गर्भावस्था एक ऐसा क्षण होता है जिसमें माता को अपना बहुत ध्यान देना होता है। माता के अंदर सारे पौष्टिक आहार की पूर्ति के लिए जरूरी पोषक तत्व खा जाते हैं। जिससे गर्भ के अंदर पल रहे शिशु का विकास तेजी से हो किसी भी प्रकार की कोई कमी ना आए। गर्भावस्था में डॉक्टर बहुत सारे पोषक तत्व खान की सलाह देता है परंतु गर्भावस्था में केसर खाना फायदेमंद है या नहीं (Pregnancy Me Kesar Ke Fayde) इसके विषय में हमें जानकारी नहीं होती।
इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको गर्भावस्था में केसर खाना फायदेमंद है या नहीं (Pregnancy Me Kesar Ke Fayde aur nuksaan) इसके विषय में जानकारी देंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।
क्या गर्भावस्था के दौरान केसर सुरक्षित है? (Pregnancy Me Kesar Khana Chahiye)
गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला (Pregnancy Me Kesar Ki suraksha)केसर का उपयोग कर सकते हैं। परंतु डॉक्टर के सलाह पर केसर सीमित मात्रा में उपयोग करना चाहिए।
अधिक मात्रा में किसी भी चीज का सेवन शरीर के लिए नुकसानदेह होता है। गर्भावस्था के दौरान आप केसर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। परंतु संतुलित मात्रा में केसर का इस्तेमाल करने से यह शरीर के लिए लाभदायक होता है।
गर्भावस्था के दौरान कितना केसर इस्तेमाल किया जाना सुरक्षित है? (Pregnancy Me Kesar Kitna Khana Chahiye)
बहुत सारी गर्भवती महिलाओं को इस बात की शंका रहती है कि केसर का इस्तेमाल गर्भ की शुरुआती दिनों में करना चाहिए या गर्भावस्था के बाद के समय में करना चाहिए।
तो उन महिलाओं को हम यह बता दें की केसर का इस्तेमाल गर्भावस्था की शुरुआती दिनों में नहीं करना चाहिए। गर्भावस्था की शुरुआती दिनों में पेट में संकुचन हो सकता है जिसके कारण गर्भपात की स्थिति बन सकती है।
इसलिए गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था की तीसरी तिमाही यानी पांचवे महीने में केसर का संतुलित मात्रा में इस्तेमाल करना शुरू करना चाहिए। केसर का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लेना चाहिए।
गर्भावस्था के दौरान केसर के लाभ | Pregnancy Me Kesar Ke Fayde
गर्भावस्था के दौरान यदि संतुलित मात्रा (Pregnancy Me Kesar Ke Fayde)में और सही समय पर केसर का इस्तेमाल किया जाता है। तो इसके बहुत सारे चमत्कारी फायदे होते हैं। केसर के फायदे को गर्भावस्था में नीचे पॉइंट्स के माध्यम से बताया गया है।
1. मूड स्विंग में फायदेमंद :
मूड स्विंग वह स्थिति होती है जब गर्भवती महिला का दिमाग समय-समय पर बदलता रहता है। इसमें गुस्सा चिड़चिड़ापन खुशी आदि हार्मोनल इंबैलेंस के कारण होने लगते हैं।
हार्मोनल इंबैलेंस के कारण शरीर में मूड स्विंग की स्थिति उत्पन्न होती है। जो गर्भवती महिला के लिए कुछ हद तक नुकसानदेह नहीं होती मूड स्विंग से बचने के लिए केसर एक बहुत फायदेमंद उपचार है।
यह हार्मोनल इंबैलेंस को कंट्रोल करने में मदद करता है। यदि आप भी तनावग्रस्त महसूस कर रहे हैं। तो केसर का सेवन करना चाहिए आपको अच्छा महसूस होने लगता है।
2. उच्च रक्तचाप से राहत दिलाए :
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं का रक्तचाप इंबैलेंस में पाया जाता है। गर्भवती महिलाओं को उच्च रक्तचाप की समस्या होती है।
