|| उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना | Uttarakhand Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana 2024 | उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना की विशेषताएं | Features of Uttarakhand Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana | Implementation of Mukhyamantri Anchal Amrit Yojana | उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना के लिए जरुरी दस्तावेज ||
3 से 6 वर्ष की आयु के सभी बच्चों को पोषण और स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री माननीय श्री पुष्कर धामी सिंह जी द्वारा Uttarakhand Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana 2024 को चलाया गया है। जिसके माध्यम से राज्य के सभी 3 से 6 वर्ष की आयु के बच्चों को आंगनवाड़ी केंद्रों द्वारा दूध उपलब्ध कराया जाएगा।
Uttarakhand Chief Minister Aanchal Amrit Yojana 2024 के माध्यम से प्रत्येक बच्चे को सप्ताह में 2 दिन 100 मिलीलीटर दूध आंगनवाड़ी केंद्रों द्वारा दिया जाएगा। जिसे उत्तराखंड सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ (Uttarakhand Cooperative Milk Producers Union) से प्राप्त किया जाता है। इस योजना से राज्य में लगभग 2 लाख 50 हजार बच्चे लाभान्वित होंगे। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना क्या है? और इन योजना के आवेदन कैसे करें? इससे जुड़ी सभी जानकारी शेयर करने जा रहे है। तो आइए जानते है-
उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना 2024 | Uttarakhand Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana 2024
बच्चों में अक्सर कुपोषण (malnutrition) की शिकायत रहती है जिसे ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के द्वारा मार्च 2020 में आंचल अमृत योजना को शुरू किया गया था। जिसके माध्यम से उत्तराखंड में निवास करने वाले गरीब बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों के जरिए कुपोषण से बचने के लिए दूध पिलाया जाएगा।
जिससे बच्चों में भविष्य में होने वाले कुपोषण से छुटकारा मिलेगा। राज्य सरकार लगभग 20000 आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से राज्य के 3 से 6 साल के सभी गरीब बच्चों को मुफ्त दूध पिलाने की प्रदान करेगी। कक्षा एक से कक्षा 8 तक के छात्रों को भी यह पौष्टिक दूध मिलेगा। योजना के अंतर्गत आंगनबाड़ी के जरिए सप्ताह में दो दिन दूध दिया जाएगा।
दोस्तों आपको जानकारी दे दें कि Uttarakhand Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana 2024उत्तराखंड राज्य में कुछ समय तक ही चली थी उसके बाद से बंद कर दिया गया था. लेकिन अब दोबारा से इसे वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के द्वारा शुरू कर दिया गया है। इस योजना को अब नए सिरे से शुरू किया गया है। कहने का मतलब कुछ बदलाव भी किए गए हैं जिसकी समस्त जानकारियां को नीचे दी जा रही है।
उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना को फिर से शुरू किया गया | Uttarakhand Chief Minister Aanchal Amrit Yojana relaunched
उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना को एक बार फिर से मुख्यमंत्री माननीय श्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Honorable Shri Pushkar Singh Dhami) जी ने शुरू किया है। जिससे बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण में सुधार किया जा सके। इस योजना के तहत बच्चों को सप्ताह में दो बार मीठा और अच्छे फ्लेवर वाला दूध दिया जाएगा। वही इस योजना के माध्यम से आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले सभी बच्चों को सरकार के द्वारा सप्ताह में 4 बार दूध दिया जाएगा।
इस योजना में 3 वर्ष से लेकर के 6 वर्ष के सभी बच्चे लाभान्वित होंगे। दूध बच्चों की सेहत के लिए बहुत ज्यादा जरूरी होता है इसीलिए माननीय मुख्यमंत्री जी ने बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए इस योजना का आयोजन किया है। कुपोषण मुक्त (malnutrition free) बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार ने इस योजना को शुरू करने का कदम उठाया है जिससे बच्चों को निरोगी और स्वस्थ बनाया जा सके।
