऐसा देखा जाता है कि हाई स्कूल के स्तर पर शिक्षक के तौर पर एक मास्टर की बहुत आवश्यकता होती है। यही कारण है कि शिक्षण नौकरी के क्षेत्र में बहुत अधिक भार देखने को मिलता है। यदि छात्र M.Ed कोर्स कर लेते हैं, तो उन्हें मिडिल स्कूल शिक्षक के स्तर से आगे बढ़ने की अनुमति प्राप्त हो जाती है और वह 11वीं और 12वीं जैसी परीक्षाओं को पढ़ाने में सक्षम हो पाते हैं।
  • अपने शिक्षण कौशल का निर्माण करें :- यदि एमएड डिग्री की बात की जाए, तो यह मुख्य तौर पर टीचिंग मेथड, शिक्षा के दर्शन, पेडागोजी और टीचिंग टेक्नोलॉजी पर ध्यान देने के साथ-साथ शिक्षक बनने के विषय पर केंद्रित होती है। यह निश्चित रूप से किसी भी व्यक्ति को उसके शिक्षण कौशल को बेहतर बनाने में सहायता प्रदान करता है।
  • करियर की गतिशीलता :- जिन शिक्षकों के पास एडवांस डिग्री होती है। उन्हें स्कूल के प्रशासनिक पदों पर काम करने हेतु विभिन्न नौकरी के अवसर प्राप्त होते हैं। साथ ही साथ यह विशिष्ट बैचलर प्रशिक्षण के आधार पर अन्य शिक्षको हेतु सलाहकार का कार्य कर सकते हैं।
  • कमाई की क्षमता में वृद्धि :- जैसे-जैसे आपकी डिग्री बढ़ती जाती है, उसी प्रकार आपका वेतनमान भी बढ़ता जाता है। इसलिए एमएड डिग्री हासिल करने के बाद आप शिक्षक के क्षेत्र में उच्च वेतन प्राप्त करने हेतु सक्षम हो जाते हैं। भारत के अंतर्गत अहमद डिग्री धारकों की प्रतिवर्ष सैलरी INR 5.10 होती है। 

एमएड कोर्स का सिलेबस? (Syllabus of M.ed course?)

यदि आप लोग M.Ed कोर्स करने के इच्छुक हैं, तो आप सभी को M.Ed कोर्स के सिलेबस की जानकारी हासिल करनी चाहिए। हमारे द्वारा आप सभी को नीचे Syllabus of M.ed? के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है। यह संपूर्ण जानकारी निम्न प्रकार है-

सेमेस्टर – 1 (Semester – 1) :- M.Ed कोर्स के अंतर्गत पहले सेमेस्टर में आप सभी के द्वारा जिन विषयों का अध्ययन किया जाता है। उसकी जानकारी निम्न प्रकार है-

  • फिलोसॉफिकल फाउंडेशन ऑफ़ एजुकेशन – I
  • सोशियोलॉजिकल फाउंडेशन ऑफ एजुकेशन – I
  • साइकोलॉजिकल फाउंडेशन ऑफ़ एजुकेशन – I
  • रिसर्च कम्युनिकेशन एंड एक्सपोजिटरी राइटिंग स्किल्स
  • द मेथाडोलॉजी ऑफ़ एज्युकेशनल रिसर्च एंड एजुकेशनल स्टैटिसटिक्स – I
  • इनफॉरमेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी इन एडुकेशन

सेमेस्टर – 2 (Semester – 2) :- सेमेस्टर 2 के अंतर्गत निर्धारित किए गए विषयों की जानकारी निम्न प्रकार है-

  • फिलोसॉफिकल फाउंडेशन ऑफ़ एजूकेशन – II
  • सोशियोलॉजिकल फाउंडेशन ऑफ़ एजूकेशन – II
  • साइकोलॉजिकल फाउंडेशन ऑफ़ एजुकेशन – II
  • द मेथाडोलॉजी ऑफ़ एज्युकेशनल रिसर्च एंड एजुकेशनल स्टैटिसटिक्स – II
  • एजुकेशनल डाटा एनालिसिस थ्रू स्टैटिस्टिकल पैकेजस
  • प्रपोजल प्रिपरेशन एंड प्रेजेंटेशन

सेमेस्टर – 3 (Semester – 3) :- सेमेस्टर 3 उनके अंतर्गत आप लोगों को सेमेस्टर 1 और सेमेस्टर 2 से भिन्न विषयों के बारे में जानकारी दी जाती है। इसके बारे में हमारे द्वारा आप सभी को निम्न प्रकार बताया गया है-

