प्राइमरी मास्टर कैसे बने? कोर्स, जॉब, सैलरी, करियर | Primary master kaise bane

Primary master kaise bane, क्या आप प्राइमरी स्कूल में टीचर बनना चाहते हैं? दरअसल किसी भी व्यक्ति का यह मन करता हैं कि वह बच्चों को पढ़ाये और उनमे अच्छे संस्कार निरोपित करें। यदि आप भी प्राइमरी स्कूल टीचर (Primary teacher kaise bane) बनने का सपना देख रहे हैं और इसकी प्रक्रिया के बारे में जानना चाहते हैं (Primary ka master kaise bane) तो आज हम आपके साथ पोरिमरी स्कूल का मास्टर बनने के ऊपर सबकुछ साँझा करेंगे।

आज के इस लेख में आपको प्राइमरी मास्टर बनने के ऊपर (Primary school ka teacher kaise bane) पूरी जानकारी मिलने वाली हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि इसमें आपको प्राइमरी मास्टर बनने के लिए क्या क्या करना पड़ता हैं, उसमे किन विषयों के बारे में पढ़ना होता हैं (Primary ka teacher kaise bane) तथा कौन कौन से एग्जाम पास करने होते हैं, इत्यादि के बारे में जानने को मिलेगा। आइए जाने प्राइमरी मास्टर कैसे बने।

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प्राइमरी मास्टर कैसे बने? (Primary master kaise bane)

प्राइमरी मास्टर कैसे बने और इसके लिए क्या किया जाए, यह सब जानने से पहले आपका यह जानना आवश्यक हैं कि आखिरकार एक प्राइमरी मास्टर होता क्या है और उसका काम क्या होता है। तभी आप प्राइमरी मास्टर बनने की तैयारी कर पाएंगे। इसलिए आइए सबसे पहले प्राइमरी मास्टर की परिभाषा व अन्य महत्वपूर्ण बातों के बारे मी जान लेते हैं।

प्राइमरी मास्टर कैसे बने? कोर्स, जॉब, सैलरी, करियर | Primary master kaise bane

प्राइमरी मास्टर कौन होता है? (Primary teacher kya hota hai)

एक पोरिमरी मास्टर वह होता है जो किसी भी स्कूल में छोटी कक्षाओं के बच्चों को पढ़ाने का काम करता हैं। अब आपका प्रश्न होगा कि वह प्राइमरी टीचर किन विषयों को पढ़ायेगा या फिर उसे किस विषय में पढ़ाना आता है। तो एक प्राइमरी टीचर को सभी विषयों में पारंगत होना चाहिए। हालाँकि वह किसी विषय को पढ़ाने का निर्णय ले सकता हैं लेकिन (Primary teacher kaise bane in Hindi) छोटी कक्षाओं के सभी विषयों को उसे पढ़ाना आना चाहिए।

इसके साथ ही एक प्राइमरी टीचर 6 इ 12 वर्ष की उम्र के बच्चों को (Primary school ka master) पढ़ा सकता हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि प्राइमरी मास्टर पहली से लेकर छठी कक्षा के बच्चों को पढ़ाने का काम कर सकता हैं। इसके साथ ही वह सरकारी व निजी स्कूल किसी में भी पढ़ा सकता हैं।

प्राइमरी मास्टर के क्या काम होते है (Primary teacher work)

अब बात करते हैं कि आखिरकार एकप्राइमरी मास्टर के क्या क्या काम हो सकते है। दरअसल प्राइमरी मास्टर को केवल बच्चों को पढ़ाना ही नही होता बल्कि कई अन्य काम भी करने होते हैं। आइये जानते हैं कि एक प्राइमरी मास्टर को क्या क्या काम करने पड़ते हैं।

