प्रत्येक मां चाहती है कि उसका बच्चा बड़े होकर अच्छे अच्छे चरित्र वाला संस्कारी और गुणवान बनेl लेकिन अपने बच्चे इन गुणों का विकास करने के लिए मां को गर्भावस्था के दौरान अच्छी-अच्छी जगह में पढ़नी चाहिए क्योंकि ऐसा माना जाता है कि जब बच्चा अपनी मां के गर्भ में होता है तब मां जिन बातों को देखती है या जिन बातों का अनुसरण करती हैl या जिन किताबों को पड़ती है जिस प्रकार की क्रिया में वह प्रतिभाग करती हैl लगभग सभी गुण उसे अपने बच्चे में बड़े होकर दिखाई देते हैंl इसीलिए जब कोई भी स्त्री गर्भवती होती है तो उसे हमेशा खुश रहने और अपने मन को प्रसन्न चित्त रखने और अच्छी-अच्छी किताबें पढ़ने अच्छी-अच्छी बातें करने और सुनने आदि पर ध्यान देना चाहिएl
तो आइए आज हम अपने इस आर्टिकल में आपको यह बताएंगे कि आपको प्रेगनेंसी के दौरान क्या क्या पढ़ना चाहिए और यह किस प्रकार से आपके लिए और आपके बच्चे के लिए लाभ प्रदान करता हैl यह सभी बातें किस प्रकार से आपके बच्चे पर असर डालती हैl लेकिन इन सभी बातों को अनुसरण करते समय सबसे पहले एक बात मन में जरूर आती है कि क्या हमें गर्भावस्था के दौरान पढ़ना चाहिए या नहींl तो आइए आज हम आपको अपने आर्टिकल में गर्भावस्था से जुड़े कुछ तथ्यों के बारे में विस्तार से बात करते हैंl
क्या गर्भावस्था के दौरान पढ़ना सही होता है?
जब कोई भी स्त्री गर्भधारण कर लेती है तो वह लगभग सारे कामों को छोड़कर अपने ऊपर ध्यान देने पर अधिक महत्व देती है और देना भी चाहिए क्योंकि यह भविष्य में आने वाली उसके बच्चे से संबंधित बात है लेकिन इसी दौरान उनके मन में एक विचार आता है कि क्या गर्भावस्था के दौरान किताबों को पढ़ना सही होता है.
तो हम आपको बताना चाहेंगेl जी हां, क्योंकि इस बात की सर्वे एक एजेंसी नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफॉरमेशन के द्वारा किए गए शोध में पता चली है कि महिलाओं को अपनी गर्भावस्था के दौरान पढ़ना बहुत ही सही होता है और इसके बहुत से फायदे भी है जिन्हें हम अपनी इस आर्टिकल में आपके साथ बांटने वाले हैं जो कि निम्न प्रकार है –
प्रेगनेंसी के दौरान क्यों पढ़ना चाहिए? Why should you read during pregnancy?
क्या आपको पता है कि प्रेगनेंसी के दौरान क्यों पढ़ना चाहिए यदि नहीं पता है तभी तो हम आपको भी इस बारे में बता रहे हैं क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान पढ़ने से आप के गर्भ में जो शिशु पल रहा है उसके मस्तिष्क पर बहुत ही सकारात्मक प्रभाव पड़ता है यह बात हम कोई अपने मन से नहीं बता रहे हैं इस बात को एक किए गए शोध के अनुसार पुष्टि की गई है जिसके बाद यह सिद्ध हुआ था कि गर्भावस्था के दौरान किताबें पढ़ने से जो शिशु पैदा होता है.
