10 अजीब चीज जो बच्चे नाक में डालते हैं?

माता-पिता के द्वारा अपने बच्चों का विशेष ध्यान रखा जाता हैं। वह कोशिश करते हैं कि उनके बच्चे बिल्कुल सभ्य हो और एक सभ्य समाज का हिस्सा बने वह चाहते हैं। कि उनके बच्चों के अंदर कोई भी गलत आदत ना हो। बल्कि वह अपने बच्चों की परवरिश ऐसी करना चाहते हैं। जिससे सभी दूसरे लोग उसे देखकर उसकी तारीफ करें परंतु कई बार बचपन में ही बच्चे की बहुत गंदी आदतें पड़ जाती हैं एक गंदी आदत है कि वह अजीब चीजों को अपने नाक (Naak me bahari cheeje) के अंदर डालते रहते हैं। 

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको 10 अजीब चीज बताएंगे जो अपने नाक के  (Naak me bahari aam cheeje)अंदर बच्चे डालते रहते हैं। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े। 

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बच्चों के नाक में बाहरी चीज

कभी-कभी बच्चे गंदी आदतों का  (Naak me bahari cheeje)शिकार हो जाते हैं और यह आदतें काफी कोशिश करने के बाद ही छोड़ ही जाती हैं। बच्चे अपने नाक में किन-किन बाहरी चीजों को डालते रहते हैं। उसके विषय में नीचे पॉइंट्स के माध्यम से जानकारी दी गई है। 

10 अजीब चीज जो बच्चे नाक में डालते हैं?

1. लोगों के टुकड़े :

लोगों के टुकड़े और बिल्डिंग ब्लॉक्स बच्चों के खेलने का एक माध्यम होता है। बिल्डिंग ब्लॉक्स के माध्यम से बच्चे बिल्डिंग की तरह घर बनाकर खेलते हैं। बिल्डिंग ब्लॉक्स का साइज थोड़ा बड़ा होता है इसलिए बच्चे उन्हें बाहरी तौर पर खेलते रहते हैं।

 और यदि वह अपने नाक में भी उसे डालते हैं तो वह नाक में फसता नहीं है या अंदर नहीं जाता। परंतु यदि बच्चे लोगों के टुकड़े से खेलते हैं तो यह उनकी नाक में आसानी से अंदर पहुंच जाता हैं। क्योंकि इसका साइज छोटा होता है। और खेलते खेलते बच्चे से अपनी नाक में भी डाल लेते हैं। इसलिए हमें अपने बच्चों का लोगों के टुकड़े खेलते समय विशेष ध्यान रखना चाहिए। 

2. टिशू पेपर :

बच्चों के खेलने का एक माध्यम टिशू पेपर भी होता हैं। यदि कोई बाहरी चीज बच्चों के नाक में फंस जाती हैं। तो बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ सकता हैं। बच्चे ऐसी शरारत टिशू पेपर के माध्यम से भी करते हैं।

 वह टिशू पेपर को एकदम छोटा टुकड़ा मोड़कर बना लेते हैं और उसे अपने नाक में डालने का प्रयास करते हैं। यदि यह नाक के अंदर चला जाता हैं। तो यह बच्चे के स्वास्थ्य नाल में फंसकर उसे सांस लेने में तकलीफ पैदा कर सकता है इसलिए बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। 

3. क्रेयॉन कलर :

बच्चों को अक्सर ड्राइंग करना बहुत पसंद होता है उनके लिए पेरेंट्स बच्चों को क्रेयॉन कलर देते हैं। क्रेयॉन कलर का साइज लंबा होता है और यह आसानी से टूट भी जाते हैं। आसानी से टूटने के कारण इसके छोटे-छोटे टुकड़े हो जाते हैं और यह नाक में भी आसानी से फिट हो जाता हैं।

 बच्चे शरारत करते समय इन क्रेयॉन के छोटे-छोटे टुकड़े कर लेते हैं। यह इन्हें पूरे टुकड़े के साथ ही नाक में डालने और निकलने का प्रयास करते हैं। यदि यह छोटा टुकड़ा बच्चों के नाक के अंदर फस जाता हैं। तो बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो सकती है या यह इसके पेट में भी पहुंच सकता हैं। इसलिए पेरेंट्स को ध्यान देने की आवश्यकता होती है। 

