आप सभी ने अपने क्षेत्र में आसपास कुछ ऐसे प्राइवेट स्कूल देखे होंगे। जिनमें बच्चे पढ़ने जाते हैं परंतु थोड़े छोटे स्कूलों होते है, इन स्कूलो को खोलने की अनुमति सरकार ही प्रदान करती है। बहुत से लोग स्कूल कैसे खोलें? यह जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं क्योंकि बहुत से लोग छोटा स्कूल खोलने की इच्छा रखते हैं। ताकि वह बच्चों को पढ़ा सके। परंतु बहुत से लोग स्कूल खोलने का सपना देख तो लेते हैं, पर उन्हें इससे संबंधित कोई भी जानकारी नहीं होती है। इसलिए हम आप सभी को इस लेख में आज School kholna hai, kaise khole? से संबंधित विस्तार पूर्वक जानकारी दे रहे हैं।
स्कूल खोलना एक बेहद अच्छा कर रहे जगह-जगह पर छोटे प्राइवेट स्कूलों से गांव के बच्चों को बहुत ही लाभ प्राप्त होता है उन्हें बहुत दूरी पर पढ़ने नहीं जाना पड़ता साथ ही आसपास के बच्चे भी बहुत ही कम दूरी पर पढ़ने के लिए उस स्कूल में दाखिला प्राप्त कर सकते हैं परंतु यदि आप भी स्कूल खोलने की सोच रहे हैं तो आपको इसकी जानकारी होनी चाहिए इसीलिए हम आपको इसलिए इसमें School kaise khole? School kholne ke liye yogyta? School kholne m lagne wali lagat? सभी जानकारी एक-एक करके आपको प्रदान करेंगे इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी को प्राप्त करने के लिए इसलिए इसको अंत तक जरूर पढ़ें।
स्कूल खोलना है कैसे खोलें? (School to open, How to open school?)
दोस्तों, स्कूल विद्या का केंद्र होता है। जहां सभी विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने आते हैं, परंतु बहुत से ऐसे लोग हैं। जो केवल पैसे के उद्देश्य से ही स्कूल खोलने के इच्छुक होते हैं, परंतु ऐसे लोग विद्या का अपमान ही नहीं बल्कि बच्चों के भविष्य के साथ भी खेलते हैं। ऐसे स्कूलों से बच्चे शिक्षा ग्रहण करके अपनी नींव कमजोर कर लेते हैं। जिससे भारत की युवा पीढ़ी कमजोर हो जाती है। इसीलिए यदि कोई व्यक्ति पैसे के उद्देश्य हेतु स्कूल खोलना चाहता है। तो उसे यह काम नहीं करना चाहिए। आज के समय मे इस प्रकार की मानसिकता को दूर करने की बेहद आवश्यकता है।
परंतु हर व्यक्ति को एक ही तराजू में नहीं रखा जा सकता है। प्रत्येक व्यक्ति की मानसिकता एक सी नहीं होती है। कुछ ऐसे लोग भी होते हैं, जो अच्छे उद्देश्य निर्धारित करते हैं और दिल से बच्चों को अच्छी शिक्षा मुहैया कराना चाहते है। ऐसे लोग अपने विद्यालय को खोलकर बच्चों को एक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते हैं। साथ ही साथ विद्यालय को खोलकर विद्यालय के संपूर्ण खर्चे विद्यालय से ही प्राप्त कर सकते हैं। इस प्रकार बच्चों को अच्छी शिक्षा तथा व्यक्ति को कमाने का जरिया दोनों ही प्राप्त हो जाते हैं।
स्कूल कैसे खोलें? (How to open School?)