उसका भाषाई कौशल का विकास बहुत ही तीव्र देखने को मिलता है जिस वजह से प्राचीन काल में भी ऋषि मुनि गर्भावस्था के दौरान पढ़ने के लिए कहा करते थे और आज के समय में तो डॉक्टर इस बात की सलाह देते ही हैं कि गर्भावस्था के दौरान आपको पढ़ना चाहिए और यदि जैसी कोई ग्रामीण महिला जिसे पढ़ना नहीं आता है तो उसे अच्छी अच्छी कहानियां कथाएं प्रवचन सुनना चाहिए जिससे कि उसका बच्चा बड़ा होकर एक अच्छे संस्कार युक्त व्यक्ति बनेl आइए इसी श्रृंखला में हम आपको बताने जा रहे हैं कि गर्भावस्था में पढ़ने के कौन-कौन से फायदे होते हैंl
गर्भावस्था के दौरान पढ़ने के कौन-कौन से लाभ हैं? What are the benefits of reading during pregnancy?
जैसा कि हमने आपको ऊपर आपने इस आर्टिकल में भी बताया है कि गर्भावस्था के दौरान किताबें पढ़ना बहुत ही लाभकारी माना जाता है इसीलिए हम आपको इनके बारे में कुछ अन्य तथ्यों को बताने जा रहे हैं –
जैसा कि आपने सुना होगा जब कोई भी महिला गर्भावस्था होती है तो उसके कमरे में अच्छी-अच्छी तस्वीरें लगाई जाती है जिससे कि उसके मन मस्तिष्क पर अच्छा प्रभाव पड़े और उसका बच्चे पर भी अपनी मां के जैसा प्रभाव होl
यह भी माना जाता है कि गर्भावस्था के दौरान महिला को अच्छी किताबें पढ़नी चाहिए जिससे कि बच्चे में उन किताबों को पढ़ने पर उत्पन्न हुए विचार बाले उच्च एवं श्रेष्ठ गुण आते हैंl जैसे कि आपने सुना ही होगा कि घर के बड़े बुजुर्ग अपने घर की महिला को गर्भावस्था के दौरान धार्मिक पुस्तकें पढ़ने की सलाह देते हैंl
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को बहुत सी घबराहट का सामना करना पड़ता है क्योंकि प्रत्येक महिला को गर्भावस्था के दौरान घटित होने वाली अवस्थाओं की जानकारी नहीं होती है जिससे महिला डर जाती है इसीलिए महिला के मन में उत्पन्न होने पर विभिन्न सवालों को शांत करने के लिए प्रेग्नेंसी पर आधारित किताब पढ़ने के लिए देनी चाहिए जिससे कि उन्हें उनके सभी सवालों के उत्तर मिल सकेl
यदि महिलाएं गर्भावस्था के दौरान प्रेगनेंसी पर आधारित किताबें पढ़ती हैं तो उन्हें प्रसव के दौरान होने वाली सभी क्रियाओं से अवगत हो जाती हैं जिससे कि महिलाएं प्रसव के के लिए खुद को मानसिक तौर पर मजबूत बना लेते हैं और खुद को प्रसव के लिए तैयार कर लेती हैं जिससे बच्चे की आगमन ने काफी मदद मिलती हैl
गर्भावस्था के दौरान आपको किस प्रकार की किताबें पढ़नी चाहिए?
