बच्चों का दिमाग तेज करने के अनोखे उपाय | Fantastic Tips to improve Child’s Brain Power 2023

बच्चे का जन्म होने के पश्चात माता पिता अपने बच्चे को हर पोषण प्रदान करने का प्रयास करते हैं। जिससे उसका मानसिक एवं शारीरिक विकास पूर्णता हो सके। बच्चे की देखभाल बहुत ध्यान रखकर की जाती है। माता-पिता हर वह तरीका अपनाते हैं जिससे उनके बच्चे का संपूर्ण विकास हो सके परंतु सबसे महत्वपूर्ण भाग बच्चे का मस्तिष्क होता है। बच्चे का दिमाग कैसे तेज करना है (Brain sharp karne ka tarika in babies) इसके विषय में अक्सर में जानकारी नहीं होती।

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बच्चे का दिमाग तेज करने के अनोखे उपायों (Brain sharp karne ke tips in babies)के विषय में जानकारी देंगे। यदि आप भी इस विषय में जानकारी चाहते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।

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तेज दिमाग का क्या अर्थ है?

तेज दिमाग का अर्थ है। (Brain sharpness ka arth) बच्चा अपने दिमाग से इतना सक्रिय हो कि उसे हर चीज जाने की इच्छा हो बच्चा सुस्त ना हो बल्कि उसका  दिमाग हर चीज जाने के लिए क्रियाशील रहता हो।

बच्चों का दिमाग तेज करने के अनोखे उपाय Fantastic Tips to improve Child’s Brain Power 2023

उसे हर चीज जानने की इच्छा हो। यदि उसे एक परेशानी का हल ढूंढना हो तो वह उसका हल बहुत सारे माध्यमों से ढूंढ सके ऐसे बच्चे के दिमाग को तेज दिमाग कहा जाता है।

 तेज दिमाग वाले बच्चे अपने जीवन में बहुत कुछ अच्छा करते हैं और हर चीज को अच्छे से ग्रहण करने की शक्ति होती है। वह हर चीज को बहुत जल्दी समझ जाते हैं और उस कार्य को पूर्ण संपन्नता से करते हैं।

बच्चे का दिमाग तेज करने के उपाय

बच्चे का दिमाग तेज करने के लिए पहले (Brain sharp karne ke upay in babies) तो जब वह घर में होता है। तब बहुत सारी एलोपैथिक दवाइयां का सेवन किया जाता है। परंतु जब वह दुनिया में आ जाए तो हम किस प्रकार बच्चे का दिमाग तेज कर सकते हैं। इसके विषय में नीचे जानकारी प्रदान की गई है।

1.योगा (Yoga) :

योगा अपने शारीरिक एवं मानसिक विकास का वह साधन होता है। जिसे करने से व्यक्ति अपने जीवन में ज्यादा बीमारियों का सामना नहीं करता और उसका दिमाग बिल्कुल संतुलित रहता है।

 योगा में बहुत सारे आसन है हर आसन के अपने-अपने फायदे हैं। सबसे महत्वपूर्ण आसन सूर्य नमस्कार होता है। सूर्य नमस्कार करने से शरीर के रक्त का सरकुलेशन अच्छा बना रहता है और बच्चे की ब्रेन सेल्स भी एक्टिव रहती हैं। सूर्य नमस्कार की बच्चे को एक बार सिर्फ आदत डलवाने हैं उसके बाद वह रोज ही सूर्य नमस्कार करने लगेगा।

2.पौधों को पानी डलवाएँ (Watering the Plants)

यदि आप अपने बच्चे से छोटे मां गया गिलास से पौधों में पानी डलवा ते हैं। तो आपके बच्चे के मन में पर्यावरण के प्रति प्रेम जागृत होता है। वह पौधों का ध्यान रखना सीखता है।

 उसे धीरे-धीरे करके पौधों के फायदों के विषय में जानकारी मिलती है। उसके दिमाग में पर्यावरण के प्रति क्यूरियोसिटी होती है। और वह नई नई चीजों को जानने का प्रयास करता है। इसलिए बच्चे से ऐसे थोड़े थोड़े काम करवाएं जिससे उन्हें नई नई चीजों का आभास हो।

3.किताब पढ़कर सुनाएँ (Read a story Book)

