|| समाज कार्य क्या होते हैं? | Samaj karya kya hai? | समाज कार्य अर्थ | Samaj karyo ki visheshtaye kya hoti hai? | समाज कार्य का विशेष क्षेत्र क्या है? | समाज कार्य की मान्यताएं क्या होती है? ||
दोस्तों जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हमारे अपने लोगों से मिलकर कोई एक परिवार बनता है और कई परिवारों को मिलकर एक समाज बनता है। और समाज में चल रही छोटी बड़ी सारी चीज एक दूसरे से कहीं ना कहीं संबंध रखती है क्योंकि जिस समाज में हम रहते हैं वहां पर यदि कोई व्यक्ति किसी प्रकार गलत कृत करता है तो उसका प्रभाव दूसरे लोगों पर भी पड़ता है।
आपने कई बार अपने समाज में देखा होगा कि कुछ लोग आपको दूसरे लोगों (अपराधी या फिर गलत सोच रखने वाले लोग) से बात करने के लिए मना करते हैं या फिर उनसे दूर रहने के लिए कहते हैं ऐसा है इसलिए कहते हैं क्योंकि कई बार आप जिस प्रकार के लोगों के साथ रहते हैं उनका कुछ ना कुछ प्रभाव आप आप पर भी पढ़ने लगता है।
तो चलिए आज के आर्टिकल के माध्यम से हम आपको समाज से संबंधित कुछ तथ्यों के बारे में बताते हैं समाज कार्य क्या होते हैं? Samaj karya का क्या उद्देश्य होता है? समाज कार्य की क्या विशेषताएं होती है? (Samaj karyo ki visheshtaye kya hoti hai?) और समाज कार्य के अंग क्या होते हैं? ( Samaj karya ke bhar) ऐसे ही कई महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में इस आर्टिकल में नीचे बताया गया है।
समाज क्या है? | Samaj kya hai?
समाज एक से अधिक लोगों का एक ऐसा समूह होता है जहां लोग मिल – जुल कर एक साथ रहते है। तथा उस समूह या समाज में लहरें सभी लोगों की हित में कार्य करते हैं तथा एक ऐसा समूह है जहां यदि कोई भी व्यक्ति अपने समाज के किसी दूसरे सदस्य के साथ बेलजोल तथा अपने पद का संबंध रखता है तथा इस समाज के समूह में जितने भी लोग रहते हैं।
वह जो भी कार्य करते है तो मैं अपने समाज की बेहतरीन को ध्यान में रखकर करते हैं किसी भी समाज की खास बात यह होती है कि उसे पर रह रहे लोग दूसरे समाज के लोगों से उतना मेलजोल नहीं रखते हैं जितना कि अपने समाज के लोगों के साथ रखते हैं.
समाज कार्य क्या होते हैं? (Samaj karya kya hai?)
- समाज कार्य का अर्थ होता है कि किसी समाज बेहतरी के लिए किए जाने वाले कार्य, जिससे कम पढ़े लिखे समझ में वहां के लोगों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहन मिल सके।
- जिस समाज में महिलाओं का सम्मान नहीं होता है वहाँ महिलाओं की बेहतरी के लिए जो भी आवश्यक कार्य हो वह किया जाए।
- किसी समाज के लोग आर्थिक तौर से निधन है तो उनको एंपावर करने के लिए जो भी जरूरी कदम हो उन्हें उठाना चाहिए
- समाज में किसी भी विशेष समुदाय पर हो रहे अन्याय रोकने के लिए किए जाने वाले हर बेहतर प्रयास को करना।
ऊपर बताए गए सारे कार्य तथा और जो भी सामाजिक बदलाव हो तथा लोगों को जीवन कुछ सरल बनाने या समाज की बेहतरी के लिए किए जाने वाले कार्य है यह सभी कार्य samaj ke karya के अंतर्गत आते हैं।
समाज कार्य की परिभाषा क्या है? ( Samaj ki paribhasha kya hai?)