स्कूल खोलने से पहले आपको बहुत सी चीजें निर्धारित करनी होती है। ताकि आपको आगे चलकर किसी की परेशानी का सामना ना करना पड़े। आपको सुनिश्चित करना होगा कि आप कौन सी कक्षा तक विद्यालय खोलना चाहते हैं क्योंकि उसी के अनुसार आपको भूमि, लागत और रजिस्ट्रेशन कराना होता है। स्कूल कई प्रकार के होते हैं। जैसे:- प्ले ग्रुप, प्री प्राइमरी और प्राइमरी। यदि आप इनमें से कोई भी खोलना चाहते हैं। तो हमारे द्वारा आप सभी को नीचे How to open School? इसके बारे में विस्तार पूर्वक बताया जा रहा है-
1. स्कूल खोलने के लिए आवश्यक भूमि
सबसे पहले आपको अपने स्कूल खोलने के लिए एक निश्चित जगह की आवश्यकता पड़ेगी। स्कूल खोलने के लिए आप इस जगह को किराए पर भी ले सकते हैं, नहीं तो यदि आपके पास कोई जमीन है, तो आप उसका इस्तेमाल कर सकते हैं। प्री प्राइमरी स्कूल खोलने हेतु आप की बिल्डिंग में तीन से चार कमरे आवश्यक तौर पर होने चाहिए। परंतु यदि आप प्राइमरी विद्यालय होना चाहते हैं। तो उसके लिए आपको कम से कम पांच कमरे कक्षा के लिए चाहिए होते है।
साथ ही साथ एक कमरा ऑफिस रूम के लिए, एक कमरा लाइब्रेरी के लिए तथा एक कमरा स्टाफ रूम के लिए आवश्यक तौर पर रखना होता है। इसके अलावा विद्यार्थियों के लिए विद्यालय में शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए। इसलिए प्राइमरी स्कूल खोलने के लिए आपको कम से कम 1000 से लेकर 1500 स्क्वायर फिट की जमीन की आवश्यकता होगी। इसके बाद आप आगे चलकर अपने बजट के अनुसार इसकी व्यवस्था करने में सक्षम हो सकते हैं।
2. स्कूल खोलने के लिए योग्यता
स्कूल खोलने के लिए आप की शैक्षणिक योग्यता भी अच्छी होनी चाहिए। इसके लिए आपको बारहवीं कक्षा के बाद बीटीसी तथा डीएलएड करना आवश्यक होता है। यदि आप चाहे तो कोई भी प्रशिक्षण संबंधित कोर्स जैसे B.Ed आदि कर सकते है। इसके बाद आपको इग्नू विश्वविद्यालय से विद्यालय प्रबंधन का कोर्स भी करना होगा।
इसके साथ-साथ आप सभी को 5 वर्ष तक स्कूल में पढ़ाने का अनुभव भी होना चाहिए तब कहीं जाकर आप स्कूल खोलने हेतु योग्य माने जाएंगे क्योंकि विद्यालय को आप तभी चला सकते हैं। जब आप खुद शिक्षित होंगे और बच्चों से संबंधित सभी आवश्यकताओं को पूर्ण करने की समझ रखते होंगे।
3. स्कूल खोलने के लिए लगने वाली लागत
विद्यालय खोलने के लिए आपको उसमें लागत लगानी पड़ती है। परंतु यह लागत विभिन्न कारणों पर निर्भर करती है। स्कूल की लागत विद्यालय में इस्तेमाल किए गए फर्नीचर, बिजली व्यवस्था आदि की क्वालिटी पर पूर्ण रूप से निर्भर करती है। यही कारण है कि स्कूल खोलने में लगने वाली लागत का अनुमान लगाया जाना मुश्किल होता है। यदि आप स्कूल के आवरण को बेहतरीन बनाना चाहते हैं, तो आपको लागत अधिक लगानी पड़ती है। यदि आप विद्यालय खोलने से पहले उसके संपूर्ण पक्षों का गहन अध्ययन करते हैं, तो आप उसकी लागत का अनुमान लगा सकते हैं।
4. स्कूल की मान्यता प्राप्त करें
विद्यालय की मान्यता प्राप्त करने के लिए आपको विभिन्न प्रक्रियाओं से होकर जाना पड़ता है। यदि आप प्राइमरी विद्यालय खोलना चाहते हैं। तो हमारे द्वारा नीचे आपको इसकी प्रक्रिया के बारे में बताया गया है-
- इसके लिए आपको एक संस्था बनानी होती है। इस संस्था को 8- 10 लोग मिलकर बनाने में सक्षम होते हैं।
- इसके बाद आपको संस्था से जुड़े एक प्रस्ताव को रजिस्ट्रार के पास लेकर जाना होगा। जहां से आप रजिस्ट्रेशन हेतु अप्लाई करने में सक्षम हो सकते हैं।
- इसमें लगभग ₹11000 लगते हैं। इसके बाद आपकी संस्था का रजिस्ट्रेशन हो जाता है। जिसका एक सर्टिफिकेट आप सभी को दे दिया जाता है
- इसके बाद आपको विद्यालय हेतु अच्छे टीचरों की एक टीम बनानी होगी। जो आपके स्कूल में बच्चों को पढ़ाने हेतु सक्षम हो।
- आपके स्कूल में कम से कम 2 अध्यापक बीएड किए हुए होने चाहिए। यदि आप प्राइमरी विद्यालय खोलना चाहते हैं, तो आपको अप्रैल – मई महीने में विद्यालय खोलने हेतु ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा।
- जिसमें आपको अपनी संस्था के सर्टिफिकेट की एक कॉपी भी लगानी होगी।