बच्चे का दिमाग तेज करने के लिए बच्चे को किताब पढ़ कर सुनाने चाहिए। किताब पढ़ कर सुनाने में आप बच्चे को स्टोरी सुना सकते हैं। एक पतली सी स्टोरी बुक का चयन करके रोज ही आप बच्चे को एक स्टोरी सुना सकते हैं।

 आप परी की कहानी भूत की कहानी माता-पिता की कहानियों के विषय में बच्चों को जानकारी दे सकते हैं। बच्चे को कहानी सुनाते समय आप अपनी आवाज को धीरे, कभी तेज, कभी ऊंची, कभी नीचा करें।

 अपने एक्सप्रेशंस को बदलें जिससे बच्चे को स्टोरी में इंटरेस्ट है आप बच्चे का स्टोरी में इंटरेस्ट जगाने का प्रयास करें।इससे माता पिता और बच्चे के बीच प्रेम भी बढ़ता है और बच्चे के दिमाग को तेज करने में मदद मिलती है।

जब आप बच्चे को स्टोरी सुनाते हैं। उसके बाद बच्चा भी आपको कुछ सुनाने का प्रयास करता है। इससे बच्चे का मानसिक विकास होता है वह नई नई चीजों को सोचने के लिए प्रेरित करता है।

4.रंग भरें (Coloring)

बच्चे के दिमाग और शरीर में कोआर्डिनेशन बिठाने के लिए बच्चे से रंग कब भरवाना एक बहुत अच्छा तरीका है। किसी भी आकृति जिसमें बहुत सारे रंग भरे जाएं। इस आकृति को बच्चे को बनाकर दे देना चाहिए।

बच्चे को क्रेयॉन्स कलर देने चाहिए बच्चे को यह बताना चाहिए कि इस आकृति की तरह आपको अपने फिगर में कलर भरने हैं। बच्चा देख देख कर उस आकृति की तरह अपने फिगर में कलर भरता है।जिससे बच्चे के दिमाग से उसके हाथों का कोआर्डिनेशन बनता है आप खुद ही आकृति में कलर भरकर बच्चे को सिखा सकते हैं। ऐसा करने से बच्चा चीजों को आराम से सीखने में मदद करता है और उसका नई नई चीजों को सीखने की ओर उत्सुकता बढ़ती है।

5.फ्री हैंड ड्राइंग (FreeHand Drawing)

फ्री हैंड ड्राइंग उसे कहा जाता है जब आप बच्चे को एक ड्राइंग बुक देखकर उसकी दिमागी संरचना के आधार पर उसे उस ड्राइंग बुक में कलर से कुछ भी बनाने के लिए कहते हैं। इससे बच्चे के दिमाग में जो चीजें चल रही है बे उसे पेपर पर उतारने का प्रयास करता है।

 आप बच्चे को एक ड्राइंग बुक दें और क्रेयॉन्स कलर  छटने के लिए कहें अब आप बच्चे से कहे कि जो भी उसे पसंद हो वह फुल ड्राइंग बुक पर उतार दे ।बच्चा टेडा मेडा कैसा भी उस ड्राइंग बुक पर उतार कर देगा इससे बच्चे को मजा आने लगेगा आप रोज बच्चे को चेक करके उसे स्टार दे। जिससे वह और अच्छा करने के लिए प्रेरित हो इससे बच्चे के दिमाग में नए-नए आईडिया जाते हैं। और बच्चे का दिमाग और तेजी से बेहतर होता है।

6.बच्चों का दिमाग तेज करने का उपाय – पज़ल (Puzzles

बच्चे से पजल सवाल करवाना उसके दिमागी विकास का एक बेहतर तरीका है। पजल में विभिन्न विभिन्न कलर होते हैं उससे उनकी कटिंग के हिसाब से अरेंजमेंट में लगाना पड़ता है।

 पजल को सॉल्व करने के लिए बच्चे को प्रेरित करें जब बच्चा पागल को सॉल्व करता है तो वह अपने दिमाग का इस्तेमाल करता है। और उसे सवाल करने का प्रयास करता है।

 आप भी बच्चे के पजल सॉल्व में उसकी मदद कर सकते हैं। पजल सॉल्व करने से बच्चे की लॉजिकल एबिलिटी बढ़ती है और उसके दिमाग का विकास होता है।

