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What is marketing in hindi
आज हम यह समझने की कोशिश करेंगे कि मार्केटिंग क्या है?
*Marketing in hindi* –
Marketing हमारे जीवन का चलता फिरता शब्द है जिसका हम आय दिन प्रयोग करते रहते हैं। marketing शब्द सुनने के बाद एक आम आदमी सोचता है कि किसी गंजे को कंघी बेचना मार्केटिंग है। कुछ लोगों का कहना है कि Marketing sales है marketing promotion है या फिर marketing advertisement है।परन्तु यह स्पष्ट रूप से हमें नहीं पता चलता है कि Marketing क्या है।
चलिए आपसे ही एक सवाल पूछता हूँ। मान लीजिए कि आप एक कंघी बेचते हैं लेकिन ये बताइए कि आप ये कंघी सबसे पहले किसको बेचेंगे? जिसको उसकी जरूरत है या जिसको उसकी जरूरत नहीं है?यदि आप ज्यादा से ज्यादा कंघी बेचना चाहते हैं तो सबसे पहले आप उस ग्राहक को खोजिए जो कंघी का इस्तेमाल करता हो। इसका मतलब हुआ कि Marketing चुना लगाने का काम नहीं है।
*Marketing ग्राहक की जरूरत को समझना और उनके मुताबिक प्रोडक्ट्स और सर्विसेस बेचना जिसके वजह से कंपनी को फायदा हो।*
जो कंपनी ग्राहक की जरूरत को समझकर प्रोडक्ट्स और सर्विसेस को बनाती है और बेचती है वह कंपनी हमेशा आगे बढ़ती है और बहुत ज्यादा पैसा भी कमाती है।
आप किसी भी कंपनी का नाम लीजिए LG, Samsung, Patanjali और भी सभी कंपनी एक ही काम करती है और वह है ग्राहक की जरूरत को समझना और उसके मुताबिक सामान बेचना।
ग्राहक की जरूरत भी दो तरह की होती है-
1)Met needs 2)Unmet needs
°Met needs-कई बार ऐसा होता है जब एक कंपनी को ग्राहक की जरूरत पहले से पता रहती है। जैसे – साबुन, तेल, टूथपेस्ट इत्यादि। इसे ही Marketing की दुनिया में met needs कहा जाता है। इन मामलों में जो कंपनी सबसे बेहतरीन प्रोडक्ट्स लाएगी और ग्राहक का दिल जीतेगी वह हमेशा आगे बनी रहेगी।
°Unmet needs-दूसरी जरूरी बात यह होती है कि हर ग्राहक की जरूरत अलग अलग होती है। इसीलिए कंपनी के प्रोडक्ट्स भी एक ही कैटेगरी में ढेर तरह के सामान उपलब्ध होते हैं। जैसे टूथपेस्ट में ही अलग अलग तरह के टूथपेस्ट होते हैं। क्या आप जानते हैं कोलगेट टूथपेस्ट ही 28 तरह के टूथपेस्ट बेचती है। दूसरी तरह की जरूरते जरूरत तो है लेकिन किसी कंपनी के पास इसके लिए प्रोडक्ट नहीं होता जिसे unmet needs कहते हैं। दूसरे शब्दों में जिसकी जरूरते पूरी नहीं होती उसे Unmet needs कहते हैं।
एक बहुत अच्छी कंपनी दोनों तरह की जरूरतों को पूरा करने का पूरा प्रयास करती है। जबकि एक अच्छी कंपनी बस met needs को पूरा करती है और यही सबसे बड़ा अंतर होता है मार्केटिंग में।
अब यदि आप Marketing की परिभाषा जानना चाहते हैं तो सबसे सरल और समझने योग्य परिभाषा american Marketing association ने दी है जो कि इस प्रकार है-
विपणन एक गतिविधि है जो संस्थानों का सेट है और बड़े पैमाने पर ग्राहकों,भागीदारों और समाज के लिए मूल्य बनाने, संचार करने, वितरित करने और आदान-प्रदान करने की प्रक्रिया है।
उम्मीद है कि मार्केटिंग क्या है वह आपको अच्छे से समझ आ गया होगा। यदि आपको यह what is marketing in hindi अच्छी लगी हो तो हमें कमेंट करके बताए।