ऊर्जा क्या होती है? ऊर्जा के स्रोत कौन-कौन से हैं?

दोस्तों, ऊर्जा हमारे जीवन में एक बहुत ही अहम भूमिका निभाती है। ऊर्जा के बिना पृथ्वी पर कोई भी जीवधारी किसी भी प्रकार का कोई भी कार्य करने में सक्षम नहीं हो सकता है, परंतु हम अपने आसपास के जिन चीजों का इस्तेमाल करते हैं, उनके बारे में हमें नहीं पता होता है। इसी प्रकार हमारे शरीर के अंतर्गत बनने वाली विभिन्न प्रकार की शक्तियों के बारे में भी हमें नहीं पता होता। आप में से बहुत से लोगों को ऊर्जा के बारे में कोई जानकारी नहीं होगी। यदि आप लोग ऊर्जा के बारे में जानना चाहते हैं, तो हमारे द्वारा इस आर्टिकल के माध्यम से आपको Urja kya hai? Urja ke strot kya hote hai? आदि के बारे में विस्तार पूर्वक बताया जा रहा है।

हम आपको बता दें कि ऊर्जा के माध्यम से ही व्यक्ति बोलने, चलने, किसी भी काम को करने आदि में सक्षम होता है। हमारे शरीर में ऊर्जा का बनना एक बायोलॉजिकल प्रक्रिया है, परंतु ऊर्जा विभिन्न प्रकार की हो सकती है। पर आज के समय में आप सभी को ऊर्जा से संबंधित जानकारी होना बेहद जरूरी है। ताकि आप इस जानकारी को दूसरों तक पहुंचने में सक्षम हो सके। हमारे द्वारा आप सभी को इस लेख में What is the energy? What are the sources of energy? आदि के बारे में बताया जा रहा है। इससे संबंधित अधिक जानकारी को प्राप्त करने के लिए आप सभी को यह लेख अंत तक पढ़ना होगा।

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ऊर्जा क्या होती है? (What is the energy?)

दोस्तों, ऊर्जा के स्रोत के बारे में जानकारी प्राप्त करने से पहले आपको यह पता होना जरूरी है कि ऊर्जा क्या होती है? इसीलिए हमारे द्वारा आप सभी को यहां सबसे पहले What is the energy? के बारे में बताया जा रहा है। दोस्तों, हम सभी के द्वारा अपने दैनिक जीवन में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों की जाती है। इन सभी गतिविधियों को पूर्ण करने के लिए हम सभी को ऊर्जा की आवश्यकता होती है। 

ऊर्जा क्या होती है ऊर्जा के स्रोत कौन-कौन से हैं

बिना ऊर्जा के हम में से कोई भी व्यक्ति किसी भी कार्य को करने में सक्षम नहीं हो सकता है। ऊर्जा के बिना हम अपनी दैनिक गतिविधियों जैसे:- खाना बनाना, चलना, दौड़ना, बैठना, बोलना और गाड़ी चलाना आदि किसी भी कार्य को नहीं कर सकते हैं। यही कारण है कि हमारे अस्तित्व को धरती पर विराजमान रखने में ऊर्जा हमारी सहायता करती है।

दोस्तों, ऊर्जा ही आज के समय में पृथ्वी पर उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति को जीविकोपार्जन करने योग्य बनाने का कार्य करती है। बिना ऊर्जा के किसी भी जीवधारी का जिंदा रहना या फिर कोई भी गतिविधि करना संभव नही होता है। ऊर्जा हम सभी को विभिन्न प्रकार के स्रोतों से मिलती है, जिसके बारे में हम आपको इस लेख में विस्तार पूर्वक बताएंगे।

ऊर्जा की स्रोत से क्या तात्पर्य है (what is the sources of energy?)

