इन दोनों बच्चों के लिए वैक्सीन बहुत ज्यादा चर्चा में है इसके लिए बच्चों में बहुत ज्यादा कंसर्न हैं। बच्चों के माता-पिता बच्चों को एकदम सेफ रखना चाहते हैं। जब से कोरोनावायरस की वैक्सीन के विषय में चर्चा हुई है तब से वैक्सीन का रोल बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है। और लोगों को इसके विषय में जागरूकता भी मिली है। पेंटा वेक वैक्सीन बच्चों के लिए क्यों जरूरी है इसके विषय में अक्सर पेरेंट्स (Pentavac vaccine) को जानकारी नहीं होती।
इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको पेंटागन वैक्सीन क्यों ज़रूरी है (Pentavac vaccine ki need) बच्चों के लिए महत्वपूर्ण उसके विषय में जानकारी देंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पड़े।
पेंटावेक वैक्सीन (Pentavac vaccine) क्या है?
पेंटाबेक वैक्सीन बच्चों के लिए (Pentavac vaccine kya hai? )बहुत महत्वपूर्ण होती है। यह बहुत सारी बीमारियों से एक साथ बचाने में बहुत मदद करती हैं। वैक्सीन संक्रामक रोग बजने में मदद करती हैं।
पेंटा वेक वैक्सीन से टेटनस, डायरिया, डिप्थीरिया पेरतोसे, हिमोफिलस इनफ्लुएंजा, टाइप भी जैसी संक्रामक बीमारियों को बचाने में पेंटाबेक वैक्सीन बहुत कारगर और मददगार होती है।
इस वैक्सीन में एक्टिव इंग्रीडिएंट के रूप में डिप्थीरिया टॉक्सोइड (Diphtheria Toxoid), टेटनस टॉक्साइड (Tetanus Toxoid), पर्टुसिस टॉक्साइड (Pertussis Toxoid), हेपेटाइटिस बी वैक्सीन हिमोफिलस प्रोड्यूस कन्ज्यूगेट वैक्सीन यह सारी वैक्सीन बच्चों को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से लड़ने में मदद करती हैं।
और उनके शरीर को मजबूत बनाने में भी मदद करती है। इन सारी बीमारियों की वैक्सीन को हमें जरूर लगवाना चाहिए यह शरीर में पहले से एंटीबॉडीज का निर्माण करती हैं। और जब यह वायरस शरीर के अंदर इन्फेक्शन कैसे करते हैं तो उन्हें पहले से ही करने में मदद करती है।
पेंटावेक वैक्सीन के फायदे क्या हैं? (Benefits of Pentavac vaccine)
पेंटाबेक वैक्सीन के क्या-क्या (Pentavac vaccine ke benefit)फायदे हैं। उसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई है।
- काली खांसी
- हेपेटाइटिस बी
- हिमोफिलस इनफ्लुएंजा
- टेटनस
- डिप्थीरिया
अलग-अलग बीमारियों के लिए पेंटाबेक वैक्सीन बहुत ही ज्यादा अच्छी और महत्वपूर्ण होती हैं। यह इन सारी बीमारियों से निपटने के लिए एक ही वैक्सीन काफी हैं। इन सारी बीमारियों के लिए एक ही वैक्सीन का निर्माण होता हैं। पेंटाबेक वैक्सीन बहुत सारी बीमारियों से बचाने में भी मदद करता हैं। परंतु इसके कुछ साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं इसलिए सावधानी पूर्वक इस वैक्सीन का इस्तेमाल करना चाहिए।
पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स क्या हैं? (Side effects of Pentavac vaccine)
पेंटाबेक वैक्सीन लगाने के बाद (Pentavac vaccine ke side effects) बच्चों के शरीर के अंदर बहुत सारे साइड इफेक्ट देखने को मिल सकते हैं। इसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई।
- पेंटाबेक वैक्सीन को लगवाने के बाद बच्चे को दस्त की समस्या हो सकती है।
- पेंटाबेक वैक्सीन को लगवाने के बाद बच्चे को नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है।
