परीक्षा के समय पढ़ाई कैसे करें? | how to study during exam time?

किसी भी स्टूडेंट का एक सपना होता है। कि वह परीक्षा में किसी भी तरीके से पास हो जाए या फिर कई सारे ऐसे स्टूडेंट होते हैं। जो पढ़ाई में तेज होते हैं उनकी यह इच्छा होती है क्लास में फर्स्ट आए। परीक्षा का समय आता है तो स्टूडेंट को समझ नहीं आता है। कि कौन से सब्जेक्ट को पहले पढ़ा जाए कौन से सब्जेक्ट को बाद में पढ़ा जाए कुछ लोगों को इस विषय में जानकारी नहीं होती है। परीक्षा के समय पढ़ाई कैसे करें।(pariksha ke samay padhai kaise kare)

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताना चाहेंगे की परीक्षा के समय पढ़ाई कैसे करें। (how to study exam time) इस विषय में अगर आपको जानकारी चाहिए तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।

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परीक्षा के समय पढ़ाई कैसे करें?  (Pariksha ke samay padhai kaise kare)

परीक्षा के समय पढ़ाई करते समय आपको कई सारी बातों का ध्यान रखना चाहिए। जिससे आप परीक्षा के समय अच्छे से पढ़ाई कर सके और अच्छे नंबरों से पास हो सके। परीक्षा के दौरान समय को मैनेज करने के लिए छात्रों को पढ़ाई के लिए टाइम टेबल जरूर बनना चाहिए एक प्रभावी स्ट्रेटजी बनाने से आप अच्छी तैयारी कर पाएंगे एक्सपर्ट का मानना है।

परीक्षा के समय पढ़ाई कैसे करें how to study during exam time

 कि टाइम टेबल बनने की वजह से किसी भी एग्जाम की तैयारी बेहतर होती है। टाइम टेबल में बोरिंग से बचने के लिए ब्रेक को भी जरूर शामिल करें। परीक्षा के समय आपको किस प्रकार से तैयारी करनी चाहिए इसके बारे में हम आपको नीचे बताने वाले हैं।

  • सबसे पहले टाइम टेबल बनाएं।
  • टीवी मोबाइल खेल कूद और दोस्ती यारी को भूल जाए।
  • खुद से अनुशासन बनाएं।
  • कठिन इस सब्जेक्ट को पहले पड़े।
  • सिलेबस के हिसाब से पढ़े।
  • पुराने क्वेश्चन पेपर से आइडिया ले।
  • पूरे पूरे सिलेबस को पढ़कर जाएं।

1.सबसे पहले टाइम टेबल बनाएं। (First make a time table)

परीक्षा आने से 10 15 दिन पहले ही आपको परीक्षा की तैयारी में लग जाना है। इसके लिए आपको सबसे पहले टाइम टेबल बना लेना है। यह टाइम टेबल 6 से 8 घंटे का होना चाहिए।

जिसमें आप एक घंटे या दो-दो घंटे के हिसाब से हर सब्जेक्ट को टाइम दे देंगे। और उसी दिए हुए टाइम के अनुसार डेली पढ़ना शुरू कर देंगे।

आपको लग रहा होगा कि 1 दिन में 6 से 8 घंटा पढ़ना बहुत ज्यादा होता है तो आपको कैसे भी करके परीक्षा के समय 6 से 8 घंटा पढ़ना होगा। तभी आप अपने एग्जाम को पास कर पाएंगे और अच्छे नंबर ला पाएंगे।

जो भी टाइम टेबल आपने बना रखा है। उसे अपने स्टडी टेबल के सामने या फिर दीवार में याद दरवाजे के पीछे किसी ऐसी जगह चिपकाएं। जहां से यह टाइम टेबल आपको हमेशा दिखाई देता कि आपको याद रहे कि आपको पढ़ाई करना है।

अगर आपके पास एक बढ़िया स्टडी करने का टाइम टेबल मौजूद हो तो आपको पढ़ाई करने में बहुत आसानी होगी। लेकिन इसके लिए आपको समझना होगा की पढ़ाई पढ़ने का रूटीन कैसे बनाएं अगर आप घर में बैठकर अच्छे तरीके से पढ़ना चाहते हैं। तो पढ़ाई के लिए टाइम टेबल का काफी महत्व है।