दोस्तों, आप सभी ऊपर ऊर्जा के बारे में जानकारी प्राप्त कर चुके हैं, परंतु सवाल यह उठता है कि ऊर्जा के स्रोत से क्या तात्पर्य है? हम आपको बता दें, ऊर्जा का वह स्रोत जिससे हमें लंबे समय तक ऊर्जा प्राप्त हो सके। उसे ही हम ऊर्जा का स्रोत कहते हैं। यदि कोई स्रोत आपको लंबे समय तक पर्याप्त ऊर्जा प्रदान नहीं कर सकता है, तो उसे हम ऊर्जा के स्रोत के अंतर्गत नहीं रख सकते हैं। वर्तमान समय में हमारी पृथ्वी पर ऊर्जा के विभिन्न स्रोत आपको देखने को मिलते हैं, परंतु सभी स्रोतों को अलग-अलग भागों में वर्गीकृत किया गया है।

वर्गीकरण ऊर्जा के स्रोत का वर्गीकरण? (Division sources of energy?)

दोस्तों, ऊर्जा के विभिन्न स्रोत होते हैं। परंतु यदि मुख्य तौर पर देखा जाए, तो ऊर्जा स्रोतों को दो भागों में विभाजित किया गया है। गैर नवीनीकरण स्रोत और नवीनीकरण स्रोत जिन्हें हम ऊर्जा के परंपरागत स्रोत और गैर परंपरागत स्त्रोत के नाम से भी जानते हैं। हमारे द्वारा आप सभी को नीचे ऊर्जा के स्रोतों की जानकारी दी गई है, जिससे आप ऊर्जा की संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर लेंगे। यह संपूर्ण जानकारी निम्न प्रकार है-

ऊर्जा के गैर नवीनीकरण स्रोत (Non-renewable sources of energy)

दोस्तों, ऊर्जा के कुछ ऐसे स्रोत होते हैं। जिनका निर्माण करने में प्रकृति के द्वारा बहुत लंबा समय लगता है। साथ ही साथ यदि एक बार यह स्रोत समाप्त हो जाते हैं, तो इनको पुनः प्राप्त भी नहीं किया जा सकता है। ऊर्जा के ऐसे स्रोतों को ऊर्जा के गैर नवीनीकरण स्रोत कहा जाता है। ऊर्जा के गैर नवीनीकरण स्रोत को ही ऊर्जा के परंपरागत स्रोत के नाम से जाना जाता है।

इन स्रोतों को हमारे द्वारा बहुत ही प्राचीन काल से उपयोग किया जा रहा है, इनके द्वारा पृथ्वी पर उपस्थित सभी जीवधारियों को एक पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा प्राप्त होती है। गैर नवीनीकरण स्रोत के अंतर्गत लकड़ी तथा जीवाश्म ईंधन जैसे:- कोयला, पेट्रोलियम और नेचुरल गैस तथा इसे बने पदार्थ आदि शामिल होते हैं।

जीवाश्म ईंधन (Fossil fuel):-

 दोस्तों, जैसा कि हम सभी जानते हैं प्राकृतिक में बहुत सारे जीवित प्राणी होते हैं, जो मर जाते हैं और प्रकृति में ऐसे ही पड़े रहते हैं तथा कुछ समय बाद जमीन के अंदर दफन हो जाते हैं। इन्ही अवशेषों से कई हजार वर्ष के बाद प्राकृतिक ईंधन का निर्माण होता है। 

प्राकृतिक ईंधन को जमीन की खुदाई करके प्राप्त किया जा सकता है, खुदाई करके प्राप्त किए हुए ईंधन को ही जीवाश्म ईंधन कहा जाता है। जीवाश्म ईंधन के द्वारा इलेक्ट्रिसिटी को जनरेट किया जाता है। इसलिए इसे इलेक्ट्रिसिटी जनरेट करने हेतु सबसे बड़ा ऊर्जा का स्रोत माना जाता है। जीवाश्म ईंधन के अंतर्गत कोयला, पेट्रोलियम और नेचुरल गैस आदि आते हैं।

ऊर्जा के नवीनीकरण स्रोत (Renewable sources of energy)

दोस्तों, ऊर्जा के कुछ ऐसे स्रोत भी होते हैं। जिन्हें प्राकृतिक के द्वारा लगातार निर्मित किया जाता है तथा यदि जीवित प्राणियों के द्वारा इन स्रोतों का लगातार इस्तेमाल किया जाता है, तो भी यह समाप्त नहीं होते हैं। इन स्रोतों को ऊर्जा के नवीनीकरण स्रोत कहा जाता है। साथ ही साथ इन्हें ऊर्जा के गैर परंपरागत स्रोत के नाम से भी जाना जाता है।

