आज के समय में अधिकतर महिलाएं एवं पुरुष शाकाहारी एवं मांसाहारी दोनों प्रकार के भोजन ग्रहण कर लेते हैं। प्रेग्नेंट महिलाओं को बहुत सारे पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है जो उन्हें डॉक्टर के द्वारा रिकमेंड किया गया है। अधिकतर प्रेग्नेंट महिलाओं को शाकाहारी भोजन ही ग्रहण करना चाहिए। परंतु शाकाहारी भोजन में हम क्या खा सकते हैं (Diet me kya khaye?) इसके विषय में हमें जानकारी नहीं होती।
इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको प्रेगनेंसी में महिलाओं के शाकाहारी डाइट (Pregnancy me vegetarian diet) के विषय में जानकारी देंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।
पौष्टिक डाइट क्या है?
एक पौष्टिक डाइट उसे डाइट (Healthy diet kya hai?)को कहा जाता है। जिसमें आपका भोजन पूरी तरीके से पोषक तत्वों से भरपूर होता है। आपके शरीर को जितने पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है।
आपका भोजन वह सारे पोषक तत्व आपको प्रदान करने का प्रयास करता है उसी को एक हेल्थी डाइट माना जाता है। हेल्दी डाइट डाइटिशियन के द्वारा मदद लेकर बनवाई जाती है।
डाइटिशियन हमारे शरीर की जरूरत के हिसाब से हमें किस समय कौन सा भोजन करना है। उसके विषय में जानकारी देता है। सारे पोषक तत्व और न्यूट्रिएंट से भरी हुई डाइट को ही पौष्टिक डाइट नाम दिया जाता है।
प्रोटीन के लिए क्या खाएं
प्रोटीन की मदद से हमारे शरीर में (Protein ke liye diet) स्ट्रक्चर्स का निर्माण होता है। जैसे कि हमारे शरीर की हड्डियां मसल्स आदि प्रोटीन की मदद से बनती है। अधिकतर गर्भवती महिलाओं को हमारे भारत में प्रोटीन की अच्छी डाइट नहीं मिल पाती।
जिसके कारण गर्भवती महिलाओं से जन्म लेने वाले बच्चे भी बहुत कमजोर होते हैं। प्रोटीन के लिए महिलाएं डेयरी प्रोटक्ट्स, फलियां, बादाम, काजू, किशमिश, पिस्ता, बीज और अखरोट आदि का सेवन करें।
प्रोटीन के लिए शरीर का बिल्डर कहा जाता है इसलिए महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा डेरी प्रोडक्ट और प्रोटीनेशस चीजों का सेवन करना चाहिए।
हमारे शरीर के स्ट्रक्चर को निर्माण करने के लिए प्रोटीन की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है इसलिए गर्भवती महिलाओं को प्रोटीन युक्त सारे पदार्थों को खिलाने चाहिए।
आयरन की आपूर्ति के लिए क्या खाएं
आयरन एक सबसे महत्वपूर्ण तत्व होता है। (Iron ke liye diet) आयरन की मदद से शरीर में हीमोग्लोबिन को मेंटेन करने में मदद मिलती है। हिमोग्लोबिन ने कैसा तत्व है जिससे हमारे शरीर के रक्त का निर्माण होता है।
यदि शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है इसका अर्थ यह है कि शरीर में रक्त की कमी हो गई है। गर्भवती महिलाओं में रक्त की कमी होना बहुत ही नुकसानदेह माना जाता है। यदि गर्भवती महिलाओं में रक्त की कमी है तो इसका दुष्प्रभाव उनके बच्चे पर पड़ता है।
इसलिए आयरन की आपूर्ति करने के लिए , जौ, बाजरा, मक्का आदि का सेवन करें। इसके अलावा सोयाबीन, टोफू, पनीर, दाल, हरी सब्जियां आदि का सेवन भी आपको करना चाहिए।
कैल्शियम और विटामिन डी
कैल्शियम हमारे शरीर के लिए बहुत (Calcium and vitamin ki diet) ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। कैल्शियम की मदद से हमारे शरीर की सारी हड्डियां मजबूत होने में मदद मिलती है। कैल्शियम यदि शरीर में मौजूद नहीं होता जिसके कारण हड्डियां कमजोर पड़ने लगते हैं।
