सर्व शिक्षा अभियान क्या है? उद्देश्य और महत्व

दोस्तों, हम आपको बता दें शिक्षा सभी बच्चों का अधिकार होता है। परंतु प्राथमिक शिक्षा हर बच्चे का बेस होता है। यदि बच्चा प्राथमिक स्तर पर पढ़ाई नहीं करता है, तो वह उच्च स्तर तक नहीं पहुंच सकता है। सरकार के द्वारा प्राथमिक शिक्षा को ही मजबूत करने के लिए सर्व शिक्षा अभियान की शुरुआत की गयी है। परंतु बहुत से लोगों को इन सभी की जानकारी नहीं होती है। इसीलिए हमारे द्वारा इस लेख में कोशिश की गई है, कि हम आपको Sarva shiksha abhiyan kya hota hai? इसके बारे में बताएं। हमें उम्मीद की हमारे द्वारा बताई जाने वाली यह संपूर्ण जानकारी आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित होगी।

प्राथमिक शिक्षा स्तर पर सरकार द्वारा बहुत ध्यान दिया जा रहा है। ताकि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो सके। परंतु बहुत से लोग बहुत सारी ऐसी जानकारी से वंचित रहते हैं, जिसका लाभ वह भविष्य में उठा सकते हैं। यदि आप शिक्षा के संबंध में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं, तो आज आपको सर्व शिक्षा अभियान के बारे में भी संपूर्ण जानकारी हमारे द्वारा दी जाएगी। इसीलिए हमने आपको इस लेख में What is the sarva shiksha abhiyan? Aim of sarva shiksha abhiyan? आदि के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है। अधिक जानकारी के लिए इस लेख को अंत तक जरुर पढ़े।

सर्व शिक्षा अभियान क्या होता है? (What is the Sarva shiksha abhiyan?)

दोस्तों आइए, सबसे पहले जानते हैं कि What is the Sarva shiksha abhiyan? क्योंकी सभी लोगों को इससे संबंधित अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। सर्व शिक्षा अभियान को भारत सरकार के द्वारा ही चलाया गया है। परंतु इस अभियान के तहत प्राथमिक शिक्षा को बढ़ावा दिया गया है। ताकि प्राथमिक शिक्षक को विकसित किया जा सके। सर्व शिक्षा अभियान प्राथमिक शिक्षा के विकास हेतु चलाया गया एक प्रोग्राम है।

सर्व शिक्षा अभियान के तहत भारत के सभी बच्चों को प्राथमिक शिक्षा प्रदान करना अनिवार्य है। सरकार के द्वारा गरीब, अमीर, प्रत्येक वर्ग, जाति के बच्चों को प्राथमिक शिक्षा देना अनिवार्य है। ताकि सभी बच्चों का जीवन संवर सकें। 6 से 14 वर्ष के सभी बच्चों को प्राथमिक शिक्षा देने का प्रावधान किया गया है। जिसके तहत भारत सरकार द्वारा देश में विभिन्न प्राथमिक स्कूल तथा उच्च प्राथमिक स्कूल को खोला गया है। जिसके अंदर विद्यार्थियों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा प्रदान की जाएगी।

वर्तमान समय में विद्यार्थियों को मुफ्त प्राथमिक शिक्षा देने के साथ-साथ मुफ्त पाठ्यपुस्तक, छात्रवृत्ति, स्कूल ड्रेस, जूते तथा स्कूल बैग भी प्रदान किया जा रहा है। सर्व शिक्षा अभियान कार्यक्रम का उद्देश्य 2010 सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक शिक्षा प्रदान करना था। इस कार्यक्रम के बाद से प्राथमिक शिक्षा में बहुत ही बदलाव देखने को मिले हैं। इसके बाद से ही गांव में साक्षरता दर में भी वृद्धि हुई है। इससे गरीबी और बेरोजगारी की समस्या में कमी आई है।

सर्व शिक्षा अभियान की शुरुआत कब हुई? (When was Sarva shiksha abhiyan started?)