दोस्तों, ऊर्जा के यह स्त्रोत जीवाश्म ईंधन के जलने पर निर्भर नहीं होते हैं। जैसे कि आप सभी जानते हैं जीवाश्म ईंधन की मात्रा पृथ्वी पर बहुत ही सीमित होती है। इसलिए हम सभी को गैर परंपरागत स्रोतों की आवश्यकता पड़ी। साथ ही साथ पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए गैर परंपरागत स्त्रोत एक बहुत अच्छा विकल्प है क्योंकि जीवाश्म ईंधन के माध्यम से पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता है।

1. हाइड्रोइलेक्ट्रिक एनर्जी (Hydroelectric energy)

दोस्तों, हाइड्रोइलेक्ट्रॉनिक एनर्जी एक प्रकार का ऊर्जा का स्रोत है। जो गैर परंपरागत ऊर्जा स्रोत के अंतर्गत आता है। इसके माध्यम से बहते हुए जल का उपयोग किया जाता है और इलेक्ट्रिसिटी को बनाया जाता है। दोस्तों, बहते हुए जल की ऊर्जा से निर्मित इलेक्ट्रिसिटी को ही हाइड्रोइलेक्ट्रिक एनर्जी कहते हैं।

ऊर्जा का यह स्रोत कभी समाप्त नहीं हो सकता है क्योंकि यह बहते हुए जल की ऊर्जा पर आधारित होता है। साथ ही साथ इस प्रकार इलेक्ट्रिसिटी बनाने पर हमारे पर्यावरण में कोई भी प्रदूषण नहीं फैलता है।

2. विंड एनर्जी (Wind energy)

दोस्तों, जिस प्रकार हमने बहते हुए जल की ऊर्जा का इस्तेमाल किया है। इस प्रकार बहती हुई हवा की ऊर्जा का इस्तेमाल करके बनाई गई इलेक्ट्रिसिटी को विंड एनर्जी के नाम से जाना जाता है। विंड एनर्जी के माध्यम से भी इलेक्ट्रिसिटी को उत्पन्न किया जा सकता है।

विंड एनर्जी तकनीक का इस्तेमाल करके भी पर्यावरण प्रदूषण नहीं होता है। इसके माध्यम से हम सभी जीवाश्म इंधनों को भी थोड़ा-थोड़ा इस्तेमाल करके आगे तक के लिए बचा कर रख सकते हैं। साथ ही यह ऐसा ऊर्जा का स्रोत है, जो समाप्त नहीं हो सकता है।

3. सोलर एनर्जी (Solar energy)

दोस्तों, सोलर एनर्जी के नाम से ही आप लोग जान गए होंगे कि हम यहां सूर्य की बात करने जा रहे हैं। यह तो आप सभी जानते हैं कि सूर्य हर प्रकार की ऊर्जा का स्रोत है। सूर्य के द्वारा प्रत्येक जीवधारी को मुफ्त में लाइट, हिट और एनर्जी प्रदान की जाती है। यही कारण है कि सूर्य से उत्पन्न होने वाली एनर्जी को हम सभी सोलर एनर्जी के नाम से जानते हैं।

सोलर एनर्जी का इस्तेमाल करने के लिए विभिन्न वैज्ञानिकों के द्वारा विभिन्न उपकरणों जैसे:- सोलर कुकर, सोलर वॉटर हिटर और सोलर सेल आदि का आविष्कार किया गया। इन सभी उपकरण की सहायता से हम सभी जीवधारी सोलर एनर्जी का उपयोग अपने दैनिक जीवन की संपूर्ण गतिविधियों में कर सकते हैं। यह एनर्जी हमें इन उपकरणों के माध्यम से सीधा प्राप्त हो सकती है।

4. बायोमास एनर्जी (Biomass energy)