प्राचीन काल के लोग तो गर्भावस्था के दौरान अधिक मात्रा में घरेलू किताबें पढ़ने की सलाह दिया करते थे जिसमें रामायण श्रीमद्भागवत गीता आदि संबंधित कोई भी पुस्तक हो सकती है लेकिन हम आपको अपने इस आर्टिकल में गर्भावस्था के दौरान पढ़ी जाने वाली सभी पुस्तकों के बारे में विस्तृत जानकारी दे रहे हैं जिसके बाद आप अपने अनुसार पुस्तकों को पढ़ सकते हैं-
गर्भावस्था पर आधारित किताबें :
जब कोई भी महिला ने गर्भावस्था पर होती है तो उसे प्रेगनेंसी से संबंधित किताबें पढ़ने को देनी चाहिएl क्योंकि इससे उस महिला के मन में उठा नहीं बहुत से सवालों के जवाब, उसे बिना कि किसी से पूछे स्वयं ही किताब पढ़कर मिल जाते हैंl साथ ही साथ उसे किस प्रकार से इन परिस्थितियों में स्वयं की देखभाल करनी हैl इसकी अच्छी जानकारी हो जाती है खासकर यह जानकारी उन महिलाओं के लिए और भी महत्वपूर्ण हो जाती है,जो पहली बार मां बनने का अनुभव प्राप्त करने जा रही है तो इन महिलाओं के लिए इस प्रकार की किताब में काफी हद तक कारगर साबित हो सकती हैंl
धार्मिक किताबें :
प्राचीन समय में महिलाएं अधिकतर इन किताबों का अनुसरण करती थी जब भी किसी धर्म में कोई भी महिला गर्भावस्था में होती थी तो उसे अपने धार्मिक किताबें जैसे- रामायण,भगवत गीता,कुरान, बाइबल, रामचरितमानस, गुरु ग्रंथ साहिब आदि किताबें पढ़ने की सलाह दी जाती थीl क्योंकि इन किताबों को पढ़ने से महिला और बच्चे के मन मस्तिष्क पर हमारी संस्कृति का विशेष प्रभाव रहता थाl
जिस वजह घर के बड़े बुजुर्ग धार्मिक किताबें पढ़ने की सलाह दिया करते थे धार्मिक किताबें पढ़ने की एक और भी वजह सामने आती थीl इससे इंसान को सही रास्ता और परेशानियों के समय पर होने वाली घटनाओं के दौरान मार्गदर्शन में महत्वपूर्ण योगदान रहता था, इन्हें पढ़कर महिला का मन शांत रहता था और साथ ही साथ यह भी देखा गया है कि धार्मिक पुस्तकें पढ़ने से शिशु के मस्तिष्क पर भी सकारात्मक असर होता हैl
कहानियां व कॉमिक्स की किताबें :
असल में, इस प्रकार की किताबें गर्भावस्था के दौरान मां को खुश रखने का काम करती थी क्योंकि यह कहानियां और कॉमिक्स बहुत ही मजेदार होती थी साथ ही साथ कहानियों में आप महापुरुषों से संबंधित कहानियां पढ़कर प्रेरित हो सकते थे और कॉमिक्स पढ़कर महिलाएं अपने दिन को सुखमय बना पाती थीl जिस वजह से गर्भावस्था के दौरान कहानियां और कॉमिक्स भी पढ़ी जाती हैl
शिशु की देखभाल से संबंधित किताबें :
जैसा कि हमने आपको बताया है कि जो महिलाएं पहली बार मां बनती है उन्हें शिशु की देखभाल से संबंधित कोई भी जानकारी नहीं होती है जिस वजह से नवजात शिशु की देखभाल के लिए भी किताबें पढ़ी जा सकती हैं और बच्चों के हाव भाव को समझकर उनकी समस्या और क्रिया प्रतिक्रिया जान सकती हैं कि बच्चा रो रहा है तो उसे भूख लगी है या उसे कोई परेशानी है यह एक मां काफी अनुभव के बाद ही पहचान सकती हैं लेकिन यदि उसे पढ़ने के लिए शिशु की देखभाल के संबंधित पुस्तकें दी जाए तो महिला कुछ ही दिनों में अपने बच्चे के प्रति क्रियाओं से समझ सकती हैl
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को क्या-क्या नहीं पढ़ना चाहिए?