प्रारंभिक शिक्षा के प्रचार प्रसार हेतु भारत सरकार के द्वारा सर्व शिक्षा अभियान के कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी।  इस अभियान की शुरुआत 2000 – 2001 में की गई थी। इस अभियान की शुरुआत अटल बिहारी वाजपेई सरकार के दौरान की गई थी। इस अभियान की शुरुवात भारत सरकार द्वारा शिक्षा को चारों तरफ प्रचलित करने हेतु की गई थी।

सर्व शिक्षा अभियान के द्वारा प्राथमिक शिक्षा का सार्वभौमीकरण किया गया अर्थात प्राथमिक शिक्षा को हर कोई प्राप्त करें, इस बात को चारों तरफ फैलाया गया था। यह शिक्षा गरीब, अमीर, किसी भी वर्ग और किसी भी जाति के बच्चों को प्राप्त करना आवश्यक है। गांव में सरकार द्वारा 1 किमी की दूरी पर विद्यालय खुलवाए गए। ताकि लोग दूरी का बहाना बनाकर अपने बच्चों को पढ़ाई से वंचित ना रखें।

पहले प्राथमिक विद्यालय काफी दूरी पर बने होते थे। जिस कारण माता-पिता अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए नहीं भेजते थे। इसीलिए सरकार द्वारा प्राथमिक विद्यालयों को पास खुलवाया गया। ताकि बच्चे बिना किसी परेशानी के विद्यालय तक पहुंच सके। यदि देखा जाए, तो ग्रामीण बच्चों की शिक्षा हेतु सर्व शिक्षा अभियान को शुरू किया गया था।

सर्व शिक्षा अभियान के लक्ष्य? (Objectives of sarva shiksha abhiyan?)

किसी भी अभियान को शुरू करने से पहले उसके लक्ष्य को जरूर निर्धारित किया जाता है। इसीलिए जब सरकार द्वारा सर्व शिक्षा अभियान की शुरुआत की गई, तब कुछ लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु निर्धारित किया गया था। यदि आपको इससे संबंधित जानकारी नहीं है, तो हमारे द्वारा नीचे Objectives of sarva shiksha abhiyan? के बारे में बताया जा रहा है। यह संपूर्ण जानकारी निम्न प्रकार है-

  • इस अभियान के तहत यह निश्चित किया गया, कि 2010 तक 6 से 14 वर्ष के सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक शिक्षा (1 से 8 तक) प्रदान करने की संपूर्ण व्यवस्था होनी चाहिए।
  • प्राथमिक विद्यालय के अंतर्गत 2010 तक सभी 6 से 14 वर्ष तक के छात्राओं तथा छात्रों का नामांकन कराना अनिवार्य है। साथ ही साथ इन सभी बच्चों का विद्यालय में ठहराव सुनिश्चित करना होगा।
  • इस अभियान के तहत प्रारंभिक शिक्षा में बहुत से सुधार किए गए। जिसके तहत बच्चों को संतोषजनक गुणवत्तापूर्ण प्रारंभिक शिक्षा प्रदान की गयी।
  • हर समुदाय के बच्चों को मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा प्रदान करने के माध्यम से लैंगिक असमानता को दूर करना भी इस अभियान का लक्ष्य था।
  • इस अभियान को 2000 से 2001 के दौरान शुरू किया गया। जिसका 2010 तक सार्वभौमीकरण करना अनिवार्य था।
  • सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य यह है कि सभी बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा अनिवार्य रूप से प्राप्त हो सके।
  • हमारे द्वारा आपको ऊपर बताए गए सभी लक्ष्य इस अभियान के तहत निर्धारित किए गए थे।

सर्व शिक्षा अभियान के उद्देश्य? (Aim of sarva shiksha abhiyan?)

