मध्याह्न भोजन योजना क्या है? लाभ, उद्देश्य और दोष

दोस्तों, भारत सरकार द्वारा समय समय पर विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जाती हैं। इसी प्रकार ही भारत सरकार के द्वारा मध्याह्न भोजन योजना को भी चलाया गया है। परंतु सभी योजनाओं की जानकारी बहुत कम लोगों को होती है। लेकिन हमारी सरकार के द्वारा कब क्या लागू किया जा रहा है? इस बात की जानकारी हमें रखनी चाहिए। ताकि हम इन सभी योजनाओं का लाभ उठा सकें। मध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा क्या कार्य किए गए हैं? यदि आप यह संपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। तो हमारे द्वारा आप सभी को निचें लेख में Madhyahan bhojan yojana kya hota hai? इसके बारे में बताया जा रहा है।

मध्याह्न भोजन योजना अपने आपको अपने नाम से ही परिभाषित करती है। इसके अंतर्गत भारत सरकार के द्वारा प्राइमरी के बच्चों को मुफ्त दोपहर का भोजन मुहिया कराया जाता है। मध्याह्न भोजन योजना से बहुत से कार्य सरकार द्वारा आसान किए गए हैं। परंतु यदि आप मध्याह्न भोजन योजना से संबंधित संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक प्राप्त करना चाहते हैं, तो हमारे द्वारा आप सभी को नीचे What is mid day meal scheme? When did the mid day meal scheme start? आदि के बारे में संपूर्ण जानकारी दी जा रही है। बहुत से लोगों को इसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं होगी। इसीलिए अधिक जानकारी के लिए आपको यह लेख अंत तक अवश्य पढ़ना होगा।

मध्याह्न भोजन योजना क्या है? (What is the mid-day meal scheme?)

मध्याह्न भोजन योजना से संबंधित अधिक जानकारी को प्राप्त करने से पहले आप सभी को इस बात की जानकारी होना आवश्यक है, कि मध्याह्न भोजन योजना क्या होती है? इसीलिए हमारे द्वारा यहां आपको सबसे पहले What is the mid-day meal scheme? के बारे में बताया जा रहा है। मध्याह्न भोजन योजना भारत सरकार के द्वारा चलाई गई है जिसके माध्यम से प्राइमरी विद्यालय तथा उच्च प्राइमरी विद्यालयों में बच्चों को दोपहर का भोजन निशुल्क दिया जाता है।

मध्याह्न भोजन योजना क्या है लाभ, उद्देश्य और दोष

केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा मध्याह्न भोजन योजना की शुरुआत इसलिए कराई गई ताकि बच्चों को स्कूल जाने हेतु प्रोत्साहित किया जा सके, बच्चे पढ़ाई बीच में ना छोड़ दें तथा विद्यालय में पंजीकरण अधिक से अधिक हो सके, साथ ही साथ बच्चों की उपस्थिति विद्यालय में प्रभावी हो। भारत के लाखों छात्रों के लिए मिड डे मील योजना के तहत पोषक युक्त भोजन नि:शुल्क मुहैया कराया जाता है।

पहले इस योजना के तहत बच्चों को कच्चा अनाज दिया जाता था। जिसमें गेहूं, चावल आदि शामिल थे। परंतु आज वर्तमान में पका हुआ मध्याह्न भोजन बच्चों को मुहैया कराया जाता है। जिसके अंतर्गत बच्चों को सप्ताह में 3 दिन अंडा दिया जाता है। आज के समय में यह योजना राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों में चलाई जा रही है। जिसके लिए ₹1 की सहायता मानव संसाधन विकास मंत्रालय के द्वारा की जाती है।

मध्याह्न भोजन योजना की शुरुआत कैसे हुई? (How did the mid day meal scheme start?)