जब कोई भी महिला अपनी गर्भावस्था से गुजर रही हो तो आ उसको हिंसात्मक खबरेंसुनने, डरावनी किताबें, नकारात्मक असर प्रदान करने वाली कहानियां, हिंसात्मक कहानियां फिल्में धारावाहिक नाटक आदि से बचना चाहिए क्योंकि गर्भावस्था के दौरान इस प्रकार की किताबें बच्चे के शरीर पर गलत प्रभाव डालती हैंl
यदि कोई भी मां गर्भावस्था के दौरान अच्छी किताबें पढ़ती है सुन ना केवल महिलाओं का मन लगा रहेगा बल्कि शिशु के मस्तिष्क का भी विकास अच्छी प्रकार से होगाl इस प्रकार से गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अच्छी किताबें पढ़नी चाहिए साथ ही साथ में हिंसात्मक और नकारात्मक सोच तैयार करने वाली किताबों और बातें से दूर रहना चाहिए, क्योंकि इन सभी बातों का गलत असर उसके होने वाले बच्चे के मन और मस्तिष्क किस पर से पड़ रहा है यह तो बच्चे के पैदा होने के बाद हाव भाव देखने को निश्चित रूप से ही मिल सकता हैl
गर्भावस्था के दौरान होने वाली समस्याओं से संबंधित प्रश्न उत्तर FAQs
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को किस प्रकार की किताबें पढ़नी चाहिए ?
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को महापुरुषों की कहानियां प्रेरणादायक कहानियां, मन-मस्तिष्क को शांति देने वाली कहानियां कॉमिक्स की देखभाल से संबंधित किताबे पड़नी चाहिए क्योंकि इससे उन्हें भविष्य में काफी हद तक सहायता मिलेगीl
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को किस प्रकार का भोजन करना चाहिए?
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कम वसायुक्त भोजन करना चाहिए साथ ही साथ समय-समय पर अपने डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करते रहना चाहिए और इस दौरान उसे अपनी डाइट चार्ट और अपनी हेल्थ पर काफी ध्यान देना चाहिएl
गर्भावस्था के दौरान होने वाली घबराहट से बचने के लिए महिलाओं को क्या करना चाहिए?
ऐसी महिलाएं जो अपने जीवन काल में पहली बार मां बनने जा रही है उन्हें घबराहट होना स्वाभाविक बात है लेकिन इन इस घबराहट को कम करने के लिए उन्हें गर्भावस्था से जुड़ी किताबें पढ़ने जाएंगे जिससे उनके मन में उत्पन्न हो रहे विचारों के जवाब उन्हें मिल जाएंगे और उन्हें काफी हद तक सहायता मिलेगीl
क्या गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पुस्तकें पढ़नी चाहिए?
जी हां जैसे कि मैं आपको अपने आर्टिकल में बताया नहीं है की गर्भावस्था के दौरान आपको पुस्तक जरूर पढ़ना चाहिए लेकिन आपको डरावनी हिंसात्मक और नकारात्मक असर प्रदान करने वाली पुस्तकों से बचना चाहिए क्योंकि यह आप पर और आपके बच्चे पर गलत प्रभाव डाल सकते हैंl
प्रेग्नेंसी के समय मानसिक मजबूती प्रदान करने के लिए महिलाओं को क्या करना चाहिए?
यदि कोई महिला अपने प्रेग्नेंसी के समय से गुजर रही है तो उसे मानसिक दृढ़ता प्रदान करने वाली पुस्तकें ला कर देनी चाहिए जिन्हें पढ़कर पर प्रसव के लिए अपने आपको मानसिक और शारीरिक तौर पर काफी हद तक सक्षम बनाने में सफल रहेंगेl
निष्कर्ष
तो आज हमने आपको अपनी इस आर्टिकल में प्रेगनेंसी में आपको किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए,आपको किस प्रकार की पुस्तकें करनी चाहिए और किन-किन बातों से आपको दूर रहना चाहिए, के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान कर रहे है,हम आशा करते हैं कि हमारे द्वारा दी गई सभी जानकारी किसी महिला के गर्भावस्था जीवन में होने वाली समस्याएं सहायता करती हो, तो आप हमारे इस आर्टिकल को जरूरतमंद लोगों के साथ जरूर शेयर करें और साथ ही साथ सुधार हेतु आप अपना फीडबैक जरूर दें धन्यवाद!