दोस्तों, बायोमास एनर्जी समझने से पहले आपको बायोमास क्या होता है? इसके बारे में पता होना चाहिए। तो हम आपको बता दें, मृत पेड़-पौधों, पशुओं और उनके वेस्ट मटेरियल को ही बायोमास कहा जाता है। यह बात सब जानते होंगे कि बायोमास एक कार्बनिक पदार्थ होता है। जिसका इस्तेमाल हम सब के द्वारा ईंधन के रूप में किया जा सकता है। इनसे निकलने वाली ऊर्जा को ही बायोमास एनर्जी के नाम से जाना जाता है। बायोमास एनर्जी का सबसे अच्छा उदाहरण उपले होता है।

5. जियोथर्मल एनर्जी (Geothermal energy)

दोस्तों, जियोथर्मल एनर्जी को बताने से पहले हम आपको जियोथर्मल शब्द का अर्थ बता दें, जियोथर्मल शब्द में Geo का मतलब Earth और thermal का अर्थ heat होता है। जैसा कि हम सब जानते हैं पृथ्वी के भीतर गर्म चट्टाने पाई जाती हैं। जिनके द्वारा बहुत सारी हीट उत्पन्न की जाती है। इसी ऊर्जा को जियोथर्मल एनर्जी के नाम से जाना जाता है। इनसे निकलने वाली इसी ऊर्जा का इस्तेमाल करके इलेक्ट्रिसिटी को बनाया जाता है, जिससे किसी भी प्रकार का पर्यावरण प्रदूषण नहीं होता है और इसका इस्तेमाल लंबे समय तक किया जा सकता है।

एक अच्छे ऊर्जा स्रोत के गुण? (A quality of good sources of energy?)

दोस्तों, जैसा कि अपने ऊपर जाना है कि ऊर्जा की कुछ स्रोत अच्छे होते हैं, कुछ अच्छे नहीं होते हैं, परंतु आप यह कैसे सिद्ध कर सकते हैं कि एक ऊर्जा स्रोत अच्छा है और दूसरा नहीं। हम आपको बता दें, तो इसके लिए एक ऊर्जा स्रोत के अंतर्गत कुछ गुणों का होना आवश्यक होता है। इन गुणों के बारे में हमारे द्वारा आप सभी को निम्न प्रकार बताया गया है-

  • एक अच्छे ऊर्जा स्रोत को बड़ी मात्रा में ऊर्जा प्रदान करनी चाहिए।
  • जो ऊर्जा स्रोत सस्ता हो और आसानी से प्राप्त हो जाए, उसे एक अच्छा ऊर्जा स्रोत माना जाता है।
  • वह ऊर्जा स्रोत जिसे स्टोर करना बहुत आसान हो तथा जिसका ट्रांसफर भी बहुत आसानी से किया जा सके, एक अच्छा ऊर्जा स्रोत कहलाता है।
  • जिस ऊर्जा का इस्तेमाल करना आसान और सुरक्षित हो।
  • वह ऊर्जा स्रोत एक अच्छा ऊर्जा स्रोत माना जाता है, जो पर्यावरण को प्रदूषित न करें।

ऊर्जा स्रोत क्या होते हैं? इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर (FAQs):- 

Q:- 1. ऊर्जा क्या होती है?

Ans:- 1. दोस्तों, हम सबके द्वारा अपने दैनिक जीवन में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों की जाती हैं। इन सभी गतिविधियों को करने के लिए हम सभी को ऊर्जा की आवश्यकता होती है। ऊर्जा के माध्यम से ही हम खाना बनाना, चलना, बोलना और काम करना आदि करने में सक्षम हो सकते हैं। इसीलिए पृथ्वी पर उपस्थित प्रत्येक जीव धारी के लिए ऊर्जा का होना बेहद आवश्यक होता है।

Q:- 2. ऊर्जा के स्रोत से क्या तात्पर्य है?

Ans:- 2. दोस्तों, ऊर्जा के स्रोत उन्हें कहा जाता है। जो लंबे समय तक हम सभी को पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा प्रदान कर सके। ऊर्जा के हमारे पृथ्वी पर विभिन्न स्रोत हैं, जिसे हम सभी को ऊर्जा प्राप्त होती है और हम अपने संपूर्ण कार्यों को करने में सक्षम हो पाते हैं।

Q:- 3. ऊर्जा को कितने भागों में बांटा गया है?