और हड्डियों में धीरे-धीरे डैमेज आने लगता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को अपने शरीर में कैल्शियम की कमी नहीं होने देना चाहिए। उन्हें उन सारी चीजों का सेवन करना चाहिए जो कैल्शियम की शरीर में पूर्ति करता हो जिन महिलाओं की उम्र 19 साल से ज्यादा है।
उन महिलाओं को एक दिन में 1000 मिलीग्राम कैल्शियम की आवश्यकता होती है। कैल्शियम की तरह शरीर में विटामिन डी होना भी बहुत महत्वपूर्ण है। विटामिन डी की मदद से शरीर में कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद मिलती है।
यदि शरीर में विटामिन डी उपस्थित नहीं होता है तो कैल्शियम को किसी भी प्रकार से अवशोषित नहीं किया जा सकता। शरीर में विटामिन डी के लिए दूध, दही, योगर्ट, चीज़, फलों के जूस आदि का सेवन कर सकती हैं।
विटामिन बी12
विटामिन B12 एक ऐसा विटामिन है जो ज्यादातर मांसाहारी उत्पादन में पाया जाता है। बहुत कम ही ऐसे शाकाहारी उत्पाद है जिनमें विटामिन बी12 की उपस्थिति होती है इसलिए जो प्रेग्नेंट महिलाएं शाकाहारी होती है
उनके शरीर के अंदर विटामिन बी12 की कमी हो जाती है। यदि आप अपने शरीर में शाकाहारी चीजों को खाकर विटामिन B12 की कमी को पूरा करना चाहते हैं इसके लिए आपको सोया प्रोडक्ट्स जैसे सोया मिल्क, टोफू, सोया बड़ी आदि का सेवन करना चाहिए।
इसके अलावा यदि आप भैंस का दूध का सेवन करेंगे तब भी आप अपने शरीर में विटामिन बी12 की कमी को पूरा कर सकते हैं। गर्भवती महिलाओं को इस बात का ध्यान रखना चाहिए।
कि विटामिन बी12 बी बच्चों के विकास के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होता है इसलिए शरीर में विटामिन बी12 की कमी नहीं होने देना चाहिए।
फॉलिक एसिड
फालिक एसिड भी गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। फालिक एसिड के माध्यम से शरीर में पाचन तंत्र को विकसित करने में मदद मिलती है।
एक स्वस्थ शरीर में एक प्रेग्नेंट महिला को 1 दिन में 600 माइक्रोग्राम फोलिक एसिड की आवश्यकता होती है। जबकि एक सामान्य महिला को एक दिन में 400 माइक्रोग्राम फोलिक एसिड की आवश्यकता होती है। फॉलेट के लिए आप हरी पत्तेदार सब्जियां, होल ग्रेन ब्रेड, होल ग्रेन पास्ता, बीन्स और खट्टे फलों का सेवन कर सकती हैं।
टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ)
Q. शरीर में विटामिन की पूर्ति के लिए किस चीज का सेवन करना चाहिए?
शरीर में विटामिन की पूर्ति के लिए आपको दूध, दही, योगर्ट, चीज़, फलों के जूस आदि चीजों का सेवन कर सकते हैं।
Q. गर्भवती महिला को 1 दिन में कितने फोलिक एसिड की आवश्यकता होती है?
गर्भवती महिला को 1 दिन में 600 माइक्रोग्राम फोलिक एसिड की आवश्यकता होती है।
Q. पौष्टिक डाइट किसे कहा जाता है?
पौष्टिक डाइट उसे डाइट को कहा जाता है जिम डाइट में सभी प्रकार के पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
Q. प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए किस चीज का सेवन करना चाहिए?
प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए डेयरी प्रोटक्ट्स, फलियां, बादाम, काजू, किशमिश, पिस्ता, बीज और अखरोट आदि चीजों का सेवन करना चाहिए।
निष्कर्ष :
इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको शाकाहारी महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान क्या खाना चाहिए?( Tips for Healthy diet) जानिए अपनी डाइट के पांच टिप्स के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप नीचे दिए हो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।
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