सर्व शिक्षा अभियान कार्यक्रम को चलाते समय सरकार के द्वारा कुछ उद्देश्य को सुनिश्चित करना पड़ा। यदि आप सभी लोग सर्व शिक्षा अभियान के उद्देश्य की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। तो हमारे द्वारा नीचे आप सभी को Aim of sarva shiksha abhiyan? के बारे में बताया जा रहा है। यह संपूर्ण जानकारी निम्न प्रकार है-

  • सर्व शिक्षा अभियान के तहत यह सुनिश्चित किया गया कि 2003 तक सभी बच्चों का नामांकन प्राथमिक विद्यालय में होना अनिवार्य है।
  • साथ ही साथ यह भी सुनिश्चित किया गया कि सभी बच्चे 2007 पांचवी तक की प्रारंभिक परीक्षा को पूरा कर ले।
  • इसके तत्पश्चात 2010 तक सभी बच्चों के द्वारा कक्षा 8 तक की प्रारंभिक परीक्षा पूरी कर लेनी चाहिए।
  • गुणवत्तापूर्ण तथा संतोषजनक परीक्षा को बच्चे तक पहुंचाने के लिए और बच्चों के जीवन के लिए शिक्षा पर बल देना आवश्यक है।
  • सर्व शिक्षा अभियान का मुख्य उद्देश्य इसे भी माना गया कि 2001 से लेकर 2010 तक की संपूर्ण प्रारंभिक परीक्षा के दौरान लैंगिक भेदभाव को दूर किया जा सके।
  • 6 से 14 वर्ष तक के सभी बच्चों को संपूर्ण प्रारंभिक शिक्षा के दौरान विद्यालय में पढ़ते रहने के लिए प्रोत्साहित करना भी इसी अभियान कार्यक्रम का हिस्सा था।
  • इस अभियान के दौरान बालिकाओं तथा अनुसूचित जाति/ जनजाति के बच्चों की विशेष शैक्षिक आवश्यकताओं पर ध्यान दिया जाता था।
  • समय-समय पर बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने हेतु शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम करना भी अनिवार्य था।
  • सर्व शिक्षा अभियान को ऊपर दिए गए संपूर्ण उद्देश्यों को पूरा करने हेतु ही शुरू किया गया था।

सर्व शिक्षा अभियान के कार्यक्रम? (Programs of sarva shiksha abhiyan?)

आइए जानते हैं कि सर्व शिक्षा अभियान के दौरान कौन-कौन से कार्यक्रम किए गए थे? यदि आप इन सब के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो हमारे द्वारा नीचे आपको Programs of sarva shiksha abhiyan? के बारे में बताया गया है। यह संपूर्ण जानकारी निम्न प्रकार है-

  • प्राथमिक विद्यालयों की स्थापना :- सर्व शिक्षा अभियान के दौरान बच्चों के लिए 1 किलोमीटर की दूरी पर प्राथमिक विद्यालय तथा 3 किलोमीटर की दूरी पर उच्च प्राथमिक विद्यालय को स्थापित किया गया। ताकि कोई भी पढ़ाई से वंचित न रह सके।
  • शिक्षक – छात्र अनुपात:- इस कार्यक्रम के दौरान सुनिश्चित किया गया कि विद्यालय स्तर पर 2 अध्यापकों का होना आवश्यक है तथा प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के अंतर्गत 40 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक होने चाहिए। यह कार्य भी इसी अभियान के द्वारा किया गया था।
  • निशुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण:- सर्व शिक्षा अभियान के तहत 1 से 8 तक के सभी बालिकाओं, बालको, गरीब अमीर तथा प्राथमिक विद्यालय और उच्च विद्यालय में पढ़ रहे सभी छात्रों को मुफ्त पाठ्यपुस्तक उपलब्ध कराना अनिवार्य कर दिया गया है।
  • अध्यापक प्रशिक्षण :-  इस अभियान के तहत गुणवत्तापूर्ण और संतोषजनक शिक्षा बच्चों को प्रदान करने हेतु शिक्षक प्रशिक्षण की भी सुविधा प्रदान की गई है।
  • सामुदायिक प्रशिक्षण:- विद्यालयों के समस्त प्रबंधन और विद्यालयों के सफल संचालन हेतु गठित समितियों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है।
  • समेकित शिक्षा:- बहुत से ऐसे विशेष आवश्यकता वाले बच्चे हैं, जिनके लिए अध्यापक प्रशिक्षण वैकल्पिक शिक्षा उपकरण, अभिभावक परामर्श इत्यादि की व्यवस्था है।
  • विद्यालय अनुदान:- इस अभियान के तहत विद्यालय अनुदान ₹2000 प्रति विद्यालय को विद्यालय की मरम्मत करने तथा सौंदर्य करण करने हेतु दिए जाएंगे।
  • शैक्षिक अनुदान:- सर्व शिक्षा अभियान के तहत प्रभावी कक्षा शिक्षण के लिए शैक्षिक अनुदान की व्यवस्था की जाएगी।
  • ऊपर दिए गए संपूर्ण कार्यक्रम के साथ-साथ सुरक्षात्मक शिक्षण भी बच्चों को प्रदान करना सर्व शिक्षा अभियान के दौरान ही किया जाएगा।