केसर का सेवन करने से उच्च रक्तचाप जैसी समस्याओं से निजात पाने में मदद मिलती है केसर में ऐसे बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो रक्तचाप को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। आपको बता दें कि केसर में पोटैशियम और क्रोसेटिन होता है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं
3. मॉर्निंग सिकनेस से राहत :
गर्भवती महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस की समस्या होती है। सुबह उठते ही उन्हें इस प्रकार की समस्याएं होने लगते हैं। सुबह उठते समय जी-मिचलाना, उल्टी आना, सुस्ती महसूस होने जैसी समस्याएं मॉर्निंग सिकनेस का लक्षण है। मॉर्निंग सीखने से निजात पाने के लिए केसर का संतुलित मात्रा में सेवन करना चाहिए। जिससे शरीर में ऐसी समस्याओं से राहत पाने में मदद मिलती है।
4. ऐंठन से राहत दिलाए :
जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है मांसपेशियों में खिंचाव उत्पन्न होता है। जिसके कारण पेट में ऐंठन होने लगती है गर्भवती महिला को एथन की बहुत समस्या होती है।केसर में एंटी-स्पासमोडिक गुण होते हैं जो मांसपेशियों के लिए फायदेमंद होते हैं। ये ऐंठन से राहत दिलाते हैं।
5.हृदय संबंधी दिक्कतों से बचाएं :
गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को कुछ ना कुछ खाने की इच्छा होती है। हमेशा कुछ खाने की वजह से शरीर में कैलोरीज ज्यादा बढ़ जाती हैं। इस कारण गर्भवती महिला का मोटापा भी बढ़ जाता है
इसलिए महिलाओं को अपने शरीर का अधिक ध्यान देना पड़ता है। परंतु ज्यादा कैलोरीज के साथ इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कहीं हृदय संबंधी समस्या ना बन जाए हृदय संबंधी समस्या से बचाव पाने के लिए गर्भवती महिला को केसर का सेवन करना चाहिए। केसर हृदय को स्वस्थ बनाने में मदद करता है। और हृदय को विभिन्न प्रकार के रोगों से बचाता है।
6.शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ाए :
गर्भावस्था के दौरान ज्यादातर महिलाओं को एनीमिया की शिकायत रहती है क्योंकि उनके शरीर में आयरन की कमी हो जाती है। ऐसी महिलाओं को केसर का सेवन करना चाहिए आयरन केसर में पाया जाता है। जो शरीर में रक्त को बनाए रखने में मदद करता है भरपूर मात्रा में रक्त की उपस्थिति बच्चों को ठीक प्रकार से विकसित करने में मदद करती है।
7.गर्भावस्था में बालों को झड़ने से रोके :
शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस के कारण गर्भावस्था में बाल झड़ने की समस्या रहती है। ऐसा माना जाता है की केसर को मुलेठी के साथ पीसकर बालों में लगाने से बाल झड़ने की समस्या कम हो जाती है। और बाल हेल्दी बनाए रखने में मदद मिलती है इसलिए गर्भावस्था के दौरान केसर का सेवन अवश्य करना चाहिए।
8.अच्छी नींद आती है :
गर्भावस्था के दौरान अक्सर गर्भवती महिलाओं को नींद की समस्या रहती है। गर्भवती महिलाओं को रात में कम नींद आने से वह परेशान रहती हैं। इसलिए केसर एक अच्छा उपाय है। रात को सोते समय केसर वाला दूध पीने से गर्भवती महिलाओं को गहरी नींद आती है। इससे उनका स्वास्थ्य और दिमाग अच्छा रहता है।
9. त्वचा संबंधी समस्याओं से बचाए :
गर्भावस्था के दौरान हॉरमोन इंबैलेंस के कारण शरीर में त्वचा संबंधी समस्याएं होने लगते हैं। त्वचा पर पिंपल जैसी समस्याओं के कारण गर्भवती महिला को परेशानी का सामना करना पड़ता है। केसर त्वचा को मजबूत रखने में और स्वस्थ रखने में मदद करता है इसलिए गर्भावस्था में केसर का सेवन अवश्य करें।
10. एलर्जी से बचाए :
गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। जिस कारण से विभिन्न प्रकार की एलर्जियां इनफैक्ट करने लगते हैं। केसर का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। जिससे गर्भवती महिला को विभिन्न प्रकार की बीमारियां होने से बचाती हैं और वह स्वस्थ रहती है।
11. बच्चों की हलचल में मददगार :
आयुर्वेद के अनुसार ऐसा माना जाता है कि केसर खाने से शरीर का तापमान बढ़ता है। केसर का सेवन करने से जब शरीर का तापमान बढ़ता है। तो बच्चे के अंदर हलचल महसूस की जाती है।
गर्भवती महिला को बच्चों की हलचल महसूस करना एक रोमांचक बात होती है। इसलिए केसर का सेवन करना चाहिए जिससे शिशु की स्थिति के विषय में अच्छी तरीके से पता लगता है।
12.दांतों की संवेदनशीलता को दूर करे :
गर्भावस्था के दौरान दांतों के खराब होने की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है। इसलिए आप केसर को पीसकर उसे अपने मसूड़े में मसाज कर सकते हैं। इससे दांतों को भी स्वस्थ रखने में मदद मिलती है।
गर्भावस्था के दौरान केसर के दुष्प्रभाव
केसर एक प्राकृतिक औषधि है (Pregnancy Me Kesar Ke Nuksaan) परंतु ऐसा नहीं है। कि इसके कोई दोष प्रभाव नहीं है केसर के बहुत सारे दुष्प्रभाव भी गर्भवती महिला के अंदर देखे जाते हैं। गर्भावस्था के दौरान केसर के क्या-क्या दुष्प्रभाव हैं इसके विषय में नीचे जानकारी दी गई है।
गर्भपात का खतरा :
डॉक्टर के अनुसार केसर के कारण गर्भवती महिला के अंदर संकुचन बढ़ जाता है। इसलिए गर्भपात होने का खतरा बढ़ता रहता है इसके अलावा आयुर्वेद में भी है। माना गया है कि केसर का सेवन करने से शरीर का तापमान बढ़ता है।
शरीर का तापमान बढ़ने से भी गर्भपात होने का खतरा रहता है। इसलिए यदि गर्भवती महिला केसर का सेवन करना चाहती हैं तो इससे पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लेनी चाहिए। केसर का सेवन संतुलित मात्रा में ही करना चाहिए जिससे गर्भावस्था में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
अति संवेदनशीलता :
बहुत सारी गर्भवती महिलाओं को केसर का सेवन करने से एंजायटी की समस्या हो जाती है। जिसके कारण उनका हार्मोनल इंबैलेंस होता है। और उन्हें घबराहट, जी-मिचलाना, मुंह सूखना व सिरदर्द जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
हमारी आपको यही सलाह है कि ऐसी महिलाओं को केसर का सेवन नहीं करना चाहिए। केसर के स्थान पर ऐसे बहुत सारे पोषक तत्व हैं जिन्हें खाकर आप शरीर में संतुलित अहीरों की पूर्ति कर सकते हैं।
उल्टी आना :
गर्भावस्था के दौरान बहुत सी महिलाओं को उल्टी आने की समस्या होती है। यदि केसर का सेवन करने से गर्भवती महिला को उल्टी आ रही है तो यह समझना चाहिए कि केसर महिला को नुकसान दे रहा है। और तुरंत ही केसर का सेवन गर्भवती महिला को बंद कर देना चाहिए।
ऊपर केसर के कुछ दुष्प्रभाव बताए गए हैं। इसके अलावा यदि गर्भवती महिला के अंदर केसर खाने के पश्चात निम्न लक्षण दिखाई पड़ते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
- मल या मूत्र में रक्त आना।
- पलकें, होंठ और नाक से रक्तस्राव।
- शरीर का सुन्न होना।
- आंखों के आगे अंधेरा छा जाना।
- चक्कर आना।
- शरीर में पीलापन आना।
गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप से केसर लेने के सुझाव (Pregnancy Me Kesar Khane Ka Tarika)
गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित रूप (Pregnancy Me Kesar Khane ka tarika)से केसर लेने के कुछ टिप्स के विषय में मुझे जानकारी दी गई है। जिन्हें पढ़कर आप सुरक्षित रूप से केसर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
दूध के साथ लें :