 स्कूल में भी हर विषय के लिए टाइम टेबल बनाकर ही बच्चों को पढ़ाया जाता है। अच्छी तरह से समझने की घर में पढ़ने के लिए हर विषय के लिए उचित समय देना जरूरी है। ताकि आप भी अपने क्लास का टॉपर बना सके चाहे पढ़ाई हो या फिर किसी तरह का बिजनेस या फिर जब हर जगह टाइम मैनेजमेंट बहुत ही जरूरी परफेक्ट होता है।

 आपके दिमाग में अक्सर एक तरफ लगता होगा। कि आखिर आपका कोई क्लासमेट पढ़ने में इतना तेज कैसे हैं। और क्यों हर बार टॉपर बन जाता है। उसके पीछे कोई जादू नहीं है बल्कि हार्ड वर्क तो होता है। लेकिन इसके साथ ही स्मार्ट वर्क भी करना बहुत जरूरी है। आप देखते हैं कि जो लड़के टॉपर होते हैं।

 वह हर तरह के काम करते हैं। और समय पर अपने रूटीन को भी फॉलो करते हैं। और पूरा करते हैं यही वजह है उनके टॉपर होने की अगर आप भी चाहते हैं। कि टाइम टेबल के साथ आप पढ़ाई करें और आपको नहीं आता है कि टाइम टेबल कैसे बनाएं तो आप भी उन छात्रों में से एक हैं।

 जो यह सोचते हैं। कि आप कल से पढ़ाई शुरू कर लेंगे। और कल फिर यही सोचते हैं। कि अरे एक ही दिन तो हुआ है एक दिन अगर नहीं पढ़ेंगे तो क्या दिक्कत है। अगले दिन से पढ़ाई चालू करने तो मैं आपको बता दूं कि इस तरह से सोच रखने से आपको सफलता बिल्कुल नहीं मिल सकती एक-एक करके सारे दिन निकल जाएंगे फिर आप पाएंगे कि आपकी तैयारी कुछ भी नहीं हुई और एग्जाम का समय नजदीक आ गया उसे वक्त जो टेंशन होगी फिर उसे टेंशन में आप पढ़ाई भी ठीक से नहीं कर सकेंगे।

2. टीवी मोबाइल खेलकूद और दोस्ती यारी को भूल जाए। (Tv mobile forget sports and friendship friendship)

अगर आप परीक्षा में अच्छे नंबरों से पास होना चाहते हैं। तो आपको अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान केंद्रित होना का करना है। जिसके लिए आपको मोबाइल टीवी खेल को यारी दोस्ती सबको एग्जाम होने तक बंद कर देना होगा।

क्योंकि जब आप मोबाइल टीवी यारी दोस्ती के बीच रहते हैं तो आपका ध्यान भटक जाता है। और आपको पढ़ाई करने का मन नहीं लगता हो सके। तो एग्जाम होने तक अपनी टीवी मोबाइल आदि का रिचार्ज ही ना करें ताकि आपको इन सभी डिवाइस से दूरी बनाए रखने में मदद मिल सकेगी। यह बात हमें अपने बच्चों को समझना चाहिए। की एग्जाम के समय समय पर मोबाइल फोन टीवी से दूरी बनाए रखें जिससे उनका पूरा फोकस पढ़ाई पर लगे।

3. खुद से अनुशासन बनाएं।  (Discipline yourself)

अनुशासन किसी भी इंसान के लिए सफलता का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। बिना अनुशासन के कोई भी इंसान सफल नहीं बन सकता। इसलिए आपके एग्जाम के समय खुद अनुशासन बनाकर उसे अनुशासन का पालन करना है।

और इस अनुशासन में रहते हुए आपको अपने आप को टीवी मोबाइल यारी दोस्ती से दूर रखना है। और आपके खुद के बनाए गए टाइम टेबल के हिसाब से 6 से 8 घंटे की पढ़ाई करनी है। तभी आप एग्जाम के समय ज्यादा से ज्यादा पढ़ाई में मन लगा पाएंगे।