समाज कार्य एक ऐसी व्यावसायिक सेवाओं का विधान है जिसके द्वारा व्यक्ति समूह या समुदाय की आवश्यकताओं की पूर्ति विभिन्न प्रकार के साधनों के द्वारा की जाती है और उन लोगों को इतना सक्षम बनाने की कोशिश की जाती है कि वह अपनी सहायता स्वयं से कर सके।
समाज कार्य के उद्देश्य क्या होते हैं? (Samaj karya ke udhheshya kya hai?)
समाज कार्य के उद्देश्य से मतलब होता है कि वह सारे जरूरी कार्य जो समाज की बेहतरी के लिए तथा लोगों के विकास के लिए गए किए जाएं ऐसे सभी कार्य को करना समाज में रह रहे लोगों का उद्देश्य होता है तो चलिए कुछ महत्वपूर्ण उद्देश्य के बारे में जानते हैं-
- समाज में रह रहे लोगों को स्वयं कार्य करने के लिए प्रोत्साहन करना।
- मानव जीवन में जो भी आवश्यक ज़रूरतें हैं उनका पूरा करना।
- समाज में चल रही सामाजिक कुर्तियां को दूर करना तथा लोगों को इसके प्रति सही रास्ता दिखाना किसी भी समाज की बेहतरीन के लिए किए जाने वाले कार्यों को करना।
- कम पढ़े लिखे लोगों को उनके अधिकारों के बारे में बताना तथा गांव में लोग शिक्षा पर कम ध्यान देते हैं वहां लोगों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करना।
- किसी भी समझ में चल रहे किसी गलत विचारधारा को दूर करना।
- लोगों को पर्यावरण के प्रति पर्यावरण की आवश्यकताओं को समझना।
- लोगों के जीवन को सरल बनाने के लिए उचित कार्य करना।
- समाज में चल रही नकारात्मकता को लोगों से दूर करना समाज में एक दूसरे समुदाय के लिए चल रही घृणा को दूर करना।
- समाज में लोगों को लोकतंत्र तथा उसकी शक्तियों का ज्ञान करना।
- समाज में रह रहे जरूरतमंद लोगों की मदद करना यदि किसी समाज में लोगों की मानसिकता काफी ज्यादा गलत है तो उसमें सुधार करने का प्रयास करना।
- यदि किसी समाज में लोगों को कानून तथा उससे जुड़े अधिकारों के बारे में नहीं पता है तो वहां के लोगों को इसके बारे में ज्यादा से ज्यादा सचेत करना तथा उन्हें बेहतर सलाह देना।
- जो समाज अभी भी आधुनिक समाज से काफी पीछे है उन्हें आज की आधुनिक चीजों का ज्ञान करना जिससे उनके जीवन और भी सरल बना सके।
समाज कार्य की विशेषताएं क्या है?
• समाज कल्याण के मुख्य विशेषता यह है कि समाज में रहे लोगों के साथ जो भी अन्याय होता है तो उन लोगों को उसे अन्य से मुक्त करने के लिए सहायता प्रदान करना है।
- समाज में आप जिन भी लोगों की मदद कर रहे हैं उनको आत्मनिर्भर बनाना होता है ताकि भविष्य में वह स्वयं के लिए खुद स्टैंड ले सके।
- समाज कार्य के अंतर्गत किए जाने वाले कार्य किसी भी समूह या समुदाय के बेहतरी के लिए किए जाने चाहिए।
- समाज का एक व्यवसहिक सेवा की तरह है जिसमें लोग व्यवस्थित ज्ञान प्रणाली पर आधारित कार्य करते हैं।
समाज कार्य का विशेष क्षेत्र क्या है? (Samaj karya ka vishesh kshetra kya hai?)