3 से 6 साल तक के बच्चो को मिलेगा उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का लाभ | Children between 3 to 6 years will get the benefit of Uttarakhand Chief Minister Aanchal Amrit Yojana
जैसा कि आपको पता होगा दूध एक संतुलित आहार (balanced diet) है जो कि हमारे शरीर को बहुत सारे विटामिंस और मिनरल्स प्रदान करता है। जिससे हमारे शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता बनती है। और आप जल्दी किसी बीमारी का शिकार नहीं होते हैं। इसीलिए 3 साल से 6 साल के बच्चों के लिए इस योजना को लागू किया गया है। जिसके माध्यम से उन्हें निशुल्क दूध दिया जाएगा सभी 3 साल से 6 साल के बच्चे स्वस्थ बने रहें।
Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana को उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना शुरू करने का मकसद बच्चों को स्वस्थ और निरोगी बनाना है। इस योजना के माध्यम से राज्य में कुपोषण की समस्या को खत्म किया जाएगा और राज्य के सभी बच्चे स्वस्थ और निरोगी हो सकेंगे।
उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना की विशेषताएं | Features of Uttarakhand Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana
इस योजना की क्या-क्या विशेषताएं हैं उस से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बिंदु आप नीचे जान सकते हैं
- 20,000 आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले ढाई लाख बच्चों को Uttarakhand Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana 2024के अंतर्गत सप्ताह में दो बार 100 मिलीलीटर दूध मुफ्त में प्रदान किया जाएगा।
- इस योजना के माध्यम से बच्चों को उनकी पसंद का दूध मिल पाएगा।
- इस योजना के माध्यम से आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले सिर्फ उन बच्चों को ही दूध मिलेगा जिनकी उम्र 6 वर्ष या फिर उससे कम है।
- कक्षा 1 से लेकर के 8 तक के बच्चों को सप्ताह में विटामिन ए और विटामिन डी2 फोर्टिफाइड दूध बच्चों को उनकी पसंद के हिसाब से दिया जाएगा।
- सात लाख से ज्यादा बच्चों को इस योजना का लाभ उत्तराखंड सरकार दे रही है।
- इंटरवल के समय उत्तराखंड के सभी प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को इस योजना का लाभ मिलेगा।
- उत्तराखंड राज्य के बच्चे स्वस्थ एवं कुपोषण मुक्त हों इसी उद्देश्य से इस योजना को लागू किया गया है। जिससे लगभग 20000 आंगनबाड़ी केंद्रों पर फ्लेवर्ड मीठा और स्किम्ड मिल्क पाउडर वितरित किया जाएगा।
- प्राथमिक स्तर के सभी छोटे बच्चों को 100 मिलीलीटर दूध दिया जाएगा। इसके अलावा उच्च स्तर पर पड़ने वाले बच्चों को 150 मिलीलीटर दूध दिया जाएगा।
- इस योजना के लिए दूध उत्तराखंड सरकारी डेयरी फेडरेशन लिमिटेड के द्वारा मिलेगा उनकी मांग और आवश्यकता के अनुसार हर 3 महीने में मिल्क पाउडर का पैकेट स्कूल में पहुंचा दिया जाएगा। इस योजना के माध्यम से 3 महीने का कोटा एक बार में स्कूल तक पहुंचाया जाएगा।
उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का उद्देश्य | Uttarakhand Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana Ka Uddesya
सभी प्राथमिक स्तर के बच्चे अच्छी गुणवत्ता वाले मध्यान भोजन के साथ-साथ विटामिन (vitamins) में भरपूर कैलोरी ऊर्जा ले सके इसीलिए यहां पर दूध को उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे बच्चों के पोषण में सुधार हो सके और उनका भौतिक विकास होने में बढ़ावा हो सके।
Uttarakhand Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana के माध्यम से आपको इंटरवल के भोजन के साथ साथ दूध उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे बच्चों का जल्दी विकास किया जा सके और उन्हें निरोग रखा जा सके। इस योजना के माध्यम से कुपोषण की समस्या को परमानेंट तरीके से दूर किया जाएगा।
उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना 2024 के लिए पात्रता मापदंड | Eligibility Criteria for Uttarakhand Mukhymantri Aanchal Amrit Yojana 2024
राज्य के जो भी गरीब परिवार के बच्चे इस योजना का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें कुछ बात रत्नों को पूरा करना होगा। जो कि निम्नलिखित हैं।