7.ब्लॉक्स और खिलौने (Blocks and Toys)

बच्चे को विभिन्न कलर के टॉय या ब्लॉक दीजिए जिसमें अल्फाबेट नंबर या वर्णमाला लिखी हो बच्चे को एक बार में सिर्फ एक ही ब्लॉक देना है और फिर आपको बच्चे के साथ बैठकर उन ब्लॉक का रिकॉग्निशन कराना चाहिए।

 जिससे बच्चे को चीजों को आसानी से सीखने में मदद मिले खिलौने रंग बिरंगी होते हैं इसलिए यह खिलौने बच्चे को आकर्षित करते हैं। यदि खिलौनों के माध्यम से आप बच्चे को सिखाते हैं तो उसे ऐसा लगता ही नहीं कि वह कोई प्रयास भरा कार्य कर रहा है।

 इसलिए खेल खेल में बच्चे चीजें बहुत आसानी से और तेजी से सीख जाते हैं। वह कुछ भी सीखने में आनाकानी नहीं करते इसलिए हमेशा बच्चे को खेल-खेल में ही सिखाने का प्रयास करना चाहिए।

8.बच्चे से बात-चीत (Communication)

जब बच्चा 2  या 3 साल का हो जाता है तब वह प्ले स्कूल में जाने लगता है। जब बच्चा प्ले स्कूल में लगातार जाने लगे तब माता-पिता को बच्चे से बात करनी चाहिए।

उसने स्कूल में कौन सा गेम खेला, किस प्रकार की उसके दोस्त थे क्या-क्या उसने पढ़ाई की इसके विषय में उससे बातचीत करनी चाहिए। इससे बच्चा अपने मन के अनुभव अपने माता-पिता के सामने व्यक्त करता है उसे क्या अच्छा लगा क्या बुरा लगा इसके विषय में अपने माता-पिता को बताता है। इससे पेरेंट्स और बच्चे के बीच में एक बॉन्डिंग बन जाती है और वह पूरी लाइफ अपने पेरेंट्स से अपनी सारी बातें शेयर करता है।

9.क्ले मॉडलिंग (Clay ​Modelling)

क्ले मॉडलिंग में होती है जिसमें मिट्टी को विभिन्न विभिन्न रंगों से रंग दिया जाता है। इस क्ले के माध्यम से बच्चा अपनी इमैजिनेशन के आधार पर कुछ भी बना सकता है।

 किसी भी तरह की आकृति क्ले के माध्यम से बनाई जा सकती है। बच्चा क्ले मॉडलिंग के माध्यम से अल्फाबेट का निर्माण कर सकता है और उन्हें आसानी से याद करने में बच्चे को मदद मिलती है।

बच्चा इससे ऐसी बहुत सारी आकृतियों का निर्माण करेगा जो उसके दिमाग में चल रही हैं। इससे बच्चा प्रोत्साहित होता है। और कुछ नया नया करने के लिए हमेशा अग्रसर रहता है। इससे बच्चे को नई चीजें सीखने में मदद मिलती है? और बच्चा अपने दिमाग से क्रिएटिव बनता है

10.बच्चों का दिमाग तेज करने का अनोखा उपाय (Music & Dance)

आप बच्चे के लिए डांस करने को प्रेरित करें आप अपने म्यूजिक सिस्टम में किसी भी गाने या पोयम को लगाकर बच्चे को फ्री स्टाइल में डांस करने दें। जैसा उसका मन करें कोई भी स्टेप सिखाने की आवश्यकता नहीं है।

 बच्चा जब अपने मन से इंजॉय करके डांस करता है तब उसके दिमाग का विकास बहुत तेजी से होता है। डांस करने से बच्चा पूरी तरीके से अपने दिमाग को और शरीर को एंजॉय करता है। उसके सारे एक्शन उसके मन के होते हैं और इससे बच्चे का दिमाग तेज करने में मदद मिलती है।

11.मौजे पहनना (Putting on Socks)

