आजकल हम सभी का जीवन आधुनिक हो गया है। इसका सबसे बड़ा कारण मशीन है। मनुष्य के द्वारा दिन पर दिन नहीं नहीं मशीनों का अविष्कार किया जा रहा है। जिससे मानव जीवन बहुत ही सरल और सुगम हो गया है। परंतु मनुष्य के द्वारा विभिन्न प्रकार की मशीनें बनाई रही है। इन्हीं में से एक मशीन प्रिंटर मशीन है, जिसके बारे में आप सभी लोगों ने अवश्य सुना होगा। लेकिन बहुत से लोगों को इसकी संपूर्ण जानकारी नहीं है। इसीलिए आज हम अपने इस लेख के अंतर्गत Printer ka avishkar kisne kiya? इसके बारे में बताने जा रहे हैं।
प्रिंटर मशीन आज के जीवन में एक अहम भूमिका निभाती है। वैसे तो प्रिंटर मशीन के बारे में प्रत्येक व्यक्ति जानता होगा। परंतु बहुत से लोग ऐसे हैं, जिन्हें अभी तक यह नहीं पता कि प्रिंटर क्या होता है? इसीलिए हम आपको आज यहां इसकी जानकारी दे रहे है। यह जानकारी आगे किसी भी कार्य में आपके काम आ सकती है। इसीलिए हमारे द्वारा आप सभी को नीचे What is a printer? Who invented the printer machine? के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक दी गई है। यदि आप लोग भी प्रिंटर से संबंधित अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। तो आपको हमारा यह लेख अंत तक पढ़ना होगा।
प्रिंटर क्या होता है? (What is a printer?)
आइए सबसे पहले जानते हैं कि Printer kya hota hai? प्रिंटर एक प्रकार का आउटपुट डिवाइस है, जो कंप्यूटर पर प्राप्त डाटा या रिजल्ट को एक खाली कागज पर छाप देता है अर्थात प्रिंटर के द्वारा किसी भी डाटा को खाली कागज पर प्रिंट किया जा सकता है। कंप्यूटर के अंतर्गत उपस्थित डाटा को सॉफ्ट कॉपी के नाम से जाना जाता है, परंतु जब यह डाटा प्रिंटर के द्वारा प्रिंट कर लिया जाता है।
तब इसे हार्ड कॉपी कहा जाता है। इसीलिए इसके द्वारा कंप्यूटर के डाटा को हार्ड कॉपी के रूप में बदल दिया जाता है। प्रिंटर एक आउटपुट मशीन होती है, जो कंप्यूटर से मिलने वाले आउटपुट डाटा को अपनी मेमोरी में स्टोर करती है। स्टोर करने के तत्पश्चात एक प्रिंटर के द्वारा कोई डाटा प्रिंट किया जाता है।
यदि आप प्रिंटर की क्वालिटी का पता लगाना चाहते हैं, तो प्रिंटर के द्वारा प्रिंट किये गए डाटा के रेसोलुशन को देखकर पता लगा सकते हैं। कंप्यूटर के द्वारा प्रिंटर को आउटपुट एक केवल के माध्यम से भेजा जाता है। परंतु आजकल वाईफाई और ब्लूटूथ कनेक्टिविटी वाले भी प्रिंटर उपस्थित है, जिनमें सिगनल्स के माध्यम से कंप्यूटर का आउटपुट प्रिंटर तक पहुंच जाता है।
यदि आप और भी सरल भाषा में जानना चाहते हैं, कि प्रिंटर क्या है? तो प्रिंटर एक ऐसी मशीन है, जो कंप्यूटर में उपस्थित डिजिटल डाटा जैसे:- डॉक्यूमेंट, इमेज और डिज़ाइन आदि को सबसे पहले अपनी मेमोरी में स्टोर करता है तथा धीरे-धीरे खाली पेपर पर उसे छापता है। लोकल भाषा में कई जगह इसे छापने वाली मशीन के नाम से भी संबोधित किया जाता है।
प्रिंटर का इतिहास? (History of printers?)