  • करिकुलम स्टडीज
  • कोऑपरेटिव एजुकेशन
  • स्पेशल पेपर
  • डिसर्टेशन / स्पेशल पेपर
  • स्पेशलाइजेशन बेस्ड इंटर्नशिप

सेमेस्टर – 4 (Semester – 4) :- सेमेस्टर 4 M.Ed कोर्स के अंतर्गत होने वाला आखिरी सेमेस्टर होता है। इसके अंतर्गत आपको जिन विषयों का अध्ययन करना होता है, उसकी जानकारी निम्न प्रकार दी गई है- 

  • करिकुलम स्टडीज – II
  • कोऑपरेटिव एजुकेशन – II
  • स्पेशल पेपर्स
  • डिसर्टेशन / स्पेशल पेपर
  • इंटर्नशिप

भारत में एमएड कोर्स के लिए प्रमुख इंस्टिट्यूट? (Important institute for M.ed course in india?)

यदि आप लोग भारत के अंतर्गत उपस्थित प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी से M.Ed कोर्स करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम पास करना होता है। परंतु आप सभी को भारत के प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी के बारे में जानकारी होना आवश्यक है।

इसीलिए हमारे द्वारा आप सभी को नीचे Bharat mein Med course ke liye pramukh institute? के बारे में जानकारी दी जा रही है। यह संपूर्ण जानकारी निम्न प्रकार है-

  • गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (Guru govind singh indraprastha university)
  • दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली (Delhi university, New delhi)
  • अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़ (Aligarh muslim university, Aligarh)
  • बंगलौर विश्वविद्यालय (Bangalore university)
  • बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu university)
  • चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ (Chaudhary charan singh university, meerut)
  • जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर (Jai narayan vyas university, jodhpur)
  • एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा (Amity university, noida)
  • राजस्थान विश्वविद्यालय, कोटा (Rajasthan university, Kota)
  • सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, पुणे (Savitribai phule pune university, pune)
  • कोल्हन विश्वविद्यालय, जमशेदपुर (Kolhan university, jamshedpur)
  • मुंबई विश्वविद्यालय, मुंबई (Mumbai university, mumbai)

एमएड करने के बाद वेतन? (Salary after doing M.ed?) 

M.Ed करने के बाद अभ्यार्थी विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी करने हेतु सक्षम होते हैं। सभी छात्र सरकारी, सार्वजनिक, प्राइवेट स्कूल, पब्लिशिंग फॉर्म में इंस्ट्रक्टर, टीचर, काउंसलर और रिसर्चर आदि के रूप में काम करने हेतु सक्षम होते हैं। आप सभी की सैलरी पूरी तरह से आपकी नौकरी पर निर्भर करती है, परंतु आप जिस क्षेत्र में भी नौकरी करते हैं, आपको एक अच्छा वेतन ही प्राप्त होता है।

सरकारी क्षेत्र के अंतर्गत आपको बहुत अच्छा वेतन प्राप्त होता है, जो लगभग अनुभव के आधार पर लाखों में पहुंच जाता है। लेकिन प्राइवेट क्षेत्र में आपको शुरुआती तौर पर ₹20 हज़ार रुपए से लेकर ₹50 हज़ार रुपए तक वेतन प्राप्त होता है, जो अनुभव के आधार पर बढ़ता जाता है। इसलिए एमएड करने के बाद छात्र को अपने वेतन की फिक्र करने की आवश्यकता नहीं होती।

एमएड कोर्स क्या होता है? कैसे करें? इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर (FAQs):- 

Q:- 1. M.Ed कोर्स क्या होता है? 

Ans:- 1. M.Ed कोर्स एक मास्टर डिग्री कोर्स होता है जिसे करने के लिए अभ्यर्थियों को सबसे पहले B.Ed कोर्स करने की आवश्यकता होती है। इस कोर्स को करके छात्र अपने विषय में महारत हासिल कर लेते हैं क्योंकि इस कोर्स के अंतर्गत छात्रों को शिक्षक के माध्यम से नई तकनीक और डेवलपमेंट की जानकारी प्रदान की जाती है। M.Ed कोर्स की पढ़ाई करने के बाद छात्र एक अच्छी नौकरी प्राप्त करने में सक्षम होता है।

Q:- 2. M.Ed की फुल फॉर्म क्या होती है? 

