छोटे बच्चों को स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं अक्सर होती रहती हैं। इनमें एक सबसे कॉमन समस्या दस्त और निर्जलीकरण है। दस्त और निर्जलीकरण में शरीर में पानी की कमी हो जाती है और डॉक्टर हमेशा परामर्श के तौर पर बच्चे को ओआरएस चलाने की सलाह देता है। परंतु कई बार पेरेंट्स को यह पता नहीं होता कि वह आरएस के सही मायनों में क्या फायदे हैं।(ORS ke fayde in babies)
इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको शिशु को ओ आर एस कैसे दें इसके फायदे और सावधानियों (ORS ke fayde, savdhaan in babies) के विषय में जानकारी देंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।
ओआरएस (ORS) क्या है? (ORS For Babies)
ORS का पूर्ण रूप ओरल रिहाइड्रेशन साल्ट्स होता है। ओआरएस सोडियम और ग्लूकोस (ORS kya hai) का घोल होता है। ओआरएस के 1 पैकेट को 1 लीटर पानी में मिलाकर पिलाया जाता है।
यदि ओआरएस का घोल उपलब्ध नहीं होता है तो एक छोटा चम्मच चीनी और एक छोटा चम्मच नमक को पानी में मिलाकर ओआरएस का घोल बनाया जा सकता है और बच्चों को पिलाया जा सकता है यह अक्सर निर्जलीकरण की समस्या को दूर करने में मदद करता है यह भी शरीर के लिए फायदेमंद होता है और पानी की कमी की पूर्ति करता है।
ओआरएस (ORS) के क्या फायदे हैं? (What are the benefits of ORS?)
शरीर में ओआरएस के कई फायदे होते हैं।(ORS ke fayde) ओ आर एस के सही मायने में क्या-क्या फायदे हैं। इसके विषय में नीचे जानकारी प्राप्त की है।
1. निर्जलीकरण से बचाव :
ओ आर एस शरीर में निर्जलीकरण की समस्या को दूर करने में मदद करते हैं। निर्जलीकरण सही मायनों में शरीर में पानी की कमी होता है। और ओआरएस में सोडियम, ग्लूकोज, क्लोराइड, पोटेशियम और साइट्रेट मौजूद होते हैं।
बच्चों में दस्त लगने से शरीर में पानी और पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। ओ आर एस का सेवन कराने से शरीर में पोषक तत्वों की पूर्ति होती है और शरीर दोबारा स्वस्थ होने में मदद मिलती है।
2. दस्त के लिए :
एनसीबीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक जब बच्चे को दस्त लग जाते हैं। तब उसके शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट की कमी हो जाती है। पानी और इलेक्ट्रोलाइट की कमी की पूर्ति के लिए ओआरएस एक बेहतर विकल्प होता है।
यह पानी की कमी की पूर्ति करता है ओ आर एस डायरिया की अवधि के लिए लाभकारी नहीं होता। यदि व्यक्ति को डायरिया हुआ है तो वह आर एस के भरोसे नहीं रहना चाहिए। और तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
3.इलेक्ट्रोलाइट्स को बनाए रखे:
ओ आर एस शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की पूर्ति करने में मदद करता है। जैसा कि हम जानते हैं कि दस्त लगने से हमारे शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो जाती है। ओ आर एस का लगातार सेवन करने से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की पूर्ति दोबारा हो जाती है।
इलेक्ट्रोलाइट्स शरीर में खून में उपस्थित मिनरल्स होते हैं जो दस्त के माध्यम से शरीर से बाहर चले जाते हैं। जिसके कारण शरीर को कमजोर हो जाता हैं।
ओआरएस कहां से प्राप्त किया जा सकता है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा इसे प्रमाणित किया गया है।(ORS ki prapti)इसमें जरूरी इलेक्ट्रोलाइट्स पाए जाते हैं जो शरीर में पानी की कमी को दूर करते हैं और इलेक्ट्रोलाइट की पूर्ति करते हैं।
ओआरएस को आसानी से मेडिकल स्टोर से प्राप्त किया जा सकता है। यदि ओ आर एस का पैकेट उपलब्ध नहीं है तो आप चीनी और पानी का घोल मिलाकर भी ओआरएस बना सकते हैं।
शिशु को ओआरएस कैसे दें? (How to give ORS to baby?)