4. मार्बल या कंचे :

हमें यह सुनने में तो बहुत अजीब लग रहा होगा कि बच्चे अपने नाक में मार्बल या कांच भी डाल लेते हैं। परंतु यह बच्चों के नाक में डालने वाली एक आम चीज हैं। बच्चे अक्सर इन चीजों को अपनी नाक में डालते हैं।

 कांच गोलाकार के होते हैं और इनका साइज भी बच्चों के नाक में फिट बैठ जाता हैं। यह बिल्कुल चिकनी होते हैं। यदि बच्चा इन्हें नाक में जरा सा भी रखता हैं। तो यह तुरंत नाक के अंदर पहुंच जाते हैं और बच्चे के पेट में जाने की वह आशंका होती है। 

मार्बल या कांचू का साइज इतना बड़ा होता है कि यह आसानी से बच्चों के स्वास्थ्य नाल में अटक सकते हैं। इसलिए हमें अपने बच्चों को खिलाते समय मार्बल यह कांच जैसी चीजों का इस्तेमाल नहीं करने देना चाहिए। 

5. सीरियलस 

सीरियस खाने में बहुत पौष्टिक होते हैं और यदि यह बच्चे को खिलाए जाते हैं। तो बच्चे के शरीर में बहुत मात्रा में पोषक तत्व पहुंचते हैं। इसलिए पेरेंट्स खुद ही बच्चों को इन्हें खाने के लिए दे देते हैं। परंतु बच्चे बहुत शरारती होते हैं। सीरिय लस के छोटे-छोटे टुकड़े बच्चे मुंह में खाने की जगह उन्हें नाक में डालने लगते हैं।

 यह इनका आकार छोटा होता है इसलिए यह आसानी से नाक के अंदर पहुंच जाते हैं यह हाइज्रोस्कोपिक होते हैं। जिसके कारण इन्हें थोड़ी सी नमी मिलने के पश्चात यह फूल जाते हैं। फूलने से यदि बच्चे के स्वास्थ्य नाल में अटक गए तो बच्चे को बहुत ज्यादा दर्द होता है इसलिए हमें ऐसी चीजों को बच्चों को खाने को नहीं देना चाहिए। 

6. आटा :

आता बच्चों के लिए एक खेलने का अच्छा माध्यम होता है। बच्चे बहुत सारी आकृतियां बनाकर इसे खेलते रहते हैं। क्योंकि इसे किसी भी आकर में और कितना भी छोटा या बड़ा बनाया जा सकता हैं। बच्चों से शरारत करने लगते हैं अक्सर बच्चे इसकी छोटी-छोटी गोलियां बनाकर इसको अपने नाक में डालने का प्रयास करते हैं। जब वह सांस अंदर को खींचते हैं तो यह गोलियां बच्चों की नाक के अंदर पहुंच जाती हैं। इसलिए हमें अपने बच्चों को गीले आटे से नहीं खेलने देना चाहिए। 

7. नट्स और बोल्ट :

अक्सर हमारे घरों में लोहे का बहुत ज्यादा काम होता है इन कामों में नट्स और बोर्ड का इस्तेमाल किया जाता है। जिससे हम अच्छी तरीके से टूल बॉक्स में रख देते हैं। परंतु ऐसे बहुत सारे लोहे के समान है। जो छोटे-छोटे होते हैं और जो हमारे टूल बॉक्स से गिरकर नीचे गिर जाते हैं।

 छोटे बच्चों की चलने की आदत होती है वह पूरे घर में छोटी-छोटी चीजों को जो धरती पर पड़ी होती हैं। उन्हें कंगाल ने का प्रयास करते हैं। यदि उन्हें धरती पर पड़े हुए नट्स और बोल्ट मिल जाते हैं। तो वह ने एक बार में ही अपने नाक में डालने का प्रयास करते हैं। यदि यह नट्स बच्चों की नाक के अंदर चले जाते हैं तो बच्चों को बहुत ज्यादा नुकसान झेलना पड़ सकता है। 