दोस्तो, यदि आप प्रिंटर के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। तो आपको इसके इतिहास की थोड़ी बहुत जानकारी रखनी होगी। इसीलिए हम आपको यहां History of printers? के बारे में जानकारी दे रहे हैं। असल में प्रिंटर की शुरुआत 18 वीं शताब्दी में हुई थी क्योंकि तब कंप्यूटर के पिता चार्ल्स बैबेज ने सबसे पहले मैकेनिकल प्रिंटर को लांच किया था, परंतु यह प्रिंटर अधिक विकसित नहीं था।
हाई स्पीड प्रिंटर को 1953 में Remington rand द्वारा विकसित किया गया था। ऐसे समय-समय पर विभिन्न प्रकार के प्रिंटर को नए नए फीचर्स के साथ विकसित किया जाने लगा। ताकि मानव जीवन को और भी सरल बनाया जा सके। साथ ही साथ कार्य को भी कम किया जा सके।
18 वीं शताब्दी से लेकर आज तक नए नए प्रकार के कई प्रिंटर विकसित हो गए हैं। जिनकी सहायता से संपूर्ण मानव जीवन बहुत सरल हो गया है। परंतु 1988 में hp deskjet ink jet प्रिंटर को एचपी कंपनी के द्वारा लांच किया गया था। जिसे आगे चलकर एचपी कंपनी के द्वारा हजार डॉलर में बेच दिया गया था।
इसी इंजेक्ट प्रिंटर के द्वारा बहुत अधिक लोकप्रियता हासिल की गई तथा बहुत ही कम समय में सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाले प्रिंटर की सीरीज में इंजेक्ट प्रिंटर शामिल हो गया। इस प्रकार विभिन्न प्रकार के प्रिंटर समय-समय पर लांच किए जाने लगे तथा 18 वीं शताब्दी से ही मानव प्रिंटर के ऊपर छपाई हेतु आश्रित हो गया।
प्रिंटर का आविष्कार किसने किया? (Who invented the printer?)
हमारे द्वारा ऊपर आपको बताया गया कि प्रिंटर की पहचान अस्तित्व में कब आयी। परंतु आप लोगों के मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि Printer ka avishkar kisne kiya? प्रिंटर मशीन के अविष्कार की जानकारी ऊपर भी आपको मिल रही होगी। परंतु हम आपको बता दें कि प्रिंटर का आविष्कार 1938 में चेस्टर कार्लसन के द्वारा किया गया था। इस प्रिंटर का नाम इलेक्ट्रो फोटोग्राफी रखा गया था। माना जाता है कि सबसे पहला कंप्यूटर प्रिंटर 1953 में Remington rand कंपनी के द्वारा किया गया था। जिसका इस्तेमाल यूनीवैक कंप्यूटर में किया जाना था।
इसके तत्पश्चात आईबीएम कंपनी के द्वारा सबसे पहला डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर 1957 में लांच किया गया था। इसके तत्पश्चात आगे चलकर प्रिंटर के क्षेत्र में नए-नए वैज्ञानिकों ने नए नए अविष्कार किए, जिसके कारण आज हमें प्रिंटर की सुविधा उपलब्ध है।
हम सब जानते हैं कि प्रिंटर एक हार्डवेयर आउटपुट डिवाइस है, जिसके माध्यम से किसी भी सॉफ्ट कॉपी को हार्ड कॉपी में बदला जा सकता है अर्थात किसी भी डॉक्यूमेंट, इमेज और डिजाइन आदि को प्रिंट करने में सक्षम हो सकते हैं। यह बिजली के माध्यम से चलने वाली डिवाइस है। जिसके माध्यम से डिजिटल सूचना को किसी भी कागज पर छापा जा सकता है।
प्रिंटर के फायदे?(Benefits of printers?)