आइए दोस्तों, हम सब How did the mid day meal scheme start? के बारे में जानते हैं, हम आपको बता दें, मध्याह्न भोजन योजना की शुरुआत 15 अगस्त 1995 में भारत सरकार द्वारा की गई थी। उस समय इस योजना के तहत बच्चों को कच्चा अनाज प्रदान किया जाता था। जिसके अंतर्गत बच्चों को गेहूं, चावल आदि मुहैया कराए जाते थे।

इसके तत्पश्चात 14 जनवरी 2005 में इस योजना के अंतर्गत परिवर्तन किया गया। जिसके तहत बच्चों को पका पकाया भोजन दिया जाने लगा। जिसके अंतर्गत बच्चों को सब्जी, दाल और चावल आज तक दिया जा रहा है। मिड डे मील के मैन्यू में समय-समय पर परिवर्तन किया जाता रहता है। ताकि बच्चों को हर प्रकार का भोजन प्राप्त हो सके और किसी भी प्रकार से बच्चों के पोषण में कमी ना रहे।

मध्याह्न भोजन योजना के उद्देश्य क्या होते हैं? Aim for a mid-day meal scheme?)

दोस्तों, भारत सरकार द्वारा मध्याह्न भोजन योजना की शुरुआत किसी ना किसी उद्देश्य को निर्धारित करते हुए अवश्य की गई होगी। यदि आप जानना चाहते हैं कि मध्याह्न भोजन योजना के उद्देश्य क्या होते हैं? तो हमारे द्वारा नीचे आप सभी को Aim for a mid-day meal scheme? के बारे में बताने जा रहे हैं। यह जानकारी पॉइंट के माध्यम से आप तक पहुंचाई जा रही है, जो कि निम्न प्रकार है-

  • इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि विद्यालय के अंतर्गत कोई भी बच्चा भूखा ना रहे।
  • छात्रों को दोपहर के खाने में पौष्टिक आहार प्रदान किया जा सके।
  • इस योजना का उद्देश्य यह भी है कि इस योजना के तहत कक्षाओं में बच्चों का नामांकन अधिक से अधिक हो सके।
  • बच्चे विद्यालय की पढ़ाई बीच में ना छोड़े।
  • छात्रों को पूरे समय तक विद्यालय में रोके रखना तथा उनकी पढ़ाई पूरी कराना।
  • छात्रों के ड्रॉप आउट प्रतिशत को कम करना।
  • सभी जाति वर्ग आदि के बच्चों को एक ही प्रकार का भोजन एक साथ कराना तथा बच्चों के अंदर एकता एवं परस्पर भाईचारे की भावना को विकसित करना होता है।
  • गरीबी रेखा के नीचे जो बच्चा अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उन बच्चों में शिक्षा ग्रहण करने की क्षमता को विकसित करना होता है।
  • तथा जहां पर सूखा पड़ गया है। वहां पर भोजन पहुंचाना आदि।
  • इस कार्यक्रम के अंतर्गत बहुत से स्वयंसेवी ग्राम प्रधान एवं संस्थान करने भी लाभान्वित हो रहे हैं।
  • ऊपर दिए गए संपूर्ण उद्देश्य को पूरा करने हेतु ही बच्चों के हितों के लिए इस योजना को सरकार द्वारा शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम की सहायता से बहुत से गरीब बच्चों को पौष्टिक आहार प्राप्त हो रहा है।

मध्याह्न भोजन योजना की कमियां? (Drawbacks of Mid day meal scheme?)

मध्याह्न भोजन योजना की शुरुआत बच्चों के हितों के लिए की गई थी। परंतु आज के वर्तमान समय में मध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत बहुत सी कमियां दिखाई दे रही हैं। यदि आप जानना चाह रहे हैं कि मध्याह्न भोजन योजना की कमियां क्या क्या है? तो हमारे द्वारा नीचें आप सभी को Drawbacks of mid day meal scheme? के बारे में संपूर्ण जानकारी दी जा रही है। यह संपूर्ण जानकारी निम्न प्रकार है-

  • भोजन की गुणवत्ता बेकार होना तथा पकाए गए भोजन की मात्रा में कमी आना।
  • घटिया किस्म का अनाज भोजन पकाने में इस्तेमाल करना साथ ही साथ बच्चों को दिए जाने वाले भोजन में कीड़ो का मिलना।
  • विद्यालयों की तरफ से छात्रों की उपस्थिति में अंतर दिखाकर लूट खसोट की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है।
  • भोजन की मात्रा में अपर्याप्तता
  • हमारे द्वारा ऊपर बताई गई कमियों के अलावा भी बहुत सी कमियां ऐसी है, जो मिड डे मील स्कीम के लागू करने पर सामने आई है।

मध्यान भोजन योजना के उद्देश्य क्या होते हैं? इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर (FAQs)

Q:-1. मध्याह्न भोजन योजना क्या होती है?

Ans:-1. मध्याह्न भोजन योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है। जिसके द्वारा प्राथमिक विद्यालय तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को दोपहर का भोजन निशुल्क मुहैया कराया जाता है। यह भोजन 1 से 8 तक के बच्चों को मिलता है।

Q:-2. मध्याह्न भोजन योजना की शुरुआत कैसे और कब हुई?

Ans:-2. मध्याह्न भोजन योजना की शुरुआत भारत सरकार के द्वारा 15 अगस्त 1955 में की गई थी। इसके तहत उस समय बच्चों को कच्चा अनाज जैसे:- गेंहू एवं चावल आदि भोजन के लिए मुहैया कराए जाते थे।

Q:-3. मध्याह्न भोजन योजना में बदलाव कब किया गया?

Ans:-3. मध्याह्न भोजन योजना में 14 जनवरी 2005 में बदलाव किया गया था। जिसके तहत बच्चों को कच्चा अनाज के स्थान पर पका पकाया पोषण युक्त भोजन प्रदान किया जाने लगा।

Q:-4. मध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत कैसा खाना मिलता है?

Ans:-4. मध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत आज के समय में बच्चों को दाल, चावल और सब्जी आदि पोषक युक्त भोजन प्रदान किया जाता है। साथ ही साथ सप्ताह में 3 दिन बच्चों को अंडा भी दिया जाता है। समय-समय पर मिड डे मील भोजन योजना का मेनू भी बदल दिया जाता है।

Q:-5. मध्याह्न भोजन योजना के उद्देश्य क्या होते हैं?

Ans:-5. मध्याह्न भोजन योजना के तहत बच्चों को पोषक युक्त भोजन प्रदान कराना सबसे मुख्य उद्देश्य है। इसके अलावा बच्चों की ड्रॉप आउट प्रतिशत को कम करना तथा कक्षाओं में अधिक से अधिक पंजीकरण कराना आदि।

Q:-6. मध्याह्न भोजन योजना में क्या कमियां है?

Ans:-6. मध्यान्ह भोजन योजना में आज के समय में बहुत सी कमियां भी नजर आ रही है। यदि आप इसकी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो हमारे द्वारा लेख में आपको Drawbacks of mid-day meal scheme? के बारे में बता दिया गया है। आप यहां से यह जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

दोस्तों आज हमारे द्वारा आप सभी को इस लेख के अंतर्गत Mid day meal scheme kya hoti hai? Mid day meal scheme kab shuru hui? आदि के बारे में विस्तार पूर्वक संपूर्ण जानकारी दी जा रही है। भारत सरकार के द्वारा समय समय पर विभिन्न प्रकार की योजनाएं निकाली जाती है। इन सभी योजनाओं के बारे में प्रत्येक व्यक्ति को पता होना आवश्यक है, ताकि  आप इन सभी योजनाओं का लाभ उठा सकें।

इसी कारण आपको इसके बारे में पता होना आवश्यक है, हमें उम्मीद है कि आप सभी को हमारे द्वारा दिया गया यह लेख बेहद पसंद आया होगा। यदि आपको हमारे द्वारा दी गई यह संपूर्ण जानकारी पसंद आई हो, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बता सकते हैं। साथ इस लेख को  सभी जरूरतमंद दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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