- बाल विकास
- महिला सशक्तिकरण
- विद्यालय समाज कार्य
- युवा कल्याण
- वृद्धो का कल्याण
- श्रम कल्याण
- बाधितों का कल्याण
- अनुसूचित जातियों जनजातियों एवं अन्य पिछड़े वर्ग का कल्याण
- सरकार चिकित्सकीय एवं मनोचिकित्सालय समाज कार्य
- ग्रामीण विकास
- सामाजिक प्रतिरक्षा एवं अपराधी सुधार
- सामाजिक सुरक्षा
- सामाजिक नीति, नियोजन एवं विकास कानूनी सहायता
- पर्यावरण संतुलन
- मानव अधिकार
- सामाजिक न्याय को प्रोत्साहन
समाज कार्य के अंग क्या है? ( samaj karya ke aang kya hai?)
समाज कार्य के अंग से मतलब होता है कि जो भी कार्य, समाज कार्य के अंतर्गत किया जा रहा है उसमें किन लोगों के द्वारा कार्य किया जाता है? तथा जो भी लोग समाज में लोगों को सहायता प्रदान कर रहे या मुख्य समूह से जुड़े हुए हैं जैसा कि आपने देखा होगा कि आज के समय में कई NGO होते हैं जो समाज में रह रहे लोगों की तरह-तरह से मदद करते हैं तो चलिए जानते हैं- समाज कार्य के अंतर्गत क्या कार्य आते हैं? ( samaj karya me mukhya bhag)
कार्यकर्ता
कार्यकर्ता से तात्पर्य है कि कोई भी एक शिक्षित तथा पेशेवर व्यक्ति जो कि किसी संस्था अथवा सभा का कोई प्रबंधन अधिकारी या फिर साधारण मदद करने वाला व्यक्ति है उस व्यक्ति को कार्यकर्ता कहते हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता से अभिप्राय है कि कोई एक शिक्षित व्यक्ति जो किसी भी समाज के लोगों को उनके जीवन में चल रही की समस्याओं से दूर करने के लिए कई प्रकार के कार्य करता है तथा कई प्रकार के कृत करता है जिनके माध्यम से वह समाज के लोगों को उनके दिमाग में चल रही कृतियां तथा भ्रांतियां से दूर करने में उनकी मदद कर सके, वह ही एक सामाजिक कार्यकर्ता होता है। जो एक समूह बनाकर लोगों के बीच जाकर उनके जीवन में चल रही सामाजिक समस्याओं को दूर करने में उनकी मदद करता है।
आज के समय में कई NGO चल रहे हैं जो कि समाज में जरूरतमंद तथा समस्या से ग्रसित लोगों की मदद करते हैं यह एनजीओ में कुछ लोग के द्वारा एक कमेटी बनाई जाती है जो की अध्यक्ष होते हैं और उनके नीचे जो लोग कार्य करते हैं उन्हें कार्यकर्ता कहते हैं जो की जमीनी स्तर पर समाज में चल रही बुराइयों से लड़ते हैं तथा बाहर के लोगों को बेहतर पर्यावरण दिलाने की कोशिश करते हैं।
सेवार्थी
सेवार्थी से तात्पर्य है कोई एक व्यक्ति या कुछ व्यक्तियों का समूह को किसी भी प्रकार की सहायता की आवश्यकता है या कोई साधारण व्यक्ति या फिर कुछ लोगों का समुदाय भी हो सकता है। कई बार आपने देखा होगा कि कुछ जगहों पर किसी एक विशेष समुदाय के लोगों के साथ अन्याय हो रहा होता है तो वह लोग अपेक्षा कर रहे होते हैं की कोई आकर उनकी मदद करें और उन्हें उस समस्या से राहत दिलाये।
सेवार्थी की समस्याएं कई प्रकार की हो सकती है जैसे – शारीरिक, मानसिक या फिर समाज में चल रही किसी भी प्रकार की समस्या हो सकती है। ऐसी समस्याओं से लड़ने के लिए वह व्यक्ति किसी संस्था के कार्यकर्ता या फिर संस्था के अध्यक्ष से अपने लिए मदद की अपेक्षा करता है और कोई भी एक संस्था भी समाज कार्य का अंग है तो चलिए संस्था के बारे में जानते हैं।
संस्था
किसी संस्था से तात्पर्य है की कुछ लोगों का एक समूह जो की दूसरो की भलाई के लिए कार्य कर रहा हो। और उन लोगों के द्वारा उस समूह को एक पहचान दी हुई हो, तो उसे संस्था कहते हैं। ऐसी संस्थाएं दूसरे लोगों की सामाजिक तथा आर्थिक मदद करती है यह आर्थिक मदद से तात्पर्य है कि वह उन्हें स्वयं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए एक बेहतर प्रयास करती है।
साधारणयत: किसी भी संस्था का एक मोटिव होता है जिस जिस पर संस्था के लोग कार्य करते हैं। कोई भी सामाजिक कार्य में मदद करने वाली संस्था कुछ लोगों के समूह से बनती है यह कार्यकर्ता किसी भी संस्था के सबसे प्रमुख सहायक अंग होते हैं इन संस्थाओं का कार्य जरूर मंद लोगों की मदद करना तथा किसी समाज में चल रही बुराइयों को दूर करना होता है आपने बहुत से NGO देखे होंगे जो लोगों की मदद करते हैं इन एनजीओ को भी एक प्रकार की संस्था ही कहते हैं।
समाज कार्य की मान्यताएं क्या होती है?