  • छोटी कक्षाओं के बच्चों को सभी विषय पढ़ाना या एक या दो विषय के बारे में ज्ञान देना।
  • बच्चों के अंदर संस्कार निरोपित करना।
  • अपना कक्षा के बच्चों जिसका वह क्लास टीचर है उसको पूरी तरह से संभालना।
  • बच्चों की प्रतिदिन की उपस्थिति व अनुपस्थिति को नोट करना व उसका रिकॉर्ड रखना।
  • अपनी क्स्क्षा या स्कूल में किसी छात्र के द्वारा कोई गलती करने पर उसे समझाना।
  • किसी छात्र के द्वारा शरारत करने पर उसे उचित दंड देना।
  • समय समय पर अपने छात्रों के माता पिता के साथ मिलना और उन्हें बच्चें की रिपोर्ट देना।
  • बच्चें की डायरी पर घर पर किया जाने वाला काम लिखना और अगले दिन उसकी डायरी चेक करना।
  • स्कूल के प्रधानाचार्य के साथ स्कूल के काम में सहयोग देना।
  • समय समय पर बच्चों के टेस्ट इत्यादि लेते रहना।
  • बच्चों के परीक्षा पत्र बनाना और उनकी उत्तर तालिकाएँ जांचना।
  • स्कूल में किसी फंक्शन के होने पर बच्चों की उसमे भागीदारी सुनिश्चित करना।

इस तरह एक प्राइमरी मास्टर का काम केवल कक्षा में आकर और अपने पीरियड में उन्हें पढ़ा देना ही नही होता बल्कि ऊपर बताये गए सभी काम करना (Primary teacher banne ka process) भी एक प्राइमरी मास्टर का ही उत्तरदायित्व होता हैं जिसे उसे भलीभांति निभाना होता हैं।

प्राइमरी मास्टर बनने के लिए क्या करें (Primary teacher banne ke liye kya kare)

अब आपका प्रश्न होगा कि यदि आप प्राइमरी मास्टर बनना चाहते हैं तो उसके लिए आपको क्या करना पड़ेगा। तो आज हम आपको चरण दर चरण प्राइमरी मास्टर बनने की संपूर्ण प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताएँगे ताकि बाद में आपको किसी तरह (Primary teacher banne ki yogyata) की कोई भी समस्या का सामना ना करना पड़े। आइए जाने प्राइमरी मास्टर बनने की संपूर्ण प्रक्रिया के बारे में विस्तार से।

#1. सबसे पहले करे बारहवीं कक्षा को पास

यदि आप प्राइमरी मास्टर बनना चाहते हैं तो सबसे पहले अपनी स्चूली शिक्षा को पूर्ण करें। इसके लिए पहले आपको अपनी बारहवीं कक्षा को अच्छे अंक लाकर उत्तीर्ण करना होगा। आप चाहे तो बारहवीं में कोई भी स्ट्रीम ले सकते हैं जैसे कि मेडिकल, नॉन मेडिकल, कॉमर्स या आर्ट्स।

हालाँकि यदि आप आगे जाकर प्राइमरी मास्टर बनना चाहते हैं तो आपके लिए सबसे उत्तम स्ट्रीम आर्ट्स ही रहेगी। ऐसे में आप अपनी 11वीं कक्षा में आर्ट्स विषय का ही चुनाव करेंगे तो बेहतर रहेगा।

#2. स्नातक की शिक्षा ले

प्राइमरी मास्टर बनने की दिशा में अगला कदम हैं अपनी स्नातक को पूरा करना। अब आप अपनी स्नातक या ग्रेजुएशन किसी भी क्षेत्र से कर सकते हैं। उदाहरन के तौर पर यदि आपने अपनी बारहवीं कक्षा को कॉमर्स लेकर उत्तीर्ण किया हैं तो आप अपनी स्नातक बी कॉम या उससे संबंधित किसी फील्ड में कर सकते हैं।

यदि आपने आर्ट्स ली थी तो आप बी ए या उसके समान्तर कोई अन्य स्नातक की डिग्री ले सकते हैं। जब आप बैचलर या ग्रेजुएशन समाप्त कर लेंगे तब आप मास्टर बनने की दिशा में आगे बढ़ पाएंगे।

#3. या करें बीटीसी का कोर्स (BTC ka course kaise kare)

यदि आप बारहवीं के बाद स्नातक की डिग्री लिए बिना प्राइमरी स्कूल का मास्टर बनना चाहते हैं तो आप इसके लिए बीटीसी का कोर्स कर सकते हैं। हालाँकि इस कोर्स को करने से पहले इस बात को ध्यान रखे कि इसके बाद आप सरकारी स्कूल में मास्टर नही बन पाएंगे। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप प्राइमरी स्कूल के बच्चों को पढ़ा तो सकते हैं लेकिन केवल निजी स्कूल के बच्चों को।