सर्व शिक्षा अभियान क्या है? इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर (FAQs)

Q:-1. सर्व शिक्षा अभियान क्या होता है?

Ans:-1. सर्व शिक्षा अभियान वह कार्यक्रम था, जिसको प्राथमिक शिक्षक के विकास हेतु शुरू किया गया था। इसके तहत प्राथमिक शिक्षा को संतोषजनक तथा गुणवत्तापूर्ण बनाया गया तथा सभी बच्चों के लिए शिक्षा को अनिवार्य किया गया।

Q:-2. सर्व शिक्षा अभियान की शुरुआत कब की गई थी?

Ans:-2. सर्व शिक्षा अभियान की शुरुआत 2000 से 2001 के दौरान हुई थी। जिस दौरान केंद्र में अटल बिहारी वाजपेई जी की सरकार थी। इनके तहत प्राथमिक शिक्षा पर बहुत जोर दिया गया था।

Q:-3. सर्व शिक्षा अभियान की शुरुआत क्यों की गई थी?

Ans:-3. सर्व शिक्षा अभियान की शुरुआत मुख्य रूप से बच्चों को मुफ्त तथा अनिवार्य शिक्षा प्रदान करने के लिए की गई थी। इस अभियान के द्वारा प्राथमिक शिक्षा का सार्वभौमीकरण किया गया था।

Q:-4. गांव से प्राथमिक विद्यालय तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय कितनी दूरी पर होते हैं?

Ans:-4. इस अभियान के तहत गांव से प्राथमिक विद्यालय को 1 किलोमीटर दूर तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों को 3 किलोमीटर दूर स्थापित किया गया। ताकि बच्चे बिना किसी परेशानी के विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने हेतु पहुंच सके।

Q:-5. सर्व शिक्षा अभियान के क्या लक्ष्य थे?

Ans:-5. सर्व शिक्षा अभियान के विभिन्न लक्ष्य है। जिसमें 6 से 14 वर्ष के सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना मुख्य लक्ष्य है। साथ ही साथ 2010 तक 6 से 14 वर्ष तक के सभी बच्चों का नामांकन विद्यालयों में होना अनिवार्य है।

Q:-6. सर्व शिक्षा अभियान के दौरान क्या कार्यक्रम हुए थे?

Ans:-6. यदि आप जानना चाहते हैं कि सर्व शिक्षा अभियान के दौरान क्या-क्या कार्यक्रम हुए थे? तो हमारे द्वारा ऊपर लेख में आपको Programs of Sarva shiksha abhiyan? के बारे में बताया गया है। आप यहां से यह जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

आज हमारे द्वारा आज सभी को इस आर्टिकल के अंतर्गत Sarva shiksha abhiyan से संबंधित संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक दी गई है। यदि आप जानना चाहते हैं कि सर्व शिक्षा अभियान को क्यों शुरू किया गया? तो हम आपको इस लेख के अंतर्गत What is the sarva shiksha abhiyan? When was sarva shiksha abhiyan started? आदि के बारे में बताने जा रहे है। हमें उम्मीद है कि आप सभी को हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी बेहद पसंद आई होगी। यदि आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताइए। साथ ही साथ इस लेख को अपने सभी जरूरतमंद दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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