- यदि पेंटाबेक वैक्सीन को लगवाने के बाद बच्चा चिड़चिड़ा हो रहा हैं। तो यह भी उसके अंदर एक साइड इफेक्ट है।
- बच्चों को चिड़चिड़ा होना या बच्चे का बार-बार रोना भी पेंटाबेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट हो सकते हैं।
- बच्चों को उल्टी आना या उसके शरीर पर लाल निशान पढ़ना।
- इंजेक्शन वाले एरिया पर सूजन आना या फिर बच्चों को शरीर में बुखार लगा भी कारण हो सकते हैं।
- यदि नवजात बच्चे को स्तनपान के दौरान परेशानी महसूस हो रही हैं। तो यह भी पेंटर एक वैक्सीन का एक हार्मफुल प्रभाव हो सकता है।
पेरेंट्स को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की पेंटाबेक वैक्सीन को लगवाने के बाद बच्चों के शरीर में कुछ चेंज देखने को मिल सकते हैं। जिसके कारण भी बच्चों के अंदर साइड इफेक्ट हो जाते हैं। हालांकि पेंटाबेक वैक्सीन एक ऐसा ड्रग है। जो डॉक्टर के द्वारा सब्सक्राइब होता है डॉक्टर के द्वारा बताए जाने के बाद ही बच्चे को पेंटागन वैक्सीन को लगवाना चाहिए। यदि जन्म के बाद बच्चा 6 से 8 सप्ताह का हो गया है तभी बच्चों को पेंटागन वैक्सीन को लगाया जा सकता है।
नोट : पेंटागन वैक्सीन को लगवाने के बाद बच्चों के शरीर में बहुत सारे साइड इफेक्ट देखने को मिल सकते हैं। इन साइड इफेक्ट से बचने के लिए आप डॉक्टर से कंसल्ट करके साइड इफेक्ट्स को ठीक करने की दवाइयां भी ले सकते हैं। परंतु यदि ज्यादा समय तक बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तो आपको तुरंत डॉक्टर से बात करनी चाहिए और बच्चे को डॉक्टर को अवश्य दिखाना चाहिए।
पेंटावेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स होने पर क्या करें? (Things to do after Pentavac vaccination)
यदि बच्चे को पेंटाबेक वैक्सीन (Pentavac vaccine ke side effects)लगी है और उसके शरीर में साइड इफेक्ट देखने को मिल रहे हैं। तो सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के द्वारा यह बताया गया है कि हमें क्या-क्या करना चाहिए। उसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई है।
- इंजेक्शन वाली जगह को कॉटन या सॉफ्ट ठंडे पानी से दब करना चाहिए। जिससे इंजेक्शन की जगह पर यदि सूजन आ गई है तो वह सूजन जल्दी से ठीक हो जाती है।
- यदि बच्चे को बुखार है तो बच्चे की बॉडी को स्पंज बात करवाना चाहिए। इस पांच बात करवाने से बच्चे को बहुत सारी बीमारियों से छुटकारा मिलने में भी मदद मिलती है।
- यदि इंजेक्शन लेने के बाद बच्चों के शरीर में दर्द हो रहा है तो आप नॉन एस्प्रिन दर्द की दवा भी बच्चे को दिला सकते हैं। जिसकी मदद से भी बच्चा ठीक हो जाएगा।
पेंटावेक वैक्सीन की डोज क्या है? (Dose of Pentavac vaccine)
पेंटावेक वैक्सीन की डोज को हर (Pentavac vaccine ki dose)तीसरे महीने पर बच्चों को अवश्य लगवानी चाहिए। पेन ड्राइव वैक्सीन की डोज डॉक्टर के द्वारा सेट की गई है कि तीसरे महीने के बाद पेंटाबेक वैक्सीन की एक दूज को लगाया जा सकता हैं।
पेंटाबेक वैक्सीन की अगर कोई भी टॉर्च किसी कारणवश में सो गई है तो डॉक्टर से इसके विषय में जानकारी देनी चाहिए। और डॉक्टर से सलाह लेने जाएंगे कि अब हम इसके आगे क्या कर सकते हैं।
पेंटाबेक वैक्सीन कैसे काम करती है?