इसलिए यदि आप स्नातक और उसके बाद बीएड के कोर्स को करने से बचना चाहते हैं तो आप सीधे बीटीसी का कोर्स करके भी काम चला सकते हैं। और उसके बाद किसी निजी स्कूल में प्राइमरी मास्टर की नौकरी कर सकते हैं। इसलिए आइए बीटीसी कोर्स के बारे में कुछ जानकारी ले लेते हैं।

बीटीसी कोर्स क्या है? (BTC course details in Hindi)

बीटीसी कोर्स का पूरा नाम बेसिक ट्रेनिंग सर्टिफिकेट (Basic Training Certificate) होता है। इस कोर्स को निजी स्कूल में प्राइमरी मास्टर बनने के लिए किया जा सकता हैं। इस कोर्स को करने की कुल अवधि 2 वर्ष की होती हैं अर्थात आपको बारहवीं करने के बाद केवल 2 साल और लगेंगे प्राइमरी स्कूल का मास्टर बनने के लिए।

बीटीसी को आप भारत के कई तरह के कॉलेज या यूनिवर्सिटी के माध्यम से कर सकते हैं। आप चाहे तो अपने घर बैठे डिस्टेंट एजुकेशन की सुविधा प्रदान कर रहे कॉलेज से भी बीटीसी का कोर्स कर सकते हैं।

2 वर्ष के बाद आपको बीटीसी की डिग्री दे दी जाएगी। इसमें आपका 70 हज़ार से लेकर 1.5 लाख तक का खर्चा हो सकता हैं। इसको करने के बाद आप किसी भी निजी स्कूल में प्राइमरी टीचर की जॉब के लिए आवेदन दे सकते हैं।

#4. बीएड की डिग्री ले (B.ed course kya hai)

यदि आप प्राइमरी मास्टर बनने को लेकर गंभीर हैं और इसमें एक अच्छी और सम्मानजनक नौकरी पाना चाहते हैं तो आपको अवश्य ही बीएड का कोर्स करना चाहिए। दरअसल किसी भी सरकारी स्कूल फिर चाहे वह केंद्र सरकार के द्वारा संचालित किया जाता हो या फिर राज्य सरकार के द्वारा या फिर अन्य मान्यता प्राप्त निजी स्कूल, हर किसी में बीएड किये हुए लोगों को ही मान्यता दी जाती हैं।

इसलिए आप बीएड करने के (B.ed course in Hindi) लिए ही अपना मन पक्का करें। इसके लिए पहले आपको किसी क्षेत्र में अपनी ग्रेजुएशन या स्नातक पूरी करनी होगी और उसमे मिले अंकों के आधार पर ही आपको बीएड के कॉलेज में प्रवेश मिलेगा।

बीएड के कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए आपको अपनी ग्रेजुएशन में न्यूनतम 50 प्रतिशक अंक लाने होंगे। हालाँकि आपका इससे कम अंक लाने पर भी किसी कॉलेज में प्रवेश हो जाएगा लेकिन वह इतना अच्छा नही होगा।

बीएड के बारें में जानकारी (B.ed full form in Hindi)

यदि बात बीएड की फुल फॉर्म की की जाए तो यह बैचलर ऑफ एजुकेशन (Bachelor of Education) होगी। यह दो वर्ष का कोर्स होता हैं जिसे अपनी सनातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद किया जा सकता हैं। इसे करने के बाद आप किसी भी सरकारी स्कूल में प्राइमरी या माध्यमिक या उच्च माध्यमिक के अध्यापक बन सकते हैं। एक तरह से सरकारी स्कूल में मास्टर बनने के लिए बीएड की डिग्री लेना अनिवार्य होता हैं।

इसे आप किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी से कर सकते हैं। साथ ही इसे करने के लिए आपको कई तरह की प्रवेश परीक्षाएं भी देनी होती हैं। यदि आप सामान्य कॉलेज में प्रवेश ले रहे हैं तो कोई प्रवेश परीक्षा देने की आवश्यकता नही। इसे करने में 30 हज़ार से लेकर 1 लाख तक का खर्चा हो सकता हैं।