सामाजिक कार्य एक व्यवसाय के रूप में होता है जिसमें आर्थिक फायदा से ज्यादा लोगों की मदद करने से सुकून मिलता है। सामाजिक कार्य से किसी भी समाज के लोगों को समझने का एक अवसर मिलता है। समाज की कार्य करने की अपनी प्रवृतियां होती है। जो भी सामाजिक कार्यकर्ता होते हैं उनको समुदायो के बारे में काफी ज्ञान होता है और उन्हें यह भी पता होता है कि किसी समाज में लोगों को किस प्रकार समझाया जाएगा। सामाजिक कार्यकर्ताओं को व्यक्तिगत तथा पर्यावरण आवश्यकताओं के बारे में जानकारी रखना तथा उनको सही समय पर उपयोग करने बहुत अच्छे से आता है और उन्हें पता होता है कि किसी भी व्यक्ति की किस प्रकार की समस्या कारण बन सकती है?
Samaj karya kya hai Related FAQ
समाज के मूल कार्य क्या है?
किसी भी समाज का मूल कार्य समाज कल्याण करना होता है।
समाज कार्य के जनक कौन है?
अगस्टे कॉम्टे को जनक माना जाता है वह पहले ऐसे व्यक्ति जिन्होंने समाजशास्त्र शब्द का इस्तेमाल किया था उन्होंने समाज को एक नया विज्ञान बनाने की कोशिश की थी जो कि समाज कार्य करते थे।
समाज कार्य के प्रमुख सेवा क्षेत्र कौन से हैं?
समाज कार्य के प्रमुख सेवा क्षेत्र – चिकित्सा सेवाएं, स्वास्थ्य सेवाएं तथा सामाजिक आरोग्य से संबंधित सेवाएं तथा एसी ही और सेवाओं को समाज सेवा के क्षेत्र का अंतर्गत रखा जाता है।
निष्कर्ष (Nishkarsh) :-
हेलो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको समाज के कार्यों से संबंधित कई महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में बताया तथा हमने समाज क्या होता है? तथा समाज कार्य क्या होते हैं? तथा समाज कार्य का क्या udedhya होता है? ऐसे ही कई प्रश्नों के बारे में हमने इस आर्टिकल के माध्यम से जाना है।
दोस्तों आप सभी जानते हैं कि काफी लोगों के समूह से एक समाज बनता है जिसमें चल रही छोटी बड़ी सभी चीज एक दूसरे से संबंध रखती है और एक समाज हमारे जीवन में किस प्रकार महत्व रखता है? इन सारी चीजों के बारे में आज इस आर्टिकल में हमने जाना है। आशा करते हैं इस आर्टिकल के माध्यम से बताई गई जानकारी आपको पसंद आई होगी और यदि पसंद आई हो तो उसे अपने दोस्तों में जरूर शेयर करें।