प्रिंटर मशीन एक बहुत ही सुगम मशीन है, इसके माध्यम से बहुत से कार्य सरल हो गए हैं। परंतु आज भी जब व्यक्ति प्रिंटर मशीन खरीदने जाता है, तो उसके फायदों की जानकारी प्राप्त करता है। इसीलिए हमारे द्वारा आप सभी को Benefits of printers? के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक दी गई है। जो कि निम्न प्रकार है-
- कंप्यूटर के अंतर्गत उपस्थित डाटा को किसी भी कागज पर छापने का कार्य प्रिंटर के माध्यम से सफल हो पाता है।
- प्रिंटर के माध्यम से प्रिंट किए गए डाटा जैसे:- डॉक्यूमेंट, इमेज आदि को पढ़ने में बेहद आसानी होती है।
- प्रिंटर के द्वारा कंप्यूटर की सॉफ्ट कॉपी को हूबहू हार्ड कॉपी में प्रिंट कर दिया जाता है।
- प्रिंटर के अंतर्गत बहुत सारे डॉक्यूमेंट को एक साथ प्रिंट करने की क्षमता होती है अर्थात आप प्रिंटर की सहायता से बहुत सारे डॉक्यूमेंट, टेक्स्ट और इमेज आदि को प्रिंट कर सकते हैं।
- प्रिंटर की सहायता से आप कैमरा, मोबाइल आदि के माध्यम से खींचे गए फोटो को किसी भी कागज पर छाप सकते हैं।
- यदि आप किसी दस्तावेज की मल्टीपल कॉपी प्राप्त करना चाहते हैं, तो यह कार्य भी प्रिंटर के माध्यम से बहुत आसानी से हो जाता है।
- हमारे द्वारा आपको ऊपर प्रिंटर के फायदों के बारे में बता दिया गया है। यदि आप एक प्रिंटर मशीन खरीदते हैं, तो आपको ऊपर दिए गए संपूर्ण फायदे प्राप्त होते हैं।
प्रिंटर के नुकसान? (Disadvantages of printers?)
आजकल के आधुनिक दौर को मशीनरी युग के नाम से भी जाना जाता है। यही कारण है कि आज के समय में युवा पूरी तरीके से मशीनों पर निर्भर हो गया है। मशीनों के विभिन्न प्रकार के फायदे मानव जीवन को मिल रहे है, परंतु हर मशीन फायदों के साथ-साथ नुकसान भी देती है। इसीलिए हमारे द्वारा आप सभी को प्रिंटर के फायदों के साथ-साथ प्रिंटर के नुकसान की भी जानकारी दी जा रही है। यदि आप जानना चाहते हैं कि प्रिंटर के नुकसान कौन-कौन से हैं? तो हमारे द्वारा नीचे पॉइंट के माध्यम से Disadvantages of printers? के बारे में बताया जा रहा है। जो कि निम्न प्रकार है-
- सबसे पहले यदि आप अच्छी क्वालिटी का प्रिंटर खरीदना चाहते हैं, तो वह आपको काफी महंगा मिलता है।
- यदि आप कंप्यूटर के डाटा को किसी कागज पर छापना चाहते हैं, तो प्रिंटर के द्वारा सामान्य पेपर पर छपाई नहीं की जा सकती है। आपको इसके लिए अच्छी क्वालिटी के पेपर की आवश्यकता पड़ती है।
- प्रिंटर को आप इनवेटर आदि किसी भी प्रकार की बैटरी पर नहीं चला सकते हैं। प्रिंटर अधिक बिजली की खपत करता है, इसलिए आपको इसके लिए अधिक वोल्टेज की आवश्यकता होती है।
- प्रिंटर का इस्तेमाल करने के लिए मानव के द्वारा अच्छी क्वालिटी का पेपर बनाया जा रहा है। जिसके कारण अधिक पेड़ों का कटाव हो रहा है, इसीलिए हमारा पर्यावरण भी प्रभावित हो रहा है।
- ऊपर दिए गए संपूर्ण नुकसान एक प्रिंटर के कारण हुई हो रहे हैं।
प्रिंटर का उपयोग? (Uses of printers?)