Ans:- 2. दोस्तों, M.Ed की फुल फॉर्म लोगों को बहुत कम पता होती है क्योंकि यह कोर्स अपनी शॉर्ट फॉर्म के नाम से बहुत अधिक प्रसिद्ध है। M.Ed की फुल फॉर्म master of education होती है। इस कोर्स को हम तभी कर सकते हैं, जब हमने बीएड कोर्स अर्थात बैचलर आफ एजुकेशन कोर्स करा हुआ होता है। यह कोर्स 3 वर्ष का होता है।

Q:- 3. M.Ed कोर्स कैसे करें? 

Ans:- 3. M.Ed कोर्स करने के लिए आपको सबसे पहले 12th कक्षा अच्छे नंबरों के साथ पास करनी होती है। इसके बाद आपको ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करनी होती है। ग्रेजुएशन 60% अंक के साथ पास करने के बाद आप B.Ed कोर्स करें, जिसके पश्चात आपको एक एंट्रेंस एग्जाम देना होता है, इसे पास करने के बाद आप M.Ed कोर्स में एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं और M.Ed कोर्स कर सकते हैं।

Q:- 4. M.Ed कोर्स की फीस कितनी होती है? 

Ans:- 4. M.Ed कोर्स की फीस प्रत्येक इंस्टिट्यूट पर निर्भर करती है, यदि आप सरकारी विश्वविद्यालय से एमएड कोर्स करते हैं, तो आपको फीस कम देनी होती है। जोकि 10 हज़ार रुपए से लेकर 30 हज़ार रुपए के बीच में प्रति सलाना होती है। जबकि प्राइवेट इंस्टिट्यूट के अंतर्गत यह फीस ₹50 हज़ार रुपए से लेकर ₹1 लाख रुपए प्रति सालाना होती है।

Q:- 5. M.Ed कोर्स करने के बाद कितना वेतन प्राप्त होता है?

Ans:- 5. M.Ed कोर्स करने के बाद आप विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी करने हेतु सक्षम होते हैं। इसलिए आपका वेतन पूरी तरीके से नौकरी के प्रकार पर निर्भर करता है, परंतु फिर भी यदि आप सरकारी क्षेत्र में नौकरी करते हैं, तो आपको एक अच्छा वेतन प्राप्त होता है। जबकि प्राइवेट संस्थान में आपको शुरुआती तौर पर ₹20 हज़ार रुपए से लेकर ₹50 हज़ार रुपए तक वेतन प्राप्त होता है।

Q:- 6. M.Ed कोर्स को क्यों करना चाहिए?

Ans:- 6. बहुत से लोग ऐसे होते हैं, जो M.Ed कोर्स करने से पहले जानना चाहते हैं कि M.Ed कोर्स क्यों करना चाहिए? इसीलिए हमारे द्वारा आप सभी को लेख में Why do M.ed course? के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई है। यदि आप लोग यह जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो हमारे लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ कर यह जानकारी प्राप्त कर सकते हैं 

Q:- 7. M.Ed कोर्स कितने वर्ष का होता है?

Ans:- 7. M.Ed कोर्स एक मास्टर डिग्री कोर्स है। जिसे हम 3 साल के बीएड डिग्री कोर्स करने के बाद करते हैं। M.Ed कोर्स 2 वर्ष का होता है। जिसके अंतर्गत कर सेमेस्टर उपस्थित होते हैं। इन चार सेमेस्टर को पूरा करने के बाद ही हमारी M.Ed डिग्री हमें प्राप्त होती है, इसको करने से हम शिक्षण के क्षेत्र में हाई क्वालिफिकेशन प्राप्त कर लेते हैं, जिससे हमें अच्छी नौकरी प्राप्त होती है।

निष्कर्ष (Conclusion):- दोस्तों, हमारे द्वारा आप सभी को इस आर्टिकल की सहायता से एमएड कोर्स से संबंधित संपूर्ण जानकारी दी गई है। हमने आपको इस लेख में Med course kya hota hai? Med course kaise kare? Med course karne ke baad vetan? Med course ki fees? आदि के बारे में बताया है। हम उम्मीद करते हैं कि यदि आप सभी लोग M.Ed के बारे में जानकारी हासिल करना चाहते होंगे, तो हमारा यह लेख आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा। यदि आपको इस जानकारी से संबंधित कोई भी समस्या उत्पन्न होती है, तो आप हमें कमेंट सेक्शन में लिखकर जरूर बता सकते हैं। साथ ही इस लेख को अपने जरूरतमंद दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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