8. मूंगफली :

मूंगफली के दोनों का आकार बिल्कुल गोल होता है और इसका आकार ज्यादा बाद भी नहीं होता बच्चों को यह खाने में स्वादिष्ट लगते हैं। आप उसे इन्हें खाने के लिए दे सकते हैं। परंतु आपको नहीं पता कि बच्चा उनके साथ क्या शर्त कर सकता हैं। उसके शरीर में जितने भी छेद हैं वह उन पर अपना दिमाग आजमाना चाहता हैं। और प्रयोग के तौर पर वह अपने नाक में मूंगफली के दाने भी डाल सकता है। मूंगफली के दाने गोल-गोल होते हैं यह आसानी से नाक के अंदर चले जाते हैं और बच्चे के सांस नली में फंसकर उसे परेशानी दे सकते हैं। 

9. मटर : 

अक्सर घरों में सब्जियां बनाते समय हमारे बच्चे हमारे आसपास खेलते रहते हैं क्योंकि वह चलना सीख जाते हैं। तो वह धरती पर पड़ी हुई चीज या हमारे आसपास पड़ी हुई। चीजों को उठाकर अपने मुंह में या नाक में डालने का प्रयास करते हैं। 

यदि हम मटर छील रहे हैं और हमने अपने बच्चों पर ध्यान नहीं दिया तो वह मटर को उठाकर अपने नाक में डालने का प्रयास करता है। क्योंकि मटर का दाना काफी बड़ा होता है वह बच्चे की नाक में फंस सकता है। इसलिए अपने बच्चों की शैतानियों को बचाने के लिए उसे पर हमें विशेष नजर रखने की आवश्यकता होती है। 

10. मोती :

जिन चीजों को बच्चे अपनी नाक में डालते हैं उन चीजों में से मोती सबसे आम चीज हैं। अक्सर हमारे साड़ी में से यह हमारी ज्वेलरी में से मोती गिरकर कहीं खो जाते हैं। यह हमारा बच्चा अलमारी में से रखे हुए मोतियों को निकाल लेता हैं। यदि बच्चे के हाथ में मोती पड़ जाए तो वह बहुत आसानी से से नाक में डाल लेगा और यह मोटी बड़ी आसानी से बच्चों के नाक के अंदर भी चला जाता है। यदि यह नाक के अंदर चला जाए तो उसके बहुत प्रतिकूल प्रभाव बच्चों के अंदर देखने को मिलते हैं। 

वैसे तो नाक के अंदर चीज डालना एक बहुत आम बात है परंतु कई बार यह हमें परेशानी का सब बन सकती हैं। इससे बच्चों को बहुत ज्यादा नुकसान झेलना पड़ सकता हैं। जब बच्चे धीरे-धीरे चलना शुरू करते हैं। तब उन्हें हर चीज को जानने की जिज्ञासा होती है। बच्चों के मॉनिटर सेंसरी स्किल्स को डेवलप करने के लिए उन्हें हर चीज देखना और उन सभी चीजों को समझना जरूरी होता हैं। परंतु जब बच्चे धरती पर पड़ी हुई चीजों को अपने नाक में या मुंह में डालना शुरू कर देते हैं। तो यह परेशानी का कारण बन जाता है इसलिए हमें अपने बच्चों पर विशेष नजर रखने की आवश्यकता होती है। 

बच्चों की नाक में बाहरी चीज फंसने पर क्या करें? 