- उसके बाद आपको अपना फॉर्म डी.ई.ओ कार्यालय में जमा करना होगा। साथ ही साथ डॉक्यूमेंट और ₹10000 देने होंगे।
- इस संपूर्ण प्रक्रिया के पूरा होने के तत्पश्चात कुछ समय बाद कुछ कर्मचारी आपके विद्यालय को देखने आएंगे। यदि आप निर्धारित सभी मानकों पर खरा उतरते हैं, तो आप अपने स्कूल को खोलने में सक्षम हो सकेंगे।
5. विद्यालय से प्राप्त मुनाफा
जब आप स्कूल, अध्यापकों और गुणवत्ता आदि का आकलन कर लें। उसके पश्चात ही आपको विद्यालय से प्राप्त होने वाले मुनाफे के बारे में सोचना चाहिए। विद्यालय से मुनाफा आवश्यक तौर पर कामाना चाहिए क्योंकि इसी मुनाफे से आप बच्चों को पढ़ा रहे अध्यापकों की आवश्यकताओं की पूर्ति तथा बच्चों की पढ़ाई में सहायक आवश्यक सामग्रियों की पूर्ति करने में सक्षम हो सकते हैं। साथ ही आप अपने लिए भी विद्यालय से पैसा अर्जित कर सकते हैं।
विद्यालय का मुनाफा पूर्ण रूप से विद्यालय में उपस्थित छात्रों का निर्भर करता है। यदि आपके विद्यालय में अधिक छात्र पढ़ेंगे, तो आपको मुनाफा अधिक होता है। परंतु यदि आपके विद्यालय में कम छात्र पढ़ेंगे, तो आपको मुनाफा कम होता है। लेकिन बच्चों से प्राप्त संपूर्ण पैसे में से आपको कुछ पैसे बच्चों की पढ़ाई में, कुछ पैसे अध्यापकों पर आवश्यक तौर पर लगाने चाहिए। ताकि आप पढ़ाई को समय-समय पर गुणवत्तापूर्ण बना सकें।
विद्यालय खोलना है कैसे खोलें इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर (FAQs)
Q:- 1. विद्यालय कैसे खोलें?
Ans:- 1. विद्यालय विद्या का केंद्र होता है। जहां पर बच्चों को शिक्षा प्रदान की जाती है। यदि आप बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने हेतु विद्यालय खोलना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको विभिन्न प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। जिसके बारे में हमारे द्वारा ऊपर लेख में बताया गया है।
Q:- 2. प्री प्राइमरी विद्यालय खोलने के लिए कितनी भूमि की आवश्यकता होती है?
Ans:- 2. प्री प्राइमरी विद्यालय खोलने के लिए एक बिल्डिंग में कम से कम तीन से चार कमरे होना बेहद आवश्यक होते हैं। साथ ही बच्चों की सुविधा का ध्यान भी रखा जाता है।
Q:- 3. प्राइमरी विद्यालय खोलने के लिए कितनी भूमि की आवश्यकता होती है?
Ans:- 3. इसके लिए कम से कम कक्षाओं के लिए पांच कमरे होना आवश्यक होते हैं। इसके साथ-साथ एक ऑफिस रूम, एक लाइब्रेरी रूम, एक स्टाफ रूम तथा बच्चों और अध्यापकों के लिए शौचालय की व्यवस्था भी होनी चाहिए। इसके लिए कम से कम 1000 से 1500 स्क्वायर फ़ीट जमीन की आवश्यकता होती है।
Q:- 4. विद्यालय खोलने हेतु आवश्यक शैक्षणिक योग्यता क्या होती है?
Ans:- 4. विद्यालय खोलने हेतु आवश्यक तौर पर आपको कोई ना कोई प्रशिक्षण कोर्स जैसे:- बीटीसी, डीएलएड या B.Ed किया होना चाहिए। ताकि आप बच्चों के अधिकारों को समझ सके।
Q:- 5. विद्यालय में किस प्रकार के शिक्षक होने चाहिए?
Ans:- 5. विद्यालय मे कम से कम 2 अध्यापक बीएड किए होने आवश्यक तौर पर होने चाहिए।
Q:- 6. विद्यालय से मुनाफा कैसे प्राप्त किया जा सकता है?
Ans:- 6. विद्यालय से मुनाफा बच्चों की संख्या पर निर्भर करता है। यदि विद्यालय में अधिक बच्चे होते हैं, तो आपको उतना अधिक मुनाफा होता है, परंतु यदि विद्यालय में कम बच्चे होते हैं। तो आपको उतना कम मुनाफा होता है।
निष्कर्ष (Conclusion):- आज हमारे द्वारा आप सभी को इस लेख में स्कूल कैसे खोलें? इससे संबंधित विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई है। यदि आप भी अपने आसपास स्कूल खोलना चाहते हैं तथा बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करना चाहते हैं, तो आवश्यक तौर पर आपको यह जानकारी प्राप्त होनी चाहिए। हमारे द्वारा आप सभी को स्टेप बाय स्टेप जानकारी दी गई है। हम उम्मीद करते हैं कि आप सभी को हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी बेहद पसंद आई होगी। यदि आप सभी को यह जानकारी फायदेमंद लगी हो, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताइए। साथ ही इस लेख को सभी जरूरतमंद दोस्तों व रिश्तेदारों के साथ शेयर करना ना भूले।