पेंटाबेक वैक्सीन बच्चों की इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करती हैं। दरअसल वैक्सीनस का उपयोग इसलिए किया जाता हैं। ताकि शरीर के अंदर किसी एक बीमारी के लिए एंटीबॉडीज का निर्माण हो सके।
और जब वह बीमारी बच्चों को ज्यादा सीवियरली संक्रमण करें तो शरीर में उसे बीमारी से लड़ने के लिए पहले से रोग प्रतिरोधक क्षमता उपलब्ध हो पेंटाबेक एक वैक्सीन इसी प्रकार काम करती हैं। बीमारियों की माइल्ड डोज शरीर के अंदर इंजेक्ट की जाती है।
जिससे शरीर की इम्युनिटी में और एंटीबॉडीज का निर्माण हो जाता हैं। जब ज्यादा हैवी इन्फेक्शन शरीर के अंदर कोच होता हैं। तो उन बीमारियों को खत्म करने के लिए एंटीबॉडीज उसमें पहले से उपस्थित होती हैं।
जो बच्चे को वह बीमारी होने से रोक देती हैं। इस प्रकार पेंटाबेक वैक्सीन या कोई और भी वैक्सीन बच्चों को बहुत सारी बीमारियों से बचाने में मदद करता है। और उसकी इम्यूनिटी को भी बढ़ता है।
पेंटावेइक वैक्सीन की कीमत क्या है?
पेंटावेइक वैक्सीन की कीमत अलग-अलग होती है। वैसे तो पेंटाबेक वैक्सीन की कीमत ₹600 तक होती है। परंतु विभिन्न कंपनियों के द्वारा इसकी कीमत को अलग-अलग कर दिया गया है।
यदि सरकार की तरफ से इस वैक्सीन को लगाया जाता है तो भी पेन ड्राइव वैक्सीन बहुत ज्यादा सस्ती पड़ जाती है परंतु प्राइवेट तौर पर इसे लगाया जाता है तो यह ₹600 तक लगाई जाती है।
टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ)
Q. पेंटावेइक वैक्सीन कितनी बीमारियों के लिए असरदार होता है?
पेंटावा एक वैक्सीन पांच बीमारियों के लिए असरदार होती है। यह एक साथ पांच बीमारियों को बचाने में मदद करती है।
Q. पेंटावेक वैक्सीन को कितनी कीमत पर लगाया जाता है?
पेंटा बैक वैक्सीन को ₹600 की कीमत पर लगाया जाता है। प्राइवेट तौर पर इसकी और बाकी कीमतें भी हो सकती हैं।
Q. पेंटावेइक वैक्सीन की क्या डोस है?
पेंटाबेक वैक्सीन की डोज है कि इसे हर 3 महीने के बाद लगाया जा सकता हैं। बच्चों के जन्म के 6 से 7 हफ्ते के बाद भी बच्चों को भी इसे लगाया जा सकता है।
Q. मनुष्य के जीवन में वैक्सीन का क्या रोल होता है?
वैक्सीन बच्चों की इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करती है। यह शरीर में पहले से ही रोगों के प्रति एंटीबॉडीज का निर्माण कर देती है। जिससे शरीर रोगों से लड़ने के लिए तैयार हो जाता है।
निष्कर्ष :
इस आर्टिकल के माध्यम से (Pentavac vaccine ki need) हमने पेंटागन वैक्सीन क्यों है बच्चों के लिए 5 इन 1 वैक्सीन (Pentavac vaccine) के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है।यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप कमेंट करके कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की हुई जानकारी बिल्कुल ठोस और सटीक है।अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें । हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।