कुछ बच्चे अपने आप से अनुशासन नहीं बना पाते हैं। इस तरीके से उनकी पढ़ाई ठीक प्रकार से नहीं हो पाती है। नहीं एग्जाम में अच्छे नंबर ला पाते हैं। इसलिए बहुत ही जरूरी है कि बच्चों को अपने आप ही अनुशासन बनना चाहिए। जिससे वह अपने अनुशासन के जरिए से वह सारे काम करेगा जो कि उसके लिए जरूरी है।

4. कठिन सब्जेक्ट को पहले पड़े। (Study difficult subject first)

परीक्षा के समय पढ़ाई करने के लिए आपको सबसे ज्यादा यह ध्यान रखना है। कि आपको उन सब्जेक्ट को पहले और ज्यादा ध्यान देना है। जिसमें आपको लगता है। कि आपकी पकड़ बहुत हल्की है। या फिर आप उसे सब्जेक्ट में फेल हो सकते हैं।

आप कठिन विषयों को संपर्क रूप से देखे तो व्यवहारी पकड़ सकते हैं। इसकी वजह सामग्री को छोटे प्रबंधन के टुकड़ों में तोड़ दें। एक अध्ययन योजना बनाएं जिसमें उन विशिष्ट विषयों या अवधारणाओं को ही रूपरेखा हो जिन्हें आप प्रत्येक दिन या सप्ताह में कबर करेंगे।

ऐसे सब्जेक्ट जिसमें आपकी तैयारी बहुत कम है। और आप फेल हो सकते हैं। उसे सब्जेक्ट को ज्यादा समय दे जिससे आपको फेल होने का चांस कम हो जाएगा।और आपकी स्टडी अच्छी तरह से हो जाए जिसमें आप अच्छे से अच्छे नंबर ला पाए इसलिए आप अगर कोई भी सब्जेक्ट कठिन लग रहा है। तो उसे पर ज्यादा फोकस देना चाहिए।

5. सिलेबस के हिसाब से पढ़े। (Study according to syllabus)

परीक्षा का समय पढ़ाई करने के लिए आपको सिलेबस के हिसाब से पढ़ाई करनी चाहिए। आपको देखना है। कि सिलेबस में कौन से हिस्से में सबसे ज्यादा नंबर के प्रश्न पूछे जाएंगे और सिलेबस में कौन सा हिस्सा है। जिसकी तैयारी आपकी हो चुकी है। और सिलेबस का कौन सा ऐसा हिस्सा है। जिसकी तैयारी आपको करनी है।

सिलेबस का ऐसा हिस्सा जहां से ज्यादा प्रश्न पूछे जाएंगे उन हिस्सों को आपको जरूर पढ़ना चाहिए। क्योंकि सिलेबस का यह हिस्सा आपको ज्यादा से ज्यादा नंबर लाकर देगा।

पढ़ते वक्त देख लेना बेहद जरूरी है। हो सकता है। आपके पास पूरा सिलेबस तैयार करने के लिए वक्त काम हो लेकिन अगर आप लगातार पढ़ते रहेंगे। तो एक समय के बाद नई इनफार्मेशन सेवा करना बंद कर देगा। थके हुए दिमाग से पढ़ने का कोई फायदा नहीं बेहतर होगा 15 से 20 मिनट का ब्रेक ले ले।

6. पुराने क्वेश्चन पेपर से आइडिया ले। (Take ideas from old question papers)

परीक्षा के समय पढ़ाई करने के लिए और अच्छे नंबर लाने के लिए आपको पुराने क्वेश्चन पेपर को देखना चाहिए और समझना चाहिए। कि किस प्रकार के प्रश्न पिछली बार एग्जाम में पूछे गए थे। फिर उसे हिसाब से आपको तैयारी करनी है। पुराने क्वेश्चन पेपर से आइडिया ले।