शिशु को ओ आर एस कैसे दिया जा सकता है। (ORS Babies ko kaise den) इसके विषय में अक्सर जानकारी के अभाव में हम गलत तरीका भी इस्तेमाल कर लेते हैं। शिशु को ओ आर एस कैसे पिलाएं इसके विषय में नीचे पॉइंट के माध्यम से जानकारी प्रदान की गई है।
- सबसे पहले अपने हाथों को साफ करके धूल लेना चाहिए। इसके बाद 1 लीटर साफ पानी को एक पैन में उबाल कर ठंडा कर लेना चाहिए।
- अब एक गिलास पानी लीजिए और उसमें ओआरएस का घोल मिलाइए या चीनी और पानी को चम्मच से तब तक मिलाना चाहिए। जब तक ओआरएस पूरी तरीके से घुल ना जाए।
- 2 साल तक के बच्चे को एक चौथाई या आधा कब तक ओआरएस का घोल दिया जा सकता है। यदि बच्चा पानी की तरह मल त्याग करता है। तो हर मल त्याग के बाद बच्चे को ओआरएस का घोल बनाना चाहिए।
- यदि बच्चे को ज्यादा दस्त लगे हुए हैं तो डॉक्टर से परामर्श लेना अच्छा विकल्प होगा। डॉक्टर के बताए हुए स्टेप्स को भी फॉलो कर के बच्चे को आराम मिल सकता है ।
- बच्चे को 24 घंटे या उसके बाद वह आर एस का घोल देने की आवश्यकता हो तो ध्यान रखना चाहिए। कि बच्चे को बिल्कुल ताजा घोल बनाकर ही पिलाएं रखा हुआ घोल बच्चे को नुकसान दे सकता है।
- यह ध्यान रखना चाहिए कि वजन के अनुसार ओआरएस के घोल की मात्रा अलग-अलग हो सकती है। जिसके विषय में आपको आगे आर्टिकल में जानकारी प्रदान की जाएगी।
शिशु को ओआरएस कितना पिलाना चाहिए? (How much ORS should be given to the baby?)
बच्चे के वजन के हिसाब से उसे ओआरएस का घोल पिलाना चाहिए। (Babies ko ORS kitna pilaye) यदि बच्चे को कम दस्त लगे हुए हैं तो उसे 50 मिलीलीटर / किलोग्राम ओआरएस का घोल पिलाना चाहिए।
यदि बच्चे को ज्यादा दस्त लगे हुए हैं तो उसे 100 मिलीलीटर /किलोग्राम ओआरएस का घोल पिलाना चाहिए। इस बात की पुष्टि एनसीबीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार की गई है। इसके अलावा डॉक्टर भी बच्चे के वजन के हिसाब से उसे ओआरएस की मात्रा बता सकते हैं।
शिशु को ओआरएस पिलाने की आवयशकता कब पड़ती है?
शिशु को ओआरएस पिलाने की आवश्यकता तब पड़ती है।(ORS ki need for babies) जब शिशु के शरीर में निर्जलीकरण की समस्या होती है या उन्हें दस्त लग जाते हैं।
दस्त लगने से शिशु के शरीर में पानी की कमी हो जाती है और उनके शरीर के इलेक्ट्रोलाइट दस्त के माध्यम से शरीर के बाहर चले जाते हैं।ओआरएस इलेक्ट्रोलाइट्स का एक घोल होता है जिससे शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की पूर्ति होती है और पानी की कमी भी पूरी होती है।
शरीर में निर्जलीकरण के लक्षण दिखने पर बच्चे को ओआरएस का घोल अवश्य पिलाना चाहिए। नीचे दिए परिस्थितियों या लक्षणों के देखने पर आप बच्चे को ओआरएस का घोल दे सकते हैं
- बच्चे को दस्त लगने पर ओआरएस दे सकते हैं।
- बच्चों को डिहाइड्रेशन यानी निर्जलीकरण की समस्या होने पर ओआरएस देने की जरूरत हो सकती है।
- बच्चे को उल्टी की समस्या होने पर।
- बच्चों में कमजोरी के लक्षण या या चक्कर आने की समस्या में ओआरएस दें।
ओआरएस के साइड इफेक्ट्स क्या हैं? (What are the side effects of ORS?)