यदि बच्चों के नाक में  (Naak me bahari cheeje fasne pr kya kren) )कोई बाहरी चीज फस गई है तो सबसे पहले हमें ज्यादा पैनिक करने की आवश्यकता नहीं होती। हमें धैर्य से काम लेना चाहिए और सबसे पहले बच्चे की क्या स्थिति है उसे स्थिति के विषय में जांच करनी चाहिए। इसके अलावा नाक में बाहरी चीज जाने पर हम क्या कर सकते हैं। उसके विषय में नीचे जानकारी दी गई है। 

1. नाक से सांस छोड़ने के लिए कहे : 

बच्चों की नाक में से किसी चीज को निकालने का यह सबसे आसान तरीका होता हैं। यदि आप अपने बच्चों को समझ पाए और वह समझने लायक हैं। तो उसे नाक से तेजी से सांस छोड़ने के लिए कहना चाहिए। जब अंदर से हवा का प्रेशर ज्यादा पड़ता है तो नाक में अटकी कोई भी चीज आसानी से बाहर आ जाती है। 

2. ट्विजर का इस्तेमाल :

यदि बच्चे के नाक में फंसी हुई चीज आसानी से दिखाई दे रही हैं। तो आप उसके नाक से वह चीज निकालने के लिए टोसेर का इस्तेमाल कर सकते हैं। टूरिज्म से आराम से नाक में फांसी हुई चीज को निकाला जा सकता हैं। दि आप ऐसा करने से घबरा रहे हैं या आपसे ऐसा नहीं हो पा रहा है तो आपको कोशिश नहीं करनी चाहिए। क्योंकि इसके माध्यम से नाक में फंसी हुई चीज उसके अंदर भी जा सकती है। 

3. मुंह से सांस देना :

यदि बच्चे के नाक में कोई चीज फस गई है। तो आपको उसकी दूसरी नाक को अपनी उंगली से बंद करना चाहिए। और अपने मुंह से बच्चों के मुंह में सांस भरनी चाहिए। ऐसा करने से आसानी से बच्चे की नाक में फंसी हुई चीज बाहर आ जाती हैं। परंतु यदि ऐसा करने से भी बाहरी चीज बाहर नहीं आ रही है तो आपके बच्चे को डॉक्टर को अवश्य दिखाना चाहिए।

बच्चों की नाक में दोबारा चीज फंसने से कैसे रोके? 

यदि हमारा बच्चा जमीन पर  (Naak me bahari cheeje fane se kaise roken)खेल रहा है तो हमें उसका विशेष ध्यान रखना चाहिए। किसी भी छोटी चीज को जो चिकनी है ऐसी चीज से बच्चे को दूर रखना चाहिए। वह यदि कहीं भी खेल रहा है तो हमें उसे पर नजर रखनी चाहिए। यदि आपको प्रतीत हो रहा है कि आपका बच्चा थोड़ी देर शांत बैठा है तो आपको उसे देखना चाहिए। कि वह कर क्या रहा है अपने घर में फर्श को साफ रखना चाहिए। जिससे कोई भी चीज बच्चा उठकर अपने नाक में ना डालें। 

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ) 

Q. बच्चे नई चीजों का इस्तेमाल कैसे करते हैं? 

बच्चे जिज्ञासु होते हैं और नई चीजों को देखने से वह अपने संवेग का विकास करते हैं। 

Q. बच्चे किन बाहरी चीजों को अपने नाक के अंदर डाल लेते हैं? 

बच्चे मार्वल टिशू पेपर लोगों के टुकड़े नट्स बोल्ट सीरियस मटर मूंगफली आदि के डेन भी अपनी नाक के अंदर डाल लेते हैं। 

Q. बच्चों के नाक में यदि बाहरी चीज पहुंच जाए तो हमें उसे कैसे ठीक करना चाहिए? 

हमें बच्चों को समझना चाहिए कि वह नाक से तेजी से सांस छोड़ने का प्रयास करें। जिससे हवा के प्रेशर से वह चीज उसकी नाक से बाहर आ जाती है। 

Q. हमें अपने बच्चों को ऐसी शरारती करने से कैसे रोक सकते हैं? 

हम अपने घर की सफाई रखकर और अपने बच्चों की तरफ ध्यान देकर उसको ऐसी शरारतों से रोक सकते हैं। 

निष्कर्ष :

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको 10 अजीब चीज जो बच्चे नाक में डालते हैं? (Naak me bahari cheeje) के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप कमेंट करके कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की हुई जानकारी बिल्कुल ठोस और सटीक है ।अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें । हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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