गणतंत्र दिवस पर स्पीच के सैंपल और टिप्स 

हमारा देश हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हम जिस देश में रहते हैं। उसे प्रेम करना और उसका ध्यान रखना हमारा कर्तव्य होता है। इसलिए हमें अपने देश के विषय में पूरी जानकारी रखनी चाहिए और कौन-कौन से राष्ट्रीय पर्व हमें अपने देश के सम्मान में बनाने चाहिए। उसके विषय में भी हमें जानकारी होनी चाहिए। गणतंत्र दिवस एक बहुत महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व है उसे पर हम कैसे स्पीच तैयार कर सकते हैं (Republic day speech) उसके विषय में हमें अक्सर जानकारी नहीं होती। 

इस पार्टिकल के माध्यम से हम आपको गणतंत्र दिवस पर स्पीच के सैंपल और टिप्स(Republic day speech sample and tips) के विषय में जानकारी देंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े। 

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गणतंत्र दिवस क्या है? | What is Republic Day?

भारत में गणतंत्र दिवस (Republic day kya hai?) 26 जनवरी को मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस के दिन भारत का संविधान लागू हुआ था गणतंत्र दिवस की शुरुआत 26 जनवरी 1950 से हुई 26 जनवरी 1950 को भारत देश के द्वारा संविधान को अपनाया गया था। 

गणतंत्र दिवस पर स्पीच के सैंपल और टिप्स 

संविधान के निर्माता बाबासाहेब आंबेडकर हैं जिन्होंने संविधान को बनाने में बहुत महत्वपूर्ण रोल निभाया था। संविधान को लागू करने के बाद ही भारत देश गणतंत्र देश के रूप में विकसित हुआ। 

भारत देश को आजादी 15 अगस्त 1947 को ही मिल गई थी परंतु एक देश को रेगुलेट करने के लिए उसका संविधान होना जरूरी हैं। इसलिए भी भारत के संविधान को बहुत महत्वपूर्ण तथ्य माना गया और इसका निर्माण 26 जनवरी 1950 तक कर दिया गया। 

गणतंत्र दिवस पर स्पीच तैयार करने के टिप्स | Tips to prepare speech on Republic Day

गणतंत्र दिवस पर बहुत (Republic day speech ke tips)सारे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जिनके माध्यम से लोग अपने देश प्रेम को जाहिर करने का प्रयास करते हैं।

 गणतंत्र दिवस पर बहुत सारे लोगों के द्वारा स्पीच दी जाती है उसे स्पीच को कैसे तैयार किया जा सकता है। उसके विषय में नीचे टिप्स दिए गए हैं। 

1. पूरी रिसर्च करें :

यदि आप गणतंत्र दिवस के बारे में पूरी जानकारी रखते हैं। तब भी आपको स्पीच लिखने से पहले पूरी तरीके से उसके विषय में रिसर्च करनी चाहिए। यदि आपका बच्चा कंप्यूटर चला लेता है तो उसे ही चीजों को रिसर्च करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

 वरना आप उसे विभिन्न चीजों को रिसर्च करके जानकारी दे। सकते हैं रिसर्च करने पर गणतंत्र दिवस के विषय में आपको ऐसी चीज पता लगेंगे जो आपने कभी नहीं सुनी होगी। 

2. समय पर ध्यान दें :

स्पीच लिखने पर यह महत्वपूर्ण है कि आप समय पर विशेष ध्यान दें स्पीकर की शुरुआत कब हुई है और उसे कितना समय देना चाहिए। इसके विषय में पूरी जानकारी आपको होनी चाहिए। 

3. स्पीच का फॉर्मेट तैयार करें :

स्पीच का फॉर्मेट उसे हिसाब से होना चाहिए जिस हिसाब से वह जगह और स्थान है। जिस हिसाब से वहां के लोग हैं इन सारी चीजों को हमें मध्य नजर ही स्पीच का फॉर्मेट तैयार करना चाहिए। फॉर्मेट तैयार करने के कुछ टिप्स नीचे आपको स्पष्ट तरीके से बताए गए हैं। 