Ans:- 3. दोस्तों, ऊर्जा के स्रोत को मुख्य तौर पर दो भागों में वर्गीकृत किया गया है। पहला – गैर नवीनीकरण स्रोत, जिसे हम परंपरागत स्रोत के नाम से भी जानते हैं तथा दूसरा – नवीनीकरण स्रोत, जिसे हम गैर परंपरागत स्रोत के नाम से जानते हैं।

Q:- 4. परंपरागत ऊर्जा स्रोत कौन से होते हैं?

Ans:- 4. दोस्तों, परंपरागत ऊर्जा स्रोत वह होते हैं, जो प्राकृतिक के द्वारा बहुत लंबे समय तक बनाए जाते है तथा जिनके अधिक उपयोग करने से यह समाप्त हो जाते हैं और इनको पुनः प्राप्त नहीं किया जा सकता है। जीवाश्म ईंधन जैसे:- कोयला, पेट्रोलियम और नेचुरल गैस परंपरागत ऊर्जा स्रोत होते हैं।

Q:- 5. गैर परंपरागत ऊर्जा स्रोत कौन से होते हैं?

Ans:- 5. दोस्तों, गैर परंपरागत ऊर्जा स्रोत पर होते हैं। जिन्हें प्राकृतिक के द्वारा लगातार निर्मित किया जाता है और इनका लगातार प्रयोग करने पर भी यह समाप्त नहीं होते हैं। साथ ही साथ पर्यावरण को भी प्रदूषित नहीं करते हैं। गैर परंपरागत ऊर्जा स्रोत के अंतर्गत विंड एनर्जी, हाइड्रो इलेक्ट्रिक एनर्जी और बायोमास एनर्जी आदि उपस्थित होते हैं।

Q:- 6. एक अच्छे ऊर्जा स्रोत के गुण क्या है?

Ans:- 6. दोस्तों, एक अच्छे ऊर्जा स्रोत के अंतर्गत कुछ गुणों का होना बेहद आवश्यक है। यदि आप इनके गुणों के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो हमारे द्वारा आप सभी को ऊपर लेख में एक अच्छे ऊर्जा स्रोत के गुणों की संपूर्ण जानकारी कुछ मुख्य बिंदुओं के माध्यम से बताई गई है। वहां से आप यह जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

Q:- 7. इलेक्ट्रिसिटी कौन-कौन से ऊर्जा के स्रोतों से प्राप्त की जा सकती है?

Ans:- 7. दोस्तों, इलेक्ट्रिसिटी प्राप्त करने के लिए गैर परंपरागत ऊर्जा स्रोत जैसे:- हाइड्रोइलेक्ट एनर्जी, विंड एनर्जी, बायोमास एनर्जी, जियोथर्मल एनर्जी और सोलर एनर्जी का उपयोग किया जाता है। इन सभी के द्वारा इलेक्ट्रिसिटी प्रोड्यूस की जाती है। साथ ही साथ इन सभी के इस्तेमाल से हमारा पर्यावरण प्रदूषित नहीं होता है।

निष्कर्ष (Conclusion):- दोस्तों, हमारे द्वारा आज आप सभी को इस आर्टिकल के माध्यम से Urja kya hoti hai? Urja ke strot kya hai? आदि के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई है। ऊर्जा हमारे जीवन का एक अटल सत्य है, इसके बिना हम किसी भी कार्य को करने में सक्षम नहीं हो सकते हैं।

इसलिए आप सभी को ऊर्जा से संबंधित जानकारी प्राप्त होनी चाहिए  जिन लोगों को यह जानकारी प्राप्त नहीं थी, उन सभी के लिए हमारा यह लेख बेहद फायदेमंद साबित हुआ होगा। हम उम्मीद करते हैं कि आप सभी को हमारे द्वारा दिया गया यह लेख बेहद पसंद आया होगा। यदि आपको यह संपूर्ण जानकारी पसंद आई हो, तो आप हमें कमेंट सेक्शन में लिखकर जरूर बताइए। साथ ही इस जानकारी को अपने सभी जरूरतमंद दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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