Motivational stories in Hindi for students-एक छात्र जो कभी नहीं हारा।

Motivational stories in Hindi for students

Motivational stories in hindi for students-एक छात्र जो कभी नहीं हारा।
किसी ने क्या खूब कहा है-

  • अकेले आप दौड़ जीत तो सकते हैं लेकिन यदि आपको दूर तक जाना है तो आपको सबके साथ में चलना होगा।


मै आज आपके लिए एक ऐसी motivational stories in Hindi for students लेकर आया हूँ जो किसी भी student को बहुत अच्छी सीख देगी।

हमारी सबसे बढ़ी कमज़ोरी है की हम छोड़ देते हैं सफलता का एक रास्ता है की एक बार और प्रयास किया जाये|


    Motivational stories in Hindi for students का शीर्षक – एक छात्र जो कभी नहीं हारा।

      pexels-photo-936094-compressed-6480080

      एक स्कूल का एक छात्र बहुत तेज भागता था वो इतना तेज भागता था कि उसने स्कूल में सभी को दौड़ में पीछे छोड़ रखा था। उसके स्कूल के प्रधानाध्यापक ने यह चीज देख ली कि वह बच्चा सच में बहुत तेजी से और बहुत अच्छे से भाग रहा है।इसीलिए उसके स्कूल के प्रधानाध्यापक ने सोचा कि इस बच्चे को आगे बढ़ाया जाए।


      धीरे धीरे वह बच्चा बहुत अलग अलग जगहों पर जाकर दौड़ में भाग लेता और जीतता। एक बार उसकी दौड़ एक ऐसे गांव में हुई जहां पर बहुत ज्यादा लोग रहते थे और जब गाँव में किसी भी तरह की खेल प्रतियोगिता होती तो सारा गांव इकट्ठा हो जाता।
      Moral stories in Hindi for class 8-सपने देखना मत छोरना।
      दौड़ देखने के लिए बहुत सारी भीड़ जमा हो गयी। प्रतियोगिता में उस गाँव के बच्चों ने और वह स्कूल के लड़के ने भाग लिया था। कुछ देर में दौड़ शुरू होती है और देखते ही देखते वह बच्चा पहले भाग में प्रथम आ जाता है। शिक्षक बहुत खुश होते है,पूरा का पूरा गाँव उस बच्चे का मनोबल बढ़ाते है और उसके लिए तालियाँ बजाते हैं।



      दौड़ का दूसरा भाग शुरू होता है और उसमें भी वह बच्चा जीत जाता है लेकिन जैसे ही दौड़ का दूसरा भाग शुरू होता है वैसे ही उस गाँव के मुखिया ने बोला कि इस बार मैं इस दौड़ में कुछ बदलाव करना चाहता हूँ।

      इसीलिए वहाँ के मुखिया ने शिक्षक को बुलाकर कहा कि आपका यह बच्चा बहुत तेज भागता है लेकिन मैं यह देखना चाहता हूँ कि क्या यह सच में सबको हरा पाएगा? तभी पीछे से बच्चे ने बोला कि जी हाँ बिल्कुल मैं यहा पर सबको हरा दूँगा।

      मुखिया ने दौड़ में बदलाव करते हुए उस बच्चे के साथ दौड़ने के लिए कुछ बदलाव किए। पहला की उस लड़के के साथ दौड़ने के लिए एक 4 साल छोटे से बच्चे को लाते हैं वह बच्चा शायद ठीक से चल भी नहीं पाता लेकिन वह दौड़ने के लिए एकदम तैयार हो जाता है वो भी एक प्यारी सी मुस्कान के साथ।

      दूसरी तरफ उसके साथ दौड़ने के लिए एक 60 साल की एक बूढ़ी औरत को खड़ा कर देता है और तीसरा एक ऐसे आदमी को खड़ा कर देते हैं जो ठीक से चल भी नहीं पाते हैं।

      मुखिया ने कहा कि चलो अब दौड़ शुरू करते हैं मुझे देखना है कि यह लड़का इन सब को हरा पाता है कि नहीं।
      Moral stories in Hindi for class 8-सपने देखना मत छोरना।
      वह लड़का जो था पहले ही confidence में था कि वह पहले ही सबको हरा चुका है, गांव में जो सबसे तेज भागता था उन्हें भी हरा चुका है, इसीलिए वह सोचा कि इनलोगों को हराना तो मेरे लिए बहुत आसान है।

      दौड़ शुरू होते ही वह लड़का कुछ मिनटों में ही दौड़ को पूरी कर लेता है और ये लोग अभी ठीक से दौड़ना भी शुरू नहीं करते, और इस तरह से वह बच्चा दौड़ को जीत लेता है।

      लेकिन इस बार गांव के एक भी लोगों ने उसके लिए तालियाँ नहीं बजायी। वो लड़का एकदम चौंक जाता है कि मैं तो जीत चुका हूँ फिर भी मेरे लिए कोई ताली नहीं बजा रहा और वह मायूस हो जाता है।

      pexels-photo-1127120-compressed-9795121

      उसके जो शिक्षक होते हैं वो उसके पास आते हैं और कहते हैं कि दौड़ दोबारा शुरू करते हैं और उसे समझाते कि अब उसे क्या करना है। उन्होने उसे बोला कि अब तुम्हें सबसे आगे नहीं भागना बल्कि सबके साथ भागना है, ये दौड़ दोबारा शुरू होगी और इस बार तुम्हें सबके साथ जितना है। तुम जाओ और सबका हाथ पकड़ लो और दौड़ जो है वो साथ में खत्म करना।



      वह बच्चा गया और सबका हाथ पकड़ लिया और उनलोगों से कहा कि अब हम सब साथ में दौड़ेंगे और साथ ही ये दौड़ जीतेंगे। और सभी लोगों ने बिल्कुल ऐसा ही किया।

      इस बार उस बच्चे के लिए पूरा का पूरा गांव तालियाँ बजा रहा था उस लड़के की तारीफ कर रहा था।
      Moral stories in Hindi for class 9 – समय बहुत बलवान है।
      और इस तरह से उस बच्चें ने अपनी जीवन का सबसे बड़ा रेस जीता। उसे यह समझ आ गया कि यदि हमें जिन्दगी में जितना है तो हमें सबसे आगे नहीं बल्कि सबके साथ जितना है। सबको साथ में लेके चलना है अकेले नहीं चलना है।

      Motivational stories in Hindi for students से सीख-

      इस कहानी से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है-
      • हमें कभी भी over confidence में नहीं रहना चाहिए।
      • हमें यह समझना चाहिए कि जित जो है वह अकेले नहीं बल्कि सबके साथ होती है।
      • दूसरों की खुशी में खुद की खुशी को ढूंढना चाहिए।

      दोस्तों यह motivational stories in Hindi for students आपको कैसी लगी हमें कमेंट करके बताए और इस कहानी को अपने दोस्तों के बीच ज्यादा से ज्यादा शेयर करे।


      Tags-motivational stories in Hindi for students, motivational stories in Hindi for success, motivational stories in Hindi, stories in Hindi for students.


      राधा वैश्य

      राधा वैश्य लखनऊ उत्तर प्रदेश से हैं। वह शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ीं हैं, और लोगों के साथ ज्ञानवर्धक जानकारी साक्षा करने में रूचि रखतीं हैं। इनके 500 से ज्यादा लेख प्रकाशित हो चुके हैं।

      Leave a Comment