  • यदि एक बच्चे को स्कूल में स्पीच देनी है तो स्कूल में आए हुए सभी अतिथि गण और स्कूल के टीचर प्रिंसिपल स्टूडेंट सभी के सम्मान में बच्चों को कुछ शब्द अवश्य बोलनी चाहिए। 
  • यदि आपको स्पीच एक समिति में देनी है तो सोसाइटी के गणमान्य व्यक्तियों के सम्मान में आपको कुछ अच्छे शब्द बोलते हैं।
  • समिति के अध्यक्ष सेक्रेटरी चीफ गेस्ट और ऑडियंस के विषय में आपको कुछ अच्छे शब्द बोलकर अपनी स्पीच की शुरुआत करनी है। 
  • आपको स्पीच देने में कितनी खुशी है और आप कितना गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। इसका इजहार आप अपनी स्पीच के माध्यम से लोगों को बात कर कर सकते हैं। 
  • स्पीच में बच्चों को संविधान का अर्थ बताना चाहिए और यह भी बताना चाहिए कि हमारा संविधान हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है। और कितनी मेहनत के बाद भारत के स्वतंत्रता सेनानियों और उसके पश्चात संविधान निर्माता के द्वारा इसका निर्माण किया गया। 
  • अपनी स्पीच में यह भी बताना चाहिए कि पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस को कितने हर्ष और खुशी के साथ मनाया जाता है। 
  • स्वतंत्रता दिवस को सेलिब्रेट करने के विभिन्न विभिन्न तरीकों के विषय में लोगों से अपनी स्पीच में साझा करें। 
  • हमारे देश में वीर और बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में कुछ शब्द कहें उनके जीवन परिचय के बारे में वर्णन करें और लोगों को बताएं की कितनी मेहनत के बाद हमारे देश को आजादी मिली। और आज हमें यह स्वतंत्रता दिवस मनाने का मौका मिल रहा है। 
  • अंत में अपनी स्पीच को पूरा करते समय सभी का आभार प्रकट करें। और इस पेज को छोड़ते समय जय हिंद और भारत माता की जय के नारे लगाए। 

4. बच्चों को स्पीच लिखने दे :

बच्चों को उसकी दी जाने वाली स्पीच को खुद तैयार करना चाहिए। जिससे बच्चों को आइडिया रहता है कि उसे कौन सी पंक्ति के समय उपयोग करनी है या कौन सी पंक्ति को ज्यादा हाईलाइट करना है या ज्यादा जोड़ देना है। यदि कोई और व्यक्ति बच्चों को स्पीच तैयार करके दे देगा तो इससे कोई भी फायदा मिलना संभव नहीं है। 

5. बच्चों को स्पीच तैयार करने में मदद करें :

इस बीच में ऐसे बहुत सारे फैक्ट या नाम दिए गए होते हैं। जो बच्चे ने पहली बार सुने हैं और जिन्हें याद करने में बच्चों को कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है और वह स्टेज पर जाकर इन्हें भूल भी सकता है। इसलिए हमें बच्चों को फैक्ट को याद करने में मदद करनी चाहिए। 

उसे बार-बार स्पीच को बिना देखे बुलवाकर उसकी प्रैक्टिस करनी चाहिए जिससे स्टेज पर जाकर वह अपनी स्पीच को बिना डरे और बिना हिचकी  बोल पाए। जो फैक्ट बच्चों ने अपनी स्पीच में लिखे हैं। 

उन फैक्ट से संबंधित पूरी हिस्ट्री बच्चों को बताएं इससे बच्चों को कहानी सुनकर मन में उत्साह जागृत होगा और उसे पूरी स्पीच अच्छे से याद करने में मदद मिलेगी। 

6. स्पीच का डेमो दें :

हमें यह देखना चाहिए कि बच्चा स्पीच देने में सक्षम है। यदि वह स्पीच को एक्सप्रेस करने में गलती कर रहा है तो हमें उसकी डेमो देकर समझता चाहिए। हमें डेमो में बच्चों को किस प्रकार अपने आप को स्टेज पर जाकर एक्सप्रेस करना है। 

किस प्रकार से स्पीच की शुरुआत करनी है कैसे स्पीच बोलनी है और कैसे उसका अंत करना है यह सारी प्रक्रिया खुद डेमो देकर बच्चों को समझने चाहिए इससे बच्चों को जल्दी समझ में आएगा। 

7. विजुअल की सहायता लेना :

यदि आप अपने बच्चों की स्पीच को ज्यादा इंटरेस्टिंग बनाना चाहते हैं तो आप विजुअल की सहायता ले सकते हैं। विजुअल के लिए आप स्पीच से संबंधित बच्चों को कोई पोस्ट तैयार करने को बोल सकते हैं। स्पीच के बीच में यदि बच्चा पोस्ट के माध्यम से लोगों को चीज दिखाएगा तो वह ज्यादा इंटरेस्टिंग लगेगी और लोग ज्यादा ध्यान से बच्चे को सुनेंगे। 

8. आत्म चिंतन के लिए प्रोत्साहित करें :

बच्चों को आत्म चिंतन करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। उससे यह पूछना चाहिए कि वह गणतंत्र दिवस के बारे में क्या सोचता है जो वह गणतंत्र दिवस के बारे में सोचता है। उसे ज्यादा उत्साह पूर्वक उसे अपनी स्पीच में लिखना चाहिए और लोगों के सामने एक्सप्रेस करने की कोशिश करनी चाहिए। 

बच्चों के लिए गणतंत्र दिवस पर स्पीच

1. सैंपल

नमस्कार, 

आदरणीय अतिथिगण प्रधानाचार्य महोदय अध्यापक गण और मेरे प्यारे दोस्तों आप सबको आज इस विशेष अवसर की शुभकामनाएं। मैं आज अपने अध्यापक गणों को इस विशेष अवसर पर अपने विचार व्यक्त करने का मौका देने के लिए धन्यवाद देना चाहूंगी। आज मैं बहुत उत्साहित और गौरवान्वित महसूस कर रही हूं कि मुझे गणतंत्र दिवस जैसे पावन दिन पर अपने विचारों को व्यक्त करने का मौका मिला। 

भारत में सबसे पहली बार गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 1950 को मनाया गया था। इस दिन भारत का संविधान बनकर तैयार हुआ था और बाबासाहेब अंबेडकर के द्वारा इस अपनाया गया था। इस दिन हमारा देश पूर्णता गणतंत्र कहलाया था इसी खुशी में हम गणतंत्र दिवस को 26 जनवरी के दिन मनाते हैं 26 जनवरी के दिन देश के राष्ट्रपति श्री राजेंद्र प्रसाद जी को बनाया गया था। 

तब से हम हर वर्ष 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। हर साल राज पद पर गणतंत्र दिवस की परेड होती है सबसे पहले देश के राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं और राष्ट्रगान गाते हैं। इसके पश्चात विभिन्न तीनों सेनन की परेड राजपथ पर की जाती है। 

इसके बाद हमारे देश की विभिन्न संस्कृतियों से संबंधित झांकियां राजपथ पर दिखाई जाती हैं देश के बड़े-बड़े गण मान्य व्यक्ति और मंत्री राजपथ पर उपस्थित होते हैं और देश के सम्मान में देश को नमन करते हैं। राजपथ पर होने वाली हर गणतंत्र दिवस की परेड का मुख्य आकर्षण का केंद्र सेनन का गौरव होता है सीन अपने दम कम और बाल को राजपथ पर प्रदर्शित करती हैं जिससे सभी वरमाण्वित होते हैं। 

गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर बहुत सारे लोगों को सम्मानित भी किया जाता है। इनमें से वह लोग हैं जो देश के लिए कुछ अच्छे कार्य करते हैं या सेवा के मेडल इसमें प्रदान किए जाते हैं। जिसमें सेवा के जवानों ने अपने प्राण न्योछावर करके देश की रक्षा की कुछ ऐसे वीर बहादुर लोगों को भी गरमाणित किया जाता है जिन्होंने अपनी वीरता से दूसरों को जान बचाई हो। 

आज हम सभी उन स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हैं जिनकी वजह से हम आज गुलामी की जंजीरों में नहीं स्वतंत्रता में जीते हैं। अपनी मर्जी का हम कोई भी कार्य कर सकते हैं ऐसे स्वतंत्रता सेनानियों को मेरा शत-शत नमन जिन्होंने हमें आजादी दिलाने के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया। 

अपनी स्पीच का अंत करते हुए एक बार दोबारा मैं अपने अध्यापक गणित का बहुत-बहुत धन्यवाद करती हूं। जिन्होंने मुझे गणतंत्र दिवस की पावन अवसर पर अपने विचारों को व्यक्त करने का मौका दिया। जय हिंद 

जय भारत

बच्चों के लिए स्वतंत्रता दिवस पर स्पीच

2.सैंपल 

आदरणीय शिक्षक गण प्रधानाध्यापक और यहां पर उपस्थित मेरे प्रिय साथियों आप सभी को सुप्रभात एवं नमस्कार। आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद जो आपने इस पावन अवसर पर मुझे अपने विचारों को व्यक्त करने का मौका दिया। 

जैसा कि आप जानते हैं कि हम सभी आज गणतंत्र दिवस को मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। गणतंत्र दिवस क्या है और इसे क्यों मनाया जाता है। इसके विषय में आज मैं आपको बताऊंगी आज हम 74वां गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2024 को मना रहे हैं। गणतंत्र दिवस मनाने की शुरुआत 26 जनवरी 1950 से हुई थी। 

26 जनवरी 1950 के दिन भारत का संविधान बाबासाहेब अंबेडकर के द्वारा लागू किया गया था। बाबासाहेब आंबेडकर संविधान का निर्माण करने के लिए एक मुख्य व्यक्ति थे। बहुत सारी समितियां और कई दिन के प्रयासों के बाद हमारे देश का संविधान बनकर तैयार हुआ था। 

इस संविधान में हर जाति वर्ग समूह धर्म के व्यक्तियों का ध्यान रखा गया है। भारत का संविधान पूरे विश्व में सबसे लंबा संविधान है। भारत का संविधान इसलिए महत्वपूर्ण है। क्योंकि इसे हर जाति वर्ग के व्यक्तियों के द्वारा बहुत ज्यादा सोच समझकर तैयार किया गया है। इसमें महिलाओं को भी विशेष अधिकार दिए गए हैं। 

जैसा कि हमने इतिहास को थोड़ा बहुत पढ़ा है तो हमें पता होगा कि आज हम भारत छोड़ो आंदोलन सत्याग्रह आंदोलन नमक आंदोलन आदि आंदोलन को याद करते हैं। आज के दिन हमें वह पुराने इतिहास के किस याद आ जाते हैं जब स्वतंत्रता सेनानियों ने कितनी मेहनत और कितना परिश्रम करके हमारे देश को आजादी दिलाने में मदद की थी। 

कितने लोगों के प्राण न्योशावर हुए थे और कितने लोगों ने अपने सीने पर गोली खाई थी। हमें अपने स्वतंत्रता सेनानियों के विषय में ना तो कभी भूलना चाहिए और ना ही उनके बलिदानों को धूमिल होने देना चाहिए। हमें हमेशा यह याद रहना चाहिए की कितनी मेहनत के बाद आज हम आजाद हैं और किसी भी व्यक्ति के चंगुल में नहीं है। 

मैं आज उन स्वतंत्रता सेनानियों को अपना भाषण समर्पित करना चाहूंगी। जिन्होंने हमारे देश के लिए प्राण न्योछावर किया और हमें गुलामी से आजादी दिलाई मैं चाहूंगी कि हम सभी भी अपने देश से प्रेम करना सीखें। 

अपने देश के प्रति जिम्मेदार बने और उसको और ऊंचा उठाने और कारवांवित करने का प्रयास करें कभी भी कोई ऐसा काम ना करें जिससे हमारे देश की सभी धूमिल हो। 

जय हिंद 

धन्यवाद

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ) 

Q. गणतंत्र दिवस मनाने की शुरुआत कब से हुई? 

गणतंत्र दिवस को 26 जनवरी 1950 से हर साल मनाया जाता है। 

Q. भारत का संविधान किसके द्वारा अपनाया गया? 

भारत का संविधान बाबासाहेब अंबेडकर के द्वारा अपनाया गया। 

Q. गणतंत्र दिवस की स्पीच में हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? 

गणतंत्र दिवस की स्पीच में हमें फैक्ट का आत्म चिंतन का अच्छी तरीके से रिसर्च करने के बाद ही स्पीड को देना चाहिए। 

Q. 26 जनवरी 2024 को हम कौन सा गणतंत्र दिवस मनाएंगे? 

26 जनवरी 2024 को हम 74वां गणतंत्र दिवस मनाएंगे। 

निष्कर्ष :

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको गणतंत्र दिवस पर स्पीच के सैंपल और टिप्स (Republic day speech sample and tips)के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप कमेंट करके कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की हुई जानकारी बिल्कुल ठोस और सटीक है ।अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें । हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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