बीएड में प्रवेश पाने के लिए परीक्षा (B.ed course me kya hota hai)

यदि आप बीएड के किसी अच्छे और सरकारी कॉलेज में प्रवेश पाना चाहते हैं तो इसके लिए ना केवल आपको अपनी ग्रेजुएशन में अच्छे अंक लाने होंगे बल्कि बीएड कॉलेज में प्रवेश लेने के लिए प्रवेश परीक्षा भी देनी होगी। यह प्रवेश परीक्षा अलग अलग बड़े कॉलेज व यूनिवर्सिटी के द्वारा अपने स्तर पर आयोजित करवाई जाती हैं। आइए उनके बारे में भी कुछ जानकारी ले ले।

  • RIT CEE (Regional Institutes of Education Common entrance examination)
  • DU BEd (दिल्ली विश्वविद्यालय में बीएड करने के लिए)
  • IPU CET (गुरु गोविंद सिंह इन्द्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से बीएड करने के लिए)
  • BHU UET (बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से बीएड करने के लिए)
  • TUEE (तेजपुर यूनिवर्सिटी, असम)
  • CUCET (Central Universities Common Entrance Test) अर्थात केंद्रीय विश्वविद्यालय में बीएड करने की परीक्षा

इस तरह से आप इन परीक्षा में किसी भी परीक्षा को देकर बीएड करने के टॉप कॉलेज को चुन सकते हैं और फिर वहां से 2 वर्ष में अपनी बीएड पूरी कर सरकारी स्कूल या निजी स्कूल में प्राइमरी मास्टर बनने के लिए आवेदन दे सकते हैं।

#5. निजी स्कूल में प्राइमरी मास्टर बनने के लिए आवेदन करें (Private primary teacher kaise bane)

अब सबसे पहले बात करते हैं निजी स्कूल में प्राइमरी मास्टर बनने की। दरअसल बहुत स्व लोग सरकारी स्कूल में मास्टर बनने की इच्छा नही रखते। ऐसा एक तो उनके लिए होने वाली परीक्षा और उसमे होने वाला कम्पटीशन का सामना करना और दूसरा सरकारी स्कूल का शहर से दूर होना। ऐसे में वे अपनी घर के पास के ही किसी निजी स्कूल में प्राइमरी मास्टर बनना चाहते हैं।

तो यदि आप किसी निजी या प्राइवेट स्कूल में प्राइमरी मास्टर बनने की इच्छा रखते हैं तो इसके लिए सबसे पहले आपको किसी निजी स्कूल का चुनाव करना होगा। हो सके तो आप अपने शहर के या अपने घर के आसपास के सभी स्कूल में आवेदन दे सकते हैं।

इसके लिए पहले तो अपना एक अच्छा सा रिज्यूमे बनाए। उस रिज्यूमे में अपना नाम, जन्म तिथि, उम्र, लिंग, पता, दसवीं व बारहवीं कक्षा के अंक, स्नातक के अंक’, बीएड की जानकारी, कॉलेज का नाम, बीएड समाप्त करने का वर्ष, व अन्य संबंधित जानकारी अंकित करें। अब इनके साथ अपने आवश्यक दस्तावेज की प्रतिलिपि भी लगाए।

अब आप इसे लेकर निजी स्कूल में जाए और वहां जाकर पता करे कि क्या वहां पर प्राइमरी मास्टर की कोई vacancy हैं? यदि हैं तो उन्हें अपना रिज्यूमे दे। यदि नही भी हैं तो भी भविष्य के लिए वहां अपने रिज्यूमे की एक फोटोकॉपी अवश्य दे दे। इसके बाद जब उन्हें आपका इंटरव्यू लेना होगा तब से आपसे संपर्क करेंगे।

इंटरव्यू या साक्षात्कार की पूरी तैयारी करके जाए। साथ ही आत्म विश्वास बनाए रखे। यदि आप उनके द्वारा पूछे गए सभी प्रश्नों का पक्के मन से उत्तर देंगे और हौसला बनाए रखेंगे तो अवश्य ही आपका उस प्राइवेट स्कूल में प्राइमरी मास्टर के रूप में चयन हो जाएगा। अब आप वहां के बच्चों को पढ़ाना शुरू कर सकते हैं।