क्वेश्चन पेपर से आपको यह एक आईडिया लग जाता है। कि हमारा पिछला पेपर किस तरीके का आया था। जो कि हमें आगे सिलेबस पढ़ने में मदद करता है। जिसकी मदद से हमारी एग्जाम की तैयारी अच्छे तरीके से हो सकते हैं। इसलिए हमें अपने पुराने क्वेश्चन पेपर को हमेशा संभाल कर रखना चाहिए। क्योंकि एग्जाम के टाइम पर वह हमारे काम आ सकते हैं।

7. पूरे सिलेबस को पढ़कर जाएं। (Read the complete syllabus)

एग्जाम के समय परीक्षा की तैयारी करते समय आपको यह बात हमेशा ध्यान रखती है। कि आपको किसी सब्जेक्ट के एग्जाम के पहले उसे सब्जेक्ट के सभी चीजों को पढ़कर जाना है।

 जैसे अगर किसी सब्जेक्ट में एक से लेकर 20 पाठ है तो आपको कोशिश करना है कि आप सभी पाठ को एक बार जरूर पढ़ें।अपने दिमाग में एक ख्याल कभी नहीं लाना है कि पिछला सिलेबस इस बार नहीं आएगा। क्योंकि एग्जाम के टाइमिंग टीचर हमारे पूरे सिलेबस में से कहीं से भी कुछ भी दे सकते हैं।

परीक्षा के समय पढ़ाई करते हुए आपको यह गलती बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए।(You should not make this mistake at all while studying at the time of examination)

 इसलिए आपको अपने हिसाब से एक टाइम के अनुसार पूरे सिलेबस को रिवाइज जरूर करें। जो कि आप अगर कुछ भूल रहे हैं तो वह आपको याद रहे।

एग्जाम के पहले वाले दिन आपको रात भर पढ़ाई करके एग्जाम देने  बिल्कुल नहीं जाना है। क्योंकि जब आप रात भर जागकर पढ़ाई करते हैं और दूसरे दिन सवेरे एग्जाम देने जाएंगे। तो ऐसे में आपका दिमाग पूरी तरीके से थक चुका होता है। और नींद ना मिलने के कारण जो भी आपने पढ़ा हुआ है। आप उसमें आपका दिमाग कंफ्यूज रहता है। जिससे एग्जाम हॉल में आपका एग्जाम और ज्यादा बुरी तरीके से जाता है।

एग्जाम देने से पहले आपने जो कुछ भी पढ़ा है। उसे एक बार रिवीजन जरूर करें आपके एग्जाम के समय परीक्षा की तैयारी करते समय इस तरीके से टाइम टेबल बनाना है। जिसमें आपको रिवीजन का समय मिल जाए और आप पड़े हुए किसी भी सब्जेक्ट का दोहराव करते हैं। तो आपके मन में रहने वाला सारा कंफ्यूजन दूर हो जाता है। और आप एग्जाम में कहीं अच्छे नंबर ला पाएंगे।

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर(FAQs)

Q:-1. पढ़ाई किस तरीके से करनी चाहिए?

Ans:-1.बच्चों को पढ़ाई करते समय बिल्कुल फ्री माइंड होना चाहिए।

Q:-2. बच्चों को पढ़ाई कितनी देर करनी चाहिए?

Ans:-2.बच्चों को पढ़ाई कम से कम 6 से 8 घंटे करनी चाहिए।

Q:-3. पढ़ाई करने के लिए क्या बनना चाहिए?

Ans:-3.पढ़ाई करने के लिए अपने ही तरीके से अनुशासन बनना चाहिए।

Q:-4.पढ़ाई करने के लिए टाइम टेबल क्यों बनना चाहिए?

Ans:-4.टाइम टेबल इसलिए बनाना चाहिए जिससे हमारी पढ़ाई ठीक तरीके से हो सके और हमें रिवीजन का भी टाइम मिल जाए।

निष्कर्ष

आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताना चाहते हैं। कि एग्जाम के समय पढ़ाई कैसे करें (exam ke time par padhai kaise kare) के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है। तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।

हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की हुई जानकारी बिल्कुल ठोस भाषा ठीक है। हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप शेयर करें हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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