ओआरएस का सेवन करने से कोई नुकसान नहीं होता।(ORS ke side effects) परंतु कुछ दुर्लभ मामलों में का सेवन करने से यह परेशानी पैदा कर सकता है
इसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई है।
- इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन (Electrolyte imbalance)
- दस्त की समस्या
- अपर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (Upper gastrointestinal) से जुड़ी समस्या।
- अगर ओआरएस ठीक से न घुला हो तो इसके सेवन से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में रक्तस्राव हो सकता है।
- अल्सर का जोखिम।
- पेट में दर्द।
- सोडियम साइट्रेट और सिट्रिक एसिड की अधिकता के कारण मतली, उल्टी, डायरिया, काले मल की समस्या हो सकती हैं।
शिशु को ओआरएस देते वक्त बरतने वाली सावधानियां
शिशु को ओआरएस देते वक्त कुछ सावधानियां (Babies me ORS se savdhani) बरतना आवश्यक है। जिसके विषय में जानकारी दी गई है।
- शिशु को ओआरएस का घोल देने से पहले अपने हाथों को अच्छे से साफ कर लेना चाहिए। जिससे हाथों के कीटाणु घोल में ना पहुंचे।
- घोल बनाने के लिए हमेशा साफ और उबले पानी का ही उपयोग करना चाहिए।
- ओ आर एस खिलाने के लिए कभी भी बोतल का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- घोल पिलाने के बाद बचे हुए गोल को फेंक देना चाहिए और दोबारा पिलाने के लिए ताजा घोल तैयार करना चाहिए।
- बच्चों को ओ आर एस का घोल खिलाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लेना चाहिए।
- डाॅक्टर द्वारा बताई गई ओआरएस सॉल्यूशन की निश्चित मात्रा का ध्यान रखें।
- ओआरएस को थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पिलाएं, क्योंकि इसे एक घूंट में पिलाने से शिशुओं को उल्टी हो सकती है।
- शिशु या बच्चे को ओआरएस देने के लिए चम्मच या ड्रॉपर का उपयोग करें।
घर में ओआरएस घोल कैसे तैयार करें? (How to prepare ORS solution at home?)
यदि आपके पास ओआरएस का घोल (ORS ka ghol kaise taiyar karen) उपस्थित नहीं है। और आपको इसकी बहुत आवश्यकता है तो आप इसे घर में भी तैयार कर सकते हैं।
नीचे दिए वह पॉइंट को फॉलो करके आपको आर एस के घोल को घर में तैयार कर सकते हैं।
- एक लीटर पानी लें और उसे गर्म (उबालकर) करके ठंडा कर लें।
- अब इस पानी में 6 छोटी चम्मच शक्कर और आधा छोटा चम्मच नमक मिला लें।
- दोनों को तब तक मिलाएं जब तक की वह पूरी तरह से पानी में घुल ना जाए।
- पूरी तरह घोल तैयार होने के बाद इसे एक साफ बोतल में डाल दें।
- अब आपका ओआरएस का घोल पीने के लिए बिल्कुल तैयार है।
क्या होगा यदि आप अपने बच्चे को बहुत अधिक ओआरएस दें?
यदि सामान्य मात्रा में शिशुओं को वारस पिलाया जाता है तो यह बच्चे के लिए फायदेमंद होता है। परंतु यदि चीनी और पानी के घोल को अधिक मात्रा में बच्चे पी लेते हैं तो यह बच्चे के लिए दुष्प्रभाव भी दे सकता है। ओआरएस के कुछ दुष्प्रभाव के विषय में नीचे जानकारी दी गई है।
- सोडियम की अधिक मात्रा में सेवन रक्तचाप की समस्या का कारण बन सकता है।
- सोडियम के कारण बढ़ा हुआ रक्तचाप हृदय रोग का जोखिम बढ़ा सकता है।
- ओआरएस की सही मात्रा का ध्यान न रखने से खून में सोडियम असंतुलन की समस्या हो सकती है।
टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ)
Q. ओआरएस के घोल में क्या-क्या पाया जाता है?
ओआरएस के घोल में सोडियम और ग्लूकोस पाया जाता है।
Q. ओ आर एस का पूर्ण रूप क्या होता है?
ओआरएस का पूर्ण रूप ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्ट होता है इसमें इलेक्ट्रोलाइट्स पाए जाते हैं।
Q. ओआरएस को कहां से प्राप्त किया जा सकता है?
ओआरएस को मार्केट में मेडिकल स्टोर या दुकानों से आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।
Q. ओआरएस के घोल को घर पर कैसे तैयार कर सकते हैं?
ओआरएस के घोल को उबले हुए पानी में चीनी और नमक मिलाकर तैयार कर सकते हैं।
निष्कर्ष :
इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको शिशु के लिए (ORS) ओआरएस: कैसे दें, फायदे और सावधानियां (ORS For Babies) के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप नीचे दिए हो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।
हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की जाने वाली जानकारी बिल्कुल ठोस तथा सटीक होती है। यदि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें। हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।