#6. सरकारी स्कूल में प्राइमरी मास्टर कैसे बने (Sarkari primary teacher kaise bane)

अब बात्कारते हैं सरकारी स्कूल में प्राइमरी टीचर बनने की। दरअसल जो भी बीएड करता हैं उसका सपना किसी सरकारी स्कूल में प्राइमरी टीचर बनने का होता हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि वह नौकरी बहुत ही आरामदायक नौकरी होती हैं और ऊपर से उसमे (Sarkari primary ka master) मिलने वाला पैसा भी किसी निजी स्कूल के प्राइमरी टीचर से अधिक होता हैं। इसलिए यदि आप भी सरकारी विद्यालय में प्राइमरी मास्टर बनने का स्सपना देख रहे हैं तो आइए जाने उसके लिए आपको क्या क्या करना पड़ेगा।

प्राइमरी मास्टर बनने के लिए चयन प्रक्रिया (Primary teacher selection process in Hindi)

यदि आपने अपनी बीएड पूरी कर ली हैं तो अब आपको केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा अपने यहाँ प्राइमरी के मास्टर रखने के लिए आयोजित परीक्षाओं में बैठना होगा। इस परीक्षा को TET या CTET के नाम से जाना जाता हैं। इसलिए यदि आप सरकारी प्राइमरी मास्टर बनने की चाह रखते हैं तो आपको इस परीक्षा को उत्तीर्ण करना होगा।

TET / CTET की परीक्षा देना (TET CTET kya hai)

इस टेस्ट को देने से पहले आपका इसका पूरा नाम पता होना चाहिए। तो TET की फुल फॉर्म टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (Teacher Eligibility Test) होगा जिसे हिंदी में शिक्षक पात्रता परीक्षा कहा जाएगा। उसी तरह CTET का पूरा नाम सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (Central Teacher Eligibility Test) होगा जिसे हिंदी में केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा कहा जाएगा।

यदि आप सोच रहे हैं कि यह दोनों परीक्षाएं अलग अलग हैं और इसमें एक केंद्र सरकार आयोजित करवाती हैं और दूसरी राज्य की राज्य सरकारे तो आप गलत हैं।

दरअसल यह एक ही परीक्षा हैं जिसे दो अलग अलग नाम दे दिए गए हैं या यूँ कहे कि इसे छोटी फॉर्म में TET कह दिया जाता हैं। तो यदि आप प्राइमरी मास्टर बनना चाहते हैं तो आपको पहले केंद्र व राज्य सरकार द्वारा आयोजित TET की परीक्षा में बैठना होगा।

किसी स्कूल में पढ़ा कर दिखाना

यदि आप सोच रहे हैं कि केवल TET की परीक्षा पास करके आपका प्राइमरी मास्टर के पद पर चयन हो जाएगा तो आप गलत हैं। जब हम या आप छोटे थे तो कई बार आपने अपने स्कूल में बाहर से मास्टर को आते देखा होगा जो आपको एक पीरियड लेकर पढ़ते होंगे। साथ ही एक अन्य व्यक्ति कक्ज्षा में पीछे बैठकर उसे देखते होंगे।

तो दरअसल यह प्राइमरी स्कूल में मास्टर बनने की ही चयन प्रक्रिया होती हैं। इसमें उस प्राइमरी मास्टर को किसी विद्यालय में पढ़ाकर दिखाना होता हैं कि वह बच्चों को किस तरह से पढ़ा सकता हैं और उन्हें कैसे संभाल सकता हैं। एक तरह से यह प्राइमरी मास्टर बनने के लिए साक्षात्कार कहा जा सकता हैं जो कोई व्यक्ति नही बल्कि कक्षा के बच्चे लेते हैं।

सरकारी प्राइमरी मास्टर की नौकरी करना (Government primary teacher kaise bane)

इसके बाद जैसे ही आपका CTET व इंटरव्यू में चयन हो जाएगा तब आपको किसी सरकारी स्कूल में प्राइमरी मास्टर की नौकरी मिल जाएगी। यह नौकरी आपको अपने राज्य के किसी भी सरकारी स्कूल में मिल सकती हैं। हालाँकि आप कुछ वर्ष वहां नौकरी करके अपने स्थानान्तरण के लिए आवेदन दे सकते हैं।

सरकारी स्कूल में प्राइमरी मास्टर की नौकरी मिलने के बाद आपको स्कूल के नियत समय के आधार पर वहां जाना होगा और स्कूल समाप्त होने तक वहां रहकर अपनी कक्षा के बच्चों को पढ़ाना होगा। इस बात का ध्यान रखे कि अब आप उस स्कूल के एक सदस्य बन चुके होते हैं और अपने बच्चों के अच्छे परीक्षा परिणाम का उत्तरदायित्व भी आप पर ही होता हैं।

प्राइमरी मास्टर का वेतन (Primary master ki salary kitni hai)

यदि प्राइमरी मास्टर को मिलने वाले वेतन की बात की जाए तो वह सरकारी व निजी स्कूल के अनुसार अलग अलग हो सकता हैं। यदि आप किसी सरकारी स्कूल में प्राइमरी मास्टर की नौकरी कर रहे हैं तो आपकी सैलरी 30 से 50 हज़ार के बीच होगी। साथ ही हर वर्ष आपकी सैलरी में 2 से 4 हज़ार की वृद्धि भी होगी। इसी केसाथ आपको सरकार की ओर  से अन्य वेतन भत्ते भी मिलेंगे जैसे कि पेट्रोल, बिजली, पानी इत्यादि का पैसा।

यदि आप किसी निजी स्कूल में प्राइमरी मास्टर की नौकरी कर रहे हैं तो यह पूर्ण रूप से उस निजी स्कूल, आपके अनुभव, शहर, बच्चों की फीस इत्यादि कई कारको पर निर्भर करेगी। निजी स्कूल के प्राइमरी मास्टर की सैलरी 10 हज़ार से लेकर 40 हज़ार तक हो सकती हैं।

प्राइमरी मास्टर कैसे बने – Related FAQs

प्रश्न: प्राइमरी टीचर बनने के लिए क्या करें?

उत्तर: प्राइमरी का टीचर बनने के लिए पहले बीएड करें और फिर उसके बाद TET की परीक्षा दे।

प्रश्न: प्राइमरी टीचर बनने के लिए कितनी उम्र होनी चाहिए?

उत्तर: प्राइमरी टीचर बनने के लिए आपकी उम्र न्यूनतम 20 वर्ष होनी चाहिए।

प्रश्न: 12वीं के बाद सरकारी शिक्षक कैसे बने?

उत्तर: 12वीं के बाद सरकारी शिक्षक बनने के लिए पहले स्नातक की डिग्री ले और फिर बीएड करें, इसके बाद CTET की परीक्षा दे।

प्रश्न: टीचर बनने के लिए कौन सी पढ़ाई करनी चाहिए?

उत्तर: टीचर बनने के लिए आपको 2 वर्ष की बीएड करनी पड़ेगी।

प्रश्न: टीचर बनने के लिए कितने साल लगते हैं?

उत्तर: टीचर बनने के लिए आपके बारहवीं की कक्षा उत्तरीं करने के पश्चात न्यूनतम 5 वर्ष लगेंगे और इससे अधिक कितने भी लग सकते है।

तो आज आपने जाना कि प्राइमरी मास्टर कौन होता है, उसके क्या क्या काम होते है, प्राइमरी मास्टर बनने के लिए क्या क्या करना पड़ता है, उसके लिए कौन सी परीक्षा देनी होती है., प्राइवेट स्कूल में प्राइमरी मास्टर कैसे बने तो सरकारी प्राइमरी मास्टर कैसे बने इत्यादि।

राधा वैश्य

राधा वैश्य लखनऊ उत्तर प्रदेश से हैं। वह शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ीं हैं, और लोगों के साथ ज्ञानवर्धक जानकारी साक्षा करने में रूचि रखतीं हैं। इनके 500 से ज्यादा लेख प्रकाशित हो चुके हैं।

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