जब बच्चा प्ले स्कूल में स्कूल जाने लगे तब आपको बच्चे खुद विभिन्न कलर के सॉक्स लाकर देना चाहिए। पहले तो आप बच्चे को खुद ही सॉक्स पहनाए। लेकिन कुछ समय के पश्चात जब मैं आपको  देख कर कुछ सीख जाए तब आपको बच्चे को खुद ही सॉक्स पहनने के लिए कहना चाहिए। बच्चे को लेफ्ट या राइट सॉक्स पहनने में पहले तो परेशानी होगी लेकिन धीरे-धीरे करके अपने दिमाग में प्रॉब्लम सॉल्विंग मेथड के थ्रू वह सॉक्स पहनना सीख जाएगा। ऐसे धीरे-धीरे कार्य करवा कर आप बच्चे का दिमाग तेज कर सकते हैं उसे विभिन्न विभिन्न चीजों को सीखने में मदद कर सकते हैं।

12.मनपसंद कहानी सुनाना (Read Favorite Story Book)

बच्चे को उसकी मनपसंद कहानी सुनाएं जो उसे सबसे ज्यादा पसंद हो शाम को बच्चे को नहला कर ढीला नाइट सूट पहना कर बच्चे को बेड पर लेट आए। और उसके साथ छोटी स्टोरी बुक में से उसे एक उसके मनपसंद की कहानी सुनाएं। जब अगला दिन हो तो आप पिछली कहानी के विषय में बच्चे से सवाल करें। उसे छोटे-छोटे सेंटेंसेस का निर्माण करवाएं। बच्चे को कहानी के विषय में इंटरेक्ट करने का प्रयास करें। इससे बच्चे किस शब्दकोश में विकास होता है। और उसको दिमागी विकास में मदद मिलता है।

Activities करने का तरीक़ा

बच्चे को यह सारी एक्टिविटीज एक निश्चित (Brain sharpening activities karne ka method in babies) अंतराल पर करवानी चाहिए। सारी एक्टिविटीज को एक साथ ना करना है एक एक्टिविटी को बच्चे के साथ केवल 15 मिनट के लिए करवानी चाहिए।

 यदि बच्चा उस एक्टिविटी को और आगे तक करना चाहता है और वह उस एक्टिविटी में इंटरेस्ट ले रहा है। तो आप बच्चे को और आगे तक वह एक्टिविटी करवा सकते हैं। बच्चा यदि कोई भी एक्टिविटी करने में फस रहा है तो आप बच्चे को प्रोत्साहित करें हमेशा उसके कार्य को खुद से करने का प्रयास ना करें।

 इससे बच्चे की सीखने की क्षमता कम होती है। जब बच्चा खुद ही उस कार्य को संपन्न करता है तो वह अपने जीवन में बहुत कुछ नया सीखना है। बच्चे को हमेशा कोई भी एक्टिविटी करने पर उसकी तारीफ करें।

टॉपिक से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQ)

Q. किस योग आसन को करने से बच्चे का दिमाग और बेहतर होता है?

सूर्य नमस्कार करने से बच्चे का दिमाग और बेहतर होता है।

Q. हर एक्टिविटी को माता-पिता को कितनी देर करवाना चाहिए?

हर एक्टिविटी पेरेंट्स को 15 मिनट से अधिक नहीं करवानी चाहिए।

Q. एक्टिविटी यदि अच्छे से संपन्न होती है तो पेरेंट्स को क्या करना चाहिए?

एक्टिविटी संपन्न होने के पश्चात पेरेंट्स को बच्चे की तारीफ करनी चाहिए। उसे प्रोत्साहित करना चाहिए कि वह और बेहतर करें।

Q. पेरेंट्स का बच्चे से बातचीत करना किस प्रकार लाभकारी है?

यदि पेरेंट्स बच्चे से बातचीत करते हैं तो पेरेंट्स और बच्चे के बीच बॉन्डिंग गहरी हो जाती है। और वह पूरी लाइफ पेरेंट्स के साथ अपने अनुभव शेयर करने में खुश होता है।

निष्कर्ष :

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको बच्चों का दिमाग तेज करने के अनोखे उपाय (Fantastic Tips to improve Child’s Brain Power 2023)के विषय में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप नीचे दिए हो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।

हमारे आर्टिकल के द्वारा प्रदान की जाने वाली जानकारी बिल्कुल ठोस तथा सटीक होती है। यदि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आए तो आप इसे अवश्य शेयर करें। हमारा आर्टिकल पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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