- यहां पर लाभ लेने वाले बच्चे का उत्तराखंड का मूल निवासी होना जरूरी है।
- लाभ लेने के लिए बच्चे की आयु 3 साल से 6 साल के बीच में होनी चाहिए।
- अगर कोई भी बच्चा इस योजना में लाभ लेना चाहता है तो उसका आंगनबाड़ी या किसी प्राइमरी स्कूल में एडमिशन होना चाहिए।
उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना के लिए जरूरी दस्तावेज | Documents required for Uttarakhand Chief Minister Aanchal Amrit Yojana
मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना के लिए कुछ दस्तावेजों को भी निर्धारित किया गया है। जो कि इस प्रकार है
- आधार कार्ड (Aadhar card)
- बीपीएल कार्ड (bpl card)
- आय प्रमाण पत्र (income certificate)
- निवास प्रमाण पत्र (Address proof)
- पहचान प्रमाण पत्र (identity proof)
- पासपोर्ट साइज फोटो (passport size photo)
उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का बजट | Uttarakhand Chief Minister Aanchal Amrit Yojana Ka Budget
साल 2024 के तहत उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का बजट ₹13 करोड़ का प्रावधान किया गया है। इस योजना के माध्यम से उत्तराखंड राज्य में पढ़ने वाले सभी प्राइमरी एवं आंगनवाड़ी स्कूल के बच्चे जिनकी आयु 3 से 6 वर्ष के बीच में है उन्हें सप्तह में 4 दिन विटामिन ए और विटामिन डी युक्त 100 मिलीलीटर दूध दिया जाएगा। जिससे बच्चों को कुपोषण की समस्या से छुटकारा मिलेगा और सभी बच्चे हष्ट पुष्ट और निरोगी हो सकेंगे।
मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का क्रियान्वयन | Implementation of Mukhyamantri Anchal Amrit Yojana
एक रिपोर्ट के अनुसार पता चला है कि राज्य में 18000 बच्चे कुपोषण का शिकार हैं इसीलिए मुख्यमंत्री जी द्वारा Mukhyamantri Anchal Amrit Yojana को शुरू किया गया है। जिससे सभी बच्चों को 100 मिलीलीटर दूध हफ्ते में 4 दिन दिया जाएगा। इसके माध्यम से कुपोषण को कम करने में मदद मिलेगी और सभी बच्चे हष्ट पुष्ट बन सकेंगे।
एक आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड में करीब 20 हजार आंगनबाड़ी केंद्र हैं इसीलिए सरकार ने इन केंद्रों पर 3 से 6 साल के बच्चों को सुगंधित मीठा Milk देने का फैसला किया है। इस सहकारिता अभियान से आंगनवाड़ी केंद्र में पढ़ने वाले कुपोषित बच्चों को आने वाले वर्षों में समुचित पोषाहार उपलब्ध किया जाएगा।
संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न | Related FAQ
मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का क्या उद्देश्य है?
इस योजना का उद्देश्य राज्य में बढ़ रहे कुपोषण को रोकना है। जिससे सभी बच्चे निरोगी और स्वस्थ बन सके।
इस योजना को पहली बार कब प्रारंभ किया गया था?
इस योजना को पहली बार 13 मार्च 2020 को शुरू किया गया था।
मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना को किसने शुरू किया है?
इस योजना को त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुरू किया है।
मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना के तहत कौन-कौन से बच्चे लाभान्वित होंगे?
3 साल से लेकर के 6 साल तक के वह सभी बच्चे जो कि उत्तराखंड के मूल निवासी हैं उन्हें इस योजना का लाभ दिया जाएगा। इसके अलावा वह उत्तराखंड के प्राइमरी या फिर आंगनबाड़ी से पढ़ाई करते हो।
मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना को किस राज्य द्वारा शुरू किया गया है?
इस योजना को उत्तराखंड सरकार द्वारा शुरू किया गया है।
क्या उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना को दोबारा शुरू किया गया है?
जी हाँ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के द्वारा इस योजना को उत्तराखंड राज्य में दोबारा से शुरू किया गया है।
निष्कर्ष
उत्तराखंड राज्य राज्य सरकार ने इस बात का फैसला लिया है कि वह राज्य में 3 साल से लेकर के 6 साल तक के सभी बच्चों को हफ्तों में 4 दिन 100 मिलीलीटर मुफ्त दूध मुहैया कराएंगे। जिससे बढ़ते हुए कुपोषण को रोकने में सहायता मिलेगी। अगर आप भी इस योजना में लाभान्वित होना चाहते हैं तो आप आसानी से इस योजना में लाभान्वित हो सकते हैं। अगर आपको हमारा लेख पसंद आया है, तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं।