SIM Full Form In Hindi – SIM का फुल फॉर्म क्या होता है

दोस्तों, जैसे कि हम हर बार कुछ ना कुछ नया आपके लिए हमारी वेबसाइट पर लेकर आते हैं। तो इसी तरह आज भी हम बहुत इंटरेस्टिंग और काम की जानकारी लेकर आपके सामने हाजिर है। आज हम इस आर्टिकल में बात करेंगे। SIM Full Form Kya Hai? SIM full form in hindi, SIM Kya hota hai, Sim ke Fayde, और इसी तरह से बहुत सारी से नई नई जानकारी

बहुत बार ऐसा होता है। कि हम SIM का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन हमको इसका फुल फॉर्म नहीं पता होता है। अगर फुल फॉर्म ही ना पता हो तो कोई भी चीज इस्तेमाल करके क्या फायदा? तो आज हम आपको इस आर्टिकल में पूरी जानकारी देंगे।

इस आर्टिकल को पूरा पढ़े, ताकि आपको सारी जानकारी अच्छे से समझ आए।

SIM Full Form Kya Hota Hai – SIM फुल फॉर्म क्या है?

  • S – Subscribers
  • IIdentity
  • M – Module

✔️सिम कार्ड का फुल फॉर्म Subscriber Identity Modual होता है।
सिम कार्ड का फुल फॉर्म इन हिंदी में ग्राहक पहचान मॉड्यूल होता है।

SIM क्या होता है?

शायद ही कोई ऐसा आदमी होगा। जो मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करता है। मतलब लगभग हर इंसान आज मोबाइल चलाता है। चाहे वह कितना ही गरीब क्यों ना हो। और जब मोबाइल का इस्तेमाल करते ही है। तो उसमें सिम कार्ड क्या है, किस लिए इस्तेमाल होता है। यह तो पता ही होगा।

आप सबको तो यह पता ही होगा बिना सिम कार्ड के हम ना तो किसी से बात कर सकते हैं। और ना ही इंटरनेट का इस्तेमाल सिम कार्ड ना हो तो मोबाइल फोन एक डब्बा हो जाता है। जिससे उस फोन का कोई भी मतलब ना रहता है। हर एक मोबाइल को सिम कार्ड बहुत जरूरी होता है। चाहे वह फोन लाखों रुपए का ही क्यों ना हो।

सिम कार्ड का आकार बहुत ही छोटा होता है। सिम कार्ड दिखने में तो प्लास्टिक का होता है। लेकिन इसमें एक चिप लगाई हुई रोती है जिसमें इंफॉर्मेशन फोन नंबर और डाटा होता है। जो कि नेटवर्क निश्चित करता है।

SIM Card History – SIM की पुरानी जानकारी

ऊपर हमने आपको SIM Full Form kya hai यह तो बता दिया। लेकिन अब यहां पर हम आपको सिम की पुरानी जानकारी बता दे रहे हैं।

सिम कार्ड थोड़ी मेमोरी भी होती है जिसमें हम लगभग 200 से 300 कांटेक्ट सेव कर रख सकते हैं। या फिर किसी के मैसेज को भी हम वहां पर सेव कर सकते हैं। सबसे पहले जो सिम कार्ड बनाया गया था वह क्रेडिट कार्ड एटीएम कार्ड के जितना आकार का था।

लेकिन धीरे-धीरे वक्त के साथ उसका आकार कम होता गया और आज आप सिम कार्ड देख सकते हैं। वह एक प्रकार का माइक्रो सिम या फिर हम जिसे मिनी सिम कहते वह बन गया है।

SIM Card के प्रकार – Types Of SIM

हम जो मोबाइल में सिम कार्ड इस्तेमाल करके उसके दो प्रकार होते हैं। जो आपको हमने नीचे बताएं है।

1. GSM (Global System For Mobile Network)

GSM प्रकार के सभी सिम कार्ड मोबाइल फोन में ही इस्तेमाल किए जाते हैं और आजकल ज्यादातर इसी प्रकार के सिम कार्ड भी रहे हैं और इस्तेमाल में भी लोग लगा रहे हैं।

✔️GSM SIM का फायदा – इस सिम कार्ड का यह फायदा होता है अगर आपकी बैटरी खत्म भी हो जाती है और आपको तभी किसी को अर्जेंट कॉल या मैसेज करना हो तो आप अपने उस GSM SIM को दूसरे के फोन पर डालकर जो भी नंबर सेव है उस पर कॉल कर सकते हैं।

2. CDMA

यह सिम कार्ड बहुत ही कम यानी कुछ ही मोबाइल में यूज किया जा सकता है। यह सिम कार्ड आपको अपने नया फोन लेने के साथ मिलता है इसकी बात खास बात यह है कि इसको आप मोबाइल से बाहर नहीं निकल सकती यह सिम आपका जो भी मोबाइल उसी कंपनी का रहता है।

अगर आपने रिलायंस कंपनी का फोन खरीदा है तो आपको उसके साथ जो का ही सिम कार्ड इस्तेमाल करना होगा। उसमें आप दूसरा नहीं इस्तेमाल कर सकते और ना ही दूसरों के फोन में डाल सकते हैं।

SIM Card आपको कैसे और कहां पर मिल सकता है?

सिम कार्ड आपको अगर लेना है तो आपको अपनी नजदीकी मोबाइल शॉप में जाना होगा वहां से आप किसी भी सिम कंपनी का सिम कार्ड खरीद सकते हैं जैसे की आईडिया जिओ वोडाफोन एयरटेल जैसी कंपनियों के सिम भी खरीद सकते हैं।

सिम खरीदते वक्त आपकी उम्र 18 साल होना जरूरी है। साथ ही आपके पास आपके लिए कोई भी डॉक्यूमेंट और फोटो होना आवश्यक है उसके बिना आपको सिम नहीं मिल सकता।

Conclusion

यहां पर हमने आपको SIM Full Form क्या होता है। सिम के प्रकार, और सिम कार्ड कैसे खरीदे, यह सब जानकारी बताइ। आशा करते है आपको बताई गई सारी जानकारी पसंद आई होगी।

अगर आपको यह जानकारी पसंद आई है तो अपने उन दोस्तों के साथ भी शेयर करें जिन्हें मोबाइल चलाना बहुत ज्यादा प्रिय है।

आप इस जानकारी को अपने व्हाट्सएप ग्रुप फेसबुक इंस्टाग्राम पर भी शेयर करें ताकि सिम की फुल फॉर्म जानकारी सभी के पास पहुंचे।

राधा वैश्य

राधा वैश्य लखनऊ उत्तर प्रदेश से हैं। वह शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ीं हैं, और लोगों के साथ ज्ञानवर्धक जानकारी साक्षा करने में रूचि रखतीं हैं। इनके 500 से ज्यादा लेख प्रकाशित हो चुके हैं।

Leave a Comment