आज के समय में आपको प्रिंटर की बहुत सारी मशीनें उपलब्ध हो जाएंगी। जिनको अलग-अलग कंपनी के द्वारा बनाया गया होगा। परंतु अच्छी कंपनी की मशीनों को खरीदने के लिए आपके पास अच्छे पैसे होने आवश्यक है, परंतु सवाल यह उठता है कि प्रिंटर का उपयोग ऐसे कौन कौन से कार्य में किया जा सकता है? जिसके लिए आप इतने सारे पैसे खर्च करें। तो यदि आप जानना चाहते हैं Uses of printers? के बारे में तो हमारे द्वारा आप सभी को इसकी जानकारी नीचे दी गई है-
- प्रिंटर का उपयोग अलग-अलग आवश्यकताओं के अनुसार मनुष्य के द्वारा किया जाता है।
- प्रिंटर की सहायता से आप किसी भी फोटो को प्रिंट कर सकते हैं।
- यदि आपने कंप्यूटर पर किसी भी डाक्यूमेंट्स को प्राप्त किया है। तो आप उस डॉक्यूमेंट को कागजी तौर पर प्रिंट करके रख सकते हैं।
- प्रिंटर की सहायता से आप किसी भी टैक्स को प्रिंट करने में सक्षम हो सकते हैं।
- आज के समय में प्रिंटर का उपयोग स्कूल, विद्यालय और अस्पताल आदि बहुत सी जगह पर होता है।
- इसके अलावा भी प्रिंटर के द्वारा बहुत से कार्य किए जा सकते है। इसीलिए प्रिंटर का आज के समय में हर जगह उपयोग है।
प्रिंटर का आविष्कार किसने किया? इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर (FAQs)
Q:-1. प्रिंटर क्या होता है?
Ans:-1. प्रिंटर एक आउटपुट डिवाइस है, जिसके माध्यम से किसी भी चीज़ को जैसे:- दस्तावेज, इमेज और डिजाइन आदि को प्रिंट किया जा सकता है। इसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से किया जाता है। प्रिंटर के द्वारा अधिक बिजली की खपत की जाती है।
Q:-2. प्रिंटर का आविष्कार कब और किसने किया?
Ans:-2. प्रिंटर का अविष्कार 1938 में चेस्टर कार्लसन के द्वारा किया गया था। इस कंप्यूटर को इलेक्ट्रो फोटोग्राफी नाम से जाना जाता है।
Q:-3. सबसे पहला कंप्यूटर प्रिंटर किसके द्वारा लॉन्च किया गया?
Ans:-3. सबसे पहला कंप्यूटर प्रिंटर 1953 में remington rand company कंपनी के द्वारा यूनीवैक कंप्यूटर के लिए किया गया था।
Q:-4. प्रिंटर किस प्रकार कार्य करता है?
Ans:-4. प्रिंटर कंप्यूटर में उपस्थित डिजिटल कॉपी को हार्ड कॉपी में परिवर्तित करने हेतु सक्षम होता है। इसके माध्यम से आप किसी भी दस्तावेज की मल्टीपल कॉफी बनाने में भी सक्षम होते हैं। इसके अलावा भी आप प्रिंटर की सहायता से विभिन्न प्रकार की कार्य करने में सक्षम हो सकते है।
Q:-5. प्रिंटर के कारण पर्यावरण का क्या नुकसान है?
Ans:-5. प्रिंटर का इस्तेमाल किसी भी दस्तावेज, इमेज और टेक्स्ट को प्रिंट करने के लिए किया जाता है। जिसके लिए एक अच्छी क्वालिटी के कागज की आवश्यकता होती है। इसी कारण बहुत अधिक पेड़ों का कटाव हो रहा है, जो पर्यावरण के लिए हानिकारक है।
Q:-6. प्रिंटर का उपयोग कहां कहां किया जाता है?
Ans:-6. आज के समय में प्रिंटर का उपयोग विभिन्न प्रकार के क्षेत्रों जैसे:- अस्पतालों, स्कूलों और कंप्यूटर सेंटर आदि में देखते हैं। साथ ही साथ आजकल लोग अपने घरों पर भी प्रिंटर का इस्तेमाल करने लगे हैं।
निष्कर्ष (Conclusion):- आज हमारे द्वारा आप सभी को इस आर्टिकल के अंतर्गत Printer kya hota hai? Printer ka avishkar kisne kiya? आदि के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार बताई गई है। प्रिंटर से संबंधित जानकारी प्रत्येक व्यक्ति को होनी चाहिए।
ताकि आप सबको किसी भी बात की परेशानी ना हो। इसलिए हमारे द्वारा आपको इससे संबंधित इतिहास आदि की भी जानकारी के बारे में बताया गया है। हमें उम्मीद है कि आप सभी को हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी बेहद पसंद आई होगी। यदि आपको प्रिंटर से संबंधित यह जानकारी पसंद आई हो, तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताइए। साथ ही हमारे इस लेख को अपने सभी जरूरतमंद दोस्तों व रिश्तेदारों के साथ शेयर करना ना भूले।