गर्भावस्था के दौरान शिशु के विकास के लिए बहुत सारे पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। गर्भावस्था में शिशु के विकास के लिए आपको ज्यादा कैल्शियम की जरूरत होती है।
गर्भवती महिला का पांचवा महीना शुरू होने पर कुछ मात्रा में केसर लेकर दूध में मिलाकर गर्भवती महिला को देना चाहिए ।आप बादाम के साथ केसर को पीसकर एक पेस्ट बना सकती हैं। और उस पेस्ट को दूध में मिलाकर पी सकती हैं।
चावल या सूप के साथ केसर :
बहुत सारी ड्रेस को सजाने के लिए केसर के रेशों का इस्तेमाल होता है। सूप में आप ऊपर से केसर के कुछ रेशों को डालकर गर्भवती महिला को खाने के लिए दे सकते हैं या फिर चावल में मिलकर भी आप केसर का उपयोग कर सकते हैं। इससे केसर खाने से ज्यादा नुकसान नहीं होता।
केसर को भिगोकर :
आप केसर का इस्तेमाल उसे भिगोकर भी कर सकते हैं। भिगोकर केसर का इस्तेमाल करना बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है। किसी गिलास में पानी या दूध में केसर को कुछ समय के लिए भिगो दें।
भिगोने से केसर का रंग और उसके पोषक तत्व दूध या पानी में घुल जाते हैं। इसी दूध या पानी का इस्तेमाल आप कर सकते हैं। यह केसर का इस्तेमाल करने का बहुत अच्छा तरीका है।
गार्निश करके :
अगर आप सलाद बना रहे हैं और केसर का उपयोग करना चाहते हैं। तो केसर के लिए गार्निश के रूप में उपयोग कर सकते हैं। सलाद के ऊपर केसर रखने से उसका लुक अच्छा आता है और सलाद पौष्टिक बनता है।
केसर स्टोर करने के लिए टिप्स
केसर स्टोर करने के कुछ जरूरी (kesar store करने के tips) टिप्स नीचे बताए गए हैं। केसर स्टोर करने से इसे लंबे समय तक इस्तेमाल में लाई जा सकती है।
- केसर को खरीदने के बाद उसे 6 महीने तक एयरटाइट कंटेनर में किसी ठंडा और अंधेरे स्थान पर रखना चाहिए। 6 महीने तक इसका स्वाद और इसकी खुशबू कहीं नहीं जाती केसर बिल्कुल सुरक्षित बनी रहती है।
- यदि आप केसर को ठीक प्रकार से स्टोर करके रखते हैं। तो यह 3 साल तक खराब नहीं होता समय के साथ इसका स्वाद जा सकता है। परंतु इसके अंदर पाए जाने वाले पोषक तत्व बरकरार रहते हैं।
इसको स्टोर करने के लिए आप सिल्वर फाइल में इसे लपेटकर फ्रिज में रख सकते हैं इससे भी केसर बिल्कुल शुद्ध बना रहता है।
टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ)
Q. गर्भावस्था के दौरान केसर का उपयोग करने से क्या मेरे बच्चे का रंग गोरा हो सकता है?
बच्चों का गोरा या काला रंग उसके माता-पिता के जिन पर निर्भर करता है। केसर का बच्चों के रंग पर कोई भी प्रभाव नहीं पड़ता।
Q. केसर का इस्तेमाल करने से गर्भवती महिला के अंदर क्या बदलाव आते हैं?
केसर का इस्तेमाल करने से आयुर्वेद के अनुसार शरीर का तापमान बढ़ता है एवं पेट में संकुचन भी तेज हो जाता है।
Q. गर्भवती महिला में केसर के क्या-क्या फायदे हैं?
गर्भवती महिला के अंदर हार्मोनल इंबैलेंस को ठीक करने में केसर मदद करता है। एवं शरीर को विभिन्न रोगों से बचाता है।
Q. केसर को कितने दिनों तक स्टोर करके रखा जा सकता है?
केसर को यदि ठीक प्रकार से स्टोर किया जाए तो उसे 3 साल तक स्टोर करके रखा जा सकता है।
निष्कर्ष :
इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको क्या गर्भावस्था में केसर खाना फायदेमंद है (Pregnancy Me Kesar Ke Fayde) के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है।
